मातृत्व की छाँव मे पनपता एक पेड़ माँ के नाम
अलताफ़ हुसैन की कलम से
रायपुर (छत्तीसगढ़ वनोदय) मां अर्थात जनक जननी होती है लाखों दुख,विपदा, आफत, कष्ट सहने के बाद भी वह अपने पूत को अपने स्नेह के आँचल मे समेट कर रखती है यह आदर्श मात्र मानव समाज मे ही देखने नहीं मिलता बल्कि धरती मां भी अपने असंख्य सपूतों के लिए भी सदैव वरदान साबित होते आई है जब से नभ, थल, जल की उत्पति ब्रह्मांड मे हुई है तब से ही वसुंधरा को मां स्वरूपा का स्थान प्राप्त हुआ है और मानव जब भी किसी पुण्य कर्म का शुभारंभ करता है तब वह धरती मां के चरणों मे पूजा अर्चना कर नत मस्तक श्रद्धानवत हो कर उसका आशीर्वाद प्राप्त करता है धरती मां को अनेक रूप मे पूजा जाता रहा है अब चाहे हलषष्ठी पूजा जो इसी धरती मां की कोख से संपूर्ण मानव जीवन को अन्न जल देता है या फिर मकान भवन, इमारत की नीव का निर्माण हो सब धरती मां अपने गर्भ मे ही सब को निवास स्थान प्रदान करती है यही नही हरे भरे पेड़ पौधों, की विशाल श्रृंखला का प्राकृतिक निर्माण कर जल जंगल जमीन की, वैभवत मे चार चांद लगा देती है प्राकृतिक के इस मनोहरी दृश्य को सहेजने के उद्देश्य से 5 जून 2024 को भारत देश के यशस्वी प्रधान मंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी ने एक पेड़ मां के नाम की देश व्यापी अभियान योजना का प्रारंभ किया
जो छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश मे हर खास व आम लोगों ने हर्षोल्लास के साथ मनाया छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित राजधानी रायपुर मे 11 जुलाई 2024 को प्रमुखता के साथ एक पेड़ मां के नाम से लाखों की संख्या मे मिश्रित प्रजाति के पौधों का सफल रोपण किया गया जो इतिहास के सुनहरे पन्ने मे यह संख्या दर्ज की गई छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्य मंत्री माननीय विष्णु देव साय वन मंत्री केदार कश्यप सहित वरिष्ठ अधिकारी, स्कूली बच्चे, सेना के जवान एवं गणमान्य नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति मे एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम का शुभारंभ नवा रायपुर अटल नगर स्थित जैव विविधता पार्क मे किया गया और पूरे प्रदेश मे अब तक करोड़ों की संख्या मे पौधा रोपण कार्यक्रम मे आमजन ने स्वस्फुर्त होकर सहभागिता सुनिश्चित की रायपुर वन मंडल के अंतर्गत एक पेड़ मां के नाम की योजना से सफल रोपण से फलीभूत हो कर नवा रायपुर वन मंडल के अधिकारी,कर्मचारी,और मैदानी अमला खासे उत्साहित और गदगद है इस संदर्भ मे वन मंडलाधिकारी लोकनाथ पटेल बताते है कि इस महा वृक्षा रोपण कार्यक्रम मे रायपुर डिविजन मे ही वन महोत्सव अंतर्गत छ लाख से अधिक पौधों का वृक्षा रोपण महा अभियान कार्यक्रम संपादित किया गया जिसमे फलदार, सायादर्, फुलदार, औषधि युक्त पौधों का रोपण किया गया नवा रायपुर जैव विविधता पार्क मे संपूर्ण पौधे 20 हेक्टेयर भू भाग मे 22 हजार पौधे रोपे गए
