मंगलवार, 4 जुलाई 2023

धमतरी वन मंडल मगरलोड परिवृत कृष्ण कुंज आस्था के साथ धार्मिक विहार भी

 

कृष्ण कुंज आस्था के साथ धार्मिक विहार भी 

धमतरी वन मंडल मगरलोड परिवृत 


अलताफ हुसैन

रायपुर छत्तीसगढ़ वनोदय

विश्व जगत निर्माण में ईश्वर ने अनेक रंग से रंग दिया है जल थल,नभ, पेड़ पौधे पहाड़,सहित बहुत सी  विस्मय कारी रंग देखने मिल जाला है इससे यह ज्ञात तो हो जाता है कि कोई ऐसी अदृश्य शक्ति है जो संपूर्ण ब्रह्मांड का परिचालन कर रही है जिसे ही हम मानव,जीव जंतु सब सर्वशक्तिमान ईश्वर के रूप में पूजते है उसके समक्ष श्रद्धा के साथ नतमस्तक हो कर उसकी स्तुति,उपासना करते है यही वजह है कि ईश्वर भी संपूर्ण मानव जगत को अनेक रंग बिरंगे उपहार स्वरूप हमे दिया है जिसमे पर्यावरण रूपी हरियाली  भी एक है संपूर्ण जगत का स्वामी विश्व में तीन हिस्सा जल तो एक हिस्सा थल का रखा है जिस एक हिस्से मे रंग बिरंगे हरे भरे पेड़ पौधे,पहाड़,पर्वत,अपनी असीम सीमाओं से संपूर्ण मानव जीवन को स्वच्छ वातावरण के साथ ही हरियाली और पर्यावरण को नियंत्रित करता है ताकि मानव जीवन के साथ जीव जंतु का अस्तित्व बचाया जा सके परंतु मानव निज स्वार्थ के चलते लगातार हरियाली रूपी पर्यावरण का लगातार हास और विदोहान कर वैश्विक खतरा बनता जा रहा है इसके लिए देश दुनिया के पर्यावरण प्रेमी चिंतित रहते है और नए उपाय से वैश्विक जीवन को बचाने हरियाली प्रसार करते है क्योंकि हरियाली के साथ जल है तो कल है छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी बड़ी संख्या में हरियाली और पर्यावरण का विदोहन हुआ है जिसकी वजह से वनों के जंगल का ग्राफ 40 प्रतिशत तक कम पहुंच चुका है इसके लिए प्रदेश की सरकार नित नए नए उपाय और प्रयोग कर वनों को संरक्षण,संवर्धन  हेतु कटिबद्ध है


पूर्व छग सरकार जनजागरूकता के माध्यम से मुफ्त पेड़ पौधों,का वितरण करती रही है ताकि वनों और पेड़ पौधों का विस्तार,प्रसार  हो सके इस कार्य हेतु  करोड़ों रुपए व्यय किया जा चुका था परंतु परिणाम ढाक के वही तीन पात वाली स्थिति निर्मित रही है पूर्ववर्ती स्थिति में न ही वनों का ग्राफ बड़ा और न ही वनों का विस्तार हो सका लेकिन वर्तमान सरकार ने इस समय हरियाली प्रसार करने का नया उपाय खोज निकाला है तथा आम जन को धार्मिक आस्था के साथ  धार्मिक पेड़ पौधों और बिहार  का विस्तार किया जा सके जिसके सार्थक सफल परिणाम नजर आ रहे है छग के विभिन्न जनपद नगर पंचायत,पालिका नगर निगम के माध्यम से  छोटे छोटे दो से पांच हेक्टेयर भूभाग में कृष्ण कुंज योजना के माध्यम से हरियाली प्रसार करने का बीड़ा वन विभाग के माध्यम से उठाया प्रदेश भर में हजारों की संख्या में कृष्ण कुंज वृक्षारोपण  कार्यों का सफल क्रियान्वयन किया गया जिसके एक वर्ष में सार्थक परिणाम सामने आ रहे है  इस संदर्भ में धमतरी वन मंडल के कर्तव्यनिष्ठ,ऊर्जावान डी एफ ओ मयंक पांडे साहब  से चर्चा करने बताया कि पर्यावरण और हरियाली प्रसार विस्तार करने के उद्देश्य से  गत वर्ष 2022 में कृष्ण जन्माष्टमी का शुभ आरंभ पर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के करकमलों के द्वारा प्रारंभ किया गया था जिसके एक वर्ष में ही इसके सार्थक परिणाम नज़र आ रहे है बहुत से स्थलों में रोपे गए कृष्ण कुंज के पौधे ग्रोथ कर रहे है और बढ़त बनाए हुए है 


