रविवार, 23 जून 2024

आज़ाद अभिनय कार्यशाला नासिक में संपन्न हुआ

 आज़ाद अभिनय कार्यशाला 

नासिक में संपन्न हुआ


(फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़)  रायपुर गम्मत नाचा की अपनी विशेष शैली है जो हास परिहास, हंसी ठिठोली,और  नाचा गम्मत् के माध्यम से सामाजिक, राजनीतिक,,एवं आर्थिक कुरीतियों  पर कटाक्ष करते हुए सीधे दर्शको के मर्म मस्तिष्क पर प्रहार करता है और उन्हे सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक व्यवस्था पर हो रहे परिवर्तन, भ्रष्टाचार से आम जन को जागृत करने का प्रयास करता है 



इन्ही विषय को लेकर छ्ग रायपुर से गम्मत नाचा थिएटर के निसार अली एवं उनके इप्टा  सहयोगी द्वारा आजद  अभिनय कार्यशाला का आयोजन नासिक मे संपन्न हुआ इस अवसर पर मुंबई, पुणे, और नासिक के प्रतिभागी हस्ताक्षरों ने नाचा  गम्मत शिविर के शैली मे मराठी भाषा मे गड़बड़,,गपसप एवं धूर्त शिकारी, का मंचन पुणे, नासिक के विभिन्न स्थानों मे किया गया



 जहाँ इंडस्ट्रीयल क्षेत्र के प्रबुद्ध नगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने नाचा गम्मात कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाया इस अवसर पर  बड़ी संख्या मे दर्शक उपस्थित रहे उनके इस प्रयास की भूरि भूरि प्रशंसा की इस अवसर पर इप्टा नासिक के रंगकर्मी तलहा विशेष रूप से उपस्थित थे दोनों ही नाचा गम्मत के मुख्य कलाकार रायपुर से निसार अली तथा नासिक से नागेश धुर्वे ने अभिनय को जिया जिनकी अदाकारी देखकर उपस्थित सभी दर्शक तालियों की गाड़गड़ाहट से उनका अभिवादन किया 

शनिवार, 22 जून 2024

सैटेलाइट,ड्रोन कैमरा एप के मध्यम से मुख्यालय मे देख सकेंगे वनों और वन्य प्राणियों की स्थिति

सैटेलाइट ड्रोन कैमरा एप के मध्यम से मुख्यालय मे देख सकेंगे वनों और वन्य प्राणियों की स्थिति(


अल्ताफ हुसैन द्वारा

(छ्ग वनोदय) आधुनिक राष्ट्र का निर्माण तभी संभव है जब उन्नत तकनीक  विकसित विचार धारा के साथ नई उमंग को अंगीकार कर नवीनतम तकनीक का सही मूल्यांकन करते हुए उसका उपयोग कर एक नई इबारत के साथ नया इतिहास भी लिखा जा सकता है जिसकी शुरुआत  फोर जी फाइव जी  इंटरनेट ऑन लाइन जैसे संसाधन का आधूनिक  तकनिक का उपयोग अब आम व खास व्यक्ति से लेकर प्रत्येक शासकीय अर्द्ध शासकीय स्वायत सेवा संस्थान से  लेकर हर क्षेत्र मे बड़े जोर शोर से उपयोग किया जा रहा है जो मानव जगत के लिए बहुउपयोगी है इंटरनेट का आधुनिकीकरण उपयोग टी वी कमप्युटर्,लेपटॉप के स्क्रीन और मोबाइल के,  मध्यम से विश्व के किसी भी कोने मे परस्पर एक दूसरे व्यक्ति से आचार विचार, बातचीत कर, उन्हे देखा सुना एवं पढ़ा जा सकता है तब भला ऐसे इंटरनेट, आधुनिक संसाधन के उपयोग से छग प्रदेश का वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग अछुता कैसे कैसे रह सकता है जिसकी शुरुआत विगत कुछ वर्षों से ही सही मगर उक्त संसाधनों का उपयोग बड़ी तेजी से विकसित हो रहा है जिसका परिणाम यह आने लगा है कि वर्तमान मे अब यहाँ मुख्यालय मे बैठे वरिष्ठ उच्च अधिकारी से लेकर बहुत से वन मंडल कार्यालय मे बैठे बैठे मीलों दूर संपादित होने वाले समस्त विकास कार्यों से लेकर प्रदेश के वन क्षेत्रों मे  विचरण एवं आवागमन करते  हाथी जैसे वन्य प्राणियों की लोकेशन के हिसाब से सटीक स्थिति, वनों मे लगने वाले दावनाल  की स्थिति जो जीपीएस  सहित ड्रोन कैमरा एवं अन्य इंटरनेट टीवी लेपटॉप, मोबाइल स्क्रीन के मध्यम से ही देख और बता सकेंगे जिससे बहुत सी भावी भयावह स्थिति की रोकथाम मे भी त्वरित कार्यवाही हो सकेगी साथ ही वन क्षेत्रों के वनों मे सुधार आएगी 