रायपुर वन मंडलाधिकारी लोकनाथ पटेल आगे बताते है कि वृक्षारोपण महा अभियान संपूर्ण राष्ट्र व्यापी अभियान है जिसमे देश सहित छत्तीसगढ़ प्रदेश मे हरित क्रांति युग का सूत्रपात प्रारंभ हुआ है इस हरित महा अभियान के रोपण से प्रदेश के बंजर पड़त भाटा भूमि क्षेत्र मे वन सदृश्य स्थिति भविष्य मे निर्मित होगी साथ ही प्रदूषण मुक्त स्वस्थ्य वातावरण से मानव जीवन सहित पशु, पक्षियों, वन्य प्राणियों जैसे गिलहरी, वानर,सरीसृप इत्यादि को इसका लाभ प्राप्त होगा नवा रायपुर परिक्षेत्राधिकारी तीरथ राम साहू जो पीसीसीजी (पी.एस.सी) 2019 से हल्दवानी में वन सेवा मे ट्रेनिंग पश्चात विगत पांच वर्षों से छ्ग प्रदेश के विभिन्न वन क्षेत्र मे अपनी सेवाएं दे रहे है उन्हे व्यापक वन एवं वानिकी का अनुभव प्राप्त हो रहा है नवा रायपुर स्थित जैव विविधता पार्क उनके ही मार्ग दर्शन मे संपादित हुआ है उन्होंने एक पेड़ मां के नाम महाअभियान वृक्षारोपण कार्यक्रम के विस्तार एवं उसके संदर्भ मे पूछने पर बताया कि उक्त अभियान से जलवायु हरियाली मे वृद्धि तो होगी ही साथ ही वन क्षेत्रों का रकबा बढ़ेगा क्योंकि लगातार ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ रहे ऋतु परिवर्तन एवं फसल चक्र मे भी आंशिक परिवर्तन देखने को मिल रहा है
जो संपूर्ण मानव जगत के लिए अच्छे संकेत नही है वन विभाग भिन्न भिन्न योजनाओं के मध्यम से अनेक पडत भाटा भूमि मैदानी क्षेत्र पथ रोपण मार्ग मे पेड़ पौधे, प्लांटेशन कर पर्यावरण और जलवायु को संतुलित करने का यथा संभव प्रयास कर रहा है नवा रायपुर परिक्षेत्राधिकारी तीरथ साहू आगे बताते है कि एक पेड़ मां के नाम से वृक्षारोपण महाअभियान राष्ट्र व्यापी अभियान है जिसमे देश के प्रधान मंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी ने धरती मां और प्रत्येक देश वासीयों की मां का भावनात्मक संदेश दिया है कि वृक्षों और पेड़ पौधों का विदोहन मत करो क्योंकि धरती मे उगा हुआ एक पेड़ मां के सम तुल्य है हमे हरियाली की चादर के साथ, सुकून की ठंडी छाँव की आँचल पसार कर देती है वह हम मानव जगत एवं समस्त प्राणियों की जीवन दायिनी है वह वायु मंडल मे अदृश्य महिन धूल धुसरित, लौह कण को अवशोषित कर शुद्ध वायु ऑक्सिजन प्रदाय करती ही है साथ ही प्रदूषण मुक्त वातावरण निर्मित करने में कारगर साबित हुई है एक पेड़ मां के नाम यही संदेश देने का प्रयास है
नवा रायपुर वन मंडल परिक्षेत्राधिकारी तीरथ राम साहू आगे बताते है कि उक्त योजना मे किसी प्रकार की कोताही नही बरती जा रही है क्योंकि कार्यक्रम विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी मे संपादित किया गया था जिनमे मुख्यतः प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, श्री केदार कश्यप, वन मंत्री,विशिष्ट अतिथि अरुण साव जी, विजय शर्मा जी, उप मुख्य मंत्री छ्ग शासन, श्री राम विचार नेताम जी दयाल दास बघेल जी,श्री ओ.पी.