धमतरी वन मंडल डी एफ ओ मयंक पांडे ने आगे बताया कि उत्तर सिंग पुर के मगरलोड परिवृत के कृष्ण कुंज निर्माण के छ माह से ऊपर हुआ है और मगरलोड परिवृत के कृष्ण कुंज वृक्षारोपण के बहुत से पौधों में फल लगना प्रारंभ हो गया है जो बहुत बढ़ी उपलब्धि मानी जा रही है धमतरी वन मंडल के सेवा निवृत एस डी ओ  टी आर वर्मा ने बताया छग सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जिसमे पर्यावरण हेतु अच्छी पहल है जिसका लाभ भावी पीढ़ी को मिलेगा छोटे छोटे भूभाग में वृक्षारोपण कार्य करके  प्रदूषण मुक्त स्थल का निर्माण किया जा रहा है ताकि आमजन को स्वच्छ शुद्ध वातावरण प्राप्त हो सके वही वर्तमान एस डी ओ नाविक साहब बताते है कि धमतरी वन मंडल अंतर्गत उत्तर सिंगपुर परिक्षेत्र के मगरलोड परिवृत स्थित कृष्ण कुंज वृक्षारोपण 0.40 हेक्टेयर भूमि पर पथरीली भूमि पर किया गया है जहां के  वन कर्मचारियों के लिए बहुत बढ़ी चुनौती था मगर हमारे मातहत वन कर्मियों ने उस चुनौती का सामना किया और लगभग 250 से प्लस 300 पौधों का सफल रोपण किया जिसके सारगर्भित परिणाम सामने आए है सभी पौधे स्वस्थ एवं शत प्रतिशत अवस्था में है  वर्तमान एस डी ओ नाविक साहब  चुनौती देते हुए आगे बताते है कि मगरलोड कृष्ण कुंज के सभी रोपित पौधे एक भी सूखे अथवा मृत अवस्था में दिखे तो वहां के वन कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी उसकी पुष्टि हेतु जब उत्तर सिंगपुर परिक्षेत्र के मगरलोड परिवृत स्थित कृष्ण कुंज परिसर पहुंचा गया तब वस्तुत वहां सत्यता नजर आई सभी पौधे हरे भरे स्वास्थ्य पूर्ण,ग्रोथ लिए हुए दृष्टिगोचर नजर आए यही


नही बहुत से पौधे,अनार,जाम,में फल नजर आए वही उत्तर सिंगपुर मोहंदी पारिक्षेत्र अधिकारी  सुनील कुमार खोबरागड़े ने कृष्ण कुंज वृक्षारोपण के संदर्भ में बताया कि मगरलोड नगर पंचायत के  कॉलेज के समीप 0.45 हेक्टेयर के पथरीली भूमि पर 250 से ऊपर फलदार,सायादार,पौधों का रोपण कृष्ण कुंज का निर्माण किया गया है जिसके आशातीत परिणाम परिलक्षित हुए है आम,इमली, बड,पीपल,कदम,जाम, जामुन, गुलर, नीम,बेर,अनार,सीताफल,आंवला,कैथा,शहतूत,कृष्ण दोना जैसे पौधे लगातार अपनी बढ़त बनाए हुए है 