       यह अद्भुत, एवं अविश्वसनीय एप के निर्माण मे सहयोग किया है उत्साहित युवा, कर्मठ शील, जुझारू प्रवृत्ति सामाजिक समरस्ता के पैकर, कर्तव्य निष्ठ, कर्म को धर्म मानने वाले योगी, वन विभाग को नई दशा और दिशा देने वाले अथक प्रयास करने वाले जुझारू, साहसी अधिकारी वरुण जैन है जो 2017बैच के आई एफ एस  अधिकारी है रेंज ट्रेनिंग उनका परसगाँव मे हुआ 23 फरवरी 2023 मे वे गरियाबंद उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व प्रोजेक्ट मे उप निदेशक के पद पर विगत दो वर्षों से  गरियाबंद क्षेत्र मे अपनी सेवाए दे रहे है उनसे वन विभाग पर केंद्रित छत्तीसगढ़ वनोदय पत्रिका से विशेष चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि हम आधुनिक सैटेलाइट एवं ड्रोन कैमरा के मध्यम से वन्य प्राणी विशेष कर हाथी की निगरानी के लिए आटोमैटिक इंफोर्मेशन (A I) एवं एफएसआई.एस.तथा नोएडा बेस्ड स्टार्टअप कंपनी कल्पतरु के साथ साझेदारी कर यह हाथी मूवमेंट एप लॉन्च किया गया है जो ऑन लाइन अपडेट किया जाएगा इस एप के मध्यम से पूर्व अनुमान हो जाएगा कि क्षेत्र मे किस दिशा मे हाथी विचरण कर रहे है यही नही गरियाबंद उदंती सीतानादी के उप निदेशक वरुण जैन ने आगे बताया कि हाथी दल के लगातार कॉरिडोर क्षेत्र से हट कर किस विपरीत दिशा मे उनका मूवमेंट होगा वह भी जानकारी हमे  मिलती रहेगी इस हाथी ऐप के मध्यम से दस किलोमीटर पूर्व से हाथी दल की जानकारी मिल जाएगी तथा सभी हाथी मित्र दल के ग्रामीणों को मोबाइल नंबर से कॉल से या फिर एस.एम.एस. व्हाट्सएप के मध्यम से त्वरित जानकारी प्राप्त हो जाएगी ताकि समस्त मित्र दल आसपास के ग्रामीणों को अलर्ट कर सकेंगे गरियाबंद उदंती सीतानदी  अभ्यारण्य के उप निदेशक वरुण जैन आगे बताते है कि डेढ़ वर्षों से इस एप के मध्यम से अब तक गरियाबाद जिले मे किसी प्रकार की जान माल की क्षति नही हुई है उन्होंने आगे बताया कि इस हाथी मूवमेंट एप मे तीन माह अर्थात 90 दिन की जानकारी ज्ञात हो पाएगी उन्होंने आगे बताया चन्दा हाथी दल क्षेत्र मे विचरण कर रहा है या अन्य दल यहाँ सक्रिय है वह समय पर जनकारी प्राप्त होते रहती है श्री वरुण जैन आगे बताते है कि प्रदेश मे लगभग बीस दल सक्रिय है जिनकी संख्या  चार सौ से उपर बताई जा रही है हाथी दल का आगमन के संदर्भ मे उप निदेशक श्री जैन का कथन है कि हाथी दल का मूवमेंट तभी रहता है जब क्षेत्र मे खानपान,पेयजल,एवं आहार की माकूल व्यवस्था रहती है तभी वे प्रदेश के वन क्षेत्रों मे विचरण करते है उनके आहार के संदर्भ मे वे बताते है कि वृक्षों की कोमल पत्तियाँ, फल, फूल, तेंदु, कडली,दाल,बांस, माहुल पत्ता,इनके प्रिय भोजन है जिसकी तलाश मे वे संपूर्ण प्रदेश के वन क्षेत्रों का भ्रमण करते रहते है उपरोक्त सुविधा न मिलने पर अपनी क्षुधा शांति के लिए वे वन ग्राम क्षेत्र मे उपज फसल धान, घरों मे संग्रहित अनाज को चट करने आते है तब ऐसी परिस्थितियों मे  जान माल का खतरा बढ़ जाता है श्री जैन आगे बताते है कि ग्रामीण क्षेत्र मे हाथी मूवमेंट होने की स्थिति मे वन कर्मचरियों तथा मित्र दल के द्वारा गज वाहन से पूर्व मे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों मे मुनादी कर सचेत किया जाता है यही नही ग्रामीणों मे हाथी सुरक्षा बचाव के लिए जन जगरूकता लाने भिन्न भिन्न आयोजन, नाटक, टीवी,फीचर्स, पोस्टर, खेल प्रतियोगीता के मध्यम से सचेत होने निर्देशित किया जाता है  उप निदेशक