रविवार, 28 फ़रवरी 2021

वविनि के पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय में सूचना के अधिकार में पारदर्शिता हुई समाप्त...आवेदक को गुमराह करने प्रमाणक की जगह दे रहे भ्रामक जानकारी....मुख्यालय भी नही ले रहा सुध

 वविनि के पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय में सूचना के अधिकार में पारदर्शिता हुई समाप्त...आवेदक को गुमराह करने प्रमाणक  की जगह दे रहे भ्रामक जानकारी....मुख्यालय भी नही ले रहा सुध 



अलताफ हुसैन की रपट

रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़) केंद्र शासन ने सूचना के अधिकार 2005 अधिनियम तो वैसे शासकीय कार्यों में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से इसे लागू किया था ताकि आम व्यक्ति  सूचना मांग कर विकास कार्यों की गुणवत्ता के साथ आम जनता से कर के रूप में राज्य शासन द्वारा लिए जाने वाली अरबों खरबों की राशि का वास्तविक धरा पर  कितना सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है उसकी सटीक जानकारी मिल सके परन्तु देखा यह जा रहा है कि सरकारी अधिकारी कर्मचारी, और भ्रष्टासुरों के द्वारा कार्यों में पारदर्शिता लाने की बजाए आम इंसान द्वारा मांगे जाने वाले सूचना के अधिकार में भी दिग्भ्रमित,छलावा देने वाली जानकारी प्रदान कर अपने भ्रष्ट कार्यों पर पर्दा डालने से गुरेज नही करते और ऐसे भ्रष्ट कार्य निर्बाध रूप से अब भी बेखौफ होकर संचालित हो रहै है ऐसा ही एक  मामला छग राज्य वन विकास निगम पाना बरस परियोजना मंडल कार्यालय में  विगत वर्ष 2020 नवंबर में सूचना के अधिकार 2005 अधिनियम के तहत एज निर्धारित राशि से ऊपर हुए भुगतान का बिल और प्रमाणक मांगा गया था परंतु भ्रष्टाचार में लीन विभागीय कर्मचारियों ने ऐसे नगद किए गए भुगतान के प्रमाणक देना तो दूर बल्कि ऐसे बिल प्रमाणक आवेदक को थमा दिए जिसमे न तो इसके लिए वन विकास निगम द्वारा कोई स्वीकृत राशि जारी किया गया था और न ही इसके लिए मुख्यालय से कोई बजट पारित किया गया था यह वो नगद राशि जो लगभग तीन लाख बीस हजार की राशि थी जो वर्ष 2016 से वर्ष 2020 तक नगद भुगतान जारी किया गया था इस संदर्भ में यह ज्ञात हुआ कि ऐसी राशि को खुदबुर्द करने राज्य का वन विकास निगम कोई अलग से न ही बजट पारित करता है और न ही इसके लिए कोई स्वीकृत राशि जारी की जाती है फिर भी बगैर बजट स्वीकृति के यह राशि केवल नाश्ता,भोजन, पानी बिजली पेट्रोल इत्यादि में व्यय कर दिए गए अब यह राशि किस मद से एडजस्ट किए गए होंगे यह अनेक सवाल खड़े करता है जबाकि इसके इतर यह भी बताते चले कि छग राज्य वन विकास निगम में बजट अनुसार विभिन्न निर्माण कार्यों से लेकर वानिकी और प्लांटेशन एवं अन्य क्रय इत्यादि कार्यों  में व्यय हेतु स्वीकृत बजट अनुसार तीन से चार किश्तों में  राशि जारी की जाती है भले ही कार्य आईपीडी योजनान्तर्गत हो या विभागीय स्तर पर जिसमे कार्य योजना अनुसार पौधे क्रय से लेकर मिट्टी क्रय , गड्ढे खनन एवं दवा खाद छिड़काव हेतु राशि डी.