सोमवार, 26 जून 2023

मुख्यमंत्री वन संपदा योजना का लाभ भविष्य निधि का विकल्प

 मुख्यमंत्री वन संपदा योजना  का लाभ भविष्य निधि का विकल्प


रायपुर (छत्तीसगढ़ वनोदय)प्रदेश की सरकार ने कृषकों स्वायत्त संस्थाओं निजी क्षेत्र में अनेक जन कल्याणकारी रोजगार मूलक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कृषकों को विभिन्न  सफल क्रियान्वयन करते हुए  भविष्य के नए नए द्वार खोल दिए है जिनमे एक मुख्यमंत्री वन संपदा योजना भी मुख्य है उक्त योजना अंतर्गत हितग्राहियों के निजी भूमि क्षेत्र में पांच एकड़ भूमि में लगभग सौ पेड़ों का रोपण निर्धारित सुनिश्चित किया गया है जिसमे उन्हे अनुदान,आर्थिक, सहायता भी प्रदान किया जाएगा मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का लाभ उठाने प्रदेश भर के कृषक,स्व सहायता समूह,निजी संस्थाएं,पंचायतों के हितग्राहियों में लाभान्वित होने स्वस्फूर्त वन कार्यालयों में पंजीयन करवा रहे है 


  महासमुंद वन मंडल अंतर्गत अंतर्गत  धार्मिक नगरी खल्लारी परिवृत के डिप्टी रेंजर एवं डिपो प्रभारी नरेंद्र चंद्राकर से उक्त मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के संदर्भ  में चर्चा करने पर बताया कि पूर्व में कृषकों को अपने वाणिज्यिक उत्पाद,का समुचित मूल्य प्राप्त नही हो पाता था तथा वृक्ष, पेड़,पौधे, की कटाई प्रक्रिया भी जटिल होती थी छग शासन ने कृषकों एवं स्व सहायता संस्थाओं,निजी  क्षेत्र के भूमि स्वामियों को रोपण उत्पादन,एवं वाणिज्यिक उपयोग के सरलीकरण करते हुए  उक्त मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना को प्रारंभ किया गया जिसके सार्थक परिणाम परिलक्षित हो रहे है डिप्टी रेंजर नरेंद्र चंद्राकर ने आगे बताया महासमुंद वन मंडल अंतर्गत खल्लारी परिवृत में अस्सी प्रतिशत हितग्राहियों द्वारा मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का लाभ उठाते हुए पंजीकृत किया जा चुका है उन्होंने आगे बताया कि इसके तहत बहुत से टेशू कल्चर पौधों का वितरण विभाग के माध्यम से किया गया है जिसमे सागौन,नीलगिरी,नीम,बांस, मिलिया डुबिया,वृक्षों का वितरण किया जा चुका है जिसके भविष्य में दूरगामी परिणाम परिलक्षित होंगे खल्लारी परिवृत डिप्टी श्री चंद्राकर आगे बताते है कि मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का लाभ हितग्राही अपने खेतों मेढ़ो में रोपण कर दिया गया है इसके लिए वन विभाग द्वारा टेशू कल्शर पौधों सागौन,बांस,नीलगिरी,चंदन,सहित अन्य पौधे रोपण हेतु वितरण किए जा चुके है


