सोमवार, 31 जुलाई 2023

वर्ल्ड रेंजर्स डे पर राजधानी में जुटे प्रदेश भर के रेंजर्स

 वर्ल्ड रेंजर्स डे पर राजधानी में जुटे प्रदेश भर के रेंजर्स 


रायपुर छत्तीसगढ़ फॉरेस्ट रेंजर एसोशिएशन का होटल एम्पायर वी.आई. पी. रोड में रेंजर्स डे मनाया गया जिसमे प्रदेश भर के रेंजर्स उपस्थित हुए तथा अपने अनुभव का साझा किया उन्होंने बताया की वनों के संरक्षण संवर्धन की आवश्यक है यदि वन है तो संपूर्ण विश्व के जीव जंतु मानव जगत की सुरक्षा है बदलते परिवेश में ग्लोबल वार्मिंग का तापमान परिवर्तित हुआ है उसे ही वनों की सुरक्षा से सुरक्षित किया जा सकता है अखिल भारतीय राजपत्रित वन अधिकारी एसोशिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश कुमार मिश्रा ने आगे बताया कि वनों का लगातार हास हुआ है इसकी वजह से वन्य प्राणियों का जीवन भी सांसत में पड़ चुका है आए दिन वन्य प्राणी भूख प्यास और खाद्य पदार्थ की लालसा में अकाल मौत का ग्रास बन रहे है जिससे इनकी संख्या लगातार घट रही है  वनों के संरक्षण के साथ साथ वन्य प्राणियों के संवर्धन की आवश्यकता है जिसका नैतिक दायित्व सभी रेंजर्स का कर्तव्य बनता है


राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश मिश्रा ने इस संदर्भ में प्रदेश के रेंजरों के समक्ष उपजी विसंगतियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि डंडे के बल पर वनों की सुरक्षा सुनिश्चित नही की जा सकती काष्ठ माफिया तस्करों और शिकारियों से हमेशा दो चार होना पड़ता है ऐसे बहुत से पूर्व उदाहरण मिल चुके है जिसमे रेंजर अधिकारी अपनी  जान दे कर कर्तव्यों का दायित्व निभाते हुए अपनी जान गंवा बैठे उन्होंने आगे कहा हम ऐसे अधिकारियों को स्मरण कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनको नमन करते है और बगैर संसाधन के विचलित हुए बगैर हमे अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करना है और वनों की सुरक्षा के साथ वन्य प्राणियों की सुरक्षा भी अनिवार्य करना है विश्व रेंजर्स डे के इस अवसर पर प्रदेश भर के रेंजर्स सहित अखिल भारतीय राजपत्रित रेंजर एसोसिएशन के पदाधिकारी गण उपस्थित थे  तथा बहुत से वक्ताओ  ने कार्यक्रम को संबोधित अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर अध्यक्ष छग रेंजर्स एसोसिएशन रायपुर व्ही एन दुबे, श्री मिर्जा फिरोज बेग,महासचिव  ने  दिया मुख्य अतिथि की आसंदी से पी सी सी एफ  श्री निवास राव ने संक्षिप्त उद्बोधन  में उपस्थित समस्त रेंजर्स को वर्ल्ड रेंजर्स डे की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बहुत सी कमियां है जिसे भविष्य में दूर करने का प्रयास किया जाएगा वही कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य वन संरक्षक दिलराज प्रभाकर विशेष अतिथि के रूप में रायपुर वन मंडल अधिकारी विश्वेश झा  उपस्थित थे राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश कुमार मिश्रा ने 4800 वेतनमान शासन से पहल करने की मांग रखी गई है जिसका समर्थन सभी पदाधिकारी उपाथित रेंजर्स ने किया

रविवार, 30 जुलाई 2023

प्रदूषण के विरुद्ध हरियाली का ब्रह्मास्त्र , रायपुर वन मंडल ने मिश्रित प्रजाति के सवा लाख पौधे रोपे

