रविवार, 30 जनवरी 2022

संत सांई नौशाह संचियार सरकार का उर्स पाक धूमधाम से मनाया गया

 सूफ़ी संत सांई नौशाह संचियार सरकार का उर्स पाक धूमधाम से मनाया गया

रायपुर छग में इस्लामी सूफी संत की एक अलग ही परंपरा रही है जिसमे अपने (गुरु)पीर की स्मृति में प्रति माह और वार्षिकी स्तर पर महफिले रंग ए महफ़िल होती है  जिसमे उनके बताए सत मार्ग में चलने अपने अनुयायियों को प्रेरित किया जाता है जिन्हें गुरु (पीर) के द्वारा प्रदत्त प्रतिनिधित्व मिलता है वही उनके बताए सत मार्ग के प्रवचन से लोगों में जागरूकता लाकर एकात्म ईश्वर की ओर चलने का मार्ग प्रशस्त करते है तथा लोगों के सुख दुख को अपने आशीर्वाद के माध्यम से हरने की प्राथना सर्व विधमान ईश्वर से करते है इस्लाम धर्म मे गुरु शिष्य की बेहतरीन परंपरा का निर्वहन संत सांई नौशेरा  संचियार नौशाह गंज सरकार के प्रतिनिधित्व छग में केवल संत सांई डॉ. एम.ए. गनी  साहब को प्राप्त हुआ है उन्ही गुरु का वार्षिकी उर्स पाक बड़ी ही  शान ओ शौकत के साथ रायपुर शहर के स्थानीय  कचहरी चौक में स्थित निवास स्थल पर बड़ी धूमधाम से मनाया गया श्री सांई गनी ने आगे कहा कि क्षमा और प्रायश्चित ये दोनों ऐसे मन्त्र है जिसे अंगीकार करने पर  मानव का जीवन सार्थक हो जाता है  दोनों ही मंत्र का नियमित उच्चारण करने पर मानव जीवन समस्त मुसीबत से बचता है और सारे परेशानियों से भी बच जाता हॉर्स के अवसर पर  छग प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र से भी बडी संख्या में श्रद्धालु एवं अनुयायी उपस्थित हुए तथा संत सांई गुरु डॉ. एम.ए. गनी साहब के अमृत वाणी का लाभ उठाया संत सांई  डॉ.गनी ने अपने संक्षिप्त प्रवचन में अपने  गुरु (पीर)नौशाह संचियार जी के संदर्भ में प्रकाश डालते हुए बताया 

कि सांची का अर्थ सत्य एवं यार का अर्थ दोस्त होता है जिनका संपूर्ण जीवन गुजरात एवं पाकिस्तान बॉर्डर से लगा हुआ है आपने सदैव मानव सेवा को अपना कर्म समझा तथा लोगों को सत्मार्ग में चलने प्रोत्साहित कर ईश्वर मार्ग से संलिप्त करने का प्रयास किया ऐसे अनेक चमत्कारिक घटनाएं भी हुई जिनसे प्रभावित होकर श्रद्धालुओं ने उनका साथ पकड़ा और आज तक उस परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है अपने अंतिम देवलोक गमन पूर्व उनकी मंशा अनुरूप उन्हें गुजरात पाकिस्तान से लगे चिनाब नदी के तट के समीप गुरुवर नौशाह गंज बक्श सरकार की समाधि बनाई गई तथा उनके समाधि को तीन मर्तबा नदी के कछार से हटाया गया और तीनों मर्तबा ही उनका शव यथावत था न किसी प्रकार का उनके शरीर मे चोट था और न ही  शव क्षत विक्षप्त था और न ही उनका कफ़न मैला था  यही नही उक्त चमत्कारिक घटना की भविष्यवाणी स्वयं सचियर सरकार ने चार सौ वर्ष पूर्व कर दी थी कि उनके श्री मुख के दर्शन उनके अनुयायी तीन मर्तबा करेंगे जो अक्षरशः सत्य साबित हुई संत सांई डॉ. गनी सरकार ने आगे बताया कि श्री सांचियार सरकार का शिजरा और सिलसिला  पिराने पीर दस्तगीर हुजूर गौसे आज़म सरकार से मिलता है यही नही सांचियार सरकार के पूरे विश्व मे करोड़ों अनुयायी है तथा उन्हें भी उनके निवास स्थल में जाने का अवसर मिला जिनके सत मार्ग में चल कर ही उन्हें भी छग प्रदेश में प्रतिनिधित्व (खिलाफत)प्राप्त हुआ तथा गुरु शिष्य परंपरा को उनके दिखाए मार्ग में चल कर ही वे आगे बड़ा रहे है उन्होंने आगे बताया कि मनुष्य उपभोगी,स्वार्थी,एवं लालची होता है वह प्रत्येक क्षण पाप करता है यदि अपने पापों का प्रायश्चित वह प्रति दिन रात्रि के सोने के पूर्व कर ले तो ईश्वर उसे अवश्य क्षमा करता है वही उसे प्रतिदिन  मिलने वाले नवजीवन के लिए भी अपने आराध्य ईश्वर  का ऋणी होना चाहिए कि उसे शुक्र एवं क्षमा का अवसर प्रदान कर उसे अपने अज्ञान स्वभाव से हुए पाप को क्षमा करने का सु अवसर प्रदान कर मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है सूफी संत सांई डॉ गनी ने आगे कहा कि मनुष्य को जीवन केवल धन ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए नही मिला है बल्कि अच्छे संस्कार, ईश्वरीय आराधना,सद्कर्म,के लिए प्राप्त होता है उसे छल कपट स्वार्थ सिद्धि का साधन मत बनाओ बल्कि सदविचार, सद्गुणों से दूसरों की सहायता से सत्मार्ग पर चल कर जीवन को सार्थक बनाओ तभी ईश्वर की प्राप्ति सुनिश्चित होगी उर्स के अवसर पर दरबारी कव्वाल उस्ताद सलाम हुसैन आज़ाद ने अपने बेहतरीन तरन्नुम में नाते पाक और कलाम  पढ़ा जिसे सुनकर उपस्थित श्रद्धालु झूम उठे पश्चात प्रसाद लंगर का वितरण किया गया कार्यक्रम में कोरोना गाइड लाइन का पूरा ख्याल रखा गया और देर रात तक कव्वाली का कार्यक्रम चलता रहा और श्रद्धालु गण सांचियार सरकार से सन्दर्भित अलौकिक दिव्य प्रवचन से मालामाल होते रहे

शुक्रवार, 28 जनवरी 2022

साहू समाज के अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी को गृहमंत्री साहू ने दी अंतिम विदाई

 साहू समाज के अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी को गृहमंत्री साहू ने दी अंतिम विदाई


