गुरुवार, 28 जुलाई 2022

बार नवापारा अभ्यारण्य में अब काले हिरण कुलांचे भरते दिखेंगे...वन भैंसे की वंश वृद्धि के लिए उपाय जारी

बार नवापारा अभ्यारण्य - लगातार बढ़ रहे काले हिरणों की धमा चौकड़ी से बार की रौनक बढ़ी...वन भैंसे की वंश वृद्धि के लिए उपाय जारी

 (छत्तीसगढ़ वनोदय)वन का श्रृंगार वन्य प्राणी है विशेषकर कुलांचे भरते हिरण जब वन में परिलक्षित होते है तो मन भी प्रफुल्लित हो उठता है  इनकी उपस्थिति ही वन के सौंदर्य एवं वैभवता में चार चांद लगा देता है छत्तीसगढ़ के बहुत से ऐसे वन क्षेत्र है जहां पर इनकी उपस्थिति से वन का अस्तित्व बचा हुआ है तथा वन एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण संवर्धन हेतु राज्य सरकार भी बड़ी शिद्दत से उपाय कर रही है बार नवापारा अभ्यारण्य प्रदेश का ऐसा वन क्षेत्र अभ्यारण्य है जहां देश विदेश से पर्यटक यहां की प्राकृतिक आभा को नजदीक से महसूस करने दर्शनार्थ हेतु आते है क्योंकि यहां चार सदी से ऊपर वन क्षेत्र को संरक्षित कर यहां के वन्य प्राणियों की सुरक्षा का महती दायित्व वन विभाग अपने स्तर पर कर रहा है यही नही बारनवापारा अभ्यारण्य प्रबंधन क्षेत्रो से विलुप्त होते वन्य प्राणियों को देश के अन्य राज्यों से लाकर यहां इनकी (वन्य प्राणियों)  भरपाई एवं उनके रहवास की समुचित व्यवस्था पर भी जोर दे रहा है ताकि क्षेत्र में वन्य प्राणियों के स्वतंत्र विचरण करते हुए पर्यटक दर्शन लाभ उठा सकेइसके लिए बार नवापारा अभ्यारण्य प्रबंधन ने काले हिरण अर्थात कृष्ण मृग को दिल्ली ज़ू सहित बिलासपुर के कानन पेंडारी से मंगवाया  है जिनकी संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है इस संदर्भ में बार अधीक्षक आनंद कुदरिया बताते है कि कृष्ण मृग के यहां तक लाने बड़ी मशक्कत करनी पड़ी मगर वर्ष भर पूर्व लगभग सत्तर से ऊपर काले हिरण यहां दिल्ली जू से मंगवाए गए थे परन्तु समस्या इस बात को लेकर थी कि वे यहां के जलवायु,वातावरण को अंगीकार कर पाएंगे की नही क्योंकि किसी भी प्रदेश से लाए जाने वाले वन्य प्राणी परिवर्तित वातावरण एवं जलवायु क्षेत्र में लाने पर उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है तथा उनकी मृत्यु भी संभावित होती है बार अधीक्षक आनंद कुदरिया साहब ने आगे बताया कि  जैसा हमने सोचा था वैसा ही काले हिरण के साथ हुआ क्षेत्र की नमीयुक्त भूमि पर उनके पग मिट्टी में धंसने लगे एवं खुर जो बहुत संकुचित एवं छोटा होता है वह क्षतिग्रस्त होने के साथ जख्म बन गए  घाव संक्रमित होकर  तथा विपरीत मौसम जो अति उष्ण कटि बद्ध क्षेत्र होने के कारण उनका स्वास्थ्य गिरने लगता है इसका लाभ उठाते हुए आसपास के जंगली हिंसक वन्य प्राणियों द्वारा  इन्हें शिकार बना लिया जाता है बहुत से वन्य प्राणी  असमय काल कलवित हो जाते है तब हमने उनकी सुरक्षा के उपाय हेतु तात्कालिक सी सी एफ वन्य प्राणी सहित बलौदाबाजार के डी एफ ओ मयंक अग्रवाल साहब  से चर्चा की उनके द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के अनुसार हमने सभी काले हिरण को ऐसे वृहद भूभाग वाले सुरक्षित नुमा वनक्षेत्र स्थल पर छोड़ा जहां धसान क्षेत्र या नमीयुक्त मुलायम मिट्टी  कम था तब इसके हमे आश्चर्यजनक परिणाम सामने आए तथा वे झुंड के अनुसार बार नवापारा के संरक्षित दायरे के पृथक क्षेत्र में स्वच्छंद भ्रमण करने लगे इस संदर्भ में बार नवापारा के ऊर्जावान युवा सोच रखने वाले,पर्यावरण,एवं प्रकृति प्रेमी  तात्कालिक परिक्षेत्राधिकारी, वर्तमान पदोन्नत एस डी ओ कृषालू चंद्रकार ने बताया कि मैं प्रारंभ से ही पर्यावरण एवं प्राकृतिक प्रेमी रहा हूँ शायद यही वजह रही कि सी.जी. पीएससी उत्तीर्ण के साथ ही मुझे अधिक वेतन के साथ अन्य स्थान में पोस्टिंग मिल रहा था



परन्तु मैंने कम वेतन वाले  वन विभाग का चयन किया क्योंकि प्रकृति प्रारंभ से मेरे मन मे रची बसी थी जंगल पहाड़,वन्य प्राणियों को देखना मुझे सुहाता था सो उन्होंने वन विभाग में सेवा देने का चयन किया तथा ईश्वर की कृपा भी ऐसी रही कि उन्हें बार अभ्यारण्य एवं उसके आसपास वन क्षेत्र में ही सेवा करने का प्रारंभिक सुअवसर मिला तथा वे वन क्षेत्र में सतत विकास के साथ नई योजनाओं का सफल क्रियान्वयन करते रहे  तात्कालिक  परिक्षेत्राधिकारी वर्तमान एस डीओ श्री चंद्राकर ने आगे बताया कि श्याम मृग के बचाव हेतु  बार के ही वृहद भूभाग वाले संरक्षित क्षेत्र के स्थान में रखा गया ताकि  उनकी सुरक्षा के साथ खानपान पर वन कर्मी बराबर नज़र बनाए रखे इसके लिए प्रबंधन की ओर से वन क्षेत्र के एक बहुत बड़े भूभाग में लगभग एक से डेढ़ फीट रेत बिछाई गई कुछ समय पश्चात उसके आशातीत परिणाम सामने आने लगे  शनैः शनैः काले हिरण भय मुक्त संरक्षित अभ्यारण्य क्षेत्र में विचरण करने लगे तथा नैसर्गिक प्रजनन क्रिया से उनकी संख्या में भी लगातार वृद्धि होती रही बार तत्कालिक परिक्षेत्राधिकारी, वर्तमान एसडीओ  कृषाणु चंद्राकर  हर्ष व्यक्त करते हुए आगे बताते है कि आज काले हिरण की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई है इनके कुनबे की संख्या लगभग 150 से ऊपर पहुंच चुकी है जो हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है उन्होंने बताया कि नर व मादा व शावक काले हिरण अब बार नवापारा अभ्यारण्य में निर्भीक हो कर कुलांचे भरते पर्यटकों को परिलक्षित हो रहे है उनमें बहुत से नन्हे शावक भी है स्वच्छंद विचरण करते ये बार क्षेत्र से देवपुर सहित आसपास वन क्षेत्रों में अपनी आमद दर्ज कर चुके है