वरुण जैन आगे बताते है कि आधुनिक एप 13 जिलों मे हाथी एलर्ट एप बनाया गया है जहाँ  जिस क्षेत्र मे हाथियों की लगातार धमक बराबर बनी रहती है इसके लिए खानपान, हेतु कदली वन, बांस के वन, हरे भरे पेड़ पौधे भविष्य मे तालाब  विचरण क्षेत्र मे कॉरिडोर बनाया जाएगा ताकि उनके विचरण क्षेत्र मे कोई असुविधा न हो हाथी अलर्ट एप को तैयार करने मे लगभग डेढ़ वर्ष का समय लग गया है उसे प्रदेश भर मे इसी माह मे लॉन्च किया जाएगा हाथी अलर्ट एप के अलावा उदंती सीतानदी उप निदेशक वरुण जैन यही पर नही रुके बल्कि उन्होंने अन्य पोर्टल रिमोर्ट फेंसिंग पोर्टल भी विभागीय स्तर पर बनाए गए है जिसमे प्रदेश के वन क्षेत्रों की वस्तविक  स्थिति पर भी लगातार निगरानी की जा सकती है जहाँ हरियाली के अलावा मैदानी पड़त भाटा बंजर भूमि की स्थिति से अवगत हुआ जा सकता है मैदानी पडत भाटा बंजर भूमि को चयनित कर वहाँ भिन्न भिन्न प्रजाति के पेड़ पौधों का प्लांटेशन् किया जा सकता है  या वन ग्राम क्षेत्रों के आसपास भूमि पर सहजता से प्लांटेशन किया जा सकता है जहाँ वन कर्मी या मैदानी अमला द्वारा कार्यों मे किसी प्रकार की कोई भी कोताही नही बरत सबता है यदि बीस हजार पौधे रोपे गए है तो मुख्यालय या वन मंडल कार्यालय मे यहाँ बैठे बैठे एप, मॉनिटरिंग मध्यम से उसकी संपूर्ण जानकारी मिल जाएगी कि कितने लक्षित पौधों का रोपण किया गया है या नही.  यहाँ तक सैटेलाइट के मध्यम से कितने प्लांटेशन  क्षेत्र मे कितने गड्ढे खोदे गए है उसकी भी सटीक जानकारी यहाँ बैठे बैठे गिन लिया  जा सकेगा  श्री जैन बताते है कि इस प्रकार के सैटेलाइट एप निर्माण के पीछे की एक वजह यह भी जरूरी है कि काष्ठ तस्करों द्वारा वनों के चोरी छिपे विदोहन, कार्यों मे पारदर्शिता एवं अवैध अतिक्रमण मे यह एप कारगर साबित होगा उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि इसी प्रकार की घटना मे गरियाबंद वन मंडल अंतर्गत साढ़े छ सौ हेक्टेयर वन भूमि मे पांच अवैध बस्ती निर्माण कर अतिक्रमण किया गया था जहाँ बेशकीमती इमारती काष्ठ का दोहन कर वन क्षेत्र के भीतर बस्ती निर्माण कर लिया गया था जिसे पुलिस प्रशासन और वन विभाग के सहयोग से मुक्त कराया गया  जहाँ काफी विरोध और विवाद की स्थिति निर्मित हो गई थी जिसे हमने लाठी डंडे खाकर भी उसे मुक्त कराया गया आज साढ़े छ सौ हेक्टेयर वन भूमि पर खनकी निर्माण, साथ ही हरे भरे पौधे भी रोपण किया गया है ताकि हरियाली सहित क्षेत्र मे जल संरक्षण किया जा सके ताकि क्षेत्र के वनों का जल स्तर बराबर बना रहे और हरियाली भी बनी रहे उप निदेशक वरुण जैन से जब सामाजिक समरसता और सौहाद्रता के संदर्भ मे पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि हाथी मित्र दल मे अधिकांश वन ग्रामों के ग्रामीणों सरपंच उप सरपंच को लिया गया है जो वनों के मूल निवासी है हाथियों के आगमन से लेकर आसपास ग्राम क्षेत्रों मे मुनादी से लेकर सुरक्षा मे इनका पूर्ण सहयोग रहता है विभाग भी तीज त्योहार मे इनके साथ मिल कर मनाते है सांस्कृतिक, आयोजनों और समय समय पर खेल आयोजन कर उन्हे प्रोत्साहन राशि दी जाती है इसी माह जुन मे उदंती सीतानदी सेंचुरी प्रबन्धन द्वारा क्रिकेट ट्राफी प्रतियोगीता का आयोजन किया गया जिसमे आसपास ग्रामीणों के खिलाडियों को लिया गया है ताकि परस्पर  समरसता, सौहाद्रता, स्थापित कर वनों और वन्य प्राणियों की सुरक्षा मे उनकी सहभागिता स्थापित कर सुनिश्चित किया जा सके 