 प्रदूषण के विरुद्ध हरियाली का ब्रह्मास्त्र ,

रायपुर वन मंडल ने मिश्रित प्रजाति के सवा लाख  पौधे रोपे



रायपुर छत्तीसगढ़ वनोदय 

अलताफ हुसैन

 सृजन सृष्टि का श्रृंगार है  जब सावन ऋतु में जब हरियाली आभा के साथ  स्वतः करती है जो पेड़ पौधे अन्य ऋतु  काल में अपना परिवर्तित नैसर्गिक वातावरण, रंग,स्वरूप,आकार प्रकार सब छोड़ देते है परंतु वही वर्षा ऋतु आगमन के साथ ही रिमझिम फुहार में सर्द सांय सांय खनकती वायु मंडल के हिलोर से यह हरे भरे प्रकृति किसी नव यौवना की भांति अटखेलियां करती हुई नजर आती है तब संपूर्ण वातावरण तरंगित खुशनुमा माहौल में सराबोर हो उठता है  पेड़ों के नव कपोल कोमल पत्तो पर यही वर्षा जल की बारीक गिरते  शबनम की बूंदों में  किसी हीरे की हार की माला की तरह   प्रकाशमान तुल्य दृष्टिगोचर होता है तो ऐसा प्रतीत होता है कि प्रकृति हरियाली के इस ऋतु में भांति भांति  के सृष्टि सृजन चमकदार हीरे मोती के मानिंद श्रृंगार के साथ में पेड़ पौधे और हरियाली को सुसज्जित कर रहा है यह प्रकृति का नियम वर्षों से होता आ रहा है परंतु वर्षों से सृष्टि कर्ता नैसर्गिक वातावरण निर्मित करने अपने नियमावली से उसी धुरी पर आदि काल से गतिमान है तो वहीं कुछ  ऐसे मानव निर्माता भी है जो प्रकृति के इस सृष्टि रचयता के निर्माण में अपना तन मन धन सर्वत्र जीवन व्यतीत कर प्रकृति के इस संरचना के भागीदार बनते है और अदृश्य रूप से ईश्वर की उपासना और पूजा करते है ऐसे मानव एक प्रकार से प्रकृति के पुजारी कहलाते है जिन्हे हम वर्तमान में वन विभाग के वन कर्मियों के नाम से जानते पहचानते है छत्तीसगढ़ वन विभाग में हजारों की संख्या में ऐसे प्रकृति के मानव पुजारी है जो नित नए प्रयोजन  के माध्यम से हरे भरे पेड़ पौधों का रोपण और निर्माण कर सूखे धरती में हरियाली आभा का विस्तार करते है और संपूर्ण मानव जीवन सहित समस्त जीव जंतु और सृष्टि,संरक्षण में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करते है प्रदेश की छग सरकार ने इस साढ़े चार साल के कार्यकाल में वन विभाग के माध्यम से बहुत से हरियाली विस्तार कार्यक्रम के माध्यम से लेकर जनहित जन कल्याणकारी योजनाओं का  सफल कार्य संपादन कर हरित क्रांति  ला दिया है पूरे प्रदेश में हरियाली की बयार बह रही है इसी हरियाली विस्तार कार्यक्रम योजना  के तहत  कैंपा मद एवं आईपीडी योजना अंतर्गत  सामाजिक उत्तर दायित्व का निर्वहन करते हुए बहुत से पौधों का रोपण किया गया है जिसमे पुराना रायपुर वन मंडल तिल्दा के तहत लगभग सवा लाख पौधों का सफल रोपण और अन्य रोपण कार्य मिला कर सवा लाख पौधों का रोपण कार्य किया गया जो भावी पांच वर्षों में पुराना रायपुर वन  मंडल तिल्दा क्षेत्र की अलग ही फिजा देखते नजर आएगी इस संदर्भ में पुराना रायपुर वन मंडल तिल्दा  के ऊर्जावान, कर्तव्य परायण बहु मुखी प्रतिभा शाली व्यक्तित्व के धनी आई.एफ. एस.अधिकारी डी.एफ.ओ.विश्वेश कुमार झा से बात करने पर बताते है कि संपूर्ण योजना का क्रियान्वयन हरियाली प्रसार के तहत किया जा रहा है यहां सवा लाख से ऊपर पौधों का सफल रोपण  किया गया है जिसमे राजस्व भूमि के अलावा पथ रोपण क्षेत्र में किए गए है जिसकी हरियाली अब देखते बन रही है बताते चलें कि 2007 बैच के आई एफ एस अधिकारी विश्वेष झा बिहार के दरभंगा जिले से  मूल निवासी है तथा अपना कर्म क्षेत्र छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र से प्रारंभ किया था



 छग प्रदेश की सादगी,बोलचाल,भाषा ने उन्हें बहुत ज्यादा प्रभावित किया और यहां बलौदा बाजार सहित बहुत से क्षेत्र में कार्य किया रायपुर वन मंडल अधिकारी विश्वेश झा साहब आगे बताते है कि  हमारे प्रदेश की राजधानी के हिसाब से बहुत सी विसंगतियों रही है मेरे कार्यकाल में उसे दूर किया गया है ऑरेंज भूमि अब हरियाली के रूप में परिवर्तित हो चुका है इसका मुख्य कारण राजस्व भूमि पर अतिक्रमण बढ़ जाता है जिसके लिए स्थानीय कलेक्टर महोदय से मिलकर ऐसे चयनित राजस्व भूमि क्षेत्र का संरक्षण के साथ पड़त भाटा भूमि के साथ मिश्रित प्रजाति के पेड़ पौधों का  रोपण किया गया और अल्प समय में हरियाली प्रसार किया गया रायपुर डी एफ ओ विश्वेश झा आगे बताते है कि खरोरा सहित आसपास के बहुत से चयनित ग्राम क्षेत्र में लगभग 90 हेक्टेयर से ऊपर क्षेत्र में सवा लाख पौधों का सफल रोपण करवाया गया है जो बहुत बड़ी उपलब्धि है श्री विश्वेध झा साहब आगे बताते है कि सरकार चाहती है कि प्रदेश का कोई भी चटियाल मैदानी हिस्सा ऑरेंज भूमि ना रहे प्रत्येक भूमि क्षेत्र में हरियाली दिखाई दे 



यहां तक ग्राम पंचायतों की रिक्त भूमि में भी हरियाली रोपण किया जाए उदाहरण स्वरूप कृष्ण कुंज जो छोटे छोटे भू भाग में निर्माण किया गया जिसके आशातीत परिणाम परिलक्षित हो रहे है भविष्य में यही कृष्ण कुंज वाटिका स्वरूप नजर आएंगे और यहां के स्थानीय निवासी मय परिवार उसका प्रदूषण मुक्त क्षेत्र के साथ स्वास्थ्य लाभ उठाएंगे रायपुर वन मंडल के परिपक्व,अनुभवी,कार्यों के प्रति समर्पित एस डी ओ और उप वन मंडलाधिकारी विश्वनाथ मुखर्जी साहब का वानिकी क्षेत्र में लंबा अनुभव रहा है तथा वे बताते है कि पुराना रायपुर परिक्षेत्र में बहुत से रिक्त भूमि पड़ी थी जिसके भिन्न भिन्न भूभाग में मिश्रित प्रजाति के सवा लाख से ऊपर पौधों का रोपण किया गया यही नहीं रोपण के अलावा उसकी सुरक्षा के माकूल व्यवस्था भी की गई है प्रत्येक रोपण क्षेत्र में लोहे की फेंसिंग,तार से घेरा गया है ताकि मवेशी चराई से रोपण को सुरक्षित किया जा सके 