ज्ञातव्य है कि वन एवं जलवायु विभाग द्वारा  वर्ष पूर्व दिल्ली ज़ू सहित ग्वालियर,एवं बिलासपुर कानन पेंडारी जू से लगभग सत्तर काले हिरण मंगवाए गए थे  परन्तु  बलौदाबाजार वन क्षेत्र के समानान्तर एवं लाए गए काले हिरण के मिजाज के अनुकूल जलवायु एवं वातावरण की उपलब्धि सबसे बड़ी चुनौती थी इसके अलावा अभ्यारण्य के नमी युक्त दलदली मिट्टी होने के कारण कुछ काले हिरण के पैर चोटिल एवं संक्रमित हो रहे थे तथा कृष्ण मृग के ऊर्जा विहीन क्षीण गति होने के कारण हिंसक वन्य प्राणियों सहित ग्रामीण श्वानों  के द्वारा उन्हें क्षति पहुंचाने का प्रयास किया जाता रहा था जो एक प्रकृति प्रक्रिया भी है  जिसकी वजह से अति संवेदनशील वन्य प्राणी  काले हिरण असमय काल ग्रास बने  तब इनके संरक्षण को लेकर वन प्राणी सीसीएफ सहित तात्कालिक बलौदाबाजार के मण्डलाधिकारी श्री कृष्ण राम बढई साहब से चर्चा कर उन के दिशा निर्देश पर उन परिवर्तित ऋतु एवं कारणों की सुरक्षात्मक दृष्टिकोण के समाधान पर कार्य करते हुए बार के वृहद भूभाग को  सुरक्षित किया गया जबकि वर्तमान  डी एफ ओ बलौदाबाजार मयंक अग्रवाल साहब ने विशेष परिस्थिति अनुसार व्यापक कदम उठाने दिशा निर्देश दिए जिस पर अक्षरा कार्य किया गया  विशेष कर दलदली क्षेत्र में रेतीली भूमि निर्मित किया गया कुछ समय पश्चात इसके आश्चर्यजनक परिणाम परिलक्षित हुए एक ही स्थान में रहने और परस्पर संपर्क के कारण इनकी वंश वृद्धि हुई


तब बार प्रबंधन ने काले कृष्ण मृगों को बार अभ्यारण्य क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में बीस बीस की संख्या में  छोड़ते गए तथा मुक्त वातावरण मिलने पर ये स्वयं ऐसे क्षेत्रों का चयन कर  विचरण करने लगे जो इन्हें सुरक्षित लगा  वर्तमान डीएफओ कृषालु चन्द्राकर ने बताया कि वंश वृद्धि के उद्देश्य से उस समय संरक्षित वन क्षेत्र  मे लगभग तीस की संख्या में काले नर व मादा हिरण को रखा गया है ताकि प्राकृतिक सहवास पश्चात इनकी वंश वृद्धि हो सके तात्कालिक बार परिक्षेत्राधिकारी एवं वर्तमान डी एफ ओ  कृषाणु चंद्राकर आगे बताते है कि कृष्ण मृग काफी संवेदनशील एवं नाजुक प्राणी होते है मानव स्पर्श मात्र से ये भयभीत होकर थरथर कांपते है इसलिए इन्हें मानव संपर्क से दूर रखा जाता है   इसके अलावा आसपास क्षेत्र भी प्राकृतिक रूप से हरे घास का चराई क्षेत्र है एवं बार अभ्यारण्य  प्रबंधन की ओर से भी हरे चारागाह विस्तार कर नियमित व्यवस्था की गई है बार क्षेत्र के बहुत से ही घास क्षेत्रों का चयन कर विकासित किए गए है ताकि उनके खानपान में कोई कमी न हो इसके लिए ग्रास लैंड की योजना लगातार बार क्षेत्र में विभिन्न हिस्सों में विकसित की गई है इस संदर्भ में बलौदाबाजार वन मंडल के वर्तमान डीएफओ मयंक अग्रवाल ने बताया कि बार क्षेत्र में लगभग तीस से ऊपर विभिन्न प्रजाति के घास का रोपण करने की योजना लगभग पूर्णता हो चुकी है जो शाकाहारी वन्य प्राणियों की भूख शांत करेगा इसके लिए ग्रास लैंड में बारीक दुब से लेकर ग्रीष्म ऋतु में शाकाहारी वन्य प्राणियों की सभी 30 से अधिक प्रजाति के घास वाली खुराक की व्यवस्था की जाएगी जो उनके सुरक्षा की दृष्टिकोण से भी उपयुक्त होगा
          तथा इन्हें सुरक्षित रख वंश को संवर्धित किया जा सके तात्कालिक बार रेंजर एवं वर्तमान डी एफ ओ  कृषाणु चंद्राकर ने आगे बताया कि कृष्ण मृग के अलाव  इसी प्रकार दो वन भैंसा जिनमे नर मादा सम्मिलित है को मानस नेशनल पार्क आसाम से लाया गया है तथा उसकी तीमारदारी की जा रही है इनके लिए बार में ही अलग से बाड़ा बनवाया गया है तथा प्रकृति सहवास हेतु उनकी मीटिंग का इंतजार किया जा रहा है 

