शनिवार, 6 सितंबर 2025

जंगली वराह का शिकार,आठ आरोपी पर वन मंडल स्तरीय उड़न दस्ता ने बड़ी कार्यवाही की

 जंगली वराह का शिकार,आठ आरोपी पर  वन मंडल स्तरीय उड़न दस्ता ने बड़ी कार्यवाही की 

अल्ताफ हुसैन 

रायपुर (फॉरेस्ट काइम न्यूज़) छ्ग प्रदेश के वन क्षेत्रों का विदोहन एवं वहाँ के रहने वाले वन्य प्राणियों का शिकार थमने का नाम नही ले रहा है लगातार अवैध कटाई, एवं घटते वन के चलते बहुत से वन्य प्राणी की जान सांसत में रहती है तथा चारा दाना पानी की लालसा में वे खेत खलिहान, ग्राम नगर की ओर कुच करने लगते है परिणामतः  बहुत से वन्य प्राणी शिकारियों के शिकार से असमय काल ग्रास बन जाते है


इसका ताजा उदाहरण नवा रायपुर परिक्षेत्र के धुसेरा वन ग्राम के आश्रित ग्राम देवार भाटा  में देखने मिला जिसमे एक जंगली वराह को विद्युत करंट, अथवा रासायनिक, खाद मिलाकर शिकार किया गया जिसे काट कर विक्रय किया जाता था माँस को देवार भाटा ग्राम के एक मकान में पार्टी मनाने पकाया जा रहा था जिसकी सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी के आदेशानुसार कार्यवाही  करने रायपुर वन मंडल  एस डी ओ, आनंद कुदरिया के निर्देश एवं नेतृत्व मे परिक्षेत्राधिकारी चंद्र प्रकाश महोबिया के मार्गदर्शन पर वन मंडल स्तरीय उड़न दस्ता के सहायक प्रभारी  एस. सामंत राय,  उड़न दस्ता प्रभारी नवा रायपुर ने ग्राम धुसेरा के आश्रित ग्राम देवार भाटा  में  दबिश दी जहाँ पर जंगली वराह का शिकार कर उसको पकाते हुए पकड़ा गया जहाँ उक्त एक स्थान में लगभग छ व्यक्ति तथा दूसरे गन्ने के खेत में दो व्यक्ति कुल आठ व्यक्तियों से तकरीबन दस से पंद्रह किलो वराह का माँस पकाते हुए जब्त किया गया बताया जाता है कि क्षेत्र में जंगली सुअर (वराह) बहुतायात अवस्था में पाए जाते है जो क्षेत्र के खेत खलिहान में कंद मूल, चारा पानी की तलाश में आते है


 जिन्हे मुख्य आरोपी  गोवर्धन निर्मलकर, कीट नाशक यूरिया एवं तरंगित विद्युत तार एवं अन्य संसाधन से उनका शिकार कर बाहरी व्यक्तियों एवं स्थानीय लोगों को उसका मांस विक्रय करता था बताया जाता है यह सिलसिला लगभग छ माह से अनवरत जारी है यही नही मुख्य आरोपी गोवर्धन निर्मलकर् ग्राम देवार के संदर्भ में बताया जाता है कि ग्राम में एक ठेला लगा कर नशीली वस्तुओं का विक्रय कर ग्राम के युवाओं को नशे का आदि बना रहा था जिससे ग्राम वासियों में काफी रोष व्याप्त था यही नही वन्य प्राणियों का शिकार कर स्थानीय एवं बाहरी व्यक्तियों को विक्रय कर अर्थ लाभ उठाता रहता था जिसकी सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने छापा मार  बड़ी कार्यवाही करते हुए लगभग आठ आरोपियों को वराह माँस बेचते और स्वयं पकाते हुए  पकड़ा गया आरोपियों के पास लगभग दस किलो जंगली वराह का कच्चा एवं अधपका माँस बरामद किया तथा एक काली  पॉलीथीन  बैग में लगभग दो किलो से उपर ताजा कटे हुए माँस वराह का सिर, उसके ताजा जबड़े और उसके दांत, वन कर्मियों ने बरामद किया साथ ही पकाने के लिए चूल्हे में लगभग दस किलों का  अधपकाया हुआ माँस बरामद किया गया वही    ग्राम देवार भाटा के कुछ दूरी मे स्थित गन्ने की बाड़ी के खेत में  मुख्य आरोपी गोवर्धन निर्मलकर् एवं कामली नामक व्यक्ति की झोपड़ी में दो से तीन किलों वराह का माँस एवं काटने का तेज औजार बरामद किया गया दोनों स्थानों पर माँस काटने का सतुर चाकू लगभग दस नग, लकड़ी का कुंदा, बड़ी लोहे की कढ़ाही, एक एल्युमुनियम का गंज, दो सिलेंडर, गैस चूल्हा, सहित अन्य वस्तुएँ मौके से बरामद की गई कथित कार्यवाही  करते हुए उड़न दस्ता।सहायक प्रभारी  वन पाल  संतोष सामंत राय ने  वन्यप्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा 9,39,50,51, की धारा 52 के तहत जप्ती एवं आरोपीगणों की। गिरफ्तारी कर न्यायलय में प्रस्तुत किया गया पकड़े गए मुख्य आरोपी मे  गोवर्धन निर्मलकर,पिता उदय राम, उम्र 45 उमेश विश्वास पिता विधा सागर उम्र 55 वर्ष, राजेश तारक, पिता  सरोउक राम धींवर्,उम्र 40 वर्ष, गजानंद साहू, पिता धनुष साहू उम्र 32 वर्ष, भुवनेश्वर् पाल पिता रतन पाल, उम्र 48,धनंजय तारक,पिता छबिलाल तारक उम्र 42 वर्ष आशोक कुमार यादव, पिता रामचंद्र यादव उम्र 58  वर्ष, हरक यादव पिता कोदु यादव उम्र 35 वर्ष सभी आरोपी गण ग्राम धुसेरा, देवार भाटा थाना मुजगहन निवासी है 


 जिन्हे माननीय न्यायालय के आदेश पर आज सभी आठ आरोपियों को सेंट्रल जेल रायपुर में दाखिल किया गया

 इस ताबड़तोड  कार्यवाही करने वाले वन कर्मियों में प्रमुख रूप से वन मंडल स्तरीय उड़न दस्ता के सहायक प्रभारी  एस. सामंत राय,  श्रीमती ईलिसबा खेश,सुनील ठाकुर फॉरेस्ट गार्ड, राजीव कुमार सिंह, फॉरेस्ट गार्ड, एवं बृज किशोर बाजपेयी फॉरेस्ट गार्ड,   सावन कुमार साहू , देवेंद्र ठाकुर, खमन लाल  रात्रे , बंजारे व अन्य वन कर्मचारीयों की भूमिक साराहनीय रहा

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