रविवार, 30 मई 2021

कोविड से पीड़ित मीडिया कर्मी के इलाज में हुए खर्च की प्रतिपूर्ति भी नियमों के तहत् राज्य शासन करेगा

 मुख्यमंत्री बघेल ने   कोरोना से दिवंगत मीडिया कर्मी के आश्रितों को 

पांच लाख रूपए की सहायता देने की घोषणा की, आई जे एफ के प्रदेश अध्यक्ष शरनजीत ने आभार जताया


कोविड से पीड़ित मीडिया कर्मी के इलाज में हुए खर्च की प्रतिपूर्ति भी नियमों के तहत् राज्य शासन करेगा


मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अपने बजट भाषण 2021-22 में ही मीडिया कर्मी की असामयिक मृत्यु पर दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि को दो लाख रूपए से बढ़ाकर पांच लाख रूपए किये जाने की घोषणा की थी





रायपुर ।  30 मई 2021 कोरोना से दिवंगत हुए मीडिया कर्मी के आश्रित परिजनों को छत्तीसगढ सरकार पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। यह सहायता संचार प्रतिनिधि कल्याण सहायता नियमों के तहत् दी जायेगी। इसके अतिरिक्त जो मीडिया कर्मी कोविड से पीड़ित होने पर अस्पताल मे भर्ती होकर इलाज कराये हैं, उनके इलाज में आये खर्च की प्रतिपूर्ति भी नियमों के तहत् राज्य शासन करेगा। कोविड पीडित संचार प्रतिनिधियों के परिवारो की जानकारी जनसम्पर्क संचालनालय द्वारा अपने एकत्र की जी रही है।



कोरोना से दिवंगत मीडिया कर्मी के आश्रित परिजनों या इलाज कराने वाले मीडियाकर्मी निर्धारित प्रपत्र मे आवेदनपत्र अभिलेखों सहित सम्बन्धित जिला जनसम्पर्क कार्यालय में जमा कर सकते हैं। 

इंडियन जर्नलिस्ट फेडरेशन छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष शरनजीत सिंह तेतरी ने पत्रकारों के हित में किए गए घोषणा की तहे दिल से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार ब्यक्त करता है। श्री तेतरी ने कहा कि हम जैसे ही प्रदेश में कोरोना महामारी से पत्रकारों की लगातार मौत होती रही तत्काल हमने मुख्यमंत्री जी से न्यायोचित मांग सर्वप्रथम प्रदेश में रखा था।

मीडिया कर्मियों को यह आर्थिक सहायता देने पत्रकार कल्याण कोष समिति की बैठक शीघ्र ही बुलाई जा रही है। ज्ञातव्य हो कि अन्य राज्यों से काफी पहले मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने बजट भाषण 2021-22 में मीडिया कर्मी की असामयिक मृत्यु पर संचार प्रतिनिधि कल्याण सहायतार्थ नियम के तहत् आर्थिक सहायता राशि को दो लाख रूपए से बढ़ाकर पांच लाख रूपए किये जाने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री श्री बघेल की घोषणा के अनुरूप जनसम्पर्क विभाग द्वारा नियमों में आवश्यक सुधार किया जा कर राजपत्र मे प्रकाशन के लिये भेजा जा चुका है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा अनुरूप आर्थिक सहायता पर क्रियान्वयन शुरू कर दिया गया है।

इंडियन जर्नलिस्ट्स फेडरेशन( ijf) छत्तीसगढ़ के पत्रकार संगठन के बन्धुयो ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा  आभार  जताया   शरनजीत सिंह तेतरी छत्तीसगढ़ प्रदेशअध्यक्ष (ijf), अमित मिश्रा प्रदेश उपाध्यक्ष, अनिल रतेरिया प्रदेश महासचिव, प्रताप नारायण सिंह प्रदेश सचिव , भारत योगी प्रदेश सचिव ,   आबिद शेख ,नरेंद्र शर्मा, महेंद्र ठाकुर,विजय लाल, किशोर कर ,शशिर देवगन , श्याम कश्यप ,

