शुक्रवार, 20 मई 2022

सशक्त खेती-समृद्ध किसान की दिशा में राजीव गाँधी किसान न्याय योजना कारगर साबित



सशक्त खेती-समृद्ध किसान की दिशा में 

राजीव गाँधी किसान न्याय योजना कारगर साबित

देश के पूर्व प्रधानमंत्री व भारतरत्न राजीव गाँधी जी का वह कथन आज उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर याद आ रहा है जिसमें उन्होंने कहा था कि-’’यदि किसान कमजोर हो जाते हैं तो देश आत्मनिर्भरता खो देता है लेकिन अगर वह मज़बूत है तो देश की स्वतंत्रता भी मज़बूत हो जाती है। अगर हम कृषि की प्रगति को बरकरार नहीं रख पाए तो हम देश से गरीबी नहीं मिटा पाएंगे। इसीलिए किसानों की आर्थिक स्थिति और जीवन स्तर में सुधार लाना होगा.“ छत्तीसगढ़ की 80 प्रतिशत आबादी क़ृषि कार्य से जुड़ी है. प्रदेश के इतिहास में पहलीबार ठेठ किसान व छत्तीसगढ़ के करीब तीन करोड़ आबादी के मुखिया भूपेश बघेल है.’’ लोकाचार में कहा जाता है कि गरीब का दर्द एक गरीब समझ सकता है या उस गरीबी से निकला इंसान ही बेहतर समझ सकता है. इसी तरह किसानों की तकलीफ, परेशानी और समस्या को एक किसान ही समझ सकता है. यह छत्तीसगढ़ के लिए सौभाग्य की बात है कि किसानी की बारीकी और किसानों की दशा के बारे में भूपेश बघेल जैसे किसान पुत्र से बेहतर कौन समझ सकता है. इस तरह श्री राजीव गांधी के उक्त विचारों को सूत्र के रूप में प्रदेश सरकार ने अपनाया।

