खिलाड़ियों को तैयार करना सबसे बड़ी चुनौती . डी.एफ.ओ.विश्वेश झा
रायपुर हरियाणा पंचकुला के26वीं अखिल भारतीय वन खेल कूद प्रतियोगिता में पूरे देश में छग प्रदेश वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने प्रधान स्थान प्राप्त किया जो सब से बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है इसका श्रेय जहां मुख्य खेल प्रभारी श्री सुनील मिश्रा साहब ए सी सी एफ को जाता है वही मैदानी तौर पर युवा ऊर्जावान कार्यों के प्रति समर्पित निष्ठावान, रायपुर वन मंडल आई एफ एस.अधिकारी विश्वेश कुमार झा भी पूरी ऊर्जा से खिलाड़ियों को मार्गदर्शन करते रहे इस संदर्भ में जब 26वीं अखिल भारतीय वन खेल कूद प्रतियोगिता के अविस्मरणीय पल पर चर्चा किया गया तो उन्होंने बताया की यह दूसरा अवसर है जब संपूर्ण भारत में छग प्रदेश वन विभाग ने प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त
करने का अवसर प्राप्त किया है इसका श्रेय सभी वन विभाग के खिलाड़ियों को जाता है इसमें लगातार तीन माह तक नियमित अभ्यास का परिणाम माना जा रहा है सैकड़ों वन कर्मचारियों में चयनित प्रतिभागियों का चयन करना सबसे बड़ी चुनौती मानी जा रही है उन्होंने आगे बताया कि क्योंकि प्रदेश भर से आए खिलाड़ी प्रतिभागियों के समक्ष बहुत सी परेशानी खड़ी रहती है जैसे उनके विभागीय ड्यूटी के दौरान कार्य और खेल के मध्य समन्वय स्थापित करना अवकाश के अलावा रहने एवं खेल ग्राउंड का चयन उनके लगातार सुबह दोपहर शाम में नियमित अभ्यास करना ऐसे विसंगतियों से दो चार होना जूझना पड़ता है इसकी व्यवस्था लगातार खेल प्रभारियों के ऊपर निर्भर करता है बैडमिंटन खिलाड़ी तथा गोल्ड मैडल लाए रायपुर वन मंडलाधिकारी आई एफ एस अधिकारी विश्वेष कुमार झा आगे बताते है कि लगभग 350के लगभग चयनित खिलाड़ी प्रतिभागियों के लगातार नियमित अभ्यास हेतु अनुकूल वातावरण हेतू नियमित अभ्यास के लिए प्ले ग्राउंड जहां सभी उपकरण व्यवस्था का अनुकूल वातावरण सब से बड़ा मायने रखता है जिसकी लगातार वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग की जाती रही तथा उन कमियों को दूर की जाती रही है यदि किसी खिलाड़ी के ड्रेस कोड सहित उपकरण,प्ले ग्राउंड,समतली कारण जैसी व्यवस्था पर नियमित निगरानी की जाती रही खिलाड़ियों में चाहे जिस वर्ग क्षेत्र का खिलाड़ी अब चाहे बैडमिंटन,हो, पग बाधा दौड़,स्विमिंग,जंप,जैसे भिन्न भिन्न खिलाड़ियों के भाला फेंक,भारोत्तोलन, उपकरण में कोई समस्या न आने पाई इसके लिए हम स्वयं खिलाड़ियों से चर्चा कर उसका निराकरण करते रहे है,डी एफ ओ विश्वेश झा साहब आगे बताते है कि यही नहीं खिलाड़ियों के डाईट खान पान पर विशेष ध्यान व्यवस्था रखा गया था खिलाड़ियों को रुचिकर भोजन,वेज नॉनवेज ,की व्यवस्था लगातार जारी रही प्रतिभागियों के खेल ग्राउंड तक पहुंचने हेतु वाहन बस की व्यवस्था रखी गई थी जिनको निर्धारित प्रेक्टिस में उपलब्ध रह सके लगातार तीन माह के अभ्यास कार्य में पारिवारिक माहौल में रहते हुए कसरत किया यहां चयन प्रक्रिया में किसी सर भाई भतीजावाद नही किया गया बल्कि उत्कृष्टता के आधार पर जीत का जज्बा लिए उत्साही युवा एवं सभी वर्ग आयु के खिलाड़ियों को चयन किया गया डी एफ ओ विश्वेश झा साहब आगे बताए है कि हमने तीन केटोगिरी आयु वर्ग में खिलाड़ियों को चयन किया गया जिसमे 55 से 62वर्ष तक आयु जो सीनियर वर्ग के खिलाड़ी थे दूसरे केटीगिरी में 40 से 55 वर्ग आयु इसके पश्चात 30से 40 वर्ग एवं अन्य जूनियर केटोगिरी में 22से 30 वर्ष आयु को रखा गया था इस प्रक्रिया में 187 खिलाड़ियों का चयन किया गया जो अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए हरियाणा पंचकुला के खेल महाकुंभ में बहुत से प्रदेशों के खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा करते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया तथा छग वन विभाग के नाम को रौशन किया जो हमारे विभाग के लिए मील का पत्थर साबित हुआ

 
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