दीपक जैन, बसंत सचदेव प्रदेश उपाध्यक्ष, अरुण कुमार पंडा प्रदेश उपाध्यक्ष ,प्रदीप भट्टाचार्य प्रदेश उपाध्यक्ष , ज़रीन सिद्दीकी रायपुर संभाग  अध्यक्ष , यशवंत मरकाम गरियाबंद जिला अध्यक्ष , अरुण पाढ़ी जगदलपुर

बुधवार, 12 मई 2021

कोरोना से मृत पंचायत सचिव की बहन चुकेेश्वरी विश्वकर्मा को तीन दिन मेंअनुकंपा नियुक्ति- सचिव संघ का प्रयास*

 

*कोरोना से मृत पंचायत सचिव  की बहन चुकेेश्वरी विश्वकर्मा को तीन दिन मेंअनुकंपा नियुक्ति- सचिव संघ का प्रयास*



आरंग@ रायपुर जिले के जनपद पंचायत आरंग के ग्राम पंचायत रसोटा में ग्राम पंचायत सचिव पद पर पदस्थ,  विगत दिनों डायमंड सिंह विश्वकर्मा का ग्राम पंचायत में फ्रंट लाइन वर्कर की तरह अपने ड्यूटी निर्वाह करते हुए कोरोना से संक्रमित हो गया था इलाज के दौरान कोरोना संक्रमण से आकस्मिक मृत्यु 6 मई 2021 को हो गया, जिसकी सूचना जिला पंचायत सीईओ डॉ गौरव सिंह को मिलते ही तुरंत संज्ञान लेते हुए ब्लॉक अध्यक्ष सतीश नारंग को फोन पर बात कर निर्देशित किया कि 3 दिवस के भीतर निर्धारित प्रारूप में संपूर्ण दस्तावेज पूर्ण कर दिवंगत सचिव के आश्रित को अनुकम्पा नियुक्ति सबंधित फॉर्म जमा कराए जाए उनके निर्देश के परिपालन में ब्लॉक अध्यक्ष सतीश नारंग और राकेश बंजारे , शाखा प्रभारी अशोक मिश्रा के द्वारा 9 मई 2021 को अनुकम्पा नियुक्ति का फॉर्म दिवंगत सचिव के बहन कु. चुकेश्वरी विश्वकर्मा आवेदक के नाम से फॉर्म जमा किया और इस पर तुरंत कार्यवाही करते हुए जिला पंचायत सीईओ आश्रित को दिनांक 12 मई 2021 को सचिव पद हेतु नियुक्ति आदेश जारी किया। यह छ ग में पहली प्रकरण होगा जो मृत्यु के महज 5 दिन के भीतर किसी सचिव के आश्रित को अनुकम्पा नियुक्ति मिला।

*सचिव संघ के प्रांत अध्यक्ष व ब्लॉक अध्यक्ष के प्रयास से जल्द नियुक्ति आदेश मिल पाया*
        प्रदेश पंचायत सचिव संगठन के पत्र को ध्यान में रखते हुए विकास आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी की गई ज्ञापन क्रमांक  8483 दिनांक 3. 5.21 के  अनुसार जिला पंचायत रायपुर के सीईओ द्वारा अनुकंपा नियुक्ति प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मृतक सचिव डायमंड विश्वकर्मा की बहन कुमारी चुकेश्वरी विश्वकर्मा का अनुकंपा नियुक्ति मात्र 03 दिन में किया गया ।  बताते चले  कि अनुकंपा नियुक्ति के लिए  ब्लॉक स्तरीय टीम ने बहुत मेहनत किया है रातों-रात  फार्म भरा गया, एवं सीईओ साहब से निवेदन कर कार्यालय विकास आयुक्त के पत्र का हवाला देते हुए मृतक परिवार के आर्थिक स्थिति से अवगत कराया गया जिसे , सीईओ द्वारा  सहर्ष स्वीकार करते हुए तत्काल अनुकंपा नियुक्ति दिया गया ।