रायपुर (मिशन पॉलिटिक्स) छत्तीसगढ़ साहू समाज के अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी जी का आज निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ्य चल रहे थे। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने गुरूर जिला बालोद जा कर श्री हिरवानी जी के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर उन्हें विदाई दी। श्री हिरवानी जी की मृत्यु पर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए गृहमंत्री साहू ने कहा कि  हिरवानी जी ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में हमेशा साहू समाज के उत्थान और प्रगति के लिए काम किया है। उनका आकस्मिक जाना पूरे साहू समाज और हम सभी के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। श्री साहू ने दिवगंत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की एवं शोकाकुल परिवार जनों का ढांढस बंधाया।

सोमवार, 24 जनवरी 2022

पर्यटन मंत्री साहू ने ली विभागीय समीक्षा बैठक*

 *पर्यटन मंत्री साहू ने ली विभागीय समीक्षा बैठक* 

रायपुर प्रदेश के लोक निर्माण, गृह, जेल, धार्मिक एवं पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज रायपुर निवास कार्यालय में पर्यटन विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली जिसमें पर्यटन विभाग के अब-तक हुए कार्यों और आने वाले वर्षों में किये जाने वाले कार्यों की समीक्षा की गयी। इस बैठक में उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आने वाले वर्षों में पर्यटन नीति के अनुसार उचित योजना बनाकर कार्य निष्पादित करें। प्रदेश में चिन्हांकित पर्यटन स्थलों को योजना बनाकर विकसित करें और उनमें स्थानीय लोगों को रोजगार एवं व्यापार करने की सुविधा सुनश्चित करें। सभी अधिकारी कार्ययोजना बनाकर तय समय में और क्वालिटी का पूरा ध्यान रखते हुए इन पर्यटन स्थलों को पूर्ण रूप से विकसित करें। उन्होंने मुख्यमंत्री जी की महत्वाकांक्षी योजना राम वन गमन पर्यटन परिपथ से जुड़े कार्यों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने और प्रगतिशील निर्माण कार्यों के सतत निरीक्षण के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया। श्री साहू ने अधिकारियों को कहा कि प्रदेश के जिन जिलों में पर्यटन की संभावनाएं हैं, उन्हें चिन्हांकित कर उन्हें विकसित करने की भी पूरी योजना तैयार करें ताकि प्रदेश के नए पर्यटन स्थलों में भी पर्यटन को प्रोत्साहन मिले। उन्होंने पर्यटन स्थलों में विकास कार्यों को प्राथमिकता देने, प्रशिक्षित कर्मचारियों की तैनाती के साथ आमदनी बढ़ाने के लिए पीपीपी माडल को अपनाने पर भी विभाग के अधिकारियों से चर्चा की। बैठक में संसदीय सचिव एवं विधायक श्री विकास उपाध्याय, अध्यक्ष पर्यटन बोर्ड श्री अटल श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष पर्यटन बोर्ड श्रीमती चित्रेखा साहू,  श्री अल्बंगन पी. सचिव पर्यटन,  श्री अनिल साहू एम.डी.पर्यटन, आदि उपस्थित थे।

गुरुवार, 20 जनवरी 2022

वन विकास निगम में नौकरी का झांसा देकर अधिकारी कर रहा था युवती का दैहिक शोषण - मामले की शिकायत हुई

 वन विकास निगम में नौकरी का झांसा देकर अधिकारी कर रहा था युवती का दैहिक शोषण - मामले की शिकायत हुई

रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़ )छग राज्य वन विकास निगम में पहले तो भ्रष्टाचार के खेल का ही बोलबाला था परन्तु अब इसके साथ ही महिला कर्मियों के दैहिक शोषण के मामले भी धीरे धीरे सामने आने लगे है  जिसकी वजह से विभाग की महिलाएं स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही है और वविनि की किरकिरी भी हो रही है पूरी घटना कोटा पंडरिया परियोजना मंडल बिलासपुर का बताया जा रहा है जहां पर एक वविनि कर्मी विगत छ माह से एक  महिला को वविनि में  नौकरी दिलाने  का झांसा देकर उसका दैहिक और आर्थिक शोषण करते आ रहा है जिसकी लिखित शिकायत स्वयं पीड़िता ने पुलिस एवं  विभागीय स्तर पर की है 