एम एवं आर जी एम के माध्यम से जारी होती है वह भी कार्य निरीक्षण पश्चात राशि जारी होती है परन्तु कथित पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय में सारे नियम कानून को बलाए ताक रखकर तीन लाख से ऊपर राशि का भुगतान वर्ष 2016 से लेकर वर्ष 2020 माह अगस्त तक कर दिया गया   गौरतलब यह है कि निर्धारित राशि से ऊपर  वन विकास निगम अधिकारियों द्वारा किए गए भुगतान  राज्य शासन के नियम विरुद्ध जाकर किया गया इसकी वजह बताते चले कि केंद्र सरकार ने राज्य शासन  को स्पष्ट निर्देश दिए  थे कि वर्ष 2016 से समस्त भुगतान ऑन लाइन अथवा बैंक से किए जाए परन्तु यहां पाना बरस परियोजना मंडल कार्यालय में केंद्र और राज्य शासन के समस्त भुगतान जो पांच हजार या उससे अधिक की राशि थे उसे सरकार के द्वारा जारी निर्देशों की अवहेलना करते हुए नियम कानून विरुद्ध जा कर किया गया अब यहां विचारणीय पहलू यह है कि जब वर्ष 2016 से वर्ष 2020 तक वन विकास निगम पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी शासन के दिशा निर्देश कानून का खुले आम गलत व्याख्या करते हुए  उपरोक्त पांच हजार से ऊपर राशि का नगद भुगतान कर रहे थे तब तात्कालिक डिवीजन मैनेजर,  आर जी एम से लेकर मुख्यालय में बैठे वरिष्ठ,वित्त अधिकारी आंख बंद कर ऐसे भुगतान को हस्ताक्षर कर प्रोत्साहित क्यो कर रहे थे ? क्या ऐसे भुगतान में हस्ताक्षर कर आम जनता के द्वारा प्रदाय कर के रूप में प्राप्त अरबो की राशि मे गड़बड़ घोटाला और भ्रष्टाचार कर मिलीभगत से राज्य सरकार के आर्थिकी रीढ़ को क्षतिग्रस्त नही कर रहे थे ? यह तो पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय में गड़बड़ घोटाला, और भ्रष्टाचार का मात्र  एक उदाहरण है जो सूचना के अधिकार में प्रदाय कुछ प्रमाणक जिनमे पानी भोजन नाश्ता सहित विधुत बिल,एवं पेट्रोल के दस्तावेज दिए गए परन्तु ऐसे प्रमाणको का क्या जिनमे बड़े बड़े भुगतान जो निर्धारित पांच हजार रुपये से ऊपर होकर लाखों में किए गए जिसमे पाना बरस परियोजना मंडल कार्यालय का वर्ष 2017- 18 में अर्थात तीन वर्ष पूर्व नव निर्मित कार्यालय भवन जो लगभग 64 लाख से ऊपर राशि मे निर्माण किया गया परन्तु उक्त भवन में न ही प्रतिदिन के होने वाले क्रय सहित संपादित होने वाले  नियमित कार्यों का लेखा जोखा दर्ज किया गया और न ही उसकी गुणवत्ता पत्र जारी किया गया  क्योंकि देखने मे यह आ रहा है कि पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय की दीवारें अभी से दरक  रही है इससे स्पष्ट ज्ञात होता है कि पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय  भवन निर्माण में निम्न स्तर का कार्य संपादित किया गया तथा अधिकारी, एवं अज्ञात ठेकेदार ने मिलकर   लाखों का खेल कर अपने रास्ते निकल गए  नही तो आवेदक को सूचना के अधिकार में चाही गई जानकारी में  निर्माण वर्ष से लेकर कार्यालय भवन पूर्ण होने  तक संपादित होने वाले प्रति दिन के क्रय किए गए निर्माण सामग्री व्यय जो हजारों में होता है उसके प्रमाणक आवेदक को दिए जा सकते थे परंतु उसके प्रमाणक भी नही दिए गए इस संदर्भ में आवेदक द्वारा एक अन्य सूचना के अधिकार लगाकर भवन निर्माण में वन विकास निगम द्वारा दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित निविदा की कॉपी ठेकेदार का नाम सहित प्रतिदिन संपन्न हुए कार्यों एवं निर्माण सामग्री क्रय का ब्यौरा एवं अंत मे  ठेकेदार, इंजीनियर