शुक्रवार, 21 जून 2024

भ्रष्ट कार्य प्रणाली के चलते ग्राम पंचायत भलेरा के सरपंच सचिव को बर्खास्त करने का आदेश

 भ्रष्ट कार्य प्रणाली के चलते ग्राम पंचायत भलेरा के सरपंच सचिव को बर्खास्त करने का आदेश


रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़)  ग्राम भलेरा के सरपंच मीना साहू और सचिव सोमनाथ साहू को ग्राम भलेरा मे लगातार भ्रष्टचार करने एवं 14 वें 15 वें वित्त की राशि को मनमाने ढंग से दुरूपयोग कर अनियमितता किए जाने पर दोनों के विरुद्ध  जिला अधिकारी ने आदेश जारी किया है तथा सात दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन अभिमत सहित अधिकारी को अवगत करने की बात कही गई है जांच ग्राम भलेरा मे आज किए जाने की बात के भी आदेश जारी हुआ है 


 उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत भलेरा की महिला सरपंच मीना साहू है जिनका सरपंच पति चंद कुमार साहू उसकी अनुपस्थिति मे संपूर्ण कार्य का संपादन करता रहा है वही ग्राम गोविंदा के सचिव गोवर्धन साहू जो ग्राम भलेरा सरपंच का रिश्तेदार है उसके द्वारा मूल ग्राम गोविंदा के कार्यों को करने के बजाए भलेरा ग्राम के संपूर्ण कार्यों का निष्पादन करता था जबकि  मूल सचिव सोमनाथ साहू से केवल वित्तीय राशि लेनदेन और बिल बाउचार कार्यों का सही हस्ताक्षर का उपयोग कर भ्रष्ट कार्यों को अंजाम देते आ रहा था