  संपूर्ण मामला छग राज्य वन विकास निगम के बिलासपुर स्थित कोटा पंडरिया परियोजना मण्डल का बताया जा रहा है जहाँ ग्राम कुंवारीगढ़ तहसील कोटा जिला बिलासपुर की पीड़िता को बिलासपुर परियोजना मंडल कार्यालय में सहायक प्रबंधक लेखा पद में कार्यरत टी.श्री हरि के द्वारा अपने छल्लेदार बातों से उसे स्थायी नौकरी दिलाने का झांसा देकर विगत छ माह से उसका  लगातार  शारीरिक और आर्थिक शोषण करते आ रहा है जिसकी शिकायत पीड़िता ने एसपी बिलासपुर सहित थाना  प्रभारी एवं  परियोजना मंडल बिलासपुर के मंडल प्रबंधक ,आरजीएम, को की है बताया जा रहा है कि ग्रामीण पीड़िता नौकरी की तलाश में थी तथा टी.श्री हरि सहायक प्रबंधक लेखा द्वारा उसे वन विकास निगम में कार्य दिलाने एवं स्थायी नौकरी का झांसा देकर उसका  दैहिक, आर्थिक शोषण करते आ रहा था जब वह नौकरी नही लगा पाया और अपने कथन पर खरा नही उतरा तब पीड़िता ने उसकी शिकायत ऊपर की जो अब संपूर्ण वन विकास निगम में चर्चा का विषय बन गया है बताते चले कि सहायक प्रबंधक लेखा बिलासपुर में पदस्थ टी.श्री हरि के द्वारा इसके पूर्व भी वर्ष 2015-16 में  एक अन्य महिला सहकर्मी के साथ वर्षों तक उसका दैहिक शोषण करने की बात सामने आई थी जिसकी शिकायत पर काफी समय तक टी.श्री हरि पर कानूनी कार्यवाही किया गया था  फिर भी विभाग के जिम्मेदारों की ओर से उस पर कोई नैतिक विधिवत कार्यवाही न करते हुए उसे विभाग में ही रखा गया जिसकी परिणीति के रूप में कथित श्री टी.हरि के द्वारा पुनः यह दूसरी शर्मनाक घटना को अंजाम दिया गया इसके अलावा वसूली के मामले में सहायक लेखा प्रबंधक टी.श्री हरि के द्वारा एक अन्य दीन निर्धन श्रमिक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को भी जो विगत तीस वर्षों से वविनि में अपनी सेवाएं दे रहा था उससे भी अस्सी हजार रुपये की मांग श्री हरि के द्वारा इस कथन के साथ  किया गया था कि पैसे वित्त प्रबंधक लेखा  भोजराज जैन साहब को देना है तब नियमिति करण में नाम जोड़ा जाएगा तब हताश होकर कथित दैवेभो श्रमिक रामनारायण साहू  ने इसकी शिकायत ऊपर तक की थी  यही नही कोरोना  संक्रमण से मृत अधिकारी सेवतकर साहब के ग्रेच्युटी फंड सहित अन्य कर्मियों की  नियुक्ति, क्रमोन्नति,पदस्थी  में बड़े लेनदेन के मामले  सहित अनेक अनैतिक कृत्य कथित सहायक लेखा कर्मी टी श्री हरि द्वारा किया जा चुका है तथा यह सब ऊपर बैठे भोजराज जैन के दिशा निर्देश पर किया जाता रहा है   उल्लेखनीय  है कि इसके पूर्व भी बार नवापारा परियोजना मंडल कार्यालय रायपुर में कार्यरत एक अनुकंपा नियुक्त कर्मी जागृत देवांगन के द्वारा  गत वर्ष 2021 में एक होटल में लड़कियों की दलाली,एवं अय्याशी करते हुए पाए जाने पर स्थानीय महासमुंद पुलिस द्वारा उस पर कार्यवाही की गई जिसकी वजह से उसे जेल भी हुई परन्तु इसका परिणाम यह हुआ कि ऐसे दागदार कर्मियों पर ऊपर बैठे अधिकारियों की कृपा बरसती रही और अब ज्ञात यह हो रहा है कि जागृत देवांगन जैसे अय्याश प्रवृति के कर्मी को  पुनः कोडार डिपो में बहाल कर दिया गया बताया तो यह भी जा रहा है कि बहाली कराने के एवज में अय्याश जेल की हवा खाने वाले दागी कर्मचारी जागृत देवांगन के द्वारा लगभग साढ़े तीन लाख रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक की राशि ऊपर दिए जाने के समाचार मिल रहे है जिसमे छग राज्य मुख्यालय में संविदा नियुक्त वित्त प्रबंधक लेखा  भोजराज जैन का नाम उक्त प्रकरण में भी प्रमुखता से  बताई जा रही है दागी जगृत देवांगन के बहाली में उनकी संपूर्ण भूमिका बताई जा रही है ये वही  भोजराज जैन है जो अपनी संविदा नियुक्ति सेवानिवृत्त होने के पूर्व ही छग राज्य वन विकास निगम मुख्यालय में वित्त प्रबंधक लेखा के पद पर बड़ी चालाकी से करवा लिया तथा राज्य भर के समस्त वन विकास निगम के परियोजना मंडल कार्यालयों से प्रति  माह ऑडिट,स्थानांतरण,नियुक्ति,पदस्थी,एवं नौकरी, लगाने के नाम पर  लाखों की राशि वसूल करते आ रहे है तथा कर्मियों का भयादोहन कर राशि सो अलग करते रहे है जिनके ही छत्र छाया में ऐसे परियोजना मंडल कार्यालयों में उन्होंने अपने मोहरे बैठा रखे है जो इनके ही दिशा निर्देश पर कार्य करते हुए राशि एकत्रित कर इन्हें पहुंचाते है अब यह पैसा जाता कहां है ये तो वही बता सकते है परन्तु संकलित किए गए राधि का  बीस प्रतिशत राशि ऐसे संकलन कर्ता कर्मी स्वयं रख लेते है जिनमे टी.हरि जैसे सहायक लेखा बिलासपुर कोटा पंडरिया परियोजना मंडल में कार्यरत कर्मी की सहभागिता से इंकार नही किया जा सकता ...जो सैय्या भयो कोतवाल.. तो अब डर काहे का ...की उक्ति को चरितार्थ कर रहे है तथा बे खौफ होकर समस्त अनैतिक कृत्यों को अंजाम दे रहे है ऐसे मुंह लग्गे  कर्मियों को न नौकरी जाने का डर और न ही कोई विभागीय कार्यवाही होने का भय जिसकी वजह से इनके हौसले बुलंद है  तथा भ्रष्टाचार, गड़बड़ घोटाला, सहित समस्त अनैतिक कर्म को बे खौफ हो कर कर रहे है जिसका साक्षात उदाहरण ग्राम कुंवारीगढ़  तहसील कोटा की पीड़िता के साथ हुए कृत्य के रूप में अब समने आया है यही नही पूर्व में वविनि में कार्यरत अय्याश प्रवृति के जागृत देवांगन जो लाल बंगले की सैर कर के आया हो ऐसे दागी कर्मी के बहाली के पीछे भी वित्त प्रबंधक लेखा भोजराज जैन का हाथ ही बताया जा रहा है जिसके जेल निरुद्ध एवं न्यायालयीन विधिक कार्यवाही होने के बावजूद उसे नौकरी से पृथक करने के बजाय उसकी बहाली वन विकास निगम के कोडार डिपो में कर दिया गया जो विस्मयकारी ही नही बल्कि हतप्रभ करने वाला है  अब निगम कर्मियों एवं आम लोगों के बीच में यह सवाल बड़ी शिद्दत से उठ रहा है कि क्या छग राज्य वन विकास निगम ऐसे अधर्मी और कुकर्मियों का शरण स्थल बनता जा रहा है ? या फिर एक प्रकार से उन्हें शरण देकर अपने भावी विलासता के संसाधन जुटाए जा रहे है ? यदि नही तो फिर उन्हें  किस अच्छे सद्कर्म एवं प्रतिभा को देखकर उनकी बहाली की गई है या भविष्य में की जाएगी यह यक्ष प्रश्न है ? चर्चा तो इस बात को लेकर भी हो रही है कि  बिलासपुर सहायक प्रबंधक टी.श्री हरि पर भी विभागीय कार्यवाही नाममात्र होगी क्योंकि जब तक वित्त प्रबंधक लेखा पद पर  भोजराज जैन जैसे अधिकारी रहेंगे वे गुरु शिष्य की परंपरा को कायम रखते हुए सारे हथकंडे अपनाते रहेंगे  तथा तब तक  छग राज्य वन विकास निगम में  अव्यवस्था और भ्रष्टाचार का खेल यूं ही चलता रहेगा.