इन्हे बार अभ्यारण्य में लाए हुए लगभग तीस माह ऊपर होने जा रहा है लगातार प्रकृति सहवास की स्थिति निर्मित हुई है तथा नन्हे शावक भी दृष्टि गोचर हो रहे है वही बार प्रबंधन नए वन्य प्राणियों पर  विचार करते हुए  स्थानीय प्रदेश के अचानकमार पार्क से एक  वन भैंसा लाने की योजना बनाया हुआ है ताकि विलुप्त होते वन भैंसों की वंश वृद्धि की जा सके इसके लिए प्रयास किए जा चुके है खान पान हेतु हरे घास के चारे की व्यवस्था की गई है  समय समय पर बकायदा इनके स्वास्थ्य हेतु डॉक्टरी परीक्षण भी करवाया जाता है परन्तु अब तक किसी प्रकार की खुश खबरी नही आई है इस सन्दर्भ में तात्कालिक रेंजर एवं वर्तमान पदोन्नत एस डी ओ  कृषालु चंद्राकर का कथन है कि वन भैंसा की  एक ही वंश अथवा परिवार के होने के कारण इनका प्राकृतिक सहवास की स्थिति निर्मित नही हो पा रही है इसलिए अतिरिक्त अचानक मार अभ्यारण्य क्षेत्र एवं आसाम  नेशनल पार्क  से दो अन्य नर वन भैंसा लाए गए है  जिसकी तीमारदारी की जा रही है समय पर स्वास्थ्य परीक्षण सहित सभी खानपान और व्यवस्था विभाग से लिखित मांग की जाती है परंतु अब भी उसका वंश वृद्धि नहीं हो सका है तात्कालिक  बार नवापारा परिक्षेत्राधिकारी एवं पदोंन्नत डी एफ ओ  कृषाणु चंद्राकर काले कृष्ण मृग की सुरक्षा हेतु काफी चिंतित नज़र आए उनका कथन है कि वन ग्रामों में बहुतायत स्थिति में श्वान हो चुके है जो हिरण जैसे निरीह प्राणी पर एक साथ हमला कर उन्हें चोटिल कर देते है जिससे संक्रमित हो ये असमय काल कल्वित हो जाते है इस ओर विभाग को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है

जो इनके भविष्य के अस्तित्व की चिंता का करे  वही आसपास के नगर परिषद सहित रायपुर से भी नगर निगम के द्वारा कुत्तों का रेस्क्यू कर उन्हें बार के वन क्षेत्रों में बहुतायत संख्या में छोड़ा जा चुका है जिसकी वजह से यहां के वन्य प्राणियों के अस्तित्व पर खतरा बढ़ गया है इसके लिए प्रबंधन द्वारा विशेष कार्य योजना बना कर इनके रोकथाम पर कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया है यही नही श्री चंद्राकर ने समस्त नगर परिषद एवं नगर पालिकाओं से अपील भी की है कि अपने क्षेत्रों से  रेस्क्यू किए गए श्वान को बार क्षेत्र में न छोडे 

इसके लिए नगर परिषद,एवं पालिकाओं से पत्राचार कर उन्हें अवगत कराने की बात भी कही है यदि छोड़े गए श्वानों से निरीह वन्य प्राणियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो जाती है तो तात्कालिक बार तत्कालिक रेंजर वर्तमान एस डी ओ कृषालू चंद्राकर इस बात से आश्वस्त हो जाते है कि बार के वन्य प्राणियों की संख्या में लगातार वृद्धि तय है तथा यहां की आभा के साथ साथ वन्य प्राणियों की नाद से यह क्षेत्र भी गुंजयमान होगा तथा पर्यटकों के लिए और अधिक आकर्षण का केंद्र भी बनेगा वही बार अभ्यारण्य क्षेत्र को नेशनल पार्क(ज़ू)बनाने की बात भी कही है ताकि मानव दखल कम होने के साथ बार अभ्यारण्य क्षेत्र की सुरक्षा वन्य प्राणियों के संरक्षण,संवर्धन और पर्यटन की दृष्टिकोण से भी यह क्षेत्र विस्तृत होकर  मिल का पत्थर साबित होगा.  

शनिवार, 23 जुलाई 2022

वन विभाग में फर्जी अनुकंपा नियुक्त दो कर्मचारी बर्खास्त एक पर जांच के आदेश

 वन विभाग में फर्जी अनुकंपा नियुक्त दो कर्मचारी बर्खास्त एक पर जांच के आदेश

रायपुर  भिन्न भिन्न वन मंडल कार्यालय मे अलग अलग मामले में फर्जी रूप से कार्य करते पाए जाने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए  प्रधान मुख्य वन संरक्षक द्वारा उन्हें तत्काल सेवा से बर्खास्त करने की कार्यवाही करने का आदेश जारी किया है  जिसमें एक मामला रायपुर वन मंडल एवं दूसरा मामला  कटघोरा वन  मंडल का बताया जाता है जहां सहायक ग्रेड -3 के पद  पर फर्जी तरीके से अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त कर  लंबे समय से शासकीय राशि एवं  दिए जाने वाली समस्त विभागीय लाभ का उपभोग करने वाले कर्मचारियों को तत्काल बर्खास्त करने का पत्र जारी किया गया है वहीं रायपुर वन मंडल में लंबे समय से बगैर कागजात,दस्तावेज,एवं नियुक्ति आदेश  के फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी करने वाले वन कर्मी के विरुद्ध भी जांच करने के आदेश विभाग ने जारी किए है  

प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय नवा रायपुर के दिनांक 05/07/2022 को जारी पत्र क्रमांक प्रशा/अराज 1/उ.व.क्षे./432/2022/7183 में मुख्य वन संरक्षक को लिखे आदेश पत्र में उल्लेख किया गया है कि विभिन्न माध्यमों से शिकायत के आधार पर कटघोरा वन मंडल में श्रीमती अनुपमा धुर्वे एवं श्रीमती रजनी राठौर जो विगत कई वर्षों से सहायक ग्रेड -3 के पद पर फर्जी तरीके से अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त कर वन विभाग के समस्त लाभ एवं वेतन उठा रही थी जिनकी शिकायत महासमुंद निवासी अश्वनी सोनी ने किया था  शिकायत को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए  पीसीसीएफ ने तत्काल दोनों कर्मचारियों को बर्खास्त करते हुए पद मुक्त करने का आदेश जारी किया वही जंगल सफारी एवं नंदन वन में कार्यरत पिंकेश्वर दास वैष्णव फॉरेस्ट गार्ड के दस्तावेज नियुक्ति आदेश पत्र भी रायपुर वन मंडल जंगल सफारी  कार्यालय में उपलब्ध नही है तथा वह भी लगभग दस वर्षों से यहां जंगल सफारी में कार्यरत है यह जानकारी  अभय पांडे एसडीओ जंगल सफरी  के द्वारा रायपुर निवासी मज़हर इकबाल पत्रकार  को  आरटीआई में जानकारी मांगने पर प्रदान की थी  जवाब से असंतुष्ट होकर इसकी शिकायत ऊपर करने पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक नवा रायपुर ने बगैर दस्तावेज के पिंकेश्वर दास वैष्णव के द्वारा कार्यालय में कैसे कार्यरत है इसकी जांच रिपोर्ट मांगी है 

