मंगलवार, 27 सितंबर 2022

द कराओके क्लब म्यूजिकल ग्रुप में नारी शक्ति की बेहतरीन प्रस्तुति श्रोता झूमे

 


द कराओके क्लब म्यूजिकल ग्रुप में नारी शक्ति की बेहतरीन प्रस्तुति श्रोता झूमे

रायपुर वैसे तो सप्ताह में कराओके गीत संगीत के दो चार आयोजन तो लगातार होते रहते है जहां पहुंच कर गीत संगीत पिपासु अपने प्रिय फिल्मी गायकों की मिलती जुलती आवाज की वैकल्पिक प्रवाहित होती सुर धारा से अपनी प्यास बुझा लेते है  परंतु  नवरात्रि पर्व की इस धार्मिक आस्था वाले विशेष दिन में फिल्मी गीत संगीत का महत्व तनिक कम हो जाता है जिसकी बानगी आज मायाराम सुरजन हॉल में कराओके क्लब के द्वारा आयोजित मेरी दोस्ती मेरा प्यार गीत संगीत कार्यक्रम में भी परिलक्षित हुआ जहां श्रोताओं की कम उपस्थिति के बावजूद बेहतरीन कार्यक्रम संपन्न हुआ और श्रोता ध्यान मग्न होकर गीत संगीत का लुत्फ उठाते दिखे

अवकाश दिवस के इतर मंगलवार के दिन किए जाने वाले गीतों की इस शाम पर असर दिखा क्योंकि बहुत से श्रद्धालु नवरात्र के इस पावन पर्व में माता रानी के उपवास के अलावा धार्मिक कर्मकांड,पूजा अर्चना में तल्लीन रहते है फिर भी सुर संगीत के साधक बहुत अधिक संख्या में तो नही परंतु माकूल संख्या में जरूर उपस्थित हुए और आयोजकों के महीनों से किए गए रियाज और मेहनत को असफल नहीं होने दिया तथा एक से बढ़कर एक गीतों की प्रस्तुति में झूमकर करतल ध्वनि से प्रत्येक गायकों का उत्साह वर्धन किया जिनमे मनोज मसंद के गीत अब्बू खुदा.. विक्की सोनी.. मैं निगाहे तेरे चेहरे से हटाऊ कैसे..तो राजाराम,रूबी मसीह के द्वारा युगल गीत..मदहोश दिल की धड़कन.के बाद विक्की सोनी और लीना मसीह के जुगल बंदी में

..मुझे छू रही है तेरी गर्म सांसे..के अलावा विजय कोठरी एवम उनकी अर्धांगनी रोहणी कोठारी जी ने साथ देकर.. तोता मेरे तोता मैं तो तेरी हो गई... गीत को बहुत सुंदर और सधे हुए आवाज में प्रस्तुति दी वही सिंगर अशोक मूलचंदानी जिनकी गायकी का अपना अलग अंदाज है  ने किशोर दा के सुप्रसिद्ध गीत...मेरी उमर के नौजवानों.. दिल न लगाना..और हजार रहें मुड़ के देखी की इतनी बेहतरीन प्रस्तुति दी की हॉल श्रोताओं की तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा लीना मसीह और संजय पांडे के द्वारा प्रस्तुत गीत...अए मेरे हम सफर ...को भी काफी पसंद किया गया..मनोज मसंद के गीत ..चाहिए तेरा प्यार..तेरा प्यार चाहिए ..को श्रोताओं का बहुत प्यार मिला मसंद की गायकी  में दर्शकों को बांधे रखने का माद्दा है ऐसा प्रतीत होता है कि वे अपने लक्ष्य की ओर शनै शनै बढ़ रहे है सर्वाधिक तालिया और प्रतिभा का सही मूल्यांकन बिट्टू जी और लीना मसीह के द्वारा गाया  युगल गीत जिसे बैक ग्राउंड आवाज दी थी साउथ के लीजेंड गायक एस पी बाला सुब्रमण्यम ने जिनके संदर्भ में यह कहा जाता है  कि उनकी रेंज इतनी हाई होती है कि वहां तक अपनी आवाज पहुंचाना बहुत कठिन होता है मगर दोनो कलाकारों ने आके तेरी बाहों में हर शाम लगे सिंदूरी ...को इतने बेहतरीन अंदाज में प्रस्तुत किया की उपस्थित श्रोता खड़े होकर तालियों से दोनो गायकों का सम्मान किया इसके पश्चात पंजाबी पॉप संगीत का तड़का लगाने अतिथि गायिका पल्लवी राव ने ..हो पता नही कौन सा नशा करता है .. अंतरे से  सारे श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया श्रोताओं के कल्पना के विपरीत एक हवा के झोंके की तरह वह आ कर संगीत के संपूर्ण वातावरण में तूफान ला दिया इसके अलावा...मेरी दोस्ती मेरा प्यार टाइटल सॉन्ग.. हम प्यार करने वाले..पतझड़ सावन बसंत बहार... ओ हसीना जुल्फों वाली जाने जहां...जैसे सदाबहार नगमे मायाराम सुरजन हॉल में गूंजते रहे गायकों ने इस कार्यक्रम में जहां सहायक गायकों की भूमिका अदा की तो वही संपूर्ण गीत संगीत के इस आयोजन में नारी शक्ति सब पर भारी रही तथा सभी स्लो, हाई,रेंज के गीतों की बेहतरीन प्रस्तुति देकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने कामयाब रही तथा कार्यक्रम को सफलता प्रदान करने में एक बहुत बड़ी भूमिका अदा की उनकी बेहतरीन प्रस्तुति और इस पावन नवरात्रि पर्व पर समस्त नारी शक्ति को श्रोताओं का सादर 🙏नमन..🙏 वंदन..🙏अभिनंदन


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