बुधवार, 19 जनवरी 2022

लखराम ग्राम पंचायत के तत्कालीन निलंबित सचिव को बर्खास्त एवं एफआईआर दर्ज करने की तैयारी

 लखराम ग्राम पंचायत के तत्कालीन निलंबित  सचिव को बर्खास्त एवं एफआईआर दर्ज करने की तैयारी 

 ’वित्तीय अनियमितता के कारण किया गया था निलंबित’

बिलासपुर जिले के बिल्हा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत लखराम के तत्कालीन सचिव श्री अनूप यादव को वित्तीय मामलों मे अनियमितता पाए जाने के कारण मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बिलासपुर द्वारा निलंबित कर दिया गया था।

जिला पंचायत के सूत्रों ने बताया कि ग्राम पंचायत लखराम के तत्कालीन सचिव श्री अनूप यादव के विरुद्ध वित्तीय अनियमितता की शिकायत की गयी थी। 

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने छह सदस्यीय टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए थे। जांच दल द्वारा जाँच की कार्यवाही पूर्ण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जाँच रिपोर्ट में ग्राम पंचायत लखराम के तत्कालीन सचिव एवं वर्तमान में ग्राम पंचायत दर्रीघाट के सचिव श्री अनूप यादव वित्तीय अनियमितता के दोषी पाए गए । जाँच रिपोर्ट में पाया गया कि उन्होंने कचरा शेड निर्माण के लिए तीन लाख रुपये खाते से निकाले थे लेकिन स्थल निरीक्षण में कोई कार्य नहीं हुआ था। जांच में पाया गया कि सचिव अनूप यादव ने बिजली बिल के नाम पर 13 लाख की राशि का आहरण कर उसका दुरुपयोग किया। इसी प्रकार क्वारन्टीन सेंटर की समुचित व्यवस्था करने के लिए सरपंच और सचिव द्वारा 55 हजार रुपये का नकद आहरण किया गया और जांच में पाया गया कि आहरित राशि रोकण पंजी में दर्ज नही की गयी थी। अनुप यादव को छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा आचरण नियम 1998 का उल्लंघन करने के कारण निलंबित किया गया था, जिनके खिलाफ अब एफआईआर दर्ज करने एवं सेवा से बर्खास्त करने की तैयारी चल रही है। 

इस पूरे प्रकरण पर भाजपाई नेताओं की अहम भूमिका होने की बात कहीं जा रही है। जिला पंचायत के एक अधिकारी ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि अनुप कुमार यादव के खिलाफ जिला पंचायत सीईओ द्वारा कभी भी बर्खास्त करने के साथ ही एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी किया जा सकता है।

शुक्रवार, 14 जनवरी 2022

वविनि में भोज का राज कायम नियम विरुद्ध हो रही अब भी नियुक्तियां

 वविनि में भोज का राज कायम 

नियम विरुद्ध हो रही अब भी नियुक्तियां



अलताफ हुसैन

रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़) छग राज्य वन विकास निगम में जब तक भोजराज जैन जैसे संविदा नियुक्त अधिकारी रहेंगे तब तक वन विकास निगम में नियम विरुद्ध


नियुक्तियां भी अपने चरम पर रहेगी और भ्रष्टाचार का खेल यूं ही चलता रहेगा अभी ताज़ा समाचारों से यह ज्ञात हो रहा है कि एक बार पुनः नियम विरुद्ध जाकर एक ऐसे नव नियुक्त अधिकारी की पदस्थी उच्च पद पर करवा दी गई जिसकी कल्पना नही की जा सकती है इसके पीछे बहुत बड़ा लेनदेन की बात मानी जा रही है क्योंकि नियम में यह स्पष्ट है कि कोई भी नया अधिकारी जिसे कम से कम  वर्ष दो वर्ष तक विभागीय जानकारी के उद्देश्य से ट्रेनिंग दी जाती है  उपरांत उसकी नियुक्ति की जाती है परन्तु छग राज्य वन विकास निगम एक ऐसा अलहदा विभाग बन चुका है जहां नियुक्ति का खेल केवल लेनदेन पर ही किया जाता है यहां वरिष्ठता,वरीयता,और योग्यता कोई मायने नही रखती  यहां सारे नियम कायदे को दरकिनार कर... अपनी डफली.. अपना राग.. की तर्ज पर कार्य संचालित होता है इसके लिए बाकायदा एक ही व्यक्ति द्वारा अब तक संपूर्ण  छग वन विकास निगम की बागडोर अपने हाथों में थाम रखा है और वह भोजराज जैन है  एक प्रकार से  देखा जाए तो  केवल भोज का राज ही यहां चल रहा है सेवा निवृत्त पश्चात वविनि में संविदा नियुक्त  भोजराज जैन वित्त प्रबंधक लेखा के गरिमामयी जैसे पद पर  बैठे उक्त अधिकारी के सैकड़ों ऐसे प्रकरण और शिकायते जिसमे लेनदेन कर  संविदा नियुक्ति,जैसे मामले  जन मानस के समक्ष अब तक आ चुके है जिसका प्रमुखता से फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़ में प्रकाशन भी किया जा चुका है  जिसमे उनके काले  कारनामों का काला चिट्ठा खोला गया था