हितग्राहियों को प्रोत्साहन स्वरूप शासन के आदेशानुसार वित्तीय लाभ भी उनके खातों में प्रेषित की जाएगी यही नही विदोहन पश्चात उत्पादन के अलावा समर्थन मूल्य की व्यवस्था शासन द्वारा  सुनिश्चित की जाएगी उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का लाभ प्रदत हेतु विभाग के दक्ष अनुभवी द्वारा समय समय पर रोपण संबंधी कार्यों हेतु मार्गदर्शन दिया जाएगा ताकि हितग्राही शत प्रतिशत लाभान्वित हो सके उन्होंने आगे बताया कि रोपण पश्चात कीटनाशक प्रकोप एवं समूचीत फसल उपज हेतु मार्गदर्शन दिया जाएगा ताकि शत प्रतिशत लाभ कृषकों को प्राप्त हो सके महासमुंद वन मंडल के खल्लारी परिवृत के डिप्टी कष्ठागार प्रभारी नरेंद्र चंद्राकर आगे बताते है कि  मुख्यमंत्री वन संपदा योजना का लाभ भविष्य निधि के रूप में देखा जा रहा है जिसका लाभ पंद्रह वर्ष पश्चात कृषकों को प्राप्त होगा इस संदर्भ में खल्लारी पारिवृत के हड़बंद ग्राम के प्रभा साहू सहित कुछ ग्रामीणों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सही मायनों में जन हितैषी कार्य कर रहे है जिसके दूरगामी परिणाम हमारे और परिवार को प्राप्त होगा प्रभा साहू कृषक बताती है कि खेतों और मेढ़ो पर लगाए गए  टिशू कल्चर सागौन बढ़त बनाने में सहायक होता है तथा पंद्रह वर्षों तक उसके उपड़ उत्पाद का लाभ प्राप्त होगा वही कुछ कृषक उत्साहित होते हुए बताते है कि पंद्रह वर्षों पश्चात मिलने वाली राशि से बहुत से कार्य करेंगे संभवत बिटिया की शादी ब्याह में उक्त राशि मिल सकता है जो हमारे भविष्य निधि में जमा हो रहा है आगे बताती है वन विभाग के द्वारा नंदाई गुड़ाई,रोपण,उपचार,सही का लाभ समय समय पर प्राप्त हो रहा है तथा मिलने वाले अनुदान राशि भी खाते से प्राप्त हो रहा है खल्लारी परिवृत के कृषक दुर्गेश साहू बताते है कि  अपने खेतों में लगभग मेढ़ो में सागौन रोपण किया है


जो तीन से चार फीट ऊंचाई में बढ़त बना चुका है इसके लिए लगातार नियमित सिंचाई उपचार,निंदय गुड़ाई किया जाता है समय पर दक्ष अनुभवी विशेषज्ञों का मार्गदर्शन मिल रहा है खेतों के मेढ़ो पर बहले तार फेंसिंग लगाए जाते थे परंतु अब ऐसे वन संपदा योजना का लाभ का रोपण से सुरक्षा और आय का अतिरिक्त लाभ भविष्य में मिलेगा महासमुंद वन मंडल  डी एफ़ ओ  पंकज   राजपूत का कथन है कि मुख्यमंत्री वन संपदा योजना  एक बेहतर पहल है यह कृषकों,आम जन के हित के लिए बनाए गई है जो भी हितग्राही इसका लाभ आज उठाते है उसके दूरगामी परिणाम पंद्रह वर्षों बाद मिलेगा उन्होंने बताया नीलगिरी जो कागज और प्लाईवुड के निर्माण में काम आता है उसके दोहरा फसल प्राप्त होगा तीन बाई तीन के अंतराल में उत्पाद फसल को एक वर्ष में एक एक पौधे के अंतराल में कटाई की जा सकेगी वही दूसरे वर्ष की कटाई में पूर्व में किए गए कटाई किया गए पौधे में एक वर्ष तक काफी ग्रोथ होगा यानी शीघ्र ही दूसरी निलगिरी पौधा फसल तैयार हो जाएगा जिसका लाभ हितग्राहियों को शीघ्र मिलने की संभावना होगी



 वही महासमुंद एस डी ओ वाहिद खान साहब बताते है कि मुख्यमंत्री वन संपदा योजना आर्थिक समन्वय लाने का सशक्त माध्यम है इससे भावी पीढ़ी के हितग्राहियों को आर्थिक लाभ सुदृढ़ होगा यदि यह योजना का सफल ईमानदारी पूर्वक क्रियान्वयन किया जाए तो प्रत्येक हितग्राही लखपति बन जाएंगे क्योंकि कृषकों,हितग्राहियों को शासन द्वारा योजना का लाभ समस्त चयनित रोपित पौधों का प्रदाय किया जा रहा है जिसके राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय  बाजार में अच्छा उत्पाद फसल मूल्य की मांग है और भविष्य भी उज्ज्वल है एस डी ओ वाहिद खान आगे बताते है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल   की दूरदर्शी सोच, और जन हितैषी कार्यों का परिणाम है कि आने वाली नस्लें गरीब विपन्नता के दौर में न व्यतीत करे जिसकी फसल के रूप में ऐसे चयनित कीमती पौधों का रोपण करवाने शासन के माध्यम से आर्थिक सहायता देते हुए उन्हे आत्मनिर्भर बनाने कटिबद्ध है