द्वारा नव निर्मित कार्यालय की गुणवत्ता एवं कितने वर्षों तक भवन क्षतिग्रस्त नही होगा उसका  जारी फिटनेस  पत्र की जानकारी संबन्धी  आवेदन लगाया जाएगा साथ ही   वर्ष 2018 -19 में कार्यालय भवन निर्माण में कितने ट्रक रेती,ईंट गिट्टी, सीमेंट का भुगतान किस इंजीनियर, ठेकेदार ट्रेडर्स के नाम से जारी किया गया उसके प्रमाणक भी आवेदक को उपलब्ध नही कराए गए इसे लेकर सूचना का अधिकार लगाया गया है इसके अलावा  निर्माण और पौधे क्रय से लेकर श्रमिकों के भुगतान से लेकर अर्दली भुगतान,जो वर्षों से हजारों रुपये के रूप में नगद भुगतान किया जा रहा है जो रेंजर के साथ आज तक किसी अर्दली को नही देखा गया उसका भुगतान किस अर्दली,या व्यक्ति के नाम से भुगतान प्रदाय किया जाता रहा है यह आज भी  पर्दे के पीछे है जिसका  दस्तावेज ही विगत वर्ष 2016 से वर्ष 2020 माह नवंबर तक किए गए नगद भुगतान के प्रमाणक दस्तावेज   आवेदक  फॉरेस्ट क्राइम द्वारा मांगा गया था जिसमें गोल मोल भ्रामक जानकारी देकर आवेदक को पूरी तरह गुमराह करने का प्रयास मंडल कार्यालय अधिकारी द्वारा किया गया यही नही  आवेदक को मंडल कार्यलय द्वारा  क्रय की गई  स्टील अलमारी, कुर्सियां, टेबल, ए.सी. पंखे इत्यादि  की जानकारी भी मांगी गई थी जो राजनांदगांव से क्रय करने की बजाए रायपुर से क्रय किए जाने के प्रमाणक के रूप मे बिल प्रदाय किया गया जो पूरी तरह फर्जी निकला ऐसे फर्जी दस्तावेज प्रमाणको का संचय कर एक बहुत बड़े गड़बड़,घोटाले और भ्रष्टाचार का भण्डाफोड़ किया जाएगा ज्ञातव्य हो कि  मंडल कार्यालय में पदस्थ अधिकारी कर्मचारीयों  ने तो ऐसे फर्जी प्रमाणक तो आवेदक को पूर्व में दे दिए  है जिनमे तात्कालिक बड़े  अधिकारी कर्मचारियों की कलम फंसी है तथा उनके द्वारा हस्ताक्षरित भुगतान कर दिए गए हैजिन्हें बचाने के लिए ही आवेदक को फर्जी एवं दिग्भर्मित करने वाले दस्तावेज प्रदाय कर दिए गए जो आगे चलकर यही दस्तावेज इनके गले की फांस बन सकती है?  पर क्या ऊपर बैठे अधिकारियों का यह दायित्व नही बनता कि वर्षों से शासन के नियम विरुद्ध जाकर वन विकास निगम के जिम्मेदार अधिकारियों,कर्मचारियों  द्वारा  नगद भुगतान जो लाखों नही बल्कि करोड़ों में हो गया उसकी निष्पक्ष जांच की जाए एवं ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों  जिनमे कई तो सेवानिवृत्त हो चुके है ऐसे अधिकारी,कर्मचारी के विरुद्ध  विभागीय कार्यवाही करते हुए उनके चल अचल संपति से राशि वसूली की जाए बताते चले कि यदि शेष दस्तावेज प्रमाणक न देने एवं आवेदक को भ्रामक जानकारी प्रदाय कर गुमराह करने का जो प्रयास किया गया था उसके विरुद्ध जाते हुए आवेदक द्वारा सुस्पष्ट शब्दों में पुनः सूचना के अधिकार के तहत पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय में आवेदन लगाया जा चुका है साथ ही पूर्व के आवेदन पर आधी अधूरी संतोष जनक जवाब एवं प्रमाणक मंडल कार्यालय द्वारा न देने पर इसके विरुद्ध भी राज्य सूचना आयोग में अपील की जा चुकी है यदि राज्य सूचना आयोग द्वारा  इस संदर्भ में सारगर्भित सन्तोष जनक कार्यवाही नही करती  है तो आवेदक राज्य के  आर्थिक निरोधक संस्थान सहित विधिक शरण में जा कर न्यायसंगत कार्यवाही करेगा.