परन्तु हालिया वविनि के कवर्धा डिवीजन में  एक प्रशिक्षु डीडीएम (एस डी ओ)जो कवर्धा जिले में पदस्थ थे तथा उन्हे जुमा जुमा दो तीन माह ही हुए थे बगैर जानकारी प्राप्त के  ही उन्हें डीएम(डीएफओ) के रूप में प्रभार दिए जाने का प्रकरण प्रकाश में आया है उक्त डीएम पद में नियुक्ति को लेकर खास तौर पर चर्चा यह हो रही है कि वविनि में आईएफएस अधिकारियों की उपस्थिति में कथित प्रशिक्षु  डीडीएम को डीएम जैसे गरिमामयी पद पर नियुक्त कैसे कर दिया गया इस संदर्भ में यह चर्चा हो रही है कि   संविदा नियुक्त अधिकारी भोजराज जैन  एक कुशाग्र,बुद्धि के अधिकारी के रूप में जाने जाते है तथा पूर्व में अपनी पहुंच,पद पॉवर के चलते  उंनके द्वारा संपूर्ण छग प्रदेश वन विकास निगम का बेहद शातिराना ढंग के शतरंज का खिलाड़ी उन्हें यूं ही नही कहा जाता है तभी तो वह चाहे जमीनी कर्मचारी हो या ऊपर बैठे अधिकारी हो, बड़ी चालाकी से लेनदेन कर उन्हें मलाईदार स्थानों पर बैठाने का प्रलोभन देकर  मोहरे  बैठाने के हुनर में माहिर कहे जाते है ताकि पद मिलने के पश्चात नव नियुक्त पदस्थ अधिकारी कर्मचारी को उनके अज्ञानता का भरपूर लाभ उठाया जा सके तथा उन्हें दस्तावेजो में उलझाकर भयादोहन कर शासकीय राशि मे गड़बड़ घोटाला,फर्जीवाड़ा,और भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा सके  तभी तो वन विकास निगम में अपनी क्रमोन्नति और पदस्थी की बाट जोह रहे ऐसे अनेक अधिकारी कर्मचारियों को उनकी योग्यता और क्रमोन्नति को दर किनार कर ऐसे अज्ञानी,प्रतिभाविहीन व्यक्तियों को उच्च पदों पर नियुक्ति करवा दिया जाता है जिससे छग वविनि के संपूर्ण प्रदेश के कर्मचारियों के मन मे संविदा नियुक्त वित्त प्रबंधक लेखा अधिकारी भोजराज जैन के विरुद्ध रोष व्याप्त हो गया 
यही नही उनके सेवा में रहते हुए तथा सेवानिवृत्त पश्चात  जानकारी तो यह भी प्राप्त हुई है कि उन्होंने अनेक कर्मचारियों से लेनदेन कर के भी उनकी नियुक्ति आज तक नही करवाई ऐसे भी कई कर्मचारी है जिनसे वविनि में उनके परिचितों,इष्ट मित्रों को नौकरी दिलाने के एवज में लाखों की मोटी रकम लेकर डकार लिया तथा उन्हें आज पर्यंत नौकरी नही दिलवाई इससे बिचौलिए कर्मचारियों के ऊपर आर्थिक गाज गिरी ही साथ ही उन्हें कानूनी पचड़े से दो चार होना पड़ा यदि कोई ऐसा व्यक्ति जिसके द्वारा सीधे तौर पर लेनदेन कर नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया है यदि वह इनके विरुद्ध कानूनी रिपोर्ट दर्ज कराए तो सीधे चार सौ बीसी का केस दर्ज हो सकता है तथा उन्हें लाल बंगले जाने से कोई नह रोक सकता   परन्तु वित्त प्रबंधक लेखा के संविदा नियुक्त अधिकारी भोजराज जैन को इससे कोई फर्क नही पड़ता इसी गड़बड़ घोटाले,फर्जीवाड़े गबन और भ्रष्टाचार को अंजाम देने की। नीयत से उल्टे उन्होंने अपनी सेवानिवृत्त के पूर्व ही संविदा नियुक्ति का दरवाजा खोल लिया एव  संविदा नियुक्ति करवा ली तथा आज भी वे अपने पूर्व कृत्यों को बड़ी सहजता से अंजाम दे रहे है उन्हें कोई रोकने टोकने वाला भी नही क्योंकि उन्हें इसके लिए मूक सहमति जो मिली हुई है जिसका एक साक्षात उदाहरण डी.डी.एम.पद पर कार्यरत प्रशिक्षु अधिकारी को ही डी एम.कवर्धा पद पर नियुक्ति आदेश निकलवा दिया गया  क्योंकि नियमानुसार यह बताया जाता है कि चाहे वह यूपीएससी या पीएससी से भर्ती हुए अधिकारी, कर्मियों को दो वर्ष की ट्रेनिंग पश्चात जिस पद पर उंसके द्वारा परिक्षावधि दी गई थी चाहे वह आईएफएस संवर्ग से ट्रेनिंग किया अधिकारी हो तो उसकी पोस्टिंग पहले एसडीओ पद में रह कर ज्ञान अर्जित करना पड़ता है पश्चात डीएफओ पद पर शासन स्तर पर उसकी नियुक्ति की जाती है वैसे ही पीएससी परीक्षा पश्चात जिस पद हेतु परीक्षा उत्तीर्ण किया है उसे उसी पद में जाने हेतु मैदानी जानकारी लेना आवश्यक होता है परन्तु छग वन विकास निगम में डीडीएम पद से नियुक्त अधिकारी को ट्रेनिंग पश्चात  पूर्व  लगभग छ माह य्या उससे अधिक समय तक  मैदानी ट्रेनिंग लेना आवश्यक होता है पश्चात उसे   डीडीएम पद पर नियुक्त किया जाता है  परन्तु  यहां ठीक विपरीत ट्रेनिंग करने दो तीन माह भी नही हुए ऐसे अधिकारी को सीधे डीएम पद पर नियुक्ति आदेश जारी कर दिया गया जो जानकारों के मुताबिक न्यायोचित नही माना जा रहा है जानकार तो यह भी कह रहे है कि यदि वविनि में  कोई अधिकारी कर्मचारी नही हो तो ऐसी परिस्थिति में किसी आईएफएस अधिकारी को अतिरिक्त प्रभार देकर कार्य संचालन सुचारू ढंग से किया जा सकता है परन्तु यहां  वन विकास निगम में सारे नियम कानून को धता बताते हुए कथित डीडीएम को कवर्धा जिले का डीएम  चार्ज दे दिया गया जबकि निगम में इस बात को लेकर चर्चा गर्म है कि वविनि में अधिकांश जिलों में आईएफएस अधिकारी पदस्थ है उन्हें अतिरिक्त  चार्ज दिया जा सकता था परन्तु उस की बजाए  एक नए अनुभव विहीन अज्ञानी नव पदस्थ प्रशिक्षु अधिकारी को उसी स्थान जिले का प्रभार देना किसी बड़े लेनदेन कर नियुक्ति की ओर इशारा कर रहा है जो नियम विरुद्ध माना जा रहा है इसके लिए संविदा,ट्रांसफर,एवं पदस्थी में माहिर खिलाड़ी भोजराज जैन की सोची समझी साजिश बताई जा रही है ताकि अनुभवी हीन अधिकारी को दस्तावेजों में उलझकर आर्थिक लाभ उठाया जा सके सूत्रों  से मिली जानकारी के मुताबिक  बताते चले कि ऐसे बहुत से कर्मचारी है जिन्हें उन्होंने अपने हाथ  की कठपुतली बना कर रखा है तथा प्रत्येक माह ऑडिट और कूटरचित दस्तावेजों के नाम पर लाखों की वसूली की जा रही है हाल ही में ऑडिट हुए ऑडिट करने स्थानीय वविनि कर्मियों से सेवाएं ली गई तथा उसके एवज में प्रत्येक परियोजना मंडल कार्यालय कर्मियों से लाखों की राशि ली गई ऐसे कृत्यों को रोकने का केवल एक ही उपाय है वह है कंपनी सिकरेट्री की स्थायी नियुक्ति जो वर्षों से वविनि में लंबित है तथा उपरोक्त पद में नियुक्ति भी जानबूझकर नही की जा रही है यदि कंपनी सिकरेट्री की नियुक्ति यहां हो गई तो संपूर्ण आय के साधन बंद हो जाएंगे तथा इन्हें अगला पिछला सब हिसाब देना पड़ेगा जो  एक समझदार अधिकारी कभी नही चाहेगा लगभग अर्द्ध  शतकीय वर्षों से स्वपोषित संस्था वविनि में भ्रष्टाचार, गड़बड़ घोटाला, के चलते राज्य शासन को दिए जाने वाले वार्षिकी लाभांश राशि  में भी आंशिक गिरावट लगातार देखने में आ रही है जो इसके शनैः शनैः पतन की ओर जाने के संकेत है 