17 दिसम्बर 2018 छत्तीसगढ़ के इतिहास में एक यादगार तिथि बन चुका है. मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेते ही पहली मंत्रिमंडल की बैठक में किसानों के अल्पकालीन कर्ज माफ करने का निर्णय लिया. अपने वादे के पक्के मुख्यमंत्री बघेल ने प्रदेश के किसानों से 2500 रुपये प्रति किवंटल की दर से धान खरीदी करने के निर्णय में कुछ तकनीकी बधाओं को पार करते हुए किसान मुख्यमंत्री ने किसानों के हित में एक सुगम रास्ता भी निकाला. कृषि में पर्याप्त निवेश एवं कास्त लागत में राहत देने के लिए कृषि आदान सहायता हेतु 21 मई 2020 को श्री राजीव गाँधी की पुण्यतिथि को ’राजीव गाँधी किसान न्याय योजना’ की शुरुआत की. योजना के तहत धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफल्ली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुलथी, रामतिल कोदो कुटकी व गन्ना जैसी फसलों को शामिल किया. प्रदेश के किसानों ने अपने खून-पसीना सींचकर धान पैदा किए थे, उन्हें अपनी मेहनत के वाजिब दाम की पहली किस्त 21 मई 2020 को 19 लाख किसानों के खाते में 1500 करोड़ रुपए प्राप्त हुए. इस तरह किसानो को न्याय का पहला सूरज देखने को मिला और चार किस्तों में किसानों के खाते में 5702 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया. इतना ही नहीं जब देश व प्रदेश में कोरोना ने हाहाकार मचाया और प्रदेश में लाकडाउन के दौरान के संवेदनशील मुख्यमंत्री बघेल ने किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु जिलावार हेल्प लाइन नंबर जारी करने के लिए अपने मातहतों को निर्देश जारी किया. राजीव गांधी किसान न्याय योजना का विस्तार करते हुए धान, मक्का, गन्ना किसानों को 9 हजार रूपए प्रति एकड़ हर साल अनुदान राशि देने के फैसले  के साथ ही खरीफ वर्ष 2020-21 में जिस रकबे से किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान बेचा था, यदि वे धान के बदले कोदो-कुटकी, रागी, गन्ना मक्का, दलहन-तिलहन, सुगंधित धान, अन्य फोर्टिफाइड धान, केला-पपीता सहित अन्य उद्यानिकी फसल लगाते हैं अथवा वृक्षारोपण करते हैं तो उन्हें तीन वर्षों तक प्रति वर्ष 10 हजार रूपए देने के निर्णय से किसानों के चेहरे में मुस्कान बिखेर दिया। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति भरोसा इस कदर बढ़ा कि पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या में करीब दो लाख और पंजीकृत रकबे में सवा दो लाख हेक्टेयर से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। इससे इस बार धान के रकबे का पंजीकृत आंकड़ा 29 लाख हेक्टेयर व किसानों की संख्या 22 लाख 66 हजार पहुंच गई है और 98 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का नया कीर्तिमान गढ़ा गया। श्री राजीव गांधी की 31वीं पुण्य तिथि के अवसर पर ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ के तहत 22 लाख 87 हजार 882 पंजीकृत किसानों को 1720 करोड़ रुपए से अधिक राशि सीधा किसानों के खाते में डाली जाएगी। वर्ष 2019 में 18 लाख 43 हजार से अधिक किसानों को 5627 करोड़ रुपए तथा वर्ष 2020 में 20 लाख 59 हजार किसानों को 5 हजार 553 करोड़ रुपए आदान सहायता दी गई थी। इस तरह राजीव गांधी किसान न्याय योजना प्रारंभ से अब तक 12 हजार 900 करोड़ रूपए से ज्यादा की आदान राशि प्रदेश के किसान भाई-बहनों के खाते में डाले गए हैं। न्याय के पथ पर नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने के संकल्प के साथ आगे बढ़ते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ‘राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’ के तहत वर्ष 2022-23 की प्रथम किस्त के रूप में 3 लाख 55 हजार 402 हितग्राहियों के खाते में 71 करोड़ 8 लाख रुपए से अधिक की राशि का वितरण भी आज किया जा रहा है। यह एक ऐसी योजना है, जो प्रदेश में रहने वाले ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर को आर्थिक रूप से सक्षम और सशक्त बनाने की दिशा ठोस निर्णय है। 

गोधन न्याय योजना के तहत जहां रोजगार के नित-नए अवसर प्राप्त हो रहे हैं, वहीं जैविक खेती को भी  बढ़ावा मिल रहा है। गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों तथा महिला समूहों को 232 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। इस महत्वाकांक्षी योजना की प्रशंसा एक तरफ जहां लोकसभा में कृषि मामलों की स्थायी समिति ने सदन में प्रस्तुत अपनी रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना की सराहना करते हुए केंद्र सरकार को सुझाव दिया है कि किसानों से मवेशियों के गोबर खरीद की ऐसी ही योजना पूरे देश के लिए शुरु की जानी चाहिए। वहीं दूसरी ओर नीति आयोग ने भी सराहा है। योजना की सफलता का ही सुफल है कि आज देश के कई राज्य अब इसे अपनाने पर जोर दे रहे हैं। कृषि में विविधता आए, जिससे किसान आर्थिक रूप से मजबूत हों। इसी नीति पर राज्य सरकार  काम कर रही है। सरकार की नीतियों का ही यह असर है कि गांवों से शहरों और दूसरे राज्यों में होने वाला पलायन रुका है। पढ़े-लिखे युवा भी अब गांव और खेती-किसानी की ओर लौट रहे हैं। यही वजह है कि धान का केवल रकबा ही नहीं बढ़ा है बल्कि खेती करने वाले किसानों की संख्या भी बढ़ी है। राज्य में दूसरी फसलों का भी रकबा बढ़ रहा है। 

पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न राजीव गांधी एक ऐसे कर्मयोगी रहे हैं, जिनकी जीवन यात्रा में मानवता, सहजता, सरलता, निष्छलता के कई मुकाम रहे हैं। राष्ट्रहित उनके चिंतन के केन्द्र में था। सर्वधर्म सद्भाव उनके मानस में रचा-बसा था और इस ध्येय वाक्य को ध्यान में रखते हुए भूपेश बघेल सरकार सवा तीन सालों में गांव-गरीब और किसानों की चिंता ही नहीं की है बल्कि सशक्त खेती-समृद्ध किसान की दिशा में और न्याय के पथ पर नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में निरंतर आगे भी बढ़ रहे हैं।

(लेखक-एल.डी. मानिकपुरी, सहायक सूचना अधिकारी, जनसम्पर्क)

शनिवार, 14 मई 2022

मीडिया फाउंडेशन ने मदरसा बोर्ड सचिव द्वारा पत्रकार के साथ किए गए दुर्व्यवहार घटना की तीखी शब्दों मे निंदा की

 मीडिया फाउंडेशन  ने मदरसा बोर्ड सचिव द्वारा पत्रकार के साथ किए गए दुर्व्यवहार घटना की तीखी शब्दों मे निंदा की 



रायपुर छग मदरसा बोर्ड के सचिव इम्तियाज अहमद अंसारी द्वारा  समाचार संकलन को गए पत्रकार मोहम्मद आरिफ के साथ दादागिरी एवं गाली गलौज  करते हुए उन्हें  लात मारकर मदरसा बोर्ड के अधीनस्थ कर्मचारियों की मदद से  खदेड़ने का प्रयास किया गया जिसकी तीखी प्रतिक्रिया विभिन्न पत्रकार संगठनों द्वारा व्यक्त की गई इसी संदर्भ में स्थानीय  मीडिया  फाउंडेशन  कार्यालय में एक आपात  बैठक आहूत कर मदरसा बोर्ड के सचिव इम्तियाज़ अंसारी के द्वारा मीडिया कर्मी मोहम्मद आरिफ के साथ गली गलौज एवं बदसुलूकी करते हुए लात मारने की घटना की तीव्र निंदा की गई साथ ही मदरसा बोर्ड सचिव बोर्ड के विरुद्ध उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई 



मीडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष नवाब कादिर एवं कोषाध्यक्ष अलताफ हुसैन ने सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के आधार पर मदरसा बोर्ड के सचिव इम्तियाज अहमद अंसारी के द्वारा जिस प्रकार पत्रकार मोहम्मद आरिफ के ऊपर हमला करते हुए लात मारते  दिखाया गया है उससे चौथे स्तंभ के ऊपर हमला निरूपित किया गया है जिसकी तीव्र शब्दों में निंदा की गई वही शासकीय  कार्यालय में वीडियो ग्राफी एवं फोटोग्राफी न करने का बैनर चस्पा करना यह भी लोकतांत्रिक दृष्टिकोण से उचित नही माना गया क्योंकि मदरसा  बोर्ड शासकीय कार्यालय है न कि मदरसा बोर्ड  सचिव का निजी भवन नही जो पत्रकारों के समाचार संकलन से रोका जाए मदरसा बोर्ड  सचिव  इम्तियाज़ अहमद अंसारी के द्वारा दमनकारी नीति अपनाते हुए रिपोर्टिंग करते समय सवाल करना एक पत्रकार की नैतिक जवाबदेही बनती है जिसका उन्हें अनुपालन करना अनिवार्य है उन्होंने उसका पालन न करते हुए गली गलौज एवं लात मारने की क्रिया अपनाते हुए समाज के चौथे स्तंभ पर हमला किया है जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है मीडिया फाउंडेशन अध्यक्ष नवाब कादिर ने आगे कहा कि यदि कार्यों का समुचित मूल्यांकन पत्रकार नही करेगा तो कौन करेगा तथा जिस प्रकार की ओछी हरकत मदरसा बोर्ड सचिव के द्वारा की गई वह निंदनीय है तथा इससे ज्ञात होता है कि उनके द्वारा असंतुलित मानसिकता के साथ एक पत्रकार से की गई दुर्व्यवहार की घटना उनके भ्रष्ट कार्यशैली को उजागर करता है