रायपुर एस डी ओ. उप वन मंडलाधिकारी विश्वनाथ मुखर्जी आगे बताते है कि शराबी,उपद्रियों और लोहा चोरी करने वाले तथा पौधों को क्षति  पहुंचाने वाले आम जन से सुरक्षा हेतु प्रत्येक क्षेत्र में चौकीदार नियुक्त किए गए है जो उनकी सुरक्षा में लगातार तैनात रहेंगे उन्होंने सख्त लहजे में कहा कार्यों के प्रति लापरवाही बरतने वाले चौकीदारों के ऊपर विभागीय कार्यवाही की जाएगी रायपुर एस डी ओ विश्वनाथ मुखर्जी बीच बीच। में बकायदा दौरा का निरक्षण कर रोपण क्षेत्र का अवलोकन करते है और बताते है कि अभी रोपण क्षेत्र की स्थिति बहुत बेहतर है वर्षा ऋतु के फुहारों में हरियाली की चादर दिखाई दे रही है वे आगे बताते है कि संपूर्ण रोपण का दायित्व नवा रायपुर अटल नगर के पूर्व  रोपण कार्यों के जानकार,रहे रायपुर परिक्षेत्राधिकारी रेंजर साधे लाल बंजारे ने इसका बखूबी निर्वहन किया है तथा स्वयं कार्य स्थल में उपस्थित रहकर रोपण कार्य संपादित करवाया है 


परिक्षेत्राधिकारी  साधेलाल बंजारे से इस संदर्भ में पूछने पर वे आगे बताते है कि क्षेत्र में बहुत से मुरुमी स्थल था जहां रोपण करना दुरूह कार्य था फिर भी श्रमिको से लाखों गड्ढा करवा कर पॉलीथिन बैग में रखे गए पौधों का रोपण किया गया रोपण का यह कार्य पांच वर्षों के लिए अनुबंधित है जिसमे कैज्युवाल्ट भी समाहित है रेंजर साधेलाल बंजारे आगे बताते है कि संपूर्ण कार्य कैंपा मद,आईपीडी मद से संपादित किया गया है जिसमे औद्योगिक क्षेत्रों के समीप ग्राम क्षेत्र की रिक्त राजस्व भूमि,सड़क मार्ग पथ रोपण के कार्य द्रुत गति से किए गए है जिससे छेत्र की हरियाली देखते ही बनती है रायपुर रेंजर साधेलाल बंजारे बताते है कि संपूर्ण रोपण कार्य वरिष्ठ अधिकारियों डी एफ ओ विश्वेश झा साहब, एस डी ओ विश्वनाथ मुखर्जी साहब के नेतृत्व और मार्गदर्शन में किया गया है इसके लिए रात दिन की मेहनत रायपुर वन मंडल तिल्दा परिवृत के डिप्टी प्रभारी दीपक तिवारी का कार्य सराहनीय रहा है वे इकलौते ऐसे कर्मयोगी व्यक्तित्व के स्वामी है जिनके डीशनरी में कार्य न हो सकने जैसा कोई शब्द ही नहीं मिलता कर्मठ,जुझारू, आत्मविश्वास  से लबरेज व्यक्तित्व के धनी बिरले ही मिलते है 


जिनमे एक नाम रायपुर वन मंडल के डिप्टी प्रभारी दीपक तिवारी का आता है जिनकी अनुकंगा नियुक्ति बिट गार्ड  के रूप में गरियाबंद वन मंडल से सेवा प्रारंभ की पश्चात  वर्ष 2004 में अनुसंधान में रहे तात्कालिक पी सी सी एफ  बोआज साहब ने कर्मचारियों की कमी देखते हुए उस समय नवा रायपुर अटल नगर स्थित नव निर्मित जंगल सफारी में वर्ष 2014 से वर्ष 2019 तक उनकी सेवाएं ली गई तथा मानव निर्मित जंगल सफारी का दायित्व सौंपा गया उनके कार्यों के प्रति समर्पित सेवा भाव और अधिकारियों के साथ मृदु व्यवहार,बेहतर समन्वय और तालमेल ने उन्हें सब का चहेता वन कर्मी बना दिया जिसका प्रतिसाद यह मिला की पुराना वन मंडल  के तहत तिल्दा प्रभारी में उनकी नियुक्ति हुई तथा पांच वर्षों के तहत जंगल सफारी में लंबा अनुभव कार्यों का लाभ उन्हे मिला और इंदिरा गांधी प्रिय दर्शिनी नेचर सफारी मोहरेंगा जंगल  निर्माण का कार्य संपादित किया जो उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट बन गया आज मोहरेंगा सफारी उनके ही कार्य काल की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है यही नही बिलाडी, सरोरा जैसे बहुत से वन क्षेत्र की गहनता  में रोपे गए पौधे आज भी उसके कार्यों के गवाह दे रहे है उनसे जब पर्यावरण के विरुद्ध हरियाली का ब्रह्मास्त्र के संदर्भ में पूछा गया तो अपने कार्यों के प्रति गदगद और अल्हदित होते हुए उन्होंने बताया कि  रायपुर तिल्दा के संपूर्ण क्षेत्र बथरीले मुरूमी और चट्टानी क्षेत्र है जहां बहुत से  स्थल हरियाली विहीन है मैने अधिकारियों के दिशा निर्देश पर उस चुनौती को स्वीकार किया और क्षेत्र के भिन्न भिन्न स्थल का चयन कर कुल मिलाकर छियानबे हेक्टेयर भू भाग में वर्ष 2023 में  सवा लाख मिश्रित पौधों का  सफल रोपण कराया जो इस वर्षा में ग्रोथ कर रहे है रायपुर तिल्दा परिक्षेत्र के डिप्टी प्रभारी  दीपक तिवारी ने आगे बताया कि जिस ग्राम क्षेत्र के राजस्व भूमि पर चयन कर रोपण किया गया उनमें ग्राम तुलसी में दस हेक्टेयर में बारह हजार पौधे ग्राम असैंदा के अठारह हेक्टेयर में उन्नीस हजार आठ सौ पौधे ग्राम मुड़पार में सात हजार पौधे स्त्राह हजार पौधे ग्राम छडिया में तेरह हजार पौधे ग्राम निलजा छ हेक्टेयर भूभाग में तेरह हजार पौधे इस प्रकार कुल छियानवे हजार कुल हेक्टेयर भूभाग में सवा लाख पौधों का रोपण किया गया है जिनमे चांपा, सरोरा, बिलाड़ी में 17हेक्टेयर 9  हजार पौधे  में कैज्युल्टी भी  शामिल है यही नही सड़क मार्ग पिरदा,तुलसी,ग्राम के बारह किलोमीटर लंबाई तक इसी वित्त वर्ष 2023 में रोपण कार्य किया गया है जिसकी संख्या सवा करोड़ से ऊपर तक पहुंचने अनुमानित है  डिप्टी प्रभारी दीपक तिवारी आगे बताते है कि रोपण क्षेत्र में फलदार,फूलदार,और सायादार पौधे लगाए गए है जिनमे सीताफल,आम,जाम,जामुन,आंवला,गुलमुहर, बेहड़ा,शिशु,करंज, पेल्टाफार्म,सहित अन्य प्रजाति शामिल है डिप्टी प्रभारी दीपक तिवारी आगे बताते है कि सभी रोपण क्षेत्र में सुरक्षा की माकूल व्यवस्था की गई है इसके लिए रोपण क्षेत्र के आसपास पोल फेंसिंग किया गया है ताकि गाय गरूआ,मवेशी के चराई से बचाया जा सके यही नही प्रत्येक क्षेत्र में  सुरक्षा श्रमिक को लगाया गया है जिसकी निगरानी उनके द्वारा की जा रही है साथ साथ निंदाई गुड़ाई,उपचार पर विशेष ध्यान देने की बात कही है उन्होंने आगे बताया कि किसी भी कार्य व्यवस्था में कोई कमी नहीं आने दिया जा रहा है श्रमिकों पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है 


