नवा रायपुर पी. जामगाँव के
मुरुमी क्षेत्र मे मिश्रित प्रजाति के पौधों का सफल रोपण
रायपुर वन मंडल अंतर्गत नवापारा परिवृत के ग्राम (पी.) जामगाँव मे वित्तीय वर्ष 2022-2023 मे हरियार छ्ग योजना के तहत 6.5 हेक्टेयर भू भाग राजस्व भूमि मे 7150 , पौधों का मिश्रित प्रजाति का सफल प्लांटेशन विभाग द्वारा किया गया है जिससे क्षेत्र की अलग हरीतिमा युक्त फ़िज़ा परिलक्षित हो रही है तथा आम जन की गुजर जब वहां से करते है तब हरे भरे शुद्ध वातावरण स्वतः लोगो को आकर्षित करता है क्षेत्र को हरा भरा बनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य लगातार परिवर्तित होते ऋतु वातावरण, प्रदूषण और लगातार बढ़ती गर्मी की अधिकता को संतुलित करना है रायपुर वन मंडल के डी. एफ. ओ. विश्वेश झा साहब का कसा हुआ प्रशासनिक व्यवस्था का दूरगामी परिणाम है कि रायपुर वन मंडल के भिन्न भिन्न क्षेत्रों मे कई वर्षो से उजड़ा चमन क्षेत्र नज़र आ रहा था अपने सेवा काल मे आते ही उन्होंने लगातार पेड पौधों और प्लांटेशन को अधिक तरजीह दिया यही कारण है कि अब रायपुर के बहुत से असमतलीय भूमि उजाड़ दिखने वाले क्षेत्र हरियाली से हरा भरा दिखाई दे रहे है
तत्कालिक वन मंडलाधिकारी विश्वेश झा के संदर्भ मे अधिनस्थ वन कर्मचारियों का कथन है कि उनके रायपुर वन मंडल क्षेत्र मे सेवा देने और कार्यों की विशेष अलहदा शैली है जो उनके व्यक्तित्व मे निखार लाता है कनिष्ठ से लेकर वरिष्ठ कर्मचारियों उनके कार्य शैली से खासे प्रभावित रहते है वे कार्यों मे तनिक भी कोताही बर्दाश्त नही करते तथा समय समय पर स्वयं मॉनिटरिंग और उप वन मंडलाधिकारी विश्वनाथ मुखर्जी से करवाते रहते है इससे कार्यों मे पारदर्शित बनी रहती है तथा कार्य भी सुचारु और नियमित ढंग से पूर्ण होता है
एस.डी. ओ.विश्वनाथ मुखर्जी साहब भी एक परिपक्व,अनुभवी अधिकारी के रूप मे जाने जाते है प्लांटेशन और रोपण का अच्छा लंबा अनुभव रहा है गड्ढो से लेकर खाद तथा रोपे जाने वाले पौधों की ऊँचाई, लंबाई, से भली भाँति परिचित है इसके पश्चात होने वाले देखरेख, सुरक्षा पर वन कर्मियों से विशेष ध्यान देने आदेशित करते है परिणामतः साल भर के अंतराल मे ही पौधे ग्रोथ करने लगते है यही कारण है कि पी. जामगांव अपने द्वितीय वर्ष की आयु मे ही सघन वन क्षेत्र के रूप मे परिलक्षित हो रहा है रायपुर वन मंडल के ग्राम पी. जामगांव को जो मुख्य सड़क मार्ग मे सटा हुआ प्लांटेशन है सही मायनों मे उक्त क्षेत्र मे प्लांटेशन साकार और आकार देने का कार्य तत्कालिक नवा रायपुर परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा को जाता है जिन्होंने मुरुमी लैट्रेचर पथरीली क्षेत्र मे हरियाली की परिकल्पना को साकार करने का बीडा उठाया और अपने मार्ग दर्शन मे संपूर्ण कार्यों को पूर्ण करवाया वर्ष 2022-2023 मे 08 हेक्टेयर भू भाग मे मिश्रित प्रजाति के पौधों का सफल रोपण पश्चात सर्व प्रथम सुरक्षात्मक दृष्टि कोण से चैन लिंक कार्य करवाये गए ताकि गाय, गरुव, मवेशी, और आम उपद्रवियों से प्लांटेशन की सुरक्षा के मद्दे नज़र रखते हुए गेट निर्माण करवाया गया ताकि प्लांटेशन सुरक्षित रह सके