 इसकी उन्होंने उच्च स्तरीय समिति गठित कर उनके द्वारा सचिव पद में रहते हुए अर्जित की गई आय एवं चल अचल  संपति की जांच की मांग की  है उन्होंने कहा कि जब से इम्तियाज अहमद अंसारी  के द्वारा उर्दू अकादमी,एवं मदरसा बोर्ड में सचिव पद पर रहते हुए जितने भी कार्य किए है तथा भ्रष्टाचार को अंजाम देकर अघोषित संपति अर्जित की है उसकी जांच अनिवार्य है ताकि अब तक उनके द्वारा संचित आय का खुलासा हो सके बैठक में अध्यक्ष नवाब कादिर,कोषाध्यक्ष अलताफ हुसैन, परितोष शर्मा,ललित यादव,शनि देव,पंकज दास,अब्दुल हमीद,सीमा दुबे,मनप्रीत सिंह,रज़्ज़ाक खान,सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे 

गुरुवार, 12 मई 2022

बूढ़ा तालाब गार्डन में रविवार को इमरान सुपर मेलोर्डियस वॉइस द्वारा गीत संगीत का कार्यक्रम

 बूढ़ा तालाब गार्डन में रविवार को इमरान सुपर मेलोर्डियस वॉइस द्वारा गीत संगीत का कार्यक्रम

रायपुर  बूढ़ा तालाब गार्डन में रविवार को फिल्मी गीत संगीत का कार्यक्रम होने जा रहा है जिसमे रायपुर शहर के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे उक्त कार्यक्रम का आयोजन सुप्रसिद्ध गायक एवं नए प्रतिभाओं को निखारने वाले इमरान खान सुपर मेलोडी वाइस नेशनल इंटरनेशनल के बैनर तले आयोजित किया जा रहा है बताते चले कि इमरान खान द्वारा राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय गायकों का एक ऐसा मंच रखा है जिसमे प्रतिभागी फिल्मों के सुप्रसिद्ध गायक गायिकाओं की आवाज़ में वीडियो भेजते है जिनका चयन गीत संगीत के ज्ञाता सुन कर नए प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर प्रोत्साहित करते है तथा यूट्यूब में डालते है उनके द्वारा यूट्यूब में डाले गीत को विश्व स्तर पर सुना जाता है जिसमे लाखों की संख्या में फॉलोवर्स है तथा पुरे देश एवं गायकी के शौकीन सब्सक्राइब कर अपनी आवाज़ का वीडियो उनके पेज में भेजते है जिसका चयन कर उन्हें प्रमाण पत्र दिया जाता है इसके पश्चात ऐसे गायकों को मंच भी दिया जाता है जो इस रविवार स्थानीय छग प्रदेश के बूढ़ा तालाब गार्डन  रायपुर में स्थानीय गायकों को मंच दिया जा रहा है जहां सभी सुप्रसिद्ध फिल्मी गायकों की आवाज़ में प्रतिभागी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे कार्यक्रम बूढ़ा तालाब गार्डन में रविवार छ बजे से प्रारंभ हो जाएगा जिसमे आस्था भट्ट,योगिता लूधानी, एंकर एवं गायिका मोहसिना खान,अन्नू धावले, मोहम्मद शकील, अतीकुर्रहमान,सुजीत कुमार यादव ,संजय लालवानी,संजय पांडे,आदि अपने गायकी का प्रदर्शन करेंगे 

बुधवार, 4 मई 2022

गोल्डन साहू सत्रह वर्षों से पूरे तीस रोजे रखकर धार्मिक एकता का संदेश दे रहे

 गोल्डन साहू सत्रह वर्षों से पूरे तीस रोजे रखकर  धार्मिक एकता का संदेश दे रहे

 