गुरुवार, 6 जनवरी 2022

लोक निर्माण, गृह सहित पर्यटन, जेल, धर्मस्व विभाग के बजट प्रस्ताव पर मंत्री ताम्रध्वज साहू ने की चर्चा*

 


*लोक निर्माण, गृह सहित पर्यटन, जेल, धर्मस्व विभाग के बजट प्रस्ताव पर मंत्री ने की चर्चा*


रायपुर, /मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने निवास कार्यालय में लोक निर्माण, गृह, जेल, पर्यटन और धर्मस्व विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति के साथ विभाग द्वारा सत्र 2021-22 के बजट में प्रावधानित कार्यों को स्वीकृति कराने तथा सत्र 2022-23 के लिए  प्रस्तावित कार्यों एवं नवीन मदों के संबंध में चर्चा की। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आम नागरिकों से संबंधित जनहितैषी महत्वपूर्ण कार्यों और नवगठित जिलों में विभाग की प्राथमिकताओं को ध्यान रखकर अपना बजट प्रस्ताव तैयार करें। 

मंत्री श्री साहू ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देशित किया कि अति महत्वपूर्ण आवश्यकता वाले स्थानों पर नवीन सड़कों के अलावा मरम्मत योग्य सड़कों को बेहतर करने की दिशा में कार्य किया जाना सुनिश्चित करें। भवन निर्माण एवं मरम्मत से जुड़े कार्यों और नवीन जिलों में आवश्यक संसाधनों की जरूरतों को भी बजट में शामिल करें। उन्होंने मुख्यमंत्री सुगम सड़क, यात्री प्रतीक्षालय, चौक-चौराहों के सौंदर्यीकरण एवं विकास मूलक कार्यों को भी प्राथमिकता में रखने के निर्देश दिए।  

 


   मंत्री श्री साहू ने गृह और जेल विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देशित प्रशासनिक कार्यों हेतु अधोसंरचना विकास, कर्मचारियों की भर्ती के अलावा आवास, आवश्यक उपकरण की व्यवस्था, नये थाने-चैकियों की आवश्यकताओं को ध्यान रखकर बजट प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। मंत्री श्री साहू ने साइबर, फोरेंसिक जांच, पुलिस आवास सहित नवीन जिलों में सेटअप सहित अन्य व्यवस्थाओं पर चर्चा की और विभाग के सुदृढ़ीकरण के लिए योजना तैयार करने की दिशा में कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर सेना, जेल विभाग द्वारा तैयार बजट प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए निर्देशित किया कि नवीन जिलों में जेलों को अपग्रेड करने, जेलों में बंदियों की सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में योजना तैयार करने और सुधारात्मक कार्यों को ध्यान रखकर आवश्यक प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। मंत्री श्री साहू ने विज्ञान प्रयोगशाला के माध्यम से बे्रन मैपिंग, नारकों जांच की सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में भी योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने बिलासपुर, रायपुर और बेमेतरा में नया जेल, नये फायर स्टेशन, भवनों में अग्नि सुरक्षा से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। 


     पर्यटन और धर्मस्व विभाग की बैठक में मंत्री श्री साहू ने महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में पर्यटन को प्रोत्साहन देने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटन स्थलों में विकास कार्यों को प्राथमिकता देने, प्रशिक्षित कर्मचारियों की तैनाती के साथ आमदनी बढ़ाने के लिए पीपीपी माॅडल को अपनाने पर भी विभाग के अधिकारियों से चर्चा की। बैठक में संसदीय सचिव एवं विधायक श्री विकास उपाध्याय, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, श्री अल्बंगन पी. सचिव धर्मस्व पर्यटन, श्री धनंजय देवांगन सचिव गृह, श्री यशवंत कुमार एम.डी. पर्यटन, श्री हिम शिखर गुप्ता, श्री इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, श्री प्रदीप गुप्ता, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग, श्री व्ही. के. भतपहरी आदि उपस्थित थे।

बुधवार, 5 जनवरी 2022

रोजगार के साथ हरियाली प्रसार में दे रही वर्षों से योगदान

*सांगली नर्सरी* 

रोजगार के साथ हरियाली प्रसार में दे रही वर्षों से योगदान 


श्री गोपाल यादव 
प्रभारी रेंजर अंबागढ़ चौकी सांगली रोपणी

(छत्तीसगढ़ वनोदय) धरती को ऐसे ही मां नही कहा जाता क्योंकि वह अपने विशाल गोद मे मानव को सुलाती भी है सीना चीर कर अन्न पैदा कर  खिलाती भी है और पानी का चश्मा (झरना) फुट कर हमे पानी भी पिलाती है यही नही जीवन समाप्त होने पर हमारे अवशेष को अपने रजकण में मिला भी लेती है एक प्रकार से जीवन के आरंभ से लेकर मृत्यु तक यह धरती हमे पोसती है न जाने कब से यह धरती मानव जीवन के लिए वरदान बनी हुई है और अनन्त काल तक कितने आघात सहने के बाद भी इसके द्वारा पोषण का काम अनवरत जारी रहेगा जिसकी केवल कल्पना मात्र की जा सकती है इसके बावजूद धरती मां की मानव जाति से केवल एक ही अपेक्षा है और वह है पेड़ पौधों  के संरक्षण के साथ वीरान पड़त भाटा बंजर भूमि में रोपण कर उसका हरित श्रृंगार किया जाए ताकि फिर वह मानव जीवन के लिए अमृत धाराओं के साथ फल फूल जैसे  सर्वस्व उपहार से हम सब को नवाज सके परन्तु जीवन दायिनी धरती मां के  हरित श्रृंगार एवं पर्यावरण सुरक्षा करने की किसी को भी कोई चिंता नही बस, मानव धरती और प्राकृतिक उपहार का उपभोग करना जनता है उंसके संरक्षण संवर्धन कर धरती और स्वयं का अस्तित्व बचाने, उसके द्वारा कोई सार्थक पहल नही की जाती है इसके बावजूद छग प्रदेश का वन विभाग अपने स्तर पर वनों को बचाने कवायद करता रहता है समय समय पर  प्लांटेशन एवं रोपण कर रिक्त स्थान की भरपाई भी करता है परन्तु आम जन में जब तक वन एवं पेड़ पौधों के प्रति संरक्षण कर स्वतः जिम्मेदारी का अहसास नही होगा तब तक  ये धरती भी हरित श्रृंगार के बगैर सुनी-सुनी सी दिखाई देती रहेगी हालांकि कुछ अपवाद छोड़ दिया जाए तो प्रदेश का वन विभाग वर्षों से हरियाली प्रसार क़रने मैदानी अमले के द्वारा हाड़ तोड़ मेहनत कर अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वाहन कर रहा है ऐसे क्षेत्र जहां प्लांटेशन हेतु रोपण और पौधों की आवश्यकता पड़ती है उंसके लिए पौधे, बीज,रूट सूट,एवं रायजोम, से उनके जन्म स्थली रोपणी अथवा नर्सरी  के माध्यम से जीवनदायिनी पौधों का जन्म एवं उत्पाद कर उसकी आपूर्ति कर रहा है ऐसे रोपणी के उदाहरण तो बहुत है परन्तु राजनांदगांव वन मंडल अतर्गत सब डिवीजन अंबागढ़ चौकी के एक छोटे से ग्राम सांगली का नाम आज अग्रिम पंक्ति में आता है जहां लगभग 40 वर्ष लंबे समय से रोपणी में पेड़ पौधों की पैदावार व उत्पाद  कर हरियाली प्रसार में सहभागी बन आसपास ग्रामीणों के रोजी रोजगार का सशक्त माध्यम भी बना हुआ है 