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सोमवार, 22 फ़रवरी 2021

स्मार्ट सिटी की तर्ज पर ग्राम निसदा को स्मार्ट ग्राम बनाने का प्रयास- सरपंच माहेश्वरी देव कुमार साहू

 स्मार्ट सिटी की तर्ज पर ग्राम निसदा को स्मार्ट ग्राम बनाने का प्रयास- सरपंच माहेश्वरी देव कुमार साहू


रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़)आरंग विकास खण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत  निसदा के ग्राम गौठान की बाड़ी में महिला स्वसहायता समूह द्वारा  मौसमी सब्जियों का उत्पाद कर आत्म निर्भरता की ओर कदम बढ़ा रही है और आर्थिक सुदृढ़ता की ओर बढ़ रही है इस संदर्भ में ग्राम निसदा के गौठान में जब वस्तुस्थिति का साक्षात निरीक्षण किया गया तो वहां महिला स्व सहायता समूह पूरी शिद्दत से छ एकड़ वृहद भूभाग में फैले मौसमी सब्जियों के उत्पाद में तल्लीन दिखी जिसमे भिंडी भाटा टमाटर,लौकी,सहित मौसमी फल पपीता आम जाम जामुन इत्यादि की फसल ली जा रही थी इसके लिए दस से ऊपर महिला समूह पूरी तल्लीनता से गौठान में पृथक कार्यों को सुचारू ढंग से कार्य सम्हाले हुए थे  इस संदर्भ में  सरपंच श्रीमती  माहेश्वरी देवकुमार साहू ने बताया कि ग्राम निसदा में महिला समूह विभिन्न विकास कार्यों में पूरा सहयोग दे रही है तथा गौठान में मौसमी फल सब्जी उत्पाद कर अपनी पृथक पहचान निर्मित कर रही है



छग प्रदेश सरकार की महत्वांकाक्षी योजना नरवा गरुवा घुरूवा बाड़ी के सफल क्रियान्वयन से  अतिरिक्त स्त्रोत से  आर्थिक सुदृढ़ता की ओर बढ़ रही है वर्तमान में टमाटर लौकी सहित बहुत से मौसमी सब्जीयों का क्रय बाजार में किया जा रहा है तथा प्राप्त आय से अगली फसल की तैयारी की जा रही है सरपंच श्रीमती माहेश्वरी देव कुमार साहू ने आगे बताया यही नही गौठान में अन्य आर्थिक आय बढ़ाने के उद्देश्य से मुर्गी पालन बकरी पालन के लिए पृथक कमरे का निर्माण प्रस्तावित है जिसका कार्य भी शीघ्र किया जाएगा फिर भी ग्राम गौठान में गाय की व्यवस्था  चारा पानी की समुचित व्यवस्था की गई है इसके लिए पृथक टँकी एवं पेयजल की व्यवस्था की गई है पूर्व में कुछ टँकी बनाई गई थी परंतु मेरे कार्यकाल में लगभग 20 टँकी का निर्माण किया गया  जिसमें बर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण किया जा रहा ह इसके लिए बाकायदा गौधन क्रय सुचारू ढंग से किया जा रहा है एवं बर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण कर उसका क्रय भी किया जाना बताया गया