      यही वजह है कि ग्राम सभा के सदस्यों को भी किसी प्रकार के कार्यों की जानकारी नही मिल पा रही थी और एक बहुत बड़े भ्रष्टाचार को गोवर्धन साहू सचिव गोविंदा भलेरा सरपंच पति चंद कुमान साहू द्वारा लाखों की 14 वें और 15 वें वित्त मद की राशि का गबन कर डकार लिया गया है जिससे व्यथित हो कर उप सरपंच भूनेश साहू की शिकायत मिलने पर जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने भलेरा सरपंच मीना साहू एवं सचिव सोमनाथ साहू को बर्खास्त (Dismis) करते हुए आरंग जनपद के अधिकारी को सात दिवस के भीतर जांच प्रस्तुत करने का आदेश पत्र प्रेषित किया है 


       गौर तलब है कि भलेरा सरपंच पति चंद्र कुमार साहू पर पूर्व मे भी आबंटित सहकारी सोसाइटी के चावल तेल की हेरा फेरी के आरोप  भी लग चुके है वही गोविंदा सचिव गोवर्धन साहू  मूल ग्राम गोविंदा के कार्य को छोड़ कर भलेरा ग्राम के समस्त कार्यों का संपादन करता रहा है जिसकी अनेको दफा शिकायत की गई है 


उसके बावजूद  गोवर्घन  साहू भलेरा  ग्राम के    पंचायत  कार्यों   मे  हस्तक्षेप करते रहा साथ ही  भलेरा   पंचायत  के स्थानीय मूल सचिव सोमनाथ साहू से बिल बाउचर मे सही हस्ताक्षर कर कार्यों मे अनियमितता करते रहा है बताया जाता है कि गोवर्धन साहू लंबे भ्रष्ट कार्यों मे संलिप्तता के चलते आकुत् संपति अर्जित कर ली है आरंग मे जमीन सहित चल अचल संपति अर्जित कर रखी है साइकल पर चलने वाला गोवर्धन साहू के पास इतनी संपति कहाँ से आई यह जांच का विषय और केंद्र बिंदु है जबकि उप सरपंच भुनेश साहू ने सीधे आरोप लगाया है कि मनरेगा की राशि, तालाब लीज, बाजार लीज,मुरुम उत्खनन, पेड़ कटाई बगैर ग्राम सभा के अनुमोदन लिए राशि गबन करर्ने की बात कही जा रही है 

     यदि जांच सही पाई जाने पर नियम कानून की दृष्टि कोण से वैधानिक रूप से सरपंच पति मीना साहू, चंद्र कुमार साहू, एवं सचिव सहयोगी ग्राम भलेरा सचिव सोमनाथ साहू, गोविंदा सचिव गोवर्धन साहू की संपति राजसात कर शासकीय राशि की भरपाई की जाएगी साथ ही उन्हे जेल भी जानी पढ़ सकती है 

गुरुवार, 20 जून 2024

के.सी. वेणुगोपाल से मिले अमितेश शुक्ल, छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव में हार को लेकर हुआ मंथन*

 *Big Breaking news:

-के.सी. वेणुगोपाल से मिले अमितेश शुक्ल, छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव में हार को लेकर हुआ मंथन*




रायपुर:- सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि छत्तीसगढ़ के प्रथम पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अमितेश शुक्ल ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान AICC के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल से लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के परिणामों में कांग्रेस की हार को लेकर विस्तृत चर्चा की। उनकी बात को वेणुगोपाल जी ने ध्यान से सुना।