श्री सुनील शर्मा 
रोपणी प्रभारी सांगली
   राजनांदगांव  वन मंडल कार्यकाल से लगभग चालीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित परिसीमन पश्चात सब डिवीजन बने अंबागढ़ चौकी परीक्षेत्र के समीप स्थित सांगली रोपणी की पृथक पहचान बन चुकी है लगभग चालीस वर्ष पूर्व सामाजिक वानिकी के रूप में प्रारंभ हुई रोपणी वर्षों से स्थानीय,एवं  आसपास के ग्राम वासियों के रोजगार का साधन बना हुआ है लगभग 1.276 हेक्टेयर में साढ़े पांच सौ बेड में संचालित नर्सरी में सभी प्रकार के पौधों का उत्पाद किया जाता है जहां वर्तमान में मनरेगा के तहत मांग अनुसार पौधों का रोपण किया जा रहा है जिसमें लगभग डेढ़ लाख , मूनगा और अनार  रोपण की तैयारी की जा रही है इस संदर्भ में अनुभवी,कर्मठ,एवं जुझरु  परिक्षेत्र प्रभारी श्री गोपाल यादव ने बताया  रोजगार गारंटी के अंतर्गत दो लाख दस हजार मिश्रित प्रजाति के पौधों का उत्पाद किया जा रहा है जिनमे एक लाख मुनगा के पौधे तैयार किए जाएंगे जो इसी वर्ष2022 में जून जुलाई वर्षा पूर्व ग्राम पंचायतों को वितरित किए जाएंगे जिनमे मुख्यतः चौकी ब्लॉक,मोहला,छुरिया,में ग्राम पंचायतों के मांग अनुसार पौधे वितरित क़रने का लक्ष्य है उन्होंने बताया कि जनपद द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायतों को निर्देश दिए जाते है उंनके मांग अनुसार पौधों का वितरण कर स्कूल,हाट बाजार,खाली पड़त  बंजर भाटा भूमि सहित चयनित भूभाग में रोपण कार्य संपादित होते है परिक्षेत्र प्रभारी श्री गोपाल यादव ने आगे बताया कि राष्ट्रीय रोजगार ग्यारंटी के तहत स्थानीय एवं आसपास के ग्रामीणों को लगातार वर्षों से रोजगार दिया जा रहा है जो इनके आर्थिक सुदृढ़ता का सशक्त माध्यम बना हुआ है श्रमिकों का पारिश्रमिक  उनके खाता में सीधे पहुंचता है इसके लिए बाकायदा  जॉब कार्ड के माध्यम से ग्राम पंचायतों में डाटा एंट्री की जाती है राशि आने के पश्चात साठ प्रतिशत राशि श्रमिकों को जाता है तथा चालीस प्रतिशत मटेरियल इत्यादि में व्यय हो जाता है  सब डिवीजन अंबागढ़ चौकी के सांगली नर्सरी में खुर्सीपार,ढाढतोला,एवं सांगली के श्रमिक रोपणी में कार्य संपादित करते है जिसमे एक जॉब कार्ड से परिवार के एक व्यक्ति को ही जॉब प्रदान किया जाता है इसके पीछे सब को रोजगार उपलब्ध कराने की मंशा है तथा समय समय पर कार्य के अनुसार श्रमिकों की संख्या को कम ज्यादा भी किया जाता है यही नही एक कार्ड पर डेढ़ सौ मानव दिवस पर कार्य दिया जाता है श्री यादव ने आगे बताया कि  वर्तमान में प्रति दिन लगभग पचहत्तर श्रमिक नर्सरी में कार्यरत

सांगली रोपणी


है आगामी वित्त वर्ष 2022 हेतु पौधा रोपण की तैयारी के संदर्भ में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पॉलीथिन बैग में काली मिट्टी रेत, वर्मी कम्पोस्ट खाद,गोबर खाद, का मिश्रण कर बीजारोपण कर दिया जाता है तथा नियमित सिंचाई की जाती है बीज अंकुरित होने पर क्लोरो प्राईरीपास डाला जाता है ताकि कीट प्रकोप से पौधों को बचाया जा सके रेंज प्रभारी श्री गोपाल यादव ने आगे बताया कि हाई ब्रीड मुनगा की फसल से कृषक धान से अधिक लाभ प्राप्त कर  सकते है उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि आज हाट बाजार में  मुनगा प्रति किलो बीस रुपये का प्राप्त होता है तथा एक पेड़ में लगभग चार से पांच क्विंटल मुनगा फलता है जिसकी उपज से कृषकों को अतिरिक्त आय के साथ अधिक लाभ अर्जित कर सकते है उन्होंने  मुनगा फसल के लाभ के बारे में आगे बताया कि मुनगा एक औषधि खाद्य पदार्थ है तथा यह शरीर को गर्मी देने के साथ शरीर मे विषैले रसायनिक तत्वों को बाहर कर देता है जो स्वस्थ्य की दृष्टिकोण से लाभकारी है श्री यादव आगे बताते है कि मुनगा के अलावा रोपणी में