 साथ ही पृथक  शौचालय निर्माण किए गए है स्वच्छता अभियान को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त सूखा गीला कचरा निष्पादन हेतु गौठान के बाहर अतिरिक्त कक्ष बनाया गया है गौठान एवं ग्राम में पेयजल और सिंचाई हेतु बोर पंप खनन कराया गया है ग्राम प्रवेश द्वार में रंग रोगन सहित आकर्षय व्वरूप प्रदान किया गया है ग्राम निसदा सरपंच  श्रीमती माहेश्वरी देव कुमार साहू ने बताया कि ग्राम को स्मार्ट सिटी के अनुरूप स्मार्ट ग्राम बनाने में पूरी तरह कटिबद्ध है इसके पहले चरण में ग्राम में नाली निर्माण से लेकर खनिज मद से अतिरिक्त कक्ष,निर्माण  निसदा पंचायत कार्यलय का रंग रोगन सहित टाइल्स लगाकर जीर्णोद्धार किया गया है

 वही निसदा ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि श्री देवकुमार साहू ने बताया कि ग्राम में सीसी रोड मार्ग का निर्माण तथा स्कूल में आकर्षक रंग रोगन कर स्वच्छता का संदेश दिया गया है साथ ही गौरव पथ उन्नयन कार्य लंबित है जो शीघ्र वित्तीय वर्ष में प्रारंभ किया जाएगा सरपंच प्रतिनिधि देवकुमार साहू ने बताया कि ग्राम निसदा को हाईटेक प्रणाली से जोड़ा गया है तथा समस्त कार्यों को उसके माध्यम से किया जाता है  उन्होंने बताया कि बहुत से विकास  कार्य अब भी लंबित है जो समय अनुसार किया जाएगा आगे  बताया कि मनरेगा अंतर्गत ग्राम वासियों को रोजगार उपलब्ध कराया जाता है इसके लिए गुटीय स्थिति निर्मित की गई है जिसमे प्रत्येक गुट को समय अनुसार रोजगार उपलब्ध कराया जाता है

 राशन कार्ड,वृद्धा पेंशन योजना छात्रवृत्ति फार्म सहित समस्य शासकीय योजना का लाभ स्थानीय प्रत्येक ग्रामीणों को प्राप्त हो रहा है स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण,से भी ग्रामीण लाभार्थियों को लाभ प्राप्त हुआ है  इससे समस्त ग्राम वासी भी प्रसन्न है 

सरपंच प्रतिनिधि देवकुमार साहू ने बताया कि ग्राम वासियों के आर्थिक सहयोग से ग्राम निसदा के तालाब समीप रिक्त भूमि पर शनि देव का विशाल मंदिर निर्माण किया गया है जो आरंग विकास खण्ड में एक उदाहरण है मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अप्रेल माह में विशाल स्तर पर किया जाएगा हलांकि छोटा शनि मंदिर में जो ग्राम में ही स्थित है  वहां शनि देव की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर दी गई है

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

गंगरेल गार्डन में देर रात गजदल का उत्पात लाखों की क्षति का अनुमान

 गंगरेल गार्डन में देर रात गजदल का उत्पात लाखों की क्षति का अनुमान 


अलताफ हुसैन 

रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़)धमतरी वन परिक्षेत्र अंतर्गत लगभग 19 हाथियों के दल ने गंगरेल बांध स्थित गार्डन को पूरी तरह तहस नहस कर दिया जिसमें लाखों की क्षति होना बताया गया है जबकि क्षेत्र में किसी ग्रामीण व्यक्ति के जान की क्षति नही होना बताया गया है 





 विश्वस्त सूत्रों एवं वायरल वीडियो से ज्ञात हुआ है कि गंगरेल बांध के समीप डेढ़ दर्जन से ऊपर गजदल ने देर रात धमक दी तथा गंगरेल बांध के समीप सैलानियों और पर्यटकों के लिए निर्मित करोड़ों रुपये की लागत से गार्डन को पूरी तरह क्षति ग्रस्त कर दिया वही कुछ पगोडे तथा बच्चो के खेलने के उपकरण से लेकर पेड़ पौधों को खुलकर क्षति पहुंचाया