प्रदेश सचिव संघ के प्रांताध्यक्ष तुलसी साहू एवं आरंग ब्लॉक  अध्यक्ष सतीश नारंग ने अल्प समय मे अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ गौरव सिंह जी सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग प्रसन्ना साहब  डायरेक्टर साहब पंचायत को  धन्यवाद ज्ञापित किया एवं इस कार्य में लगे हुए जनपद पंचायत आरंग के  समस्त सचिव जो दिन रात मेहनत कर  अनुकंपा नियुक्ति कराने में मदद किया है उनका भी  धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया जिनमे मुख्यतः जिला अध्यक्ष अमर धनकर जी प्रांत अध्यक्ष तुलसी साहू एव  जनपद पंचायत आरंग के सचिव साथी ब्लॉक अध्यक्ष सतीश नारंग, उपाध्यक्ष गोवर्धन साहू, पूर्णिमा वर्मा, पुष्पा गोस्वामी, संरक्षक यशवंत टंडन, हरमोहन बांधे, योगेन्द्र अग्रवाल,सचिव कल्याण डहरिया, सह सचिव यशवंत कन्नोजे , कोषाध्यक्ष शोभा ध्रुव, रेणुका वर्मा, प्रवक्ता लवी गुप्ता, दाऊ लाल धीवर, मीडिया प्रभारी गंगा प्रसाद साहू, सलाहकार गिरधर साहू, गोपाल चंद्राकार, रोहित साहू, गौत राम साहू, रवि टंडन , रामाधार रात्रे, कार्यकारणी सदस्य भगवान दास खुते , कौशल साहू, दीपक वर्मा, पिंकेश बांधे , विश्वनाथ वर्मा, गायत्री शर्मा रास्टी सोनवानी, अनीता टंडन, धरम बंजारे, ममता साहू, लक्ष्मी मन्हरे, खिलावन ध्रुव, मेनका साहू सुरेन्द्र साहू, मीनाक्षी अग्रवाल  और सचिव संघ आरंग के प्रयास को सराहनीय बताया।

शुक्रवार, 7 मई 2021

जेल में निरुद्ध मुस्लिम कैदियों की कोरोना काल की वजह से रोजे फीके,,अब तक कोई संस्था ने नही लिया सुध,

 जेल में निरुद्ध मुस्लिम कैदियों की कोरोना काल की वजह से रोजे फीके,,अब तक कोई संस्था ने नही लिया सुध,


रायपुर रमज़ान के रोज़े का जुमातुल विदा हो गया यानी रोज़े अब अपने  अंतिम सप्ताह के अंतिम पायदान में है वहीं कुछ मुस्लिम भाई बहन ईद त्योहार की छुटपुट तैयारी भी प्रारंभ कर दिए होंगें लेकिन राजधानी रायपुर के सेंट्रल  जेलों में निरुद्ध विचाराधीन कैदियों को इस पवित्र माह रमज़ान में कोई सुध लेने वाला नही आया प्रायः देखा तो यह जाता रहा है कि सरकारी आयोग, निगम मंडल,बोर्ड, संस्था द्वारा पूर्व से ही जेल विभाग के उच्च अधिकारी को पत्र लिख कर निर्देशित किया जाता था कि मुस्लिम बंदियों  के रोजदारी अफ्तारी का व्यवस्था किया जाए परन्तु कोरोना काल के भीषण महामारी मे सरकारी निगम मंडल आयोग ने पत्र लिख कर व्यवस्था करना भी मुनासिब नही समझा जेल सूत्रों से  ज्ञात यह हुआ है कि मुस्लिम रोजदार कैदियों को  सुबह मिलने वाला भोजन को शाम की अफ्तारी बना कर रोजे खोले  जा रहे है और रात के भोजन को ही सेहरी के लिए उठा कर रख दिया जा रहा है इसमें जेल प्रशासन का कोई दोष नही वह तो अपने नियम अनुसार कार्य कर रही है परंतु राज्य सरकार से संबंधित निगम आयोग बोर्ड जैसी कई अल्पसंख्यक विभाग से संबंधित संस्थाए कार्य कर रही है परंतु एक भी ऐसी निगम मंडल,आयोग  संस्थाओं ने जेल विभाग को एक  पत्र लिख कर रोजदारों के रोजे व्यवस्था हेतु  दिशा निर्देश पत्र जारी नही किया  हालांकि इसकी वजह कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर भी मानी जा रही है बावजूद गत वर्ष अल्पसंख्यक आयोग द्वारा कम से कम जेल प्रशासन को पत्र लिख कर जेल में निरुद्ध विचाराधीन कैदियों के रोजे की समुचित व्यवस्था के लिए पत्र लिखा था वही कुछ समाजिक संस्थाओं द्वारा भी जेल में रोजा अफ्तारी की व्यवस्था की जाती थी परन्तु कोरोना काल मे ऐसी सामाजिक संस्थाओं ने भी अपने हाथ पिछे खींच लिए है और मुस्लिम रोजेदार कैदी बगैर खजूर मुंह मे रखे  पानी पी कर रोजे खोल रहे है 