मोहरेगा उपलब्धि के संदर्भ पर चर्चा करने पर उन्होंने बताया की हर्बाबोर शाकाहारी वन्य प्राणियों को केवल प्राकृतिक दूब घास पर निर्भर नहीं रहना पढ़ता इसके लिए  गत वर्ष मोहरेंग नेचर जंगल में विभिन्न भिन्न भिन्न प्रजाति के सुपाच्य घास का रोपण बड़े क्षेत्र में लगाया गया अब निर्भीक होकर वन्य प्राणी हिरण इत्यादि ग्रास का सेवन करते है अब इनकी संख्या में भी इजाफा हुआ है डिप्टी दीपक तिवारी बताते है कि वर्तमान सरकार ने बहुत से जन कल्याणकारी योजना का सफल क्रियान्वयन किया है जिसका लाभ कृषक,स्वयंसेवी संस्था,निजी भूमि के हितग्राही लाभान्वित हो रहे है जिनमे मुख्य मंत्री वन संपदा योजना का लाभ स्थानीय तिल्दा रायपुर परिक्षेत्र के बहुत से हितग्राहियों ने लाभ लिए है जिनमे असौंदा ग्राम निवासी  जितेंद्र चंद्राकर ने  दस एकड़  बड़े भूभाग में नीलगिरी का पौधा रोपण किया है माठ ग्राम  निवासी सुरेंद्र वर्मा ने 200सागौन रोपण किया नलिनी  मढ़ीरिया ने 5 हेक्टेयर में  12 सौ सागौन पौधे लगाए गए जो कृषि क्षेत्र के अलावा।कृषकों के आर्थिक सुदृढ़ता हेतु रीढ़ की हड्डी साबित होगा उन्होंने आगे बताया कि इसके लिए कृषि निजी भूमि,हेतु राज्य वन विभाग निशुल्क पौधों के अलावा आर्थिक सहयोग उपलब्ध करवाया है यही नही समय समय पर मुख्य मंत्री वृक्ष वन संपदा हितग्राहियों के निंदई,गुड़ाई,उमर हेतु प्रशिक्षित विभागीय कर्मचारी द्वारा प्रशिक्षित करता है जिसके आशातीत परिणाम सामने आ रहे है था पांच वर्षों बाद इसके परिणाम सामने आने शुरू हो आएंगे इसके विक्रय हेतु  विभागीय स्तर पर बाजार तैयार किया जाएगा रायपुर वन मंडल के वरिष्ठ डी एफ ओ विश्वेश झा की माने तो वे बताते है की  कृषकों के तैयार काष्ठ के कटाई की कोई बाधा नहीं रहेगा इसके साथ ही अभी से देश के नामी गिरामी कुछ कंपनी के साथ विभाग ने ओ एम ओ कर अनुबंधित कर लिया गया है जिससे सभी प्रकार के बेशकीमती पौधों के काष्ठो,वस्तुओं का बाजार तैयार होगा और कृषक आर्थिक रूप से सुदृढ़ होंगे  डिप्टी प्रभारी दीपक तिवारी बताते है कि मुख्य मंत्री वृक्ष वन संपदा  योजना एक बहुत लाभकारी योजना है जो कृषकों के भविष्य निधि के रूप में देखा जा रहा है उक्त योजना का शुभारंभ तात्कालिक पी सी सी एफ वन बल प्रमुख संजय शुक्ला साहब की दूर दृष्टि सोच का परिणाम है तथा उसको धरातल में सफल करने में वर्तमान पी सी सी एफ वन बल प्रमुख श्री निवास राव की महती भूमिका मानी जा रही है उक्त वन संपदा योजना कार्यों को सफल पूर्वक ईमानदारी से करने आई एफ एस और रायपुर दुर्ग के सी सी एफ दिलराज प्रभाकर ने सख्त निर्देश दिए जिसका परिणाम सामने आ रहा है अब देखा यह जा रहा है कि बहुत से कृषक हितग्राही मुख्य मंत्री वृक्ष वन संपदा योजना का लाभ लेने स्व स्फूर्त विभाग से संपर्क कर रहे है रायपुर वन मंडल तिल्दा के डिप्टी प्रभारी दीपक तिवारी आगे बताते है कि जितनी भी योजनाएं और रोपण किए जा रहे है वह हरियाली विस्तार कर हरे भरे पेड़ पौधों को सारक्षण संवर्धन किया जा रहा है ताकि पर्यावन को संतुलित किया जा सके इसमें हमारी,तुम्हारी और हम सब की भूमिका अनिवार्य होना चाहि