  बताते चलें कि बर्खास्तगी  की कार्यवाही में फर्जी तरीके से विभागीय लाभ उठाने वाले कर्मचारियों पर वन अधिनियम के तहत अब तक उठाए गए समस्त लाभ वेतन इत्यादि की रिकवरी की जा सकती है यही नही फॉरेस्ट गार्ड पिंकेश्वर दास वैष्णव के जांच  में यदि वह भी फर्जी नियुक्ति से कार्य कर रहा होगा तो रिकवरी के साथ मिलने वाले समस्त लाभ सेवानिवृत्त पश्चात मिलने वाली राशि से  भी वंचित  होना पड़ेगा  तथा शासन की आंखों में धूल झोकते हुए शासकीय राशि के फर्जी आहरण कर उपभोग के अपराध में उसे जेल भी हो सकती है यही नही सूचना के अधिकार में पिंकेश्वर दास वैष्णव के दस्तावेज न होने के बावजूद विभाग में कार्य करने की जानकारी होने पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना  न देते हुए फर्जी तरीके से फॉरेस्ट गार्ड पिंकेश्वर दास वैष्णव को शासन में सेवा देते रहने जैसे  गंभीर अपराध में सहयोग  करने  लंबे समय तक अधिकारियों को  गुमराह करते हुए अंधेरे  में रखने  के एवज में तात्कालिक जंगल सफारी के जन सूचना अधिकारी  अभय पांडे एस डी ओ पर भी विभागीय गाज गिर सकती है 

गुरुवार, 21 जुलाई 2022

प्रदेश सरपंच संघ द्वारा 18 अगस्त को प्रदेश व्यापी हड़ताल

 प्रदेश सरपंच संघ द्वारा 18 अगस्त को प्रदेश व्यापी हड़ताल


छत्तीसगढ़ प्रदेश सरपंच संघ  के समस्त 11664 ग्राम पंचायतों के सरपंच द्वारा अगले माह  एक दिवसीय प्रदेश व्यापी प्रदर्शन करेंगे 

यह जानकारी प्रदेश सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल धींवर  ने दी है  उन्होने  समस्त ग्राम पंचायतों के सरपंच से  रायपुर में होने वाले उक्त धरना प्रदर्शन,महारैली में शामिल होने का आह्वान किया है 

छत्तीसगढ़ प्रदेश सरपंच संघ की 8 सूत्रीय अधिकार पत्र (मांगों) को लेकर 18अगस्त 2022 को बूढ़ा तालाब रायपुर की धरणा स्थल पर विशाल महारैली एवं एकदिवसीय महाधरणा प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया जाना सुनिश्चित किया गया है,जिसमें, सरपंच ग्राम पंचायत के प्रति, शासन/ प्रशासन की निरंकुश नितियों की विरुद्ध हल्ला बोल हुंकार भरने के लिए प्रदेश भर की सरपंच भाई बहन एकत्रित होंगे, और, छत्तीसगढ़ प्रदेश सरपंच संघ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दुहरायेगे तथा एकजुट होकर अपनी संघ की एकता और अखंडता को प्रदर्शित करेंगे 


सोमवार, 18 जुलाई 2022

स्वामी आत्मानंद बी.पी.पुजारी स्कूल में अब गरीब के बच्चे नही अमीर के बच्चे फर्राटेदार इंग्लिश बोलेंगे

 स्वामी आत्मानंद बी.पी.पुजारी स्कूल में अब गरीब के बच्चे नही अमीर के बच्चे फर्राटेदार इंग्लिश बोलेंगे 

रायपुर शिक्षा का अधिकार प्रत्येक बच्चों का मौलिक अधिकार है जिसके लिए राज्य शासन नित नई योजनाओं के माध्यम से शिक्षा के स्तर को सुधार कर आधुनिक शिक्षा से छात्र छात्राओं को संलग्न कर रही है इसके लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने भी बहुत से शासकीय शालाओं का जीर्णोद्धार कर  हिंदी सहित इंग्लिश। स्कूलों का निर्माण किया है जिसे आत्मानन्द इंग्लिश स्कूलों का नाम दिया तथा यह प्रचार किया कि अब गरीब मजदूरों के बच्चे भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे परंतु चंद वर्षों में ही आम जनता की यह भ्रांति चकनाचूर हो गई क्योंकि ऐसे सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधरते ही अब प्रायवेट स्कूलों की  फाइव स्टार सुविधा के साथ लाखों रुपये व्यय करने वाले उद्योगपतियों ने गरीबों के लिए बनाए गए स्वामी आत्मानंद सरकारी इंग्लिश स्कूलों पर भी अपना कब्जा जमाना प्रारंभ कर दिया परिणामतः जो गरीब, मध्यम वर्ग मजदूरों की सुविधा के लिए सरकार ने शिक्षा का स्तर सुधार कर उन्हें अंग्रेजी स्कूल में परिवर्तित किया था

वही गरीब मध्यम वर्ग के बच्चे और उनके पालक अब स्कूलों के बाहर धक्के खा रहे है तथा साधन संपन्न बच्चे स्वामी आत्मानंद इंग्लिश माध्यम स्कूलों में अतिक्रमण कर उन्हें शिक्षा के अधिकार से वंचित कर सरकारी व्यवस्था का खुले आम धज्जियां उड़ा रहे है तथा मन मुताबिक पीछे के दरवाजे से साधन संपन्न बच्चों एवं राजनीति पहुंच वालों को ही शाला में प्रवेश दिया जा रहा है यहां तक प्रायवेट स्कूलों के नुमाइंदे भी सरकारी स्कूलों का तवाफ़ करना शुरू कर अपनी सरगर्मियां शुरू कर दिए है जो स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों एवं प्रायवेट स्कूलों के बीच सांठ गांठ सहित अनेक सन्देह को जन्म देता है तथा आम जनता केवल सरकारी व्यवस्था,एवं शाला प्रबंधन के दो पाटों के मध्य आटे के मानिंद पीस रही है ऐसे गरीब मध्यम वर्ग के बच्चों को न तो शाला में प्रवेश दिया जा रहा है और न ही उन्हें स्कूलों में बैठाया जा रहा है कई छात्र ऐसे भी है जिन्होंने गत वर्ष परीक्षा उतीर्ण कर अगली कक्षा में पसंदीदा सब्जेक्ट लेकर बैठने को लेकर उत्साहित होकर पहुंचे मगर उन्हें भी मनपसंद सब्जेक्ट वाली कक्षा में न बैठाकर तुगलकी फरमान निकाल कर बलात अन्य सब्जेक्ट वाली कक्षा में बैठने कहा जा रहा है ऐसे न करने पर उन्हें टीसी निकालने दबाव बनाया जा रहा है जिससे पलकों की चिंता बढ़ चुकी है अब  शाला प्रबंधन की ऐसे तुगलकी फरमान एवं परिस्थिति में बच्चे जाएं तो कहां जाए वाली स्थिति निर्मित हो चुकी है 