एक अनुमान के अनुसार लाखों रुपये की क्षति उत्पात गजदल द्वारा किया  गया यहां तक उनकी धमक से गार्डन के दो चौकीदार वहां से जान बचाने छुप गए रहे वर्ना एक बहुत बड़ा हादसा हो सकता था डी एफ़ ओ की टीम की सतर्कता से उन्हें बचाया गया उत्पाती गजदल ने पर्यटन स्थल गंगरेल गार्डन में नरियल पेड़ केले के पौधे अन्य प्रजाति के पेड़ पौधे कचरा फेकने के डस्टबिन, कुर्सी टेबल,बच्चों के खेल उपकरण सहित  बड़ी संख्या में पेड़ पौधों को कुचलकर क्षति पहुंचाया गया उत्पात मचाने के पश्चात गजदल भोर पश्चात अपने गन्तव्य वनक्षेत्र की ओर बढ़ गए गजदल के उत्पात से वन ग्राम क्षेत्रों में दहशत का माहौल बना हुआ है 



इस संदर्भ में वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को इसकी सूचना  दी गई जहां धमतरी डी एफ़ ओ और उनकी पूरी टीम ने तत्काल उत्पात क्षेत्र पहुंच कर रेस्क्यू कर दो कर्मचारियों को बचाया एवं  ढोल,नगाड़े,और मशाल के  माध्यम से उन्हें गंगरेल क्षेत्र से खदेड़ने में कामयाब हो गए फिर भी आसपास ग्राम क्षेत्र में दहशत का माहौल निर्मित है 




बुधवार, 17 फ़रवरी 2021

बी पी पुजारी इंग्लिश मीडियम स्कूल में आकाश तिवारी ने नए सत्र में छात्र छात्राओं को मिठाई खिलाकर और पेन कॉपी वितरण कर उत्साह वर्धन किया

 बी पी पुजारी इंग्लिश मीडियम स्कूल में पार्षद आकाश तिवारी ने नए सत्र में छात्र छात्राओं को मिठाई खिलाकर और पेन कॉपी वितरण कर उत्साह वर्धन किया




रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़)पंडित रवि शंकर शुक्ल वार्ड के अंतर्गत नगर निगम द्वारा संचालित इंग्लिश मीडियम बी पी पुजारी स्कूल में प्रथम दिवस स्कूल छात्रों का उत्साहवर्धन करने पंडित रवि शंकर शुक्ल वार्ड क्रमांक 35 के पार्षद एवं एम आई सी सदस्य आकाश तिवारी पहुंचे तथा स्कूल छात्र छात्राओं को मिठाई खिलाकर स्वागत किया और पेन कॉपी वितरण कर उन्हें लगन के साथ अध्यापन करने की सलाह दी इस अवसर पर समस्त छात्र,छात्राओं  से पढ़ाई को लेकर उनसे चर्चा भी की और नए अध्यापक अध्यापिकाओं को छात्रों की पठन, पाठन सहित जिज्ञासा का निराकरण एवं उनके  मानसिक शारीरिक विकास हेतु दिशा निर्देश दिया वही कोरोना काल पश्चात प्रथम बार स्कूल पहुंचे छात्र छात्राओं में काफी उत्साह दिखा  उल्लेखनीय है कि नगर निगम द्वारा संचालित इंग्लिश मीडियम स्कूल खुलने का यह प्रथम अवसर था जिसका कायाकल्प करके प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं का चयन कर अल्प राशि मे शिक्षा देने की यह पहल की गई है जहां प्रथम दिवस ही छात्र छात्राओं की उपस्थिति शत प्रतिशत बताई गई   वार्ड के प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं के प्रथम दिवस तीन घण्टे के अध्ययन कार्य तथा परिचय में निकला वही छात्र छात्राओं ने पढाई के संदर्भ में बताया कि नए टीचर्स ने पढाई बड़ी तल्लीनता से करवाया है जिसके आगे बहुत अच्छे परिणाम आएंगे वार्ड पार्षद आकाश तिवारी ने समस्त छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है  कोरोना काल को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण ध्यान रखा गया तथा एक कक्षा में अधिक बच्चे न हो इसके लिए दो कक्षाएं लगाई गई