शुक्रवार, 14 जुलाई 2023

नवा रायपुर में हरियाली विस्तार के लिए वन विकास निगम की कवायद

 नवा रायपुर में हरियाली विस्तार के लिए वन विकास निगम की कवायद 



अलताफ हुसैन

रायपुर (छत्तीसगढ़ वानोदय) सूर्य के नौतप्पा  गर्म तपिश के बाद जब धरती पर 15 जून पश्चात पहली अमृत सी सर्द बारिश के बूंदे सर्वत्र गिरती है तब मानव जीवन क्या संपूर्ण श्रृष्टि का रोम रोम खिल खिल जाता है हरियाली और पर्यावरण नवांगुत नवजात की भांति नए नए कपोल पत्तो से अंकुरित होकर सारे सृष्टि का ऐसे स्वागत करते है मानों श्रृंगारित हरियाली जोड़े में सजी दुल्हन का आगमन हो रहा है चारो ओर हरियाली की बयार नजर आती है वन विभाग,वन विकास निगम के मैदानी अमले के कर्मचारी रिक्त पड़त भाटा भूमि पर हरे भरे छोटे बड़े  प्लांटेशन के कार्यों से बहुत से पौधे का रोपण कर धरती  की हरियाली लाने श्रृंगार करते है ताकि वन सदृश मैदानी क्षेत्र नजर आए ऐसा ही रायपुर परिक्षेत्र स्थित ग्राम राखी में 14 हेक्टेयर  वृहद भूभाग में 15,500 पौधों का सफल रोपण छग वन विकास निगम के कर्मठ ,जुझारू कर्मचारियों ने किया जिसकी आभा अब देखते ही बनती है वहां के प्लांटेशन की हरियाली  से समूचा क्षेत्र वन सदृष्य नजर आने लगा है 


 छग राज्य वन विकास निगम के पीसीसीएफ तपेश झा साहब कार्यों के प्रति कोई समझौता नही रखते हालांकि वर्ष 2022 को नवा रायपुर स्थित ग्राम राखी में प्लांटेशन किया गया था परंतु प्रति वर्ष होने वाले निंदई,गुड़ाई,उपचार हेतु बड़ी सख्ती से दिशा निर्देश दे चुके है तथा वर्षा पूर्व निंदई,गुड़ाई,थाला,निर्माण सहित अन्य उपचार जैसे,खाद डीएपी देने के सख्त निर्देश जारी किए हुए है ताकि प्लांटेशन पौधों को कोई क्षति न पहुंच सके छग राज्य वन विकास निगम के प्रबंध संचालक तपेश झा साहब ने ऐसे मृत बीमारू पौधों का पूनारोपण करने के भी सख्त निर्देश अधीनस्थ कर्मियों को दिए है ताकि नए पौधों का रोपण किया जा सके तथा पौधे गणना में कोई कमी न आ सके वही बार नवापारा परियोजना मंडल के आर. जी.एम.प्रभात मिश्रा साहब की कार्य करने की अपनी विशिष्ट शैली है संबंधित संपादित होने वाले प्लांटेशन  की बराबर जानकारी रखते है तथा कार्यों में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं करते जिस पौधों की ऊंचाई के पौधे लगाए जाने है उसी ऊंचाई के पौधों का रोपण के निर्देश देते है  तथा समय समय पर खाद डीएपी का नियमित छिड़काव और पुनरोपण करने के भी सख्त निर्देश दिए हुए है यही वजह है की एक वर्ष में ही ग्राम राखी,एवं अन्य ग्रामों के प्लांटेशन ग्रोथ के साथ बढ़त बनाए हुए है जिसकी हरियाली अब देखते ही बनती है आर.जी.एम. प्रभात मिश्रा साहब समय समय पर कार्य स्थल का मुआयना कर मॉनिटरिंग भी करते है ताकि कार्यों में लापरवाही न हो सके


बार नवापारा परियोजना मंडल के डी.एम. बी रमन सोमावार साहब का लंबा वन विभाग में कार्यकाल रहा है तथा वानिकी कार्यों का लंबा अनुभव रहा है अधीनस्थ कर्मियों से कार्य के प्रति कोई कोताही बर्दाश्त नहीं करते पूरी शिद्दत से मैदानी कार्यों को पूर्ण ईमानदारी से करना मूलमंत्र मानते है यही वजह है की कार्यशैली को लेकर कुछ कर्मचारीयो में नाराजगी बनी रहती है अब चाहे आसपास क्षेत्रों में हाथी दल आगमन हो वे किसी भी समय बड़े सख्त लहजे में  मॉनिटरिंग हेतु निर्देशित कर देते है परंतु वन कर्मियों के कार्यों के हितार्थ  यह हिस्सा होता है क्योंकि तनिक भी लापरवाही हाथी दल द्वारा जान माल को क्षति पहुंचा सकते है  जिसके सुरक्षा के पूर्व अलर्ट रहना नैतिक जवाबदेही होती है जिसका निर्वहन डी एम बार नवापारा द्वारा किया जाता रहा है हालांकि बहुत कम समय में उनकी सेवानिवृत होने वाला है और कार्यों में पूरी पारदर्शिता बरती गई है यही कारण है कि प्लांटेशन कार्यों में भी किसी प्रकार का समझौता नही करते तथा उच्च गुणवत्ता के सामग्री पौधों, पर पूरी नजर बनी रहती है तथा एक बेहतर प्लांटेशन का अस्तित्व नजर आता है वही बार नवापारा परियोजना मंडल के परिक्षेत्राधिकारी ऋषि शर्मा को एक लंबा वानिकी कार्यों का अनुभव है वर्ष 2012 से छग राज्य वन विकास निगम में सेवाकाल प्रारंभ करने वाले ऋषि शर्मा ने वर्ष 2019 के पश्चात  ऑक्सीजोन निर्माण की महती जिम्मेदारी का सफल निर्वाहन किया जिसमे उस समय के तात्कालिक अनुभवी दक्ष अधिकारियों का सान्निध्य प्राप्त हुआ और वानिकी कार्यों का गुर जानने का अवसर मिला इसके पश्चात बहुत से आईपीडी योजनाओं के प्लांटेशन का सफल रोपण संपादित किया जिनमे नवा रायपुर स्थित कायाबांध,उपरवारा,आरंग  अभनपुर,सहित बहुत से उल्लेखनीय प्लांटेशन उपलब्ध है ,जो आज भी हरियाली प्रसार कर रहे है और पर्यावरण को स्वच्छ माहौल निर्मित कर रहे है