 कटहल,बांस,अनार,काजू,बादाम,जामुन,अर्जुन,नींबू,शीशम,मौलश्री, आंवला,जैसे फलदार,सायादार, मिश्रित प्रजाति के पौधे भी लगाए गए है जिसका विक्रय भी किया जाता है  सब डिवीजन अंबागढ़ चौकी के ग्राम सांगली रोपणी के प्रभारी श्री सुनील शर्मा बताते है कि वर्षों से सांगली रोपणी आसपास के ग्रामीणों के रोजगार का प्रमुख साधन बन हुआ है रोपणी से श्रमिकों की आर्थिक सुदृढ़ता के साथ सामाजिक मुख्यधारा से जोड़ने और  सशक्तिकरण का माध्यम भी बना हुआ है एक प्रकार से उनका पूरा व्यय सेंट्रल गवर्नमेंट के तहत होता है जिसका अधिकांश लाभांश राशि श्रमिकों के खातों में पहुंचती है शेष राशि से नर्सरी में पौधे उत्पाद,उसकी सुरक्षा,एवं रख रखाव में व्यय होता है सांगली नर्सरी प्रभारी सुनील शर्मा ने आगे बताया कि  एसडीओ शिवेंद्र कुमार साहू तथा अंबागढ़ चौकी प्रभारी रेंजर गोपाल यादव साहब के कुशल निर्देश एवं मार्ग दर्शन में पौधे,बीज, एवं अन्य सामग्रियों का चयन  मनरेगा के तहत जिन दुकानों का रजिस्ट्रेशन होता है उसी दुकान से  सामग्री क्रय की जाती है जिसका भुगतान भी ऑन लाइन होता है  नर्सरी प्रभारी सुनील शर्मा ने आगे बताया कि रोपणी में पौधों की सिंचाई हेतु पांच एचपी का एक बोर खनन किया हुआ है जो पाइप लाइन से जोड़ा गया है उंसके माध्यम से सिंचाई होती है साथ ही ग्रीष्म ऋतु में टैंकर के माध्यम से जल आपूर्ति की व्यवस्था की जाती है  यहां के पौधे आसपास जिलों में आज भी हरियाली बिखेरते दिख जाएंगे राजनांदगांव डिवीजन की चालीस वर्ष पुरानी ग्राम सांगली रोपणी  की अपनी पृथक पहचान बनी हुई है  यहां समय समय पर  उच्च वरिष्ठ अधिकारियों का आगमन होता है उनके प्रवास के दौरान यहां  पहुंचने पर सांगली रोपणी की व्यवस्था एवं उपज,उत्पाद इत्यादि देखकर वे प्रसन्न हो जाते है तथा रोपणी की भूरि भूरि प्रशंसा किए बगैर नही रहते वनों के लगातार विदोहन एवं पेड़ पौधों के अनवरत कटाई के संदर्भ में पूछे जाने पर  सांगली नर्सरी प्रभारी सुनील शर्मा तनिक व्यथित होते हुए कहते है कि पौधों को बीज अथवा रूटसूट या रायजोम के माध्यम से इनका जन्म हमारे द्वारा  किया जाता है तथा शासकीय योजनांतर्गत  मानव जीवन के हितार्थ इसका निशुल्क वितरण कर उन्हें स्वच्छ, स्वस्थपूर्ण वातावरण देने का प्रयास विभाग वर्षों से नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करता रहा है  फिर भी मुफ्त में मिलने वाले पेड़,पौधों की देखरेख,सुरक्षा एवं  व्यवस्था मानव के द्वारा लेशमात्र नही किया जाता जिसके कोरोना जैसे दुष्परिणाम सामने आते है उन्होंने कहा कि  विभाग द्वारा निशुल्क वितरित पौधों का कोई मूल्य नही होता इस वजह से मानव उसकी सुरक्षा,देखरेख नही करते तथा नियमित पानी,सुरक्षा,देखरेख के आभव में जब यह मृत होता है तब मन बहुत ज्यादा आहत होता है क्योंकि जो नन्हे नन्हे शिशु पौधों का जनक होता है उसे ही इसके अस्तित्व के समाप्त होने पर  सर्वाधिक दुख होता है इसके।लिए उन्होंने शासन,प्रशासन,एवं विभाग के समक्ष मांग की है कि निशुल्क पौधा वितरण को  जॉब कार्ड से जोड़ दिया जाए तथा प्रत्येक कार्डधारी व्यक्ति को कम से कम पांच पौधे लगाने प्रोत्साहित किया जाए साथ ही उसकी सुरक्षा,देखरेख की नैतिक जिम्मेदारी भी सौंपी जाए जिसकी मॉनिटरिंग विभागीय कर्मचारियों द्वारा समय समय पर किया जाए यदि कोई भी जॉब कार्डधारी व्यक्ति निशुल्क प्रदत पौधों की सुरक्षा देखरेख में असफल होता है या पौधे मृत होते है तो इस दशा में उसका जॉब कार्ड रद्द कर दिया जाए  इससे  लोगों में पेड़ पौधों को सुरक्षित रखने में जागरूकता आएगी तथा एक बड़ा क्षेत्र हरियाली से भी सराबोर होगा


शनिवार, 1 जनवरी 2022

नव वर्ष पर देवेंद्र नगर सांई मंदिर परिसर में भंडारे का आयोजन

 नव वर्ष पर देवेंद्र नगर सांई मंदिर परिसर में भंडारे का आयोजन 

रायपुर  देवेंद्र नगर स्थित सांई बाबा मंदिर परिसर में विगत  तेरह वर्षों से लगातार  श्री सांई सेवा समिति  के द्वारा वार्षिकी भंडारा का आयोजन  इस वर्ष भी जनवरी की पहली तिथि को सम्पन्न हुआ इस अवसर पर सभी वर्ग धर्म के लोगों ने हर्षोल्लास के साथ भंडारा प्रसाद का सेवन किया भंडारा साढ़े दस बजे के पश्चात श्री सांई बाबा को भोग चढ़ाया गया पश्चात विधिवत भंडारा प्रारंभ हुआ



 इस अवसर पर देवेंद्र नगर के प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे तथा अपने देखरेख में भंडारा वितरण कार्य संपादित कराया  जो रात्रि के सात बजे तक निर्बाध गति से जारी रहा उल्लेखनीय है कि श्री सांई बाबा का यह भंडारा जन सहयोग से आयोजित किया जाता रहा है तथा स्थानीय देवेंद्र नगर निवासियों सहित राजधानी के समस्त सांई भक्त   ऊर्जावान युवकों द्वारा परस्पर सौहाद्र पूर्ण वातावरण में उत्साह के साथ भंडारा कार्यक्रम में हिस्सा लेते है  तथा दिनभर प्रसाद वितरण करते है बताया जाता है कि   इस बार पांच क्विंटल भंडारा बनाया गया कार्यक्रम में कोरोना गाइड लाइन के हिसाब से भंडारा प्रसाद वितरण किया गया इस आयोजन में गोपाल ठाकरे, मो.तबरेज़ (तब्बू)दीपक सोनी,अक्षय राठौर,सिद्धार्थ आदि उपस्थित थे