सोमवार, 15 फ़रवरी 2021

तुंहर सरकार तुंहर द्वार शिविर पूरी तरह असफल रहा-लता सुनील चौधरी

 तुंहर सरकार तुंहर द्वार शिविर पूरी तरह असफल रहा-लता सुनील चौधरी



रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़) पं रविशंकर शुक्ल वार्ड 35 राजातालाब में सुनील चौधरी ज़िलाध्यक्ष भाजपा अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा रायपुर व श्रीमती लता सुनील चौधरी पूर्व पार्षद के नेतृत्व में वार्ड की समस्याओं को लेकर तुंहर सरकार तुंहर द्वार शिविर में ज्ञापन सौंपने गई चल रहे शिविर में भाजपा कार्यकर्ताओं एवं आम जनता को पुलिस द्वारा शिविर में जाने के पूर्व गेट पर रोक दिया गया पूर्व पार्षद लता सुनील चौधरी ने बताया कि वार्ड के नागरिक अपनी मूलभूत समस्या जिनमे नया पट्टा व पट्टा नवीनीकरण , प्रधानमंत्री आवास योजना , राशन कार्ड , आधार कार्ड , आयुष्मान कार्ड , लोन आदि के आवेदन लेकर पहुँचे थे लेकिन एक भी आवेदन स्वीकार नही किया गया उन्होंने महापौर पर आरोप  लगते हुए कहा कि महापौर ने एक भी आवेदन स्वीकार न कर आम जनता का अपमान किया है । तथा समस्त वार्ड में लगाए जा रहे शिविर मात्र जनता को छलने का कार्य किया जा रहा है



भाजपा पिछड़ा वर्ग के जिला अध्यक्ष सुनील चौधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि महापौर से आग्रह भी किया की ज्ञापन में शामिल 19 विषयों में से किसी 4 की घोषणा तत्काल मंच से कर दे लेकिन महापौर ने गोल मोल जवाब दे कर टाल दिया , एक भी घोषणा नही की । पूरे शिविर में एक विशेष समुदाय के लोगों ने क़ब्ज़ा कर लिया था अन्य किसी के आवेदन स्वीकार ही नही किये जा रहे थे । कांग्रेसी कार्यकर्ताओ ने महिलाओं से अभद्रता की जिसका पुरज़ोर विरोध किया गया। महिलाओं को पुरुष पुलिसकर्मी अभद्र तरीक़े से रोकते व धक्का देते रहे ।


महापौर और उनकी टीम ने आज जो जनता की अनदेखी की है इसको ध्यान में रखते हुये जनता के सारे आवेदन मुख्यमंत्री कार्यालय पहुँचाये जाने की बात भी पूर्व पार्षद एव बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कही है

रायपुर में रहस्यमय तरीके से ट्रेन से लापता हुई महिला, 7 दिन बाद भी नहीं मिला कोई सुराग

 



 फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़ 15 फरवरी 2021आकांक्षी अपने पति सुखवीर शर्मा के साथ विशाखापत्तनम घूमने गई थीं और 6 फरवरी को कोरबा लौटते समय सुबह के करीब 7.15 बजे रायपुर में ट्रेन से अचानक लापता हो गईं. बता दें कि कोरबा में सुखवीर शर्मा के बड़े भाई जसवीर शर्मा रहते हैं जिनके घर उन्हें वापस लौटना था.