उसी कड़ी में  वन विकास निगम के ऊर्जावान रेंजर ऋषि शर्मा आगे बताते है कि वित्त वर्ष 2022 में ग्राम राखी,में 14 हेक्टेयर पड़त भाटा भूमि में 15400 पौधों का सफल रोपण किया गया जो अब बढ़त बनाए हुए है था लगभग 6 फीट ऊंचाई तक ग्रोथ कर रहे है यह अनुबंध वित्त वर्ष 2023 तक किया गया है जो आगामी वर्ष के लिए भी किया जा सकता है उन्होंने बताया इसका संपूर्ण मेंटनेस वन विकास निगम द्वारा किया जाएगा रायपुर बार परियोजना मंडल के  परिक्षेत्राधिकारी ऋषि शर्मा आगे बताते है कि राखी के अलावा सात पारा ग्राम पंचायत मे वर्ष  2022 में सादे सात हेक्टेयर भूमि पर 8200 पौधे रोपण की गए वही खुलमुड़ी ग्राम पंचायत 8 हेक्टेयर भूमि पर 8800 पौधों का सफल रोपण किया गया



 जिनमे मुख्यत करंज,शिशु, पेल्टा फार्म,नीम,गुलमुहार, परथिया, के अलावा अर्जुन,शिशु,कचनार,इत्यदि  क्रमश पौधे रोपण किए गए है रेंजर ऋषि शर्मा आगे बताते है कि इस वर्ष 2023 में निंदई गुड़ाई, गाला,उपचार का कार्य किया गया है जिसमे खाद,डीएपी  का कार्य संपादित किया गया है बीमारू और क्षति ग्रस्त पौधों का पुनरोपण किया गया जिसके लिए अतिरिक्त पांच सौ ऊपर पौधों को अतिरिक्त मंगाए गए थे  जिसका रोपण कर क्षति पूर्ति पूर्ण की गई उनका कथन है की वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश पर सभी कार्य पूर्ण करा लिए गए है और वर्तमान स्थिति में सभी पौधे स्वास्थ्य और ग्रोथ कर रहे है रेंजर ऋषि शर्मा आगे बताते है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी की मंशा के अनुरूप जिस तरह से संपूर्ण प्रदेश में  हरियाली की सौगात नई नई योजनाओं के माध्यम से दी जा रही है उसको ध्यान में रखते हुए वन विकास निगम  भी उनके द्वारा कराए जा रहे आई पी डी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन कर रही है तथा सभी क्षेत्रों में हरियाली विस्तार कर रही है 


जिसका एक उदाहरण ग्राम राखी,सहित अन्य स्थलों में परिलक्षित हो रहा है वन विकास निगम बार नवापारा परियोजना मंडल के डिप्टी रेंजर रूपेश टंडन और शरद डडसेना जो कार्यों को गति लाने प्लांटेशन से लेकर थिनिंग,निंदई,गुड़ाई,उपचार,  पुनरोपण कार्यों तक अपने दायित्वों का निर्वहन करते है 


उन्होंने बताया कि एक वर्ष में प्लांटेशन का स्वरूप में व्यापक परिवर्तन आया है हरियाली प्रचार से आम जन का आकर्षण बड़ गया है गाय गरुआ, मवेशी से उसकी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए है तारो और फेंसिंग से घेरा लगाया गया है ताकि रोपण क्षेत्र को सुरक्षित किया जा सके डिप्टी रूपेश टंडन,एवं शरद  डडसेना, आगे बताते है कि सभी प्लांटेशन स्थलों में चौकीदारों की नियुक्ति की गई है जो पूरी मुस्तैद के साथ निगरानी करते है डिप्टी द्वय का कथन है कि आने वाले वित्त वर्ष में यह क्षेत्र  वन सदृश्य दिखाई देगा

मंगलवार, 4 जुलाई 2023

धमतरी वन मंडल मगरलोड परिवृत कृष्ण कुंज आस्था के साथ धार्मिक विहार भी

 

कृष्ण कुंज आस्था के साथ धार्मिक विहार भी 

धमतरी वन मंडल मगरलोड परिवृत 


अलताफ हुसैन

रायपुर छत्तीसगढ़ वनोदय

विश्व जगत निर्माण में ईश्वर ने अनेक रंग से रंग दिया है जल थल,नभ, पेड़ पौधे पहाड़,सहित बहुत सी  विस्मय कारी रंग देखने मिल जाला है इससे यह ज्ञात तो हो जाता है कि कोई ऐसी अदृश्य शक्ति है जो संपूर्ण ब्रह्मांड का परिचालन कर रही है जिसे ही हम मानव,जीव जंतु सब सर्वशक्तिमान ईश्वर के रूप में पूजते है उसके समक्ष श्रद्धा के साथ नतमस्तक हो कर उसकी स्तुति,उपासना करते है यही वजह है कि ईश्वर भी संपूर्ण मानव जगत को अनेक रंग बिरंगे उपहार स्वरूप हमे दिया है जिसमे पर्यावरण रूपी हरियाली  भी एक है संपूर्ण जगत का स्वामी विश्व में तीन हिस्सा जल तो एक हिस्सा थल का रखा है जिस एक हिस्से मे रंग बिरंगे हरे भरे पेड़ पौधे,पहाड़,पर्वत,अपनी असीम सीमाओं से संपूर्ण मानव जीवन को स्वच्छ वातावरण के साथ ही हरियाली और पर्यावरण को नियंत्रित करता है ताकि मानव जीवन के साथ जीव जंतु का अस्तित्व बचाया जा सके परंतु मानव निज स्वार्थ के चलते लगातार हरियाली रूपी पर्यावरण का लगातार हास और विदोहान कर वैश्विक खतरा बनता जा रहा है इसके लिए देश दुनिया के पर्यावरण प्रेमी चिंतित रहते है और नए उपाय से वैश्विक जीवन को बचाने हरियाली प्रसार करते है क्योंकि हरियाली के साथ जल है तो कल है छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी बड़ी संख्या में हरियाली और पर्यावरण का विदोहन हुआ है जिसकी वजह से वनों के जंगल का ग्राफ 40 प्रतिशत तक कम पहुंच चुका है इसके लिए प्रदेश की सरकार नित नए नए उपाय और प्रयोग कर वनों को संरक्षण,संवर्धन  हेतु कटिबद्ध है


