शनिवार, 8 अक्टूबर 2022

रायपुर वन मण्डल मे सूचना का अधिकार लगा छुट भैय्या नेता हेमलाल साहू उठा रहा बेजा लाभ

 रायपुर वन मण्डल मे सूचना का अधिकार लगा छुट भैय्या नेता हेमलाल साहू उठा रहा बेजा लाभ 


अलताफ हुसैन

रायपुर सूचना का अधिकार जितना शासकीय कार्यों मे हो रहे आम जनता के पैसों का जमीनी स्तर पर संपन्न किए गए कार्यों का समुचित क्रियानव्यन एवं व्यय व्यवस्था के साथ अधिकारियों द्वारा ईमान दारी कर्तव्य निष्ठा के साथ कार्यों मे पार दर्शिता ज्ञात करने का हथियार माना जाता है तो वही दूसरी और तथा कथित छुट भैय्या नेताओं के लिए यह सूचना का अधिकार ब्लैक मेल कर अवैध वसूली का जरिया भी बनता जा रहा है जिसका साक्षात उदाहरण रायपुर वन मंडल के परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा के उपर करोड़ो की आय अर्जित कर गडबड घोटाला और भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए तथा कथित छुट भैय्या नेता हेम लाल साहू के द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है तथा इसके एवज मे अपने तीन सुरक्षा श्रमिकों का भुगतान अपने खाता मे ट्रांसफर करने की मांग की जा रही है ऐसा ना करने की स्थिति मे सूचना का अधिकार लगा कर मानसिक,आर्थिक,और शारीरिक रूप से प्रताडित कर जान से मारने जैसी मिथ्या भ्रमक रिपोर्ट लिखा कर फंसाने एवं भयदोहन कर अवैध वसूली की बात कह हेम लाल साहू के द्वारा दबाव बनाया जा रहा है जिस की वजह से परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा द्वारा हेम लाल साहू के ऊपर मान हानि का दावा किए जाने की बात कही है 

गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व एक वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हुआ था जिसमे नमो नमो संस्था के स्वयं भू अध्य्क्ष हेम लाल साहू निवासी बोरिया खुर्द रायपुर द्वारा सुरक्षा श्रमिकों, क्रमशः मनोज साहू,खगेश साहू,जगदीश् साहू, खेलुराम साहू, दुर्गेश पाल टीकाराम साहू, रायपुर वन मंडल मे कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मियों की आड़ मे यह आरोप लगाया कि ये फर्जी तरीके से नवा रायपुर परिक्षेत्र मे  कार्य ना करते हुए इनके नाम से फर्जी बिल बाउचर के माध्यम से पारिश्रमिक राशि आहरित की जा रही है जबकि आज लगभग सत्रह सुरक्षा श्रमिक रायपुर वन मण्डल कार्यलय मे उप स्थित हो कर हेम लाल साहू के उक्त मिथ्या,भ्रमक ब्यान की निंदा करते हुए बताया कि समस्त सुरक्षा श्रमिकों से हेम लाल साहू द्वारा सदैव कार्य के एवज मे आधी राशि की मांग की जाती है राशि  न देने की स्थिति मे इस प्रकार आरोप मढ़ कर भय दोहन किया जाता है समस्त उपस्थित सुरक्षा श्रमिकों ने सामवेत स्वर् मे यह भी बताया कि उनका पारिश्रमिक देर सबेर उनके खाते मे नियमित पहुँच जाता है जबकि नवापारा रायपुर के डिप्टी रेन्जर राकेश शुक्ला ने बताया कि बिल बाउचर बनाने अथवा योजना राशि  के देर से आने  की स्थिति मे कुछ विलंब अवश्य होता है परंतु राशि सुरक्षा श्रमिकों के खाते मे डाल दी जाती है इसमे किसी प्रकार का गडबड घोटाला का सवाल ही नही उठता इस संदर्भ मे उपस्थित हुए सभी सुरक्षा श्रमिकों से पूछा गया सबने राशि उनके नाम के खाते मे आने की जानकारी दी जबकि नमो नमो समिति के स्वयं भू अध्य्क्ष हेम लाल साहू के विरुद्ध भी पुलिस थाने मे शिकायत की बात कही गई परंतु वह सदैव अधिकरियो के नाम से सूचना का अधिकार लगा तथा करोड़ों का भ्रष्टाचार का आरोप मढ़कर उनका भय दोहन कर अवैध राशि वसूली किए जाने की बात भी सामने आ रही है   इस संदर्भ में नवा रायपुर परिक्षेत्राधिकरि सतीश मिश्रा ने करोड़ो की राशि के भ्रष्टाचार को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि अट्ठारह करोड़ राशि का मेरे क्षेत्र मे कार्य संपादित ही नही हुआ है क्योँकि ऊपर बैठे अधिकरियो को समस्त योजना की जानकारी रहती है तथा समस्त भुगतान आर टी जी एस के माध्यम से होती है फिर भ्रष्टाचार का सवाल ही नही उठता जबकि वह आए दिन योजना के संदर्भ में सूचना का अधिकार के जरिए जानकारी मांगता रहता है  जिसे उसे प्रदाय कर दिया जाता है अब यदि वह उसका भौतिक सत्यापन कर ले कि कार्य स्थल मे योजना का सफल क्रियनवयन हुआ है अथवा नही तब दुध का दुध और पानी का पानी हो जाएगा परंतु वह केवल सूचना के अधिकार का बेजा लाभ उठाने का प्रयास कर विभाग को उलझाने  का कार्य करता है 
यही नही ज्ञात यह भी हुआ है बहुत सी कार्यालयीन  जानकारी टी. पी. मे कार्यरत उसकी पत्नी द्वारा हेम लाल साहू को देती है जिसके आधार पर वह अधिकरियो का भय दोहन कर वसूली किया जाना बताया गया है यही नही फील्ड मे भी तथा कथित नेता के स्वय अपने रिश्ते दार दीपेश साहू भांजा,गेंदलाल साहू भाई, और तीरथ साहू दमाद,  जो बगैर उपस्थिति दर्ज किए वर्षों से पारिश्रमिक भुगतान का लाभ स्वयं के खाते में डलवा कर  रहा था जिसका भान होने पर वर्तमान रेन्जर सतीश मिश्रा द्वारा उक्त भुगतान को रोक दिया गया जिसके बौखलाहट के चलते हेम लाल साहू के द्वारा सूचना का अधिकार और करोड़ों रुपये औसतन अट्ठारह करोड़ का भ्रष्टा चार का आरोप लगा कर मानसिक आर्थिक, एवं सामजिक प्रतिष्ठा को आघात  करने का कुत्सित प्रयास किया जिसके विरुद्ध परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा लिखित मे शिकायत करने की बात कही ज्ञात तो यह भी हुआ है कि नमो नमो संस्था के स्वयं भू अध्य्क्ष हेम लाल साहू से विभाग के समस्त उच्च अधिकारी भी त्रस्त है वह अकारण विभागीय समय पर पहुँच कर कार्य सांपादन मे बाधक बन अंगद की पांव की तरह जम जाता है जिससे शासकीय कार्यो मे बाधा होती है यही नही बहुत से स्थान पर यह कहने से गुरेज नही करता है कि विभाग की समस्त योजना जो करोड़ो की होती है वह स्वयं लिखे पत्र के माध्यम से लाता है अब सवाल उठता है कि जब वह ही ऐसे योजनाओ के प्रोजेक्ट उसके पत्र लेखनी से हो जाते तो वरिष्ठ अधिकरियो का विभाग में रहने का क्या औचित्य ? लेकिन उसकी निम्न स्तरिय सोच पर दया करके उसे कुछ अधिकारी  राशि दे देते है जिसका दुष्परिणाम यह हो रहा है कि वह अधिकरियो के विरुद्ध ही जान से मारने की शिकायत अनेक थानों मे कर चुका है जिसकी वजह से बहुत से अधिकारी त्रस्त हो चुके है तथा उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने बाध्य हो गए है हालांकि इसके पूर्व भी नमो नमो संस्था अध्यक्ष हेम लाल साहू के विरुद्ध फॉरेस्ट क्राइम ने समाचार  प्रकाशित कर चुका है कुछ वर्षो तक शांत रहने के पश्चात उसकी अवैध वसूली की गति विधियां पुनः प्रारंभ हो गई है 

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