        यह परिस्थिति राजातालाब स्थित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश बीपी पुजारी स्कूल में अधिक देखने मिल रही है जहां बहुत से पालक भटकते हुए निराश मिले है उनमें बहुत से पालक निम्न एवं मध्यम वर्ग के आम व्यक्ति थे जिन्होंने बताया कि बच्चों के प्रवेश को लेकर जिन्होंने ऑन लाइन फार्म भरा था परन्तु दो वर्षों से उनके बच्चों का दाखिला ही नही हो पा रहा है उसी प्रकार बहुत से पालक स्कूल परिसर से रोते हुए निकले जो स्थानीय रवि शंकर शुक्ल के ही वार्ड वासी थे उनसे  पूछने पर उन्होंने बताया कि शाला की प्रिंसिपल श्रीमती सूद का व्यवहार किसी भी पालक से शालीनता पूर्वक नही है उन्हें वह हीन भावना से व्यवहार करती है तथा बाहरी वार्डों के वीआईपी कहे जाने वाले सभ्य एवं साधन संपन्न व्यक्तियों के बच्चों को शाला प्रवेश दे दिया गया जबकि स्थानीय वार्ड के पालकों का कथन है कि उनके बच्चों को अब तक प्रवेश नही दिया गया बताते चले कि सरकार ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल प्रारंभ किया था तब यह कहा था कि ''अब गरीब के बच्चे भी फर्राटे दार अंग्रेजी बोलेंगे '' परन्तु यहां ठीक उलट हो रहा है यहां गरीब मध्यम वर्गीय स्कूल के छात्र फर्राटे दार  इंग्लिश नही बोल रहे बल्कि अमीर के बच्चे जो पूर्व से ही इंग्लिश स्कूल में पढ़ रहे थे तथा वे ही फर्राटेदार इंग्लिश बोल रहे है क्योंकि प्रायवेट स्कूल जो फाइव स्टार होटल के समान थी तथा यहां कि फीस भी लाखों रुपये की होती थी सरकार द्वारा शिक्षा का व्यवसायीकरण करते हुए ऐसे शाला जो उजाड़ हो चुके थे तथा जिसका कोई पुरसाने हाल नही था उसे रंग रोगन और जीर्णोद्धार कर आधुनिक शाला के रूप में विकसित किया गया तथा जन विरोध मुखर न हो इसके लिए उन्होंने गरीबो और मध्यम वर्गीय छात्र छात्राओं के इंग्लिश पढ़ने का सुअवसर वाला लॉलीपॉप दिखाया ताकि कोई विरोध न हो परन्तु जैसे ही स्कूल की पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार आया समस्त वीआईपी साधन संपन्न वर्ग के छात्र छात्राओं ने यहां कब्जा करना प्रारंभ कर दिया अब जो पूर्व में संचालित बीपी पुजारी हिंदी मीडियम स्कूल थी वह भी इंग्लिश मीडियम वाली नवीनीकरण की भेंट चढ़ गई अब वे गरीब माध्यम वर्ग के छात्र अब तो हिंदी वाली पढ़ाई से भी वंचित हो गए है जबकी शिक्षा विभाग ने यह गाईड लाइन भी जारी कर रखा था कि जिस वार्ड में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश माध्यम स्कूल खुले है वहां के वार्ड के बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी परन्तु पं. रवि शंकर शुक्ल वार्ड का स्वामी आत्मानंद बीपी पुजारी इंग्लिश स्कूल पहला एकलौता ऐसा वार्ड है जहां स्थानीय बच्चों को नाममात्र लेकर अन्य क्षेत्र के साधन संपन्न वीआईपी  छात्रों को प्रवेश अधिक दिया गया है इस संदर्भ में राजातालाब नूरानी चौक के कांग्रेस नेता मुमताज हुसैन ने स्थानीय रवि शंकर शुक्ल वार्ड के पार्षद आकाश तिवारी पर यह आरोप लगाया है कि उनके शह पर स्कूल प्रिंसिपल श्रीमती सूद द्वारा स्थानीय वार्ड वासियों के छात्रों को अनदेखा कर प्रवेश नही दे रही है तथा उन्हें किसी भी रूप से प्रताड़ित कर  बाहर का रास्ता दिखा रही है ताकि बाहरी वार्डों के रसूखदार,साधन संपन्न  छात्रों को लिया जा सके ऐसे पिछले दरवाजे से आने वाले छात्रों से कितनी राशि लेकर प्रवेश दिया जा रहा है यह जांच का विषय है श्री हुसैन ने यह भी कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी यहां अध्यनरत जितने भी बच्चे है उनसे उनका पता पिता का व्यवसाय एवं उनके सामाजिक स्तर की जांच कर सकते है जिसमे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा प्रिंसिपल सूद की भूमिका काफी संदिग्ध है तथा वे पालकों को नाना प्रकार से प्रताड़ित कर पुराने छात्रों को निकालने कुचक्र रच रही है  यही वजह है कि उनका छात्र छात्राओं के पालको से इतना बुरा व्यवहार है कि पालकगण स्कूल से रोते हुए निकल रहे है ज्ञात हुआ है कि उनके इसी व्यवहार के चलते एक पालक लियाकत अली एवं उनकी पुत्री नफीसा अली ने उनके दुर्व्यवहार  का वीडियो बनाना चाहा जिसका भान होने पर उन्हें पुलिस इत्यादि की धमकी देकर धमकाया गया तथा लिखित में ऐसा न करने की बात लिखवाकर रखा गया जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का स्पष्ट आदेश है कि कोई भी शासकीय कर्मचारी आम जनता से दुर्व्यवहार या अपमान जनक तरीके से पेश आता है उसका वीडियो बना कर उन्हें भेजे संलिप्त कर्मचारी पर कार्यवाही की जाएगी परन्तु छत्तीसगढ़ में इस प्रकार की दुर्व्यवहार करने की छूट दी गई है संभावना यह भी जताई जा रही है कि शायद उन्हें राजनीति संरक्षण दिया जा रहा है तभी तो प्रिंसिपल का हौसला इतना अधिक बुलंद है यही नही वीडियोग्राफी किए जाने वाली इसी बात का प्रतिशोध में प्रिंसिपल मैडम द्वारा लियाकत अली के पुत्र वसीम अली को मैथ्स में कम नम्बर आने की बात कहकर मैथ्स सब्जेक्ट वाली क्लास में बैठने नही दिया जा रहा है पालक लियाकत अली का कथन है कि प्रिंसिपल रूम में लगे समस्त स्कूल खुलने से लेकर आज तक कि रिकार्डिंग की छानबीन होनी चाहिए जिससे सच सामने आ सके खुलेआम प्रिंसिपल का कथन है कि मुझे ऊपर से यानी मुख्यमंत्री की तरफ से बैठाया गया है मुझे कोई हटा नही सकता मगर मैं वसीम अली को मैथ्स क्लास में नही बैठने दूंगी ? जबकि ऊपरी पहुंच की आड़ में गरीब मध्यम वर्ग के बच्चों को इस प्रकार प्रताड़ित कर अन्य स्थानों के बच्चों को रख लिया गया  बल्कि उन्हें कम नम्बरों को आधार बनाकर  मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया  यहां तक उन्हें टीसी देने की बात भी कही जा चुकी है लियाकत अली के पुत्र वसीम अली जो गत वर्ष कक्षा दसवीं में सेकेंड डिवीजन आया है उसे प्रिंसिपल द्वारा कॉमर्स में न बैठने का तुगलकी फरमान निकाल दिया जबकि छात्र वसीम अली मैथ्स सब्जेक्ट पढ़ना चाहता है इस संदर्भ में वार्ड पार्षद आकाश तिवारी से बात करने पर उनका मत है कि मैथ्स में पैंतालीस नम्बर आने पर उसे देश का राष्ट्रपति भी मैथ्स में नही बिठा सकता  कथन आशय यह है कि अपत्यक्ष रूप से भी वार्ड पार्षद आकाश तिवारी प्रिंसिपल की ही भाषा मे बात कर रहे हैं यानी अब प्रिंसिपल ही तय करेगी की किस बच्चे को कौन से सब्जेक्ट वाली कक्षा में बैठाना है यह तो मानव अधिकारों का सीधा हनन है कुछ पालक यह भी आरोप लगा रहे है कि साधन संपन्न छात्रों के पालकों से बड़ी रकम लेकर उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है तभी तो स्थानीय छात्रों को प्रताड़ित कर छंटनी की जा रही है ताकि लाखों रुपये लेकर संपन्न छात्रों को लिया जा सके जबकि रिपोर्ट लेने गए पत्रकारों के समक्ष ही सेरीखेड़ी स्थित एक प्राइवेट स्कूल के संचालक गाड़ी से उतर कर प्रिंसिपल सूद मैडम से चर्चा कर रवाना हो गए किसी प्रायवेट स्कूल कर्मी का इस तरह आकर चर्चा करना वह भी अनेक सन्देह को जन्म देता है  इसकी पूर्ण पड़ताल कर आगामी अंक में प्रकाशित किया जाएगा परन्तु  इससे यह अनुमान तो लगाया जा सकता है कि स्वामी आत्मानंद बीपी पुजारी स्कूल गरीब मध्यम वर्गीय छात्र छात्राओं के लिए नही बल्कि रसूखदार साधन संपन्न लोगों के लिए निर्माण किया है तथा एक प्रकार से शिक्षा के अधिकार से गरीब मध्यम वर्गीय बच्चों को  सुनियोजित तरीके से वंचित करने की एक साजिश रची गई है अब ऐसे निम्न वर्गीय छात्र छात्राओं के समक्ष पठन पाठन की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है अब वार्ड में न सरकारी स्कूल है और प्राइवेट स्कूल में बडी फीस देकर पढाने की हिम्मत किसी भी गरीब माध्यम वर्गीय व्यक्ति के बस में नही रवि शंकर शुक्ल वार्ड के ही मुन्ना भाई उर्फ मो.हनीफ,,शानू टेलर्स जैसे अनेक पालकगण है जिनके समक्ष अपने बच्चों के  शिक्षा के लिए माथे पर चिंता की लकीर उभर आई है