पूर्व छग सरकार जनजागरूकता के माध्यम से मुफ्त पेड़ पौधों,का वितरण करती रही है ताकि वनों और पेड़ पौधों का विस्तार,प्रसार  हो सके इस कार्य हेतु  करोड़ों रुपए व्यय किया जा चुका था परंतु परिणाम ढाक के वही तीन पात वाली स्थिति निर्मित रही है पूर्ववर्ती स्थिति में न ही वनों का ग्राफ बड़ा और न ही वनों का विस्तार हो सका लेकिन वर्तमान सरकार ने इस समय हरियाली प्रसार करने का नया उपाय खोज निकाला है तथा आम जन को धार्मिक आस्था के साथ  धार्मिक पेड़ पौधों और बिहार  का विस्तार किया जा सके जिसके सार्थक सफल परिणाम नजर आ रहे है छग के विभिन्न जनपद नगर पंचायत,पालिका नगर निगम के माध्यम से  छोटे छोटे दो से पांच हेक्टेयर भूभाग में कृष्ण कुंज योजना के माध्यम से हरियाली प्रसार करने का बीड़ा वन विभाग के माध्यम से उठाया प्रदेश भर में हजारों की संख्या में कृष्ण कुंज वृक्षारोपण  कार्यों का सफल क्रियान्वयन किया गया जिसके एक वर्ष में सार्थक परिणाम सामने आ रहे है  इस संदर्भ में धमतरी वन मंडल के कर्तव्यनिष्ठ,ऊर्जावान डी एफ ओ मयंक पांडे साहब  से चर्चा करने बताया कि पर्यावरण और हरियाली प्रसार विस्तार करने के उद्देश्य से  गत वर्ष 2022 में कृष्ण जन्माष्टमी का शुभ आरंभ पर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के करकमलों के द्वारा प्रारंभ किया गया था जिसके एक वर्ष में ही इसके सार्थक परिणाम नज़र आ रहे है बहुत से स्थलों में रोपे गए कृष्ण कुंज के पौधे ग्रोथ कर रहे है और बढ़त बनाए हुए है 


धमतरी वन मंडल डी एफ ओ मयंक पांडे ने आगे बताया कि उत्तर सिंग पुर के मगरलोड परिवृत के कृष्ण कुंज निर्माण के छ माह से ऊपर हुआ है और मगरलोड परिवृत के कृष्ण कुंज वृक्षारोपण के बहुत से पौधों में फल लगना प्रारंभ हो गया है जो बहुत बढ़ी उपलब्धि मानी जा रही है धमतरी वन मंडल के सेवा निवृत एस डी ओ  टी आर वर्मा ने बताया छग सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जिसमे पर्यावरण हेतु अच्छी पहल है जिसका लाभ भावी पीढ़ी को मिलेगा छोटे छोटे भूभाग में वृक्षारोपण कार्य करके  प्रदूषण मुक्त स्थल का निर्माण किया जा रहा है ताकि आमजन को स्वच्छ शुद्ध वातावरण प्राप्त हो सके वही वर्तमान एस डी ओ नाविक साहब बताते है कि धमतरी वन मंडल अंतर्गत उत्तर सिंगपुर परिक्षेत्र के मगरलोड परिवृत स्थित कृष्ण कुंज वृक्षारोपण 0.40 हेक्टेयर भूमि पर पथरीली भूमि पर किया गया है जहां के  वन कर्मचारियों के लिए बहुत बढ़ी चुनौती था मगर हमारे मातहत वन कर्मियों ने उस चुनौती का सामना किया और लगभग 250 से प्लस 300 पौधों का सफल रोपण किया जिसके सारगर्भित परिणाम सामने आए है सभी पौधे स्वस्थ एवं शत प्रतिशत अवस्था में है  वर्तमान एस डी ओ नाविक साहब  चुनौती देते हुए आगे बताते है कि मगरलोड कृष्ण कुंज के सभी रोपित पौधे एक भी सूखे अथवा मृत अवस्था में दिखे तो वहां के वन कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी उसकी पुष्टि हेतु जब उत्तर सिंगपुर परिक्षेत्र के मगरलोड परिवृत स्थित कृष्ण कुंज परिसर पहुंचा गया तब वस्तुत वहां सत्यता नजर आई सभी पौधे हरे भरे स्वास्थ्य पूर्ण,ग्रोथ लिए हुए दृष्टिगोचर नजर आए यही


नही बहुत से पौधे,अनार,जाम,में फल नजर आए वही उत्तर सिंगपुर मोहंदी पारिक्षेत्र अधिकारी  सुनील कुमार खोबरागड़े ने कृष्ण कुंज वृक्षारोपण के संदर्भ में बताया कि मगरलोड नगर पंचायत के  कॉलेज के समीप 0.45 हेक्टेयर के पथरीली भूमि पर 250 से ऊपर फलदार,सायादार,पौधों का रोपण कृष्ण कुंज का निर्माण किया गया है जिसके आशातीत परिणाम परिलक्षित हुए है आम,इमली, बड,पीपल,कदम,जाम, जामुन, गुलर, नीम,बेर,अनार,सीताफल,आंवला,कैथा,शहतूत,कृष्ण दोना जैसे पौधे लगातार अपनी बढ़त बनाए हुए है 


