शुक्रवार, 14 अप्रैल 2023

26 वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद महाकुंभ में छत्तीसगढ़ बना सिरमौर

 26 वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद महाकुंभ में छत्तीसगढ़ बना सिरमौर

रायपुर  अखिल भातीय वन खेल कूद प्रतियोगिता का 26 वां खेलकूद महाकुंभ प्रतियोगिता का आगाज 10 से 14 मार्च 2023 को हरियाण के समीप स्थित पंचकूला मेआयोजन किया गया था जहां देश के अधिकांश 26 राज्य के हजारों खिलाड़ियों ने हरियाणा पंचकूला के मैदान,कोर्ट,स्टेडियम के खेल प्रतियोगिता में अपने उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करते हुए पसीना बहाया जिसमे   छत्तीसगढ़ प्रदेश वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग से भी सैकड़ों की संख्या में भिन्न भिन्न खेलों के 215 प्रतिभागी खिलाड़ियों ने जिनमे भावसे वन अधिकारी से लेकर छोटे बड़े सभी कर्मचारीयों ने अपने अपने खेल का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया तथा सर्वाधिक 68 गोल्ड पदक छग वन विभाग के लिए लाने सफल हुए तथा संपूर्ण भारत मे 26 वीं अखिल भारतीय खेलकूद प्रतियोगिता के इस महाकुंभ में  छत्तीसगढ़ वन विभाग दूसरी बार अप्रत्याशित रूप से  अद्वितीय विजयी पताका लहराते हुए ''जो जीता वही सिकन्दर'' की तर्ज पर एक कीर्तिमान  स्थापित करते हुए संपूर्ण भारत देश मे प्रथम स्थान पाने सफल रहा यह सब टीम भावना और विभाग की अस्मिता बचाने तीन माह की कठोर हाड़ तोड़ अभ्यास और लगन परिश्रम का ही परिणाम कहा जा सकता है 



कि 67 चमकदार गोल्ड के साथ कुल 129 सिल्वर ब्राउज की बड़ी संख्या में तमगा पाकर संपूर्ण छग वन विभाग कामयाबी के मद में अभिभूत हो गया अभी तक सोने और चांदी,ताम्र पदक की खुमारी उतरी नही है क्योंकि 80 प्रकार के भिन्न भिन्न खेलों के बीच मे अलग अलग प्रतिभागी खिलाड़ियों का चयन करना किसी चुनौतियों से कम नही है मगर संपूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य वन विभाग में हजारों की संख्या में  कार्यरत अधिकारी,कर्मचारियों में ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन कैसे किया जाए यह सब से बड़ा सवाल था परंतु प्रदेश वन विभाग के मुखिया और वन बल प्रमुख पीसीसीएफ संजय शुक्ला साहब की दूर दर्शी सोच ने औपचारिक बीस,तीस सवर्ण,गोल्ड,ब्रॉन्ज,पदक  जीत कर लाए जाने और संतुष्टि का भाव प्रदर्शित करने वाले मिथ्या भ्रामक विचार पर  प्रहार करते हुए ऐसे रणनीतिकार के हाथों में खेलकूद प्रतियोगिता की महती जिम्मेदारी सौंपने का विचार किया जो औपचारिक विजय नही बल्कि खेल कोटा से लिए गए अधिकारी, कर्मचारी   संपूर्ण देश भर में प्रथम स्थान पाने वाले विजयी छत्तीसगढ़ राज्य के रूप में चिन्हित कर छग राज्य वन विभाग का मस्तक गर्व से ऊंचा कर सके