चौधरी जी, वित्त मंत्री, श्री टंक राम वर्मा, इंद्र कुमार साहू विधायक अभनपुर वन बल प्रमुख श्री निवास राव सहित सभी वन अधिकारी कर्मचारियों एन. आर.डी.ए. चेयरमैन श्री बजाज, भारतीय सेना के जवान, स्कूली छात्राओं, की उपस्थिति मे भिन्न भिन्न प्रजाति के मिश्रित पौधों का सफल रोपण संपन्न हुआ था जिसकी देख रेखा सुरक्षा व्यवस्था हेतु रात दिन प्लांटेशन क्षेत्र जैव विविधता पार्क मे चौकीदारी की नियुक्ति की गई है वही नवा रायपुर वन मण्डल के उप परिक्षेत्राधिकारी मैडम लीना कश्यप बताती है कि प्रति दिन स्थानीय ग्राम क्षेत्र के महिला पुरुष ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है जिन्हे जैव विविधता पार्क क्षेत्र में पौधे रोपण कार्य के अलावा उसकी सुरक्षा के उपाय, गाला, घाला , दवा खाद उपचार के अलावा प्राकृतिक वर्षा न होने की स्थिति मे नियमित सिंचाई खरपतवार इत्यादि की सफाई, लगातार की जा रही है डिप्टी रेंजर लीना कश्यप आगे बताती है कि संपूर्ण जैव विविधता पार्क मे आस्थावान धार्मिक पौधों के साथ ही फल दार, सायादार औषधि युक्त, लुप्त प्रायः वानिकी पौधों का रोपण किया गया है जिनमे मुख्यतः बरगद, पीपल, सागौन, कदंब, नीम, हर्रा, बेहड़ा, करंज, आम, जाम,नींबू, जामुन,चार, कटहल, शिशु, आँवला, तथा पेल्टाफार्म जैसे आधुनिक पौधों का सफल रोपण किया गया है डिप्टी लीना मैडम बताती है कि संपूर्ण रोपण क्षेत्र की व्यवस्था और सुरक्षा हेतु चाक चौबंद तरीके से की जा रही है गाय गरुआ मवेशी की सुरक्षा की दृष्टि कोण से चारो ओर तारो की वॉल फैसींग, और मुख्य मार्ग मे गेट लगाया गया है ताकि रोपण क्षेत्र सुरक्षित रह सके नवा रायपुर डिप्टी रेंजर लीना कश्यप बताती है कि रोपण एक पेड़ मां के नाम से किया गया है उसकी यह उक्ति यथा नाम तथा गुण को चरितार्थ करते हुए एक मां के समान ही लालन पालन करने का संपूर्ण प्रयास किया जा रहा है
जैसे मानव अपनी एक मां की सुरक्षा देखरेख उनके सपूतों द्वारा की जाती है रोपित किए गए एक एक पेड़ की पूरी सुरक्षा देखरेख उपचार पूरी तंमयता सतर्कता पूर्वक की जा रही है क्योंकि एक पेड़ मां नाम के लिए संपूर्ण अधिकारी, डीएफओ साहब से लेकर उप वन मण्डलाधिकारी विश्वनाथ मुखर्जी साहब, परिक्षेत्राधिकारी तीरथ साहू साहब सहित मैदानी अमला, लगातार मॉनिटरिंग, सुरक्षा, की दृष्टि से दिशा निर्देश देते रहते है जिसका प्रतिसाद निकट भविष्य मे देखने मिलेगा क्योंकि जो क्षेत्र कभी हरियाली के बिना उजडा हुआ निरस नज़र आता था वहाँ हरा भरा एक पेड़ मां के रूप मे लहलहाता हुआ प्राकृतिक पर्यावर्णीय ईश्वरीय वरदान हर मानव को मिली सौगात किसी स्वर्ग से कम साबित नही होगा
ऐसी हरीतिमा मनमोहक जन्नत या स्वर्ग जैसी प्रकृति संरचना को देख कर भला कोई कवि या शायर अपने कलम को विराम कैसे दे सकता है वह भी जब एक पेड़ का स्वरूप मां के रूप मे हों तब मुनव्वर राणा की चन्द पंक्तिया याद आ रही है जो कहते है -चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है







 
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