बुधवार, 13 जुलाई 2022

ग्राम पंचायत तामासिवनी ग्राम सभा मे आय व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत,पूर्व कार्यों की सराहना की गई

  ग्राम पंचायत तामासिवनी  ग्राम सभा मे आय व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत,पूर्व कार्यों की सराहना की गई



रायपुर जनपद पंचायत एवं  विधान सभा अभनपुर के तहत ग्राम तामासिवनी में आज ग्राम सभा का आयोजन कर ग्रामीणों के समस्याओं एवं नवीन कार्यों का लेखा जोखा रखा गया जहाँ सरपंच दीपिका हेमलाल जांगड़े ने नए कार्य योजनाओं के संदर्भ में अपनी बात रखी जिसे उपस्थित गणमान्य पंचगण सहित समस्त ग्राम वासियों द्वारा करतल ध्वनि से स्वागत किया गया

इस अवसर पर इस अवसर पर ग्राम सभा मे पिछड़ी जाति प्रमाण पत्र में नाम जुड़ाने स्वीकृत किया गया साथ ही लंबित कार्यो एवं उसके भुगतान के यथाशीघ्र निराकरण की बात कही गई यही नही महिला भवन निर्माण स्वीकृत के साथ ही ग्राम में सीसी रोड जिसका कार्य द्रुत गति से जारी है शीघ्र पूर्ण होने की जानकारी दी गई इसके अलावा उप स्वास्थ्य केंद्र के जीर्णोद्धार,जाति प्रमाणपत्र बनवाने में पंचायत से पूर्ण सहयोग करने प्रस्ताव पारित किया गया 



श्रीमती दीपिका हेमलाल जांगड़े ने बताया कि टीकाकरण सहित,निर्माण कार्य,विधुत बिल, स्थानीय तालाब साफ सफाई, गहरी करण उसके मुरुम निष्पादन जिसमे दलदली मिट्टी पश्चात निकले मुरुम को स्थानीय गड्ढे नुमा स्थल पर पटाव सहित अन्य मद में होने वाले व्यय की जानकारी प्रस्तुत किया गया जबकि पंचायत को अन्य कर से 50 हजार रुपये प्राप्ति की बात कही गई  वर्ष 2022-23हेतु नवीन कार्यों को लेकर भी चर्चा की गई इस अवसर पर अन्य निर्माण मूलक, शिक्षा,स्वास्थ्य,जल, के  विषय पर भी ग्राम सभा मे जमकर चर्चा किया गया ग्राम सभा में सरपंच दीपिका हेमलाल जांगड़े, ग्राम पंचायत तामासिवनी सचिव, पंचगण एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे 