रायपुर (यूथ क्रांति से साभार)जहां पूरा देश धर्म जात पात  के नाम पर उलझा हुआ है लोग एक दूसरे को हिन्दू मुस्लिम और सम्प्रदाय,धर्म के मामले में संदेह की नज़र से देख कर परस्पर मरने मारने पर उतारू है वही रायपुर मौदहापारा निवासी जीवनलाल साहू उर्फ गोल्डन साहू इन सब की परवाह किए बगैर रमज़ान के पवित्र माह के तीस रोज़े रखकर  संप्रदायिक,प्रेम,सौहाद्रता और राष्ट्रीय एकता का संदेश दे रहे है यह सिलसिला साल दो साल से नही बल्कि विगत सत्रह वर्षों से अनवरत जारी है रमज़ान के रोज़े रखने की प्रेरणा कब और कैसे मिली इसी सिलसिले में जब यूथ क्रांति की टीम उनके घर मौदहापारा पहुंची तब भी वे रोज़े रखे हुए हालात में मिले उनसे जब इस संदर्भ में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनकी पैदाइश ही मौदहापारा मस्जिद के समीप स्थित क्षेत्र में हुई तथा मस्जिद में होने वाले पवित्र ग्रन्थ कुरान के  प्रवचन उनके कानों में सदैव  पहुंचती थी  जिसमे अक्सर रमज़ान के रोजे रखने  तथा उसके लाभ के संदर्भ में बताया जाता था जिसे सुनकर रोजे रखने की उत्सुकता जागृत हुई अपने पहले रोजे रखने के बारे में गोल्डन साहू ने बताया कि उन्हें लगा कि जैसा हमारा उपवास होता है वैसा ही रोजा सहज होगा क्योंकि उनमें बचपन से ही धार्मिक प्रवृत्ति होने के कारण वे समस्त उपवास जैसे सावन,नवरात्रि,महाशिवरात्रि के  उपवास भी जिसे वे लगातार रख रहे है जिसमे उन्हें ज्ञात है कि उपवास मे फलाहारी सहित अन्य वैकल्पिक खाद्य वस्तुओं का सेवन कर लिया जाता है  ऐसा उनका अनुमान था कि वैसा ही रोजा में भी होता होगा इसलिए बगैर किसी दबाव के उन्होंने रोजा रखने का मन बनाया उन्होंने आगे बताया कि आज से सत्रह वर्ष पूर्व पहला रोज़ा रखा दिन भर बगैर कुछ खाए पिए और प्यास की शिद्दत से उनकी आंखों के सामने अंधेरा सा छा गया एक प्रकार से वे अर्द्ध मूर्छित अवस्था मे पहुंच गए परन्तु उन्होंने पहला रोज़ा पूरा किया तब उन्हें अहसास हुआ कि कठिन परिस्थिति में किए गए समस्त धार्मिक कर्मकांड ईश्वर ने  मानव जीवन के स्वस्थ्य हेतु फलदायी बनाए है रोजे रखने के एवज में मुसलमानों का  अल्लाह, और हिंदुओं का भगवान आपके ऐसे कर्म से नाराज़ हो सकते है पूछे जाने पर गोल्डन साहू ने कहा -कि सब भगवान एक है वह निराकार है ये सब हमने अपने समुदाय और सामाजिक ढांचागत संरचनाओ के आधार अलग अलग नाम से उसे पुकारते है उसकी स्तुति और आराधना करते है ,,उन्होंने आगे कहा, नही तो कोई बता दे कि मेरे भगवान और मुस्लिम के अल्लाह ने अपने अपने अनुयायियों के लिए अलग चांद,सूरज,हवा बनाए है ...वह सर्व शक्तिमान  मानव से कोई फर्क,भेदभाव  नही करता ,,लेकिन हम एक दूसरे के धर्म को लेकर आपस मे भेदभाव कर लड़ रहे है..यही वजह है कि मैं धर्म,संप्रदाय जैसे उन समस्त अपवाद से इतर मुझे ईश्वरीय आराधना,उपासना प्रार्थना में शांति मिलती है सो मैं अपने ईश्वर को मनाने जो भी बेहतर साधन है उसका अनुसरण करता हूँ अब चाहे वह भूखे रहकर,या फिर बगैर चप्पल पहने मंदिर की लंबी  यात्रा क्यो न हो उसकी आराधना करना मेरा कर्तव्य है जिसका पालन मैं सदैव आजीवन करता रहूंगा मौदहापारा जैसे मुस्लिम क्षेत्र में निवास के संदर्भ में बताया कि उनका सम्पूर्ण जीवन यही व्यतीत हो गया उन्होंने बताया कि वे छग शासन के मंत्री मोहम्मद अकबर के घर के समीप ही रहते है जीवनलाल साहू उर्फ गोल्डन साहू ने बताया कि काफी समय तक माता पिता को कोई औलाद नही हो रही थी तब किसी ने अजमेर वाले ख्वाजा साहब से मन्नत करने कहा तब उनकी पैदाइश भी ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेर शरीफ में दुआओं और बड़ी मन्नतों से हुआ है इसलिए भी अजमेर वाले ख्वाजा साहब के प्रति भी उनकी गहरी आस्था है उन्होंने आगे बताया कि मौदहापारा में यासीन भाई असगर भाई असलम भाई अख्तर भाई एवं बहुत से मुस्लिम दोस्तों के साथ बचपन व्यतित हुआ आज तक कोई परेशानी नही हुई सब मिल जुलकर एक साथ रहते है  जीवन लाल साहू से जब उन्हें गोल्डन साहू नाम पढ़ने के पीछे की वजह  के बारे में पूछा गया तब उन्होंने बताया कि वीडियो वर्ल्ड वाले मोहन सुंदरानी एवं जसगीत सम्राट दुकालू यादव भैया ने उन्हें गोल्डन साहू नाम प्यार से दिया  छत्तीसगढ़ इवेंट एव फिल्मों  से जुड़ाव होने के कारण धीरे धीरे यह नाम गोल्डन साहू आम लोगों में प्रचलित हो गया अब सभी लोग  स्नेहवश गोल्डन साहू के नाम से ही पुकारते है  जिसे वे भी स्वीकार कर चुके है अब जीवन लाल साहू से लेकर उनके गोल्डन साहू नाम  पड़ने के पीछे की वजह चाहे जो भी हो परन्तु कहते है न कि  सोना यानी गोल्ड की चमक हमेशा अलग ही होती है जीवन के आपाधापी और गलाकाट प्रतिस्पर्धा के दौर में भले ही उनकी चमक तनिक क्षीण है परन्तु ईश्वर के समीप होने उसे प्रसन्न करने की दीवानगी भरी आस्था जीवन लाल साहू उर्फ गोल्डन साहू को वास्तव में उस ईश्वर की नज़र में  कम से कम खरा सोना तो बना ही दिया है जिसकी चमक आम लोगों के साथ साथ ईश्वरी चौखट  में एक अलग ही दिव्य छटा बिखेर रही है यह उनका अपना विश्वास है भविष्य में रोजा रखने के संदर्भ में उनका कथन है कि जब तक इस नश्वर काया में सांस शेष है तब तक वह जीवन भर  रोज़ा हमेशा रखेंगे

शेख जावेद को जन्म दिन की बधाई*

 

*शेख जावेद को जन्म दिन की बधाई*



रायपुर   हरदिल अज़ीज़,मिलनसार, मृदुभाषी,भाई शेख जावेद अमन नगर मोवा वाले के आज चार मई 2022 को जन्म दिन है इस शुभ अवसर पर अमन खान ने उन्हें जन्म दिन की बधाई देते हुए  उनके,दीर्धायु,स्वस्थ्य पूर्ण जीवन एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना ईश्वर से की है इस विशेष  अवसर पर अमान खान ने कहा है कि जावेद भाई जैसा दोस्त हर किसी को मिले तथा वे हमेशा लोगों के दिलो में राज करे वे उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर बढ़ते रहे इन्ही शुभ कामनाओं  के साथ  उन्हें मेरे और मेरे परिवार की ओर से जन्म दिन की बधाई और शुभकामनाएं देता हूं