मोहदी परिक्षेत्राधिकारी सुनील कुमार खोबरागड़े  आगे बताते है प्रदेश भर के नगर पंचायत,नगर निगम परिषद क्षेत्र में कृष्ण कुंज वृक्षारोपण का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को हराभरा बनाने और प्रदूषण के विरुद्ध एक अभियान है देखा जा रहा है की घटते वन लगातार बढ़ते कांक्रिटिकारण की वजह से वन का दायरा सिमटा जा रहा था इसके लिए प्रदेश सरकार ने राजस्व भूमि का चयन करके छोटे छोटे भूमि स्थल का चयन कर आम जन की सुविधा हेतु  कृष्ण कुंज वाटिका का निर्माण किया जा रहा है ताकि आने वाले कुछ वर्षों में इसका लाभ जनता  परिवार को मिल सके और ऐसे वाटिका स्थलों में विचरण विहार कर सके    और स्वच्छ वातावरण में स्वास्थ्य का लाभ उठा सके 
इसके लिए उत्तर सिंगपुर  मोहंदी परिक्षेत्र के रेंजर सुनील खोबरागड़े आगे बताते है कि प्रदेश भर में हजारों की संख्या में भिन्न भिन्न स्थलों में ऐसे कृष्ण कुंज वाटिका वृक्षारोपण का निर्माण किया गया है जो लगभग सफल स्वास्थ्य अवस्था में आ चुके है उन्होंने आगे बताया कि मगरलोड परिवृत कृष्ण कुंज को नियमित देखरेख सिंचाई,और सुरक्षा की गई है इसके लिए नियमित कर्मचारी चौकीदार   चाक चौबंद रहते है  संपूर्ण कृष्ण कुंज वृक्षारोपण परिसर क्षेत्र की सुरक्षा हेतु चारो ओर फेंसिंग तार, मजबूत लोहे का द्वार सामने की स्थिति में ऊंचे सीमेंट रेती,ईटो की बाउंड्री  वाल पथ रोपण निर्मित किया गया है ताकि रोपण को गाय गरुआ,मवेशियों को चराई,से बचाया जा सके वे बताते है कि कृष्ण कुंज वृक्षारोपण की अवधि पांच वर्ष तक रखी गई है जिसका संपूर्ण मेंटनेंस विभाग द्वारा की जाएगी मगरलोड परिवृत कृष्ण कुंज के डिप्टी रेंजर प्रेमलाल लहरे जो एक परिपक्व अनुभवी कर्मचारी  है वे बताते है कि कृष्ण कुंज   में सभी प्रकार विशेष कर पौधे लगाए गए है जो धार्मिक,संस्कृति मान्यताओं  से जुड़ा हुआ है इसमें कृष्ण लीला काल के बहुत से वर्णन और वृतांत से जुड़े पौधों को लिया गया है जिसमे कदम आम से लेकर कृष्ण दोना जिसकी आकृति दोना पत्तल के समान होता है उस पौधों का रोपण किया गया है जिसके संदर्भ में बताया जाता है
कि  भगवान श्री कृष्ण उसी दोना में दही खाते थे जबकि कदम पेड़  जिसमे बैठ कर बांसुरी की धुन और उनकी बाल लीला के बहुत से वृतांत जुड़े हुए है मगरलोड परिवृत के डिप्टी प्रेमलाल लहरे  कृष्ण कुंज के संदर्भ में आगे बताते है कि यही वजह है कि संपूर्ण वाटिका में भगवान श्री कृष्ण और उनके लीलाओं से संदर्भित बहुत से प्रासंगिक चित्रण को खूबसूरत पेंटिंग के माध्यम से उकेरा गया है ताकि आम जन धार्मिक सस्कृति और प्रसंग से रूबरू हो सके धमतरी वन मंडल उत्तर सिंगपुर मोहंदी परिक्षेत्र मगरलोड परिवृत के डिप्टी रेंजर प्रेमलाल लहरे आगे बताते है कि भगवान श्री कृष्ण लीला वृतांत वर्णन उकेरने का उद्देश्य यह भी है कि ईश्वर का वास कण कण में होता है स्वाभाविक है कि पेड़ पौधों का वास भी उसमें है परंतु इसके बावजूद ऐसे अधर्मी निराधर्मी, दुष्ट व्यक्तियों और गाय गरुआ मवेशी चराई द्वारा समय समय पर विदोहन कर दिया जाता है 
जिसकी सुरक्षा के साथ लोगों में जनजागरूकत आवश्यक है  कृष्ण कुंज क्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण लीला और उनके चित्रों का वर्णन चित्रित करने और संबंधित पौधे रोपण से जिसका वर्णन धार्मिक ग्रंथ में मिलता है इससे आमजन  की आस्था और रोपे गए पौधों पर सुरक्षा का दायित्व बढ़ जाएगा वे मान्यता अनुसार ऐसे पौधों को क्षति नहीं पहुँचाएंगे डिप्टी श्री लहरे  आगे बताते है कि वही भविष्य में आहार विहार विचरण करने किसी भी कृष्ण कुंज पहुंचेंगे वहां पेड़ पौधों को क्षति पहुंचाने के अलावा धूम्रपान, थूक, गंदगी करने में भी हिचकेंगे मगरलोड  कृष्ण कुंज  के मैदानी अमले एवं वन रक्षक हरीश कुमार दुबे रोपण के लगातार ग्रोथ और  कम ऊंचाई में फल उगने से खासे उत्साहित है वे बताते है कि लगातार देखरेख सुरक्षा,सिंचाई,का परिणाम है की वर्ष भर में ही फल दिखने लगे है इससे वरिष्ठ अधिकारी खासे अल्हादित और गदगद है
और पीठ भी थपथपाएं है मैदानी अमले 
वन रक्षक प्रभु राम कंवर परिसर रक्षक मगरलोड वन रक्षक हरीश कुमार दुबे आगे बताते है कि नियमित रूप से चौकीदारों की नियुक्ति की गई है जो पूरी निष्ठा से कृष्ण कुंज की निगरानी कर रहे है था समय समय पर निंदाई गुड़ाई की जा रही है उनके उक्त समस्त कार्य में  वनरक्षक प्रभु राम कंवर भी पूरा सहयोग कर रहे है तथा समय समय पर कृष्ण कुंज की मॉनिटरिंग की जाती है उन्होंने ऐसा बताया है

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