इसके पीछे पीसीसीएफ, वन बल प्रमुख संजय शुक्ला साहब की कुशल प्रशासनिक रणनीति रही है क्योंकि अखिल भारतीय वन खेल कूद प्रतियोगिता के प्रथम आयोजन अविभाजित मध्यप्रदेश राज्य से लेकर छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण पश्चात तक  वर्ष 1992- से लेकर 2023 के  तक के लगभग समस्त आयोजन में उनकी  प्रतिभागिता कुछ अपवाद स्वास्थ्य संबधी रहने के बावजूद  सुनिश्चित रही भारतीय वन सेवा के अधिकारी  वन बल प्रमुख,पीसीसीएग  संजय शुक्ला साहब,और टेबल टेनिस खिलाडी आलोक तिवारी साहब जो वर्तमान वर्ष 2023 पंचकूला में संपन्न हुए प्रतियोगिता आयोजन का हिस्सा बन कर सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी होने का खिताब अपने नाम दर्ज करवा लिया जबकि वन बल प्रमुख संजय शुक्ला साहब इस वर्ष 2023 खेलकूद प्रतियोगिता में शारीरिक  अस्वस्थता के चलते इस महाकुंभ खेल का हिस्सा नही बन सके फिर भी  26 वी अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन तक खेलकूद प्रतियोगिता के सबसे अधिक खेल आयोजनों का हिस्सा बनकर  वरिष्ठ प्रतिभागी के रूप अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करवा दिया है बताते चले कि छग वन विभाग में खेलकूद कोटे से भी बहुत सी भर्तियां होती है तथा समय समय अर्थात वर्ष में एक बार ऐसे आयोजन देश के किसी राज्य में  किया जाता है ताकि खेल कोटे से आए  खिलाड़ी अधिकारी,कर्मचारी  के खेल प्रतिभा पर समय के नमी से जंग न पड़ जाए इसलिए ऐसे खिलाड़ियों को वर्ष में एक बार ऐसे खेल 



प्रतियोगिता का आयोजन कर उन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को घिस मांज कर चमकदार बनाया जाता है जिसका परिणाम पंचकूला के इस आयोजन में 67 गोल्ड सहित कुल  129 गोल्ड सिल्वर ब्रॉन्ज लेकर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कर्नाटक राज्य को पछाड़ते हुए अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के इस महाकुंभ में 509.अंक प्राप्ति के साथ संपूर्ण भारत देश मे अभूतपूर्व विजय प्राप्त कर छग प्रदेश वन विभाग का नाम का डंका चारो दिशा में बजवा दिया इस संपूर्ण महती विजयी अभियान का दायित्व वन बल प्रमुख पीसीसीएफ संजय शुक्ला साहब ने अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील मिश्रा साहब जैसे अनुभवी,दूरदर्शी सोच के साथ कुशल प्रशासनिक क्षमता वाले अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया क्योंकि तात्कालिक पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी साहब के कार्यकाल में 






 गत वर्ष ओडिसा में 25 वीं आयोजित अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में भी  नोडल अधिकारी के रूप में सुनील मिश्रा साहब को ही दायित्व सौंपा गया था  जिनके कुशल प्रशासनिक नेतृत्व,चाक चौबंद व्यवस्था एवं दूरदर्शी सोच का ही परिणाम कहा जाए जो उनके सफल दो बार नोडल अधिकारी रहते हुए दोनों ही बार अखिल भारतीय खेल आयोजनों में छत्तीसगढ़ वन विभाग ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए संपूर्ण भारत देश मे प्रथम स्थान प्राप्त किया एपीसीसीएफ सुनील मिश्र साहब के पूर्व अनुभव का लाभ उठाते हुए इस वर्ष 2023 के 26 वीं अखिल भारतीय वन खेल कूद प्रतियोगिता में भी उन्हें ही कमान सौंपी गई जिस पर वे  जताए गए विश्वास पर खरा उतरे इस संदर्भ में यह कहा जा सकता है कि जंग में जब तक कोई सेनापति के रणनीति के साथ कुशल नेतृत्व,मार्गदर्शन, तथा अपने सिपाहियों में ऊर्जा साहस का संचार नही कर देता तब तक कोई भी जंग जितना असंभव होता है ठीक वैसे ही खेल में भी यही रणनीति अपनाई जाती है जिसका एपीसीसीएफ सुनील मिश्रा साहब ने  अनुपालन किया तथा सर्व प्रथम अपने सहयोगी अधिकारी आलोक तिवारी,विश्वेश झा भावसे को पूरा मार्ग दर्शन देते हुए ऐसे खिलाड़ियों का चयन प्रक्रिया अपनाई गई जिसमे उत्कृष्ट खेल भावना के साथ पूरी ऊर्जा के साथ विभाग के लिए मैडल लाने की क्षमता हो चयन प्रक्रिया के प्रथम पड़ाव दिसंबर 2022 में संपूर्ण प्रदेश वन विभाग से इच्छुक खिलाड़ियों का ट्रायल राज्य स्तरीय प्रतियोगिता प्रशिक्षण हुआ जिसमें साढ़े चार सौ खिलाड़ियों ने चयन  प्रक्रिया के दौर से गुजरना पड़ा इसके पश्चात 280 चयनित खिलाड़ी का प्रशिक्षण शिविर वर्ष 2023 जनवरी माह में किया गया 