शनिवार, 15 जून 2024

मुख्य मंत्री से मिलकर वन विभाग में हो रहे सीधी भर्ती पर रोक लगाने की मांग*

 *मुख्य मंत्री से मिलकर वन विभाग में हो रहे सीधी भर्ती पर  रोक लगाने की मांग*

रायपुर / छत्तीसगढ़ में सबसे बड़े राजस्व वाले वन विभाग में इन दिनों वन रक्षक के 1484 पदों पर तथा वाहन चालक के 144 पदों पर सीधी भर्ती किये जाने हेतु प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने विग्यापन जारी करवाया है! जबकी भाजपा के सारे नेता छ. ग. दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ के मंच में जाकर नियमितीकरण करने वादा किया था और जन घोषणा पत्र में सामिल भी किया था उक्त सभी नेता आज उप मुख्य मंत्री, वन मंत्री, वित्त मंत्री और शिक्षा मंत्री है! वन विभाग में 6500 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी व श्रमिक कार्यरत है सीधी भर्ती करने पर इनके भविष्य पर कुठाराघात होगा!  संगठन के पदाधिकारियों ने छाया विधायक श्रीमति अल्का चन्द्राकर के सांथ माननीय मुख्य मंत्री जी से मुलाकात कर सीधी भर्ती पर तत्काल रोक लगाये जाने का मांग किया है, और उक्त रिक्त पदों पर दैनिक वेतन भोगियोॆ को नियमितीकरण की बात भी रखा गया है जिस पर माननीय मुख्य मंत्री जी ने भर्ती पर रोक लगाने का आश्वासन भी दिया है! वही दुसरी ओर संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रामकुमार सिन्हा, प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद वर्मा, जिला सचिव अजय गुप्ता, वन विकास निगम के अध्यक्ष जनक लाल साहु , फेडरेशन के कोषाध्यक्ष विजय पटेल, अमित ठाकुर, शोमनाथ साहु, ने माननीय वित्त मंत्री जी से मिलकर भी भर्ती पर रोक लगाने का निवेदन किया है तो उन्होने भी आश्वासन दिया कि आपके वन मंत्री जी से मिलिये बिल्कुल प्रयास करते है भर्ती रूक जाये! विभाग के मुख्या वन बल प्रमुख से मिलकर निवेदन किया गया तो प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने कहा की भर्ती मैं रोक नही सकता आप लोग मुख्य मंत्री और वन मंत्री जी से मिलिये अगर वहां से निर्देश दिया जायेगा तो हम भर्ती रोक देंगें, 


उन्ही शब्दों को लेकर संगठन के पदाधिकारी ने माननीय वन मंत्री जी से पुन: मुलाकात कर भर्ती पर रोक लगाने व नियमितीकरण किये जाने का निवेदन किया गया है जिस पर माननीय वन मंत्री जी ने भर्ती पर रोक लगाने संबंधी सहमती ब्यक्त किया है!  नियमितीकरण के मामले को एकाएक दर किनार कर सीधी भर्ती हेतु विग्यापन जारी करने पर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है तथा तनाव का माहोल बना हुआ है,  दैनिक वेतन भोगी इस बार अपने अधिकार को पाने के लिये आर पार की लड़ाई के मुड में नजर आ रहे है!

 

मोदी की गारंटी पत्र 100 दिन से भी ज्यादा हो गया है किन्तु कमेटी का रिजल्ट जीरो बटे सन्नाटा है, भाजपा के वादा को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियो के परिवार भी कहने में नही चुक रहे है जाओं भाजपा को और वोट दों तुम्हे नियमितीकरण करने के बजाय सीधी भर्ती कर रहा है, येसे ही सभी सरकार झुठ बोलते रहते है और तुम लोग समझ नही पाते जैसे शब्दो से दैनिक वेतन भोगियों को उनके परिवार के लोग कोसते जा रहे है जिसके कारण दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों एवं श्रमिक लोग पिड़ीत होकर आर पार की जंगी हड़ताल करने के मुड में है! 

संगठन के पदाधिकारियों ने माननीय मुख्य मंत्री जी, वन मंत्री और वित्त मंत्री जी से आग्रह कर रहे है कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी व श्रमिकों के हित में नियमितीकरण का फैसला जल्द लें और जब तब दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण नही हो जाता है तब तक के लिये सीधी भर्ती पर रोक लगाया जायें!