मंगलवार, 12 जुलाई 2022

जब सरकार के पंचायत मंत्री ही पॉवर विहीन तो ग्राम पंचायतों का क्या होगा

  जब सरकार के पंचायत मंत्री ही पॉवर विहीन तो ग्राम पंचायतों का क्या होगा 

रायपुर शिक्षा स्वास्थ्य, रोजगार,आवास,मूलभूत समस्याओं जैसे ज्वलनशील सामाजिक मुद्दों का निराकरण एवं उदार नीति के तहत सही मायनों में राजनीति की गाड़ी चल सकती है तथा जो व्यक्ति इसपर नही चलेगा वह बीच मंझधार में थम जाता है उक्त कथन जनपद पंचायत आरंग के ग्राम गोढ़ी के ऊर्जावान,मिलनसार,आकर्षक व्यक्तित्व के धनी गोपाल धींवर  का  है जो अब तक दो बार सरपंच पद पर आसीन रहते हुए जन सेवा का कार्य कर रहे है साधारण परिवार में जन्मे गोपाल धींवर प्रारंभ से ही जन सेवा की अटूट भावना उनके मन मे समाई थी अतएव आम जनता की दबी कुचली आवाज़ को बुलंद करते करते कब उन्हें राजनीति में प्रवेश दिला दिया पता ही नही चला मृदुभाषी, दबे कुचले लोगों को उनके अधिकार की लड़ाई सड़क से लेकर उच्च स्तर पर की बीए ग्रेजुएट गोढ़ी सरपंच गोपाल धींवर की साफगोई राजनीति ने उन्हें छग प्रदेश सरपंच संघ जैसे उच्च पद के अध्यक्ष के रूप में पदासीन कर दिया जो आज ग्राम गोढ़ी के मूलभूत समस्याओं के साथ ही प्रदेश के सरपंचों के अधिकार की लड़ाई भी लड़ रहे है तथा समय समय पर उनकी आवाज़ सड़क से सदन तक पहुंचने कोई कोर कसर नही छोड़ते श्री धींवर का कथन है कि ग्राम का मॉडल उन्हें ऐसा निर्मित करना है जैसे शहर में समस्त सुबिधाये उपलब्ध है वैसे ही ग्राम गोढ़ी में यहां के ग्रामीणों को सुविधा प्राप्त हो इसके लिए उन्होंने बताया कि यहां सर्व प्रथम  शिक्षा और स्वास्थ्य हेतु जोर दिया जा रहा है यहां उच्चस्तरीय शिक्षा संस्थान खोले जाने हेतु विशेष प्रयास किए जा रहे है इसके लिए शासन द्वारा प्रस्तावित जेल निर्माण सबसे बड़ी बाधा बन रही है श्री गोपाल धींवर का कथन है कि जेल निर्माण से यहां का वातावरण अव्यवस्थित हो जाएगा ग्रामीण भी इस निर्माण से प्रसन्न नही है क्योंकि सर्वाधिक क्षेत्र को हरियाली लाने ग्रामीणों ने काफी मशक्कत की है उसके रख रखाव एवं सुरक्षा हेतु अपनी संपूर्ण ऊर्जा लगा दी थी याब उसी हरियाली पूर्ण स्थल पर जेल निर्माण जैसी व्यवस्था शासन यह निर्मित करना चाहती है जो उचित नही है सरपंच गोपाल धींवर का कथन है कि पूर्व से हरियाली युक्त क्षेत्र होने के कारण जो लगभग क्रमशः 85 एकड़ एवं 65 एकड़ भूभाग में विस्तृत है उसे उपवन अथवा ऑक्सिजोन निर्माण कर क्षेत्र को प्रदूषण रहित शुद्ध स्वास्थ्य वर्धक वातावरण निर्मित किया जा सकता है  परन्तु जेल निर्माण जैसा कि अन्य विभाग नवा रायपुर स्थित अटल नगर में हस्तांतरित किए गए है वैसे ही जेल निर्माण भी वही किया जा सकता है बताते चले कि क्षेत्र में   हॉस्पिटल इत्यादि भी संचालित है जहां जेल संचालन से ग्राम गोढ़ी क्षेत्र की व्यवस्था प्रभावित होगी अतएव उन्होंने जेल निर्माण ब्यवस्था नवा रायपुर क्षेत्र में किए जाने की बात कही है वही ग्राम में हायर सेकंडरी स्कूल की मांग लंबे समय से की जा रही है जो अब भी हाई स्कूल में संचालित हो रहा है    उन्होंने आगे बताया कि बसाहट हेतु पृथक भूमि में निर्माण किए जाएंगे वही ग्राम गोढ़ी से सटे बांध खुटेरी को डेवलपमेंट करने अटल ऑक्सीवन हस्तांतरित किया गया हायर सेकेंडरी स्कूल भवन का प्रयास जो अभी तक हाई स्कूल में लग रहा है उसका निर्माण प्राथमिक है परन्तु ग्राम पंचायतों को मिलने वाली राशि मे विलंब के कारण यह अब तक लंबित है



 श्री गोपक धींवर आगे कहते है यहां जेल की जगह मेडिकल या अन्य शैक्षणिक  कॉलेज खोले जाए,,शिक्षा,स्वास्थ्य हेतु वे लगातार आवाज़ उठा रहे है वन संसाधन हेतु यहां भूमि उपलब्ध करा सकते है तो रहने के लिए बसाहट हेतु मानव संसाधन हेतु भूखंड उपलब्ध करवा सकते है इसके मिसाल के तौर पर उन्होंने बताया कि इंदिरा आवास योजना के तहत ग्राम वासियों को  दस एकड़ भूमि पंचायत ने उपलब्ध करवा दिया वे कहते है कि गौठान को ग्रामीण उद्योग के तहत विकसित करने का विचार है स्टेडियम,स्कूल,गार्डन, हेतु यहां भू संसाधन पर्याप्त है शासन का सहयोग पूर्णतः नही मिल पा रहा है ग्राम में शहर जैसी सुविधा मिले जेल जैसे निर्माण से यहां की भगौलिक प्रकृति को क्षति पहुंचेगी यहां पूर्व में 85 एकड़ भूभाग में 40 साल पुराना सन 1983 में लगभग 6000 से ऊपर वृक्ष रोपण किए गए थे जो वन सदृश्य क्षेत्र है परन्तु निरीक्षकों द्वारा बगैर वन क्षेत्र एवं हरियाली का उल्लेख किए जेल निर्माण हेतु प्रस्ताव भेजा गया है जो सीएम भूपेश बघेल जी को भी इसकी जानकारी नही है  अर्थात प्रतिवेदन में 6000 वृक्षों  का उल्लेख कहीं भी नही किया वर्तमान राजनीति परिवेश के संदर्भ में श्री गोपाल धींवर कहते है पूरे प्रदेश में 11664 ग्राम पंचायत है जहां अब तक सरकार नही पहुंच सकी वहां सरपंचों को सही ढंग से शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु राशि लंबित कर दी गई है जिससे ग्राम क्षेत्र का विकास नही हो या रहा है अब सरकार प्रदेश भर के ग्राम पंचायतों में उपस्थिति दर्ज करवा कर चयनित आवेदकों को सामने कर देती है

जिससे पात्र व्यक्ति की बात सरकार के कानों तक नही पहुंच पा रही है एवं जनता में आक्रोश है क्योंकि यदि प्रदेश के ग्राम के ग्रामीण ही प्रसन्न नही है तो भावी चुनाव सरकार के लिए बहुत बड़ी चुनौती बनकर खड़े हालांकि सरपंचों के उत्थान हेतु   19 नवंबर 2021 इंदिरा जयंती के अवसर पर सरकार ने महा सम्मेलन  इंडोर स्टेडियम में रखा था जिसमे बहुत सी घोषणाएं एवं वादे किए गए थे एक वर्ष होने जा रहा है परन्तु एक भी घोषणा पर अमल नही हुआ सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाने प्रदेश सरपंच संघ द्वारा  26 मार्च 2022 में को प्रदर्शन किया गया था परन्तु  उपरोक्त घोषणा के बावजूद वास्तविक धरा पर आज पर्यंत कोई भी घोषणा का अनुपालन नही किया गया इससे सरकार पुनः सत्ता में आएगी उस पर संशय के बादल मंडरा रहे है उन्होंने आगे कहा  क्योंकि जब प्रदेश भर के ग्रामीण क्षेत्रों के पंच सरपंच ही खुश नही जो जमीनी सिपाही माने जाते है तो भला वे ग्रामीणों को जोड़ने कहां तक कवायद करेंगे यह सवाल सरकार के सामने है इस पर उन्हें ही विचार करना है क्योंकि सरकार के पदस्थ पंचायत मंत्री के समक्ष भी स्तपंच संघ अपनी व्यथा लेकर जाते है तो वे स्पष्ट कहते है कि मेरा कोई पावर ही नही है मुझे कोई भी केंद्र द्वारा जनहित में जारी योजना से पृथक कर दिया गया है तथा वह वैसा भी लेप्स हो चुका है तब इस परिस्थिति में राज्य सरकार की भावी स्थिति क्या निर्मित होगी यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है 