तथा अनेक प्रशिक्षित कोच मास्टर के सान्निध्य में खेल की बारीकियों से रूबरू कराया गया इसके पश्चात फरवरी माह में अंतिम दौर के225 खिलाड़ियों के प्रशिक्षण में छटनी के पश्चात कुल 215 चयनित खिलाड़ी मय कोच मैनेजर के 10 से 14 मार्च 2023 में चंडीगढ़ के पंचकूला में भिन्न भिन्न 80 खेलो में अपनी प्रतिभागी देते हुए खेलो का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए छत्तीसगढ़ वन विभाग ने  उत्साह पूर्ण  विजय दिलाई उसके पीछे का संपूर्ण चयन प्रक्रिया से लेकर व्यवस्था तक मे रणनीति के साथ कुशल खिलाड़ी के चयन में महती भूमिका निभाने वाले वन विभाग के ऊर्जावान,  एपीसीसीएफ श्री सुनील मिश्रा साहब,आलोक तिवारी साहब,और युवा ऊर्जावान रायपुर वन मण्डलाधिकारी भावसे अधिकारी विश्वेश झा साहब की भूमिका सराहनीय बताई गई है



 एपीसीसीएफ़ सुनील मिश्रा साहब के कार्यशैली के संदर्भ में उपस्थित अनेक खिलाड़ियों का यह कथन रहा है कि मिश्रा साहब बकायदा मॉनिटरिंग कर खिलाड़ियों से रूबरू होकर होने वाली बहुत से  असुविधा को दूर करते रहे तथा इस संदर्भ में कोच मैनेजर खिलाड़ियों से बकायदा मीटिंग कर कमियों पर पूरा फोकस किया खानपान,डाइट से लेकर खेल उपकरण,मैदान, और ठहरने की व्यवस्था दो से तीन समय पर लगातार दक्ष कोच की निगरानी में कसरत के साथ लगातार प्रशिक्षण जारी रखा यही नही प्रशिक्षण के दौरान प्रदर्शन के अनुसार 215 खिलाड़ियों का चयन,प्रक्रिया भी अपने हाथ रखा और सही प्रतिभावान खिलाड़ियों को अवसर दिया गया दिसंबर 2022 से लेकर हरियाणा पंचकूला खेल प्रतियोगिता होने 15 मार्च 2023 तक आने जाने से लेकर लगातार तीन माह का चयन प्रक्रिया, प्रशिक्षण ठहरने रुकने ,खानपान,डाइट, उपकरण खरीदी से लेकर खेलकूद परिसर के जीर्णोद्धार  जिमखाना व्यवस्था में विभागीय मद से अनुमानित व्यय होने की बात कही जा रही है  जो कोई आश्चर्य का विषय नहीं हैं क्योंकि लगातार तीन माह की आवागमन  व्यवस्था खेल उपकरण की लगातार कवायद करना कोई चुनौती से कम नहीं है जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में सफल निष्पादन करना और संपूर्ण देश में सिरमौर  बनना किसी मेहनत लगन,और परिणाम का ही सफल  कहा जा सकता है

 





 

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