वही बागबाहरा के तात्कालिक रेंजर वर्तमान एस डी ओ विकास चंद्राकर का कहना है कि जो भाटा पड़त भूमि,खेतों के मेढ़ बंजर खाली पड़े थे उसे उपयोगी बनाने का कार्य मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वन संपदा योजना के माध्यम से किया है अब बहुत से हितग्राही खाली पड़त भाटा भूमि में रोपण कर रहे है इससे बहुत से दूरगामी परिणाम सामने आएंगे,पूर्व बागबाहरा के तात्कालिक रेंजर एस डी ओ महासमुंद,विद्यालय में पदस्थ विकास चंद्राकर बताते है कि एक प्रकार से उक्त वन संपदा योजना का दोहरा लाभ मिलेगा ...आम के आम गुठलियों के दाम...वाली उक्ति एक प्रकार से सटीक बैठती है पूरे प्रदेश में कृषकों,हितग्राहियों,स्व सहायता संस्थाओं,निजी भूमि स्वामियों को द्वारा वन संपदा योजना का सफल क्रियान्वयन से वृक्षारोपण कार्यों में जनभागीदारी सुनिश्चित होगी तथा पर्यावरण में सुधार आएगा,वही राज्य भर में क्षेत्र हरियाली बढ़ेगी और राज्य हराभरा दिखेगा वही बेशकीमती काष्ठों के वाणिज्यिक उपयोग से आम जन को आर्थिक लाभ भी मिलेगा जो आमलोगो के लिए मील का पत्थर साबित होगा



जंगल में एक और जंगल


महासमुंद वनमण्डल के प्रभारी रेंजर तोषराम सिन्हा इस संदर्भ में चर्चा करने पर बताया कि मुख्यमंत्री वन संपदा योजना कृषकों संबंधित हितग्राहियों को लाभकारी एक बेहतर पहल है जिसके दूरगामी परिणाम आएंगे उक्त योजना के संदर्भ में उनका कथन है कि पहले जंगल में वन होता था जिसे देखने आम व्यक्ति देखने जाते थे परंतु अब ग्राम और आसपास बढ़त भाटा भूमि,मेढ़, में चहुओर हरियाली की वजह से जंगल सदृश्य नजर आएगा चारो तरफ टिशू कलशर से रोपित सागौन,नीरगिरी,बांस,नीम,इत्यादि पौधे बहुतायात संख्या में नजर आएंगे महासमुंद रेंज के प्रभारी रेंजर तोषराम सिन्हा आगे बताते है कि आज का रोपित पौधे भविष्य के 15 वर्ष पश्चात हितग्राहियों को करोड़ों का आसामी बनाएगा क्योंकि वन विभाग की यह योजना जनहितैषी लाभकारी है केवल हितग्राही रोपित पौधों की सुरक्षा,देखरेख,एवं नियमित सिंचाई पर कार्य करना है यहां तक निंदाई,गुड़ाई,उपचार तक की व्यवस्था हेतु वित्तीय सहायता विभाग के माध्यम से हितग्राहियों के बैंक खाते में डाल दी जाएगी महासमुंद रेंजर तोषराम सिन्हा आगे बताते है कि मुख्यमंत्री वन संपदा योजना का प्रतिफल दस से पंद्रह वर्ष पश्चात लाभान्वित होगा इसके लिए उत्पाद पश्चात निर्धारित समर्थन मूल्य,सुनिश्चित होगी जिसका अधिकांश लाभ हितग्राहियों को प्राप्त होगा महासमुंद रेंज में लगभग अस्सी प्रतिशत हितग्राही लाभान्वित हो चुके है तथा उन्हें पौधे वितरित किए जा चुके है जिसमे वाणिज्यिक उपयोग किया जा सकेगा केवल हितग्राहियों को रोपित पौधों की सुरक्षा, निंदाई गुड़ाई,उपचार,इत्यादि आवश्यक है इसलिए भी विभाग ने वित्तीय लाभ उनके खातों में कार्य पश्चात डाली जा रही है गत 2022 अगस्त पश्चात रोपे गए पौधों की मॉनिटरिंग विभाग के कुशल दक्ष विशेषज्ञ द्वारा उपचार, निंदई गुड़ाई, प्रशिक्षण किया जाता है प्रभारी रेंजर महासमुंद तोषाराम सिन्हा ने आगे बताया एक वर्ष तक सभी स्थल में रोपित पौधों में अच्छा ग्रोथ है था शत प्रतिशत अच्छी अवस्था में बढ़त बनाए हुए है 

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