लोन दिलाने और धोखाधड़ी के कई मामले में शातिर नजमुद्दीन गिरफ्तार

 लोन दिलाने और धोखाधड़ी के कई मामले में शातिर नजमुद्दीन गिरफ्तार

रायपुर धोखधड़ी के मामले में आज सिविल लाइन पुलिस ने एक शातिर बदमाश को गरियाबंद से धर दबोचा जिससे सिविल लाइन पुलिस द्वारा आरोपी से कड़ी पूछ ताछ की गई  जिसके द्वारा बहुत से लोगों को लोन दिलाने के नाम पर ठगी किया जाना बताया गया पकड़े गए आरोपी का नाम नजमुद्दीन खान बताया गया 

 सिविल लाइन टी.आई.सत्य प्रकाश ने बताया कि नजमुद्दीन खान के विरुद्ध वित्त विभाग से जेसीबी दिलाने के नाम पर पांच लाख अट्ठारह हजार रुपये  आवेदक से लिया गया था तथा आवेदक को लोन न दिलाकर  रुपये गबन कर कई दिनों से फरारी काट रहा था सिविल लाइन पुलिस द्वारा सूचना प्राप्त होते ही गरियाबंद दबिश देकर आरोपी नजमुद्दीन खान को उसके निवास से गिरफ्तार कर शून्य में मामला दर्ज किया गया 

 नजमुद्दीन खान के संदर्भ में ज्ञात हुआ है कि वह एक शातिर दिमाग का व्यक्ति है तथा उद्योग विभाग सहित वित्त विभाग में लोगों को लोन दिलाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये लेकर  धोखाधड़ी एवं शासकीय रुपये लेकर गबन किया गया  जिसकी पुलिस तफ्तीश कर रही है 


 

सोमवार, 11 जुलाई 2022

वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी को छत्तीसगढ़ वनोदय पत्रिका भेंट की

 वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी को छत्तीसगढ़ वनोदय पत्रिका की ताजा तरीन अंक भेंट की 


रायपुर छत्तीसगढ़ प्रदेश वन विभाग के मुखिया एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी से छत्तीसगढ़ वनोदय पत्रिका के संपादक अलताफ हुसैन द्वारा नव रायपुर अटल नगर स्थित अरण्य मुख्यालय स्थित कार्यालय में सौजन्य भेंट कर छत्तीसगढ़ वनोदय पत्रिका का ताजा तरीन नवीन अंक  भेंट की गई जिसे अवलोकन पश्चात वन विभाग द्वारा भिन्न भिन्न वन मंडलों में मैदानी कर्मचारियों द्वारा कराए गए  विकास परक, कार्यों एवं नरवा प्रोजेक्ट सहित अन्य संबंधित आलेख देखकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए संपादक द्वय को  शुभकामनाएं दी तथा  उज्ज्वल भविष्य की कामना की  इस विशेष संक्षिप्त भेंट के अवसर पर छत्तीसगढ़ वनोदय पत्रिका के संपादक अलताफ हुसैन ने प्रदेश भर में कैम्पा मद से हो रहे विकास कार्यों एवं नरवा प्रोजेक्ट के कार्यों की जानकारी देते हुए वन विभाग द्वारा वन एवं जल परिवर्तन कार्यों के लिए सुदूर वन क्षेत्रों के भीतर बेहतर प्रयास किए जाने की जानकारी दी  वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी साहब से विशेष सौजन्य भेंट के दौरान सह संपादक मज़हर इकबाल विशेष रूप से उपस्थित थे 

शनिवार, 9 जुलाई 2022

आरंग में सचिव दिवस सम्पन्न भर्ती प्रक्रिया व्यापम से किए जाने की मांग

 आरंग में सचिव दिवस सम्पन्न भर्ती प्रक्रिया व्यापम से किए जाने की मांग

आंरग-छग प्रदेश ग्राम पंचायत सचिव दिवस के अवसर पर जनपद पंचायत आरंग के सभा हाल में एक कार्यक्रम विगत दिनों आयोजित किया गया कार्यक्रम में सबसे पहले मुख्य अतिथि अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अवध राम साहू जी हरिश्चंद्र  वर्मा जी ,रायपुर जिला सचिव संगठन के अध्यक्ष श्री अमर धनकर ,जिला सचिव संगठन सचिव चिंतामणी साहू  ,जनपद पंचायत आरंग के ब्लॉक अध्यक्ष सतीश नारंग, रतन चंद्र साहू, द्वारिका यादव,उपस्थित चारो ब्लॉक अध्यक्ष के  द्वारा मां सरस्वती के छाया चित्र माल्यार्पण कर शुभारंभ किया गया । कार्यक्रम की अगली कड़ी में रायपुर जिले के दिवंगत सचिव साथियों को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया । पश्चात

राष्ट्रीय  पंचायत पुरस्कार प्राप्त सचिवों को सम्मानित किया पंचायत सचिवों श्री कल्याण डहरिया (आरंग),श्री मोहन साहू(आरंग) ,विष्णु देवांगन (तिल्दा )का श्रीफल ,साल देकर सम्मानित किया गया । वरिष्ठ सचिव साथी शिवकुमार वर्मा (तिल्दा ) को भी सम्मानित किया गया । रायपुर जिला अध्यक्ष अमर धनकर द्वारा सचिव के शासकीय करण, एवम सहायक विस्तार अधिकारी के पद हेतु 50 प्रतिशत पदो पर सचिवों को सीधी भर्ती के माध्यम से ए डी ई ओ पद  हेतु व्यापम से भर्ती में प्राथमिकता दिए जाने का निर्णय के मांग  शासन से किया गया भर्ती प्रक्रिया के पूर्व सभी सचिव हित में मांग पहुंचने की बात रखी। मंच संचालन भगवान दास खुटे द्वारा व्यक्त किया एवम आभार व्यक्त सतीश नारंग द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से रायपुर जिले समस्त  408 सचिव साथी गण उपस्थित होकर हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया।