*गाता रहे मेरा दिल म्यूज़िकल ग्रुप की सफल प्रस्तुति देर रात तक किशोर दा के गीतों पर झूमे श्रोता*
अलताफ हुसैन
रायपुर जीवन मे कुछ नया करने की ललक,दृढ़ इच्छा शक्ति,पूर्ण मनोवेग और ईमानदारी से किया गया प्रयास सदैव सफलता की कुंजी माना गया है उक्त वाक्यों को सार्थक कर दिखाया *गाता रहे मेरा दिल म्यूज़िकल ग्रुप* ने रविवार को गाता रहे मेरा दिल म्यूज़िकल ग्रुप के द्वारा स्व.किशोर दा की स्मृति में गीत संगीत का रंगारंग कार्यक्रम नव भारत के पीछे स्थित माया राम सुरजन हॉल में सम्पन्न हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ स्तुति गीत... ऐ मालीक तेरे बंदे है हम... से प्रारंभ किया गया जिसे रायपुर शहर की मंझी हुई गायिका पूजा सिंह के द्वारा प्रस्तुत दिया गया
पश्चात नवाब कादिर और पूजा सिंह के द्वारा गाया युगल गीत...हमारे सिवा तुम्हारे और कितने दीवाने.. प्रस्तुत किया गाया जिसे श्रोताओं ने काफी सराहा वही गाता रहे मेरा दिल के लीड गायक जयदीप होर के द्वारा... जीवन के दिन.. छोटे सही ...हम भी बड़े दिल वाले ...गीत बड़ी संजीदगी के साथ प्रस्तुत किया गया जिसे दर्शकों ने ताली की गड़गड़ाहट से स्वागत किया
नवोदित सिंगर मुजीब अली के द्वारा ...एक अजनबी हसीनों से ...यूं मुलाकात हो गई... गीत की प्रस्तुति दी गई तो मुकेश की आवाज़ को आत्मसात कर पृथक पहचान बना चुके नंद किशोर मिश्र के द्वारा बहुत सुंदर ढंग मो रफी की आवाज़ मे ...ऐ गुल बदन गीत की... प्रस्तुति दी गई नया उभरता चेहरा श्रेया भट्टाचार्य जो भविष्य मे क्लासिकल संगीत क्षेत्र का चमकता सितारा है उसके द्वारा ,,,कुहू कुहू बोले कोयलिया ,,,क्लासिक गीत को सुन कर श्रोता गण अपने आप को रोक नही सके तथा अपने स्थान पर खड़े हो कर जम कर ताली बजाकर श्रेया को अपना स्नेह दिया संजय वर्मा के द्वारा गीत ...ये शाम मस्तानी मदहोश किए जा ...एवं फ़िल्म याराना का सुपर डुपर गीत ...सारा ज़माना..हसीनों का दीवाना..जैसे फ़ास्ट गीत ने गीत संगीत की महफ़िल में जबरदस्त गर्मी ला दी
छत्तीसगढ़ में कराओके म्यूज़िक लाने वाले कमल बड़वानी के द्वारा गीत..क्या यही प्यार है..एवं कोरा कागज था ये मन मेरा गीत की बेहतरीन प्रस्तुति पूजा के साथ  दी गई ... जिनकी गायकी में भी परिपक्वता नज़र आई युवा गायक राजेश गोयल के द्वारा मुकेश की आवाज़ में  चंदन सा बदन  चंचल सी किरण...  को लोगो ने पसंद किया ...आर वासु के द्वारा ,,,देखा न हाए रे सोचा न,,,, एवं हम बंजारों की बात मत पूछो जी..के अलावा अन्य गीतों  को श्रोताओं से अच्छा प्रतिसाद मिला अतिथि गायक संदीप तिवारी के द्वारा गाया गीत ...मच गया शोर सारी नगरी रे... पर लोगो ने बहुत ताली बजाया तो अब्दुल क़य्यूम के द्वारा कव्वाली ..ये माना मेरी जान ..मुहब्बत सजा है ...गीत पर बैठे सभी श्रोता झूम कर अपने स्थान पर ताली के साथ गीत को संगत देते हुए  नाचने लगे इसके अलावा , नवाब कादिर एवं पंचमी शेन्द्रे पूजा सिंह,श्रेया भट्टाचार्य  के द्वारा प्रस्तुत  युगल गीत क्रमशः ,,मेरे सपनों का वो राजा मेरे दिल का वो राजकुमार,,,अच्छा तो हम चलते है गीत को बहुत पसंद किया गया
 मंच संचालन के साथ एल. एन.लाहोटी जी के गायकी की भूमिका में मूल स्वर में ... ये दुनिया ये महफ़िल.. मेरे काम की नही....तथा पूजा सिंह के साथ प्रस्तुत युगल गीत ...सावन का महीना पवन करे सोर...की प्रस्तुति काबिले तारीफ रही  वर्षों से कला साहित्य सामाजिक आर्थिक क्षेत्र मे अपनी लंबी सेवा देने वाले श्री लाहोटी का  पुष्प गुच्छ श्रीफल,एवं स्मृति चिन्ह देकर डायरेक्टर नवाब कादिर द्वारा सम्मानित किया गया
 गाता रहे मेरा दिल  म्यूज़िकल ग्रुप के संरक्षक पार्षद तिलक पटेल से विशेष आग्रह पर उनके द्वारा एक गीत .. . ...पल पल दिल के पास तुम रहती हो,,,बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया  तथा श्रोताओं ने  काफी पसंद किया डायरेक्टर  नवाब कादिर श्रेया भट्टाचार्य,कमल बड़वानी,पूजा सिंह.आर वासु,संजय वर्मा,  जयदीप होर,संदीप तिवारी,मिसेस तिवारी,ने कार्यक्रम में लगातार एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीतों की प्रस्तुति दी क्लासिकल गीत के अलावा श्रेया भट्टाचार्य के द्वारा गीत ,,पिया तू अब तो आजा गीत पर जबरदस्त तालियों की गड़गड़ाहट से श्रेया का स्वागत अभिनन्दन किया गया , अतिथि गायक,संदीप तिवारी पूजा सिंह के द्वारा ,,,,जीना क्या अजी प्यार बिना,, गीत को काफी पसंद किया गया कार्यक्रम के मध्य में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित पार्षद तिलक पटेल का श्रीफल शाल, पुष्प गुच्छ के साथ स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया ..
कार्यक्रम देर से प्रारंभ होने के कारण कसे हुए अंदाज़ में  मंच संचालन करते हुए लक्ष्मी नारायण लाहोटी ने  बेहतरीन ढंग से मोर्चा सम्हालते हुए क्रम अनुसार एक एक कर नए और अतिथि कलाकारों को श्रोताओं के हवाले करते गए तथा गायक कलाकारों ने भी  अपनी गायकी के साथ पूरा पूरा न्याय करते हुए पहली बार गाता रहे मेरा दिल कार्यक्रम की प्रस्तुति में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की गाता रहे मेरा दिल  म्यूज़िकल ग्रुप का यादे किशोर कुमार कार्यक्रम  वाकई में एक चुनौती के रूप में था परन्तु नवाब कादिर के द्वारा विपरीत परिस्थितियों में  कुछ नया करने के जज़्बे ने खड़ी हुई  बड़ी चुनौती को भी बौना कर दिया पहली मर्तबा सम्पन्न हुए उक्त कार्यक्रम में कुछ कमी  रह गई जिसका निराकरण एवं सुधार भविष्य में करने की बात कही है
फिर भी चलते कार्यक्रम में एक समय ऐसा भी आया था  कि श्रोताओं को बैठने कुर्सी नही मिली तो श्रोता बाहर हॉल में चाय की चुस्की लेते हुए कार्यक्रम का आनंद उठाते दिखे इन कमी के बावजूद श्रोता अपने स्थान पर पूर्ण तन्मयता से डटे रहे तथा नब्बे प्रतिशत विशुद्ध किशोर दा के गाए सदाबहार सुपर हिट गीतों को सुनकर श्रोता देर रात तक गीत संगीत का आनंद लेते रहे गाता रहे मेरा दिल के संयोजक डायरेक्टर नवाब कादिर अपने प्रथम सफल प्रोग्राम से गदगद हो कर 16 अक्टूबर को पुनः कार्यक्रम करने का मन बना चुके है जिसकी घोषणा शीघ्र करने की बात कही वही मंच संचालक लक्ष्मी नारायण लाहोटी ने उपस्थित समस्त कराओके परिवार एवं श्रोताओ का हृदय से आभार व्यक्त किया








 
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