मोहदी परिक्षेत्राधिकारी सुनील कुमार खोबरागड़े  आगे बताते है प्रदेश भर के नगर पंचायत,नगर निगम परिषद क्षेत्र में कृष्ण कुंज वृक्षारोपण का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को हराभरा बनाने और प्रदूषण के विरुद्ध एक अभियान है देखा जा रहा है की घटते वन लगातार बढ़ते कांक्रिटिकारण की वजह से वन का दायरा सिमटा जा रहा था इसके लिए प्रदेश सरकार ने राजस्व भूमि का चयन करके छोटे छोटे भूमि स्थल का चयन कर आम जन की सुविधा हेतु  कृष्ण कुंज वाटिका का निर्माण किया जा रहा है ताकि आने वाले कुछ वर्षों में इसका लाभ जनता  परिवार को मिल सके और ऐसे वाटिका स्थलों में विचरण विहार कर सके    और स्वच्छ वातावरण में स्वास्थ्य का लाभ उठा सके 
इसके लिए उत्तर सिंगपुर  मोहंदी परिक्षेत्र के रेंजर सुनील खोबरागड़े आगे बताते है कि प्रदेश भर में हजारों की संख्या में भिन्न भिन्न स्थलों में ऐसे कृष्ण कुंज वाटिका वृक्षारोपण का निर्माण किया गया है जो लगभग सफल स्वास्थ्य अवस्था में आ चुके है उन्होंने आगे बताया कि मगरलोड परिवृत कृष्ण कुंज को नियमित देखरेख सिंचाई,और सुरक्षा की गई है इसके लिए नियमित कर्मचारी चौकीदार   चाक चौबंद रहते है  संपूर्ण कृष्ण कुंज वृक्षारोपण परिसर क्षेत्र की सुरक्षा हेतु चारो ओर फेंसिंग तार, मजबूत लोहे का द्वार सामने की स्थिति में ऊंचे सीमेंट रेती,ईटो की बाउंड्री  वाल पथ रोपण निर्मित किया गया है ताकि रोपण को गाय गरुआ,मवेशियों को चराई,से बचाया जा सके वे बताते है कि कृष्ण कुंज वृक्षारोपण की अवधि पांच वर्ष तक रखी गई है जिसका संपूर्ण मेंटनेंस विभाग द्वारा की जाएगी मगरलोड परिवृत कृष्ण कुंज के डिप्टी रेंजर प्रेमलाल लहरे जो एक परिपक्व अनुभवी कर्मचारी  है वे बताते है कि कृष्ण कुंज   में सभी प्रकार विशेष कर पौधे लगाए गए है जो धार्मिक,संस्कृति मान्यताओं  से जुड़ा हुआ है इसमें कृष्ण लीला काल के बहुत से वर्णन और वृतांत से जुड़े पौधों को लिया गया है जिसमे कदम आम से लेकर कृष्ण दोना जिसकी आकृति दोना पत्तल के समान होता है उस पौधों का रोपण किया गया है जिसके संदर्भ में बताया जाता है
कि  भगवान श्री कृष्ण उसी दोना में दही खाते थे जबकि कदम पेड़  जिसमे बैठ कर बांसुरी की धुन और उनकी बाल लीला के बहुत से वृतांत जुड़े हुए है मगरलोड परिवृत के डिप्टी प्रेमलाल लहरे  कृष्ण कुंज के संदर्भ में आगे बताते है कि यही वजह है कि संपूर्ण वाटिका में भगवान श्री कृष्ण और उनके लीलाओं से संदर्भित बहुत से प्रासंगिक चित्रण को खूबसूरत पेंटिंग के माध्यम से उकेरा गया है ताकि आम जन धार्मिक सस्कृति और प्रसंग से रूबरू हो सके धमतरी वन मंडल उत्तर सिंगपुर मोहंदी परिक्षेत्र मगरलोड परिवृत के डिप्टी रेंजर प्रेमलाल लहरे आगे बताते है कि भगवान श्री कृष्ण लीला वृतांत वर्णन उकेरने का उद्देश्य यह भी है कि ईश्वर का वास कण कण में होता है स्वाभाविक है कि पेड़ पौधों का वास भी उसमें है परंतु इसके बावजूद ऐसे अधर्मी निराधर्मी, दुष्ट व्यक्तियों और गाय गरुआ मवेशी चराई द्वारा समय समय पर विदोहन कर दिया जाता है 
जिसकी सुरक्षा के साथ लोगों में जनजागरूकत आवश्यक है  कृष्ण कुंज क्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण लीला और उनके चित्रों का वर्णन चित्रित करने और संबंधित पौधे रोपण से जिसका वर्णन धार्मिक ग्रंथ में मिलता है इससे आमजन  की आस्था और रोपे गए पौधों पर सुरक्षा का दायित्व बढ़ जाएगा वे मान्यता अनुसार ऐसे पौधों को क्षति नहीं पहुँचाएंगे डिप्टी श्री लहरे  आगे बताते है कि वही भविष्य में आहार विहार विचरण करने किसी भी कृष्ण कुंज पहुंचेंगे वहां पेड़ पौधों को क्षति पहुंचाने के अलावा धूम्रपान, थूक, गंदगी करने में भी हिचकेंगे मगरलोड  कृष्ण कुंज  के मैदानी अमले एवं वन रक्षक हरीश कुमार दुबे रोपण के लगातार ग्रोथ और  कम ऊंचाई में फल उगने से खासे उत्साहित है वे बताते है कि लगातार देखरेख सुरक्षा,सिंचाई,का परिणाम है की वर्ष भर में ही फल दिखने लगे है इससे वरिष्ठ अधिकारी खासे अल्हादित और गदगद है
और पीठ भी थपथपाएं है मैदानी अमले 
वन रक्षक प्रभु राम कंवर परिसर रक्षक मगरलोड वन रक्षक हरीश कुमार दुबे आगे बताते है कि नियमित रूप से चौकीदारों की नियुक्ति की गई है जो पूरी निष्ठा से कृष्ण कुंज की निगरानी कर रहे है था समय समय पर निंदाई गुड़ाई की जा रही है उनके उक्त समस्त कार्य में  वनरक्षक प्रभु राम कंवर भी पूरा सहयोग कर रहे है तथा समय समय पर कृष्ण कुंज की मॉनिटरिंग की जाती है उन्होंने ऐसा बताया है