गुरुवार, 6 मई 2021

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दीपक दुबे के परिवार पर कोरोना का कहर

 वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दीपक दुबे के परिवार पर कोरोना का कहर



सतत 50 वर्षों से कांग्रेस को समर्पित श्री दीपक दुबे (पंडरी, रायपुर) पर कोरोना मानों कहर बन कर टूटा है। बीते माह भर में दुबे परिवार के छः सात लोगों को कोरोना संक्रमण ने अपनी चपेट में लिया। यहीं रायपुर में ही निवासरत छोटे दामाद इंजीनियर लीलाधर शुक्ल, साले उमाशंकर दुबे और उनसे छोटे रवि शंकर दुबे की क्रूर कोरोना ने इसी हफ्ते इहलीला समाप्त कर दी। दीपक दुबे की तीनों बेटियों को कोरोना संक्रमण ने अपनी गिरफ्त में लिया। सघन और सतत उपचार के बाद बेटियों के स्वास्थ्य में सुधार हुआ तो उनके एक भतीजे (छोटे साले के बेटे) को संक्रमण से बचाने में लगे रहे दुबे जी। बहत्तर (72) वर्ष की आयु में भी अपनी धर्मपत्नी श्रीमती आशा दुबे और बहु श्रेया दुबे, बेटे आकाश दुबे के साथ सबकी देखभाल में लगे दीपक दुबे के हौसले-हिम्मत और धीरज ने एक छत और एक छत्रछाया के नीचे सबको सम्हालने का प्रयास किया। उन्होंने अपने तीन नहीं बल्कि चार प्रियजनों को खो दिया। कुछ ही दिनों पहले श्री दुबे ने अपने चाचा कृष्ण कांत दुबे (संचालक-सुख सागर) को खो दिया था। 

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओं में, संगठन के अग्रणी नेताओं में जिनकी गिनती होती है, वह दीपक दुबे जिन्होंने हर समय कांग्रेस में सेवारत रहना ही अपने जीवन का ध्येय माना, आज मानों टूटने से लगे हैं। 

यहां हम सभी को यह जानना जरूरी हो जाता है कि श्री दीपक दुबे कौन हैं? श्री दुबे पंडित श्यामा चरण शुक्ल के निकटतम लोगों में से एक माने जाते हैं। अपने आखिरी दिनों में पंडित श्यामा चरण जी शुक्ल ने रायपुर के एक निजी अस्पताल में उनसे मिलने आए कांग्रेस के शीर्ष नेता मोतीलाल वोरा के हाथों में दीपक दुबे का हाथ थमाते हुए कहा था कि  इनका ध्यान रखना। इन्होंने कांग्रेस को अपने जीवन का स्वर्णिम समय दिया है, हम इन्हें कुछ भी नहीं दे पाए।  1972 में बिलासपुर पहुंच वहां तीन महीने रुक कर श्री श्रीधर मिश्र (चतुरू बाबू) पूर्व केबिनेट मंत्री मध्यप्रदेश शासन का चुनाव सम्हाला, 1994 में तरुण चटर्जी जैसे दिग्गज और कद्दावर नेता को उन्हीं के वार्ड में पार्षद का चुनाव हरवाया था। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से प्रदेश कांग्रेस कमेटी में लगातार महामंत्री, उपाध्यक्ष जैसे जिम्मेदारी के पद पर कार्यरत रहते हुए, मोतीलाल वोरा,चरण दास महंत, नंद कुमार पटेल, भूपेश बघेल सभी के अध्यक्षीय कार्यकाल में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की। कांग्रेस को सत्तारूढ़ करने वाली चुनावी टीम के सदस्य भी रहे हैं। ऐसी विषम परिस्थितियों में श्री दीपक दुबे के लिए उनकी अपनी कांग्रेस पार्टी यदि आज एक संबल बन कर साथ खड़ी दिखती, तो यह उनके टूटते हौसलौं को सहारा होता।