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में यात्रा के दौरान एक महिला रहस्यमय तरीके से ट्रेन से लापता हो गई हैं. यह घटना 6 फरवरी की है. महिला का नाम आकांक्षी है जो अपने पति और 6 साल के बच्चे के साथ विशाखापत्तनम से घूम कर वापस अपने जेठ के घर कोरबा लौट रही थीं. जीआरपी और रेल प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी महिला का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है.

लापता महिला आकांक्षी के मामा शिव कुमार भारद्वाज के मुताबिक आकांक्षी अपने पति सुखवीर शर्मा के साथ विशाखापत्तनम घूमने गई थीं और 6 फरवरी को कोरबा लौटते समय  सुबह के करीब 7.15 बजे रायपुर में ट्रेन से अचानक लापता हो गईं. बता दें कि कोरबा में सुखवीर शर्मा के बड़े भाई जसवीर शर्मा रहते हैं जिनके घर उन्हें वापस लौटना था.

शिव कुमार भारद्वाज ने बताया कि इसके बाद उनके पति ने ट्रेन से उतर कर रेल थाने में अपनी पत्नी के लापता होने की रिपोर्ट लिखवाई जिसकी जांच अभी भी रेल पुलिस कर रही है. आकांक्षी के मामा ने कहा, 'स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि रायपुर में उनकी भांजी (आकांक्षी)  ट्रेन में चढ़ी लेकिन अपने पति को नहीं मिली और उसके बाद से लापता है.'

शिवकुमार भारद्वाज ने बताया कि भांजी के साथ ही उसका और पति दोनों का फोन भी गुम है. लेकिन यहां हैरान करने वाली बात ये है कि जहां महिला का फोन लापता होने के दिन से ही बंद आ रहा है, वहीं उनके पति का फोन घटना के बाद भी चार दिनों तक एक्टिव रहा है. रेल पुलिस को इसकी जानकारी मोबाइल नंबर के सीडीआर से भी मिली है. पुलिस ने जब लापता महिला के पति के फोन को ट्रैक किया तो जिस दिशा में वो ट्रेन जा रही है उसी दिशा में फोन भी ट्रैक हो रहा है.

शिवकुमार ने बताया कि इसके बाद जीआरपी ने उस ट्रेन की कई बार तलाशी ली लेकिन फोन या महिला का कोई पता नहीं चला. ट्रैकिंग के दौरान 11 फरवरी के बाद से वो फोन भी अब बंद आने लगा है. उन्होंने कहा कि उनके परिवार को कोई अंदाजा नहीं है कि महिला को किसी ने अगवा किया है या फिर वो नशाखुरानी गिरोह की शिकार हुई है.

लापता महिला के मामा ने बताया कि आकांक्षी के ससुराल में भी कोई विवाद नहीं है और वो बहुत अच्छे ढंग से रह रही थी. ऐसे में पूरा परिवार परेशान है और आकांक्षी की सलामती की दुआ मांग रहा है. अगर आप लोगों में से किसी को भी महिला के बारे में कोई जानकारी मिलती है तो आप इस मोबाइल नंबर 7011241885 पर संपर्क कर उनकी जानकारी दे सकते हैं.

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शिवकुमार ने बताया कि इसके बाद जीआरपी ने उस ट्रेन की कई बार तलाशी ली लेकिन फोन या महिला का कोई पता नहीं चला. ट्रैकिंग के दौरान 11 फरवरी के बाद से वो फोन भी अब बंद आने लगा है. उन्होंने कहा कि उनके परिवार को कोई अंदाजा नहीं है कि महिला को किसी ने अगवा किया है या फिर वो नशाखुरानी गिरोह की शिकार हुई है.

लापता महिला के मामा ने बताया कि आकांक्षी के ससुराल में भी कोई विवाद नहीं है और वो बहुत अच्छे ढंग से रह रही थी. ऐसे में पूरा परिवार परेशान है और आकांक्षी की सलामती की दुआ मांग रहा है. अगर आप लोगों में से किसी को भी महिला के बारे में कोई जानकारी मिलती है तो आप इस मोबाइल नंबर 7011241885 पर संपर्क कर उनकी जानकारी दे सकते हैं.