यही नही तत्कालिक परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा आगे बताते है कि प्लांटेशन मे बाकायदा चौकीदारों की नियुक्ति भी की गई जिसका परिणाम है कि रोपण क्षेत्र शत प्रतिशत सफल हुआ है
वही नवा रायपुर वन मंडल के नवापारा परीवृत के वर्तमान परिक्षेत्राधिकारी तीरथ राम साहू बताते है कि ग्राम क्षेत्र पी. जामगांव का उक्त प्लांटेशन बहुत तेजी से ग्रोथ कर रहा है और शनैः शनैः युवा अवस्था को पहुँच चुका है प्लांटेशन पश्चात छ माह और वर्ष मे बकायदा निंदाई, गुड़ाई, उपचार किया जाता है जो तीन वर्ष से लेकर पांच वर्ष तक के लिए किया जाता है इसके लिए पौधों के जड़ पर गाला थाला बना कर डी.ए.वी.पी. या जैविक खाद इत्यादि डालकर् संपूर्ण पौधों का उपचार किया जाता है इस प्रक्रिया के लिए किश्तों मे राशि विभाग द्वारा जारी की जाती है जिसमे द्वितीय निंदाई गुड़ाई, मे आधी राशि शेष उपचार मे पाव हिस्सा राशि वहन विभाग द्वारा आपूर्ति की जाती है इसके अलावा ग्रीष्म ऋतु मे पानी की व्यवस्था टैंकर, अन्य संसाधनों के माध्यम से किया जाता है जिससे इसकी हरियाली बरकरार बनी रहती है तथा पौधे लगातार सर्वाईव करते हुए स्वस्थयता बनाए रखे हुए है मैदानी क्षेत्र मे अपना पसीना से सींचने वाले वन कर्मियों की महत्व पूर्ण भूमिका रहती है जिनमे फॉरेस्टर (वनपाल) से लेकर फॉरेस्ट गार्ड की भूमिका महती रहती है
नावापरा परिवृत के फॉरेस्टर गिरीश रजक ने अल्हादित् होते हुए बताते है कि पी. जामगाँव का यह पलांटेशन आसपास के ग्रामीणों के लिए आकर्षण का केंद्र बिंदु बन गया है इसमें पीछे की मेहनत वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर तत्कालिक परिक्षेत्राधिकारी, फॉरेस्ट गार्ड से लेकर वन चौकीदार तक की मेहनत रहती है तभी तो अधिकारियों के मार्ग दर्शन मे हरियाली पूर्ण वातावरण संपादित हो पाता है तत्कालिक नवापारा परिवृत् के फॉरेस्टार गिरीश रजक आगे बताते है कि वहाँ आज फलदार, फुलदार, सायादार्, औषधि युक्त पौधों का रोपण किया गया है जिनमे मुख्यतः कटहल,आम, जाम, जामुन, अमरुद्, बेल, बादाम, शहतूत, औषधि युक्त पौधों मे हर्रा,बेहड़ा,अशोका,आँवला महुआ, कुसुम, जोहार, कदम, जैसे अनेक प्रजाति के पौधे युवा अवस्था मे पहुँच कर लहलहा रहे है अब यह क्षेत्र वन सदृश्य नज़र आता है वर्तमान नवापारा परिवृत् के डिप्टी झुमुक् लाल देवांगन् बताते है कि पी. जामगांव की स्थिति बेहतर है और पौधे लगभग पांच फीट से उपर पहुँच चुके है वे बताते है कि ग्रीष्म ऋतु लगते ही लगातार सिंचाई और पानी की व्यवस्था की जाती है इसके लिए ग्रीषम ऋतु मे पानी की माकुल व्यवस्था की जाती है
नवापारा परिवृत् के डिप्टी झुमुक् देवांगन् बताते है कि कुछ वर्ष देख रेख सुरक्षा,व्यवस्था की दरकार है जिसे विभागीय कर्मचारी पूरी निष्ठा पूर्वक ईमान दरी से निर्वहन कर रहे है यह क्षेत्र स्वतः किसी वन क्षेत्र से इतर नज़र आएगा हमारी और से सभी व्यवस्था सुरक्षा देखरेख उपचार मे कोई कमी नही की जा रही है नवा रायपुर परिक्षेत्राधिकारी तीरथ राम साहू बताते है कि पी. जामगाँव मुरुमी क्षेत्र के बावजूद भी वहां पलांटेशन करना एक बहुत बड़ी चुनौती थी मगर हमारे मैदानी अमले के कर्मचारियों ने उसे सार्थक कर दिखाया जिसकी वजह से क्षेत्र मे हरियाली नज़र आ रही है







 
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