बुधवार, 5 मई 2021

सचिव संघ आरंग ने सीईओ आरंग को ज्ञापन सौंपा.... कोविड व्यवस्था के अलावा अन्य कार्य नही करेंगे।-सतीश नारंग

 


सचिव संघ आरंग ने सीईओ आरंग को ज्ञापन सौंपा.... कोविड व्यवस्था के अलावा अन्य कार्य नही करेंगे।-सतीश नारंग


आरंग, प्रदेश सचिव संघ छत्तीसगढ़ के ज्ञापन क्रमांक 141/कोविड़ 19/2021-22 रायपुर दिनांक 03.05.2021 के संदर्भ में छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संघ के जिला इकाई के जिला अध्यक्ष एवं ब्लॉक इकाई के ब्लॉक अध्यक्षों का दिनांक 18.04.2021 को वर्चुअल बैठक में लिए निर्णयानुसार से जनपद पंचायत आरंग के समस्त ग्राम पंचायतों में कार्यरत सचिव अपने पंचायत के मूल कार्य के साथ कोविड 19 अन्तर्गत केवल एक ही कार्य कवारेंटाइन सेंटर की व्यवस्था का कार्य संपादित करेंगे। इसके अतिरिक्त अन्य कार्य जैसे -  कोरोना  टीकाकरण, कोरोना टेस्ट,  कोरोना संक्रमण से मृतक का अंतिम संस्कार सहित कोवीड 19 सबंधित अन्य कार्य के लिए दूसरे विभाग के कर्मचारियों से कार्य लिए जाने सबधित ज्ञापन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आरंग को ज्ञापन सौंपा, *ज्ञात हो कि सचिव पंचायत स्तर मेे मैदानी स्तर में कोरोना रोकथाम हेतू फ्रंट लाइन वर्कर  की तरह शासन द्वारा कार्य लिया जा रहा है लेकिन अभी तक 50 लाख रुपए की बीमा कवर सचिवों को नहीं दिया गया ड्यूटी करते हुए प्रदेश से सैकड़ों सचिव स्वर्गवास हो गए है*



इससे सचिव साथी और उनके परिवार डरे हुए है,ज्ञापन सौपने के लिए सचिव संघ आरंग के अध्यक्ष सतीश नारंग, पूर्व अध्यक्ष योगेन्द्र अग्रवाल, सह सरक्षक हरमोहन बांधे, सचिव कल्याण डहरिया, प्रवक्ता गंगा प्रसाद साहू, कार्यकारणी सदस्य पिंकेश बांधे मास्क व सामाजिक दूरी का पालन करते हुए उपस्थित रहे।

मीडिया फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष नवाब कादिर ने पत्रकारों को अग्रिम पंक्ति सिपाही का दर्जा देने की मांग की*

 *मीडिया फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष नवाब कादिर ने पत्रकारों को अग्रिम पंक्ति सिपाही का दर्जा देने की मांग की*


रायपुर मीडिया फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष नवाब कादिर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रदेश के पत्रकारों को अग्रिम पंक्ति के कोरोना सिपाही का दर्जा देने की मांग की है नवाब कादिर ने कहा कि दो वर्षों से अनेक पत्रकार कोरोना काल के महामारी में अपने पत्रकारिता दायित्व का निर्वाहन करते हुए समाचार संकलन कर असमय काल कलवित हो चुके है फिर भी अपने जान की परवाह किए बगैर संक्रमण काल मे समाचार संकलन कर रहे है तथा संक्रमित हो कर अपना और अपने परिवार को खतरे में डाल रहे है परंतु प्रदेश सरकार 


असंवेदनशीलता का परिचय देते हुए  उन्हें अब तक फ्रंट लाइन वारियर्स का दर्जा नही दी है जिससे उनके परिवार को वह सम्मान नही मिल पा रहा है जिसके वे अधिकारी है जबकि देश के अनेक राज्य ने पत्रकारों की भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्हें फ्रंट लाइन वारियर्स का दर्जा देकर सामाजिक आर्थिक रूप से सम्मानित कर चुकी है मीडिया फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष नवाब कादिर कोषाध्यक्ष अलताफ हुसैन ने प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शीघ्र ही पत्रकारों को फ्रंट लाइन वारियर्स का दर्जा देने की मांग की है