बुधवार, 24 मार्च 2021

जमीन से जुड़ा और बढ़ते कदम संस्था में समाज सेवा का दैदीप्यमान सितारा - सुनील छतवानी

 जमीन से जुड़ा और बढ़ते कदम संस्था में समाज सेवा का दैदीप्यमान सितारा - सुनील छतवानी 



रवि. के. गुरबक्षाणी

दुनिया मे बहुत कम ऐसी शख्सियतें पाई जाती है जो अपना लक्ष्य लेकर चलती हैं , परिस्थितियां अनुकूल ना हो तब भी विचलित नहीं होती है । सुनील छतवानी ऐसी ही एक मिसाल है जो वर्षों तक कांग्रेस के लिए समर्पित रहे हैं । उन्होंने अपने वक्त का इंतज़ार किया और तब तक निरन्तर सेवा कार्य मे लगे रहे । जैसे ही समय पक्ष में आया उन्हें इसका प्रतिफल भी मिला । सुनील छतवानी को एल्डरमैन के पद पर सुशोभित किया गया । जिसके हकदार वे वर्षों से थे । 

सुनील छतवानी का राजनैतिक सफर किसी फिल्मी कहानी जैसा दिलचस्प और संघर्ष से भरा पड़ा है । बहुत छोटी उम्र से वो सेवा कार्य के लिए मन बना चुके थे । उनके लिए कांग्रेस पार्टी सही लगी और उन्होंने विधिवत सदस्यता ग्रहण की । उत्तर विधानसभा क्षेत्र के लिए वे तन मन धन से समर्पित हो गए । विधायक कुलदीप जुनेजा जी के वे विश्वसनीय कार्यकर्ता है । जुनेजा जी के लिए सुनील की कड़ी मेहनत उल्लेखनीय है । यही कारण है कि जुनेजा जी ने उन्हें एल्डरमैन बनाने की बात कही थी और ये वादा उन्होंने पूरा भी किया ।

सुनील छतवानी समाज सेवा कार्य मे गहरा दखल रखते हैं । बढ़ते कदम संस्था में वे वृद्धा आश्रम के प्रभारी हैं और 6 वर्षों से यह दायित्व निभा रहे हैं । संस्था के हर पुनीत कार्य मे वे पूरी तन्मयता से भागेदारी निभाते हैं । अपने सेवा कार्य मे वे अपनी प्रेरणा बढ़ते कदम संस्था के संस्थापक स्व. अनिल गुरु जी को मानते हैं । 

सुनील का कहना है गुरुजी चाहते थे संस्था का एक सदस्य किसी भी पार्टी में सक्रियता निभाए जिससे सेवा कार्य का क्षेत्र बड़ा हो सके । उनका सपना मैं एल्डरमैन के रूप में पूरा कर पाया मुझे इसकी खुशी है और यह मैं गुरुजी को समर्पित करता हूं ।

सेवा कार्य मे सुनील लगातार 15 वर्षों से सक्रिय है । उनके दर से कोई खाली हाथ नहीं जाता है । सुनील ने काफी संघर्ष के दिन देखे हैं । गरीबी देखी है । उसका मुकाबला किया और आज खुश है । 

कांग्रेस पार्टी के लिए वे ताउम्र लगे रहेंगे । उनके पापा बीजेपी में सक्रिय सदस्य थे और निर्दलीय के रूप में एक चुनाव भी लड़ चुके हैं । राजनीति में उन्हीं की प्रेरणा से सुनील आये हैं ।

रविवार, 21 मार्च 2021

जनता की सेवा करना मुख्य उद्देश्य - सन्ध्या नानू ठाकुर*

 

*जनता की सेवा करना मुख्य उद्देश्य - सन्ध्या नानू ठाकुर*

पार्षद / डॉ राजेन्द्र प्रसाद वार्ड क्रमांक 52

राजनैतिक सफर में पहला पड़ाव हमेशा चुनौती भरा होता है यह सर्वविदित है । बहुत कम लोग अपनी पहली पारी में ही हुनर दिखा पाते है । ऐसे ही सहज सरल व्यवहारिक, व्यक्तित्व की धनी और  मालिक है डॉ राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल वार्ड के पार्षद नानू ठाकुर जी जो पार्षद के रूप में वार्ड क्रमांक 52 से अपनी श्रीमती संध्या ठाकुर जी के साथ निरन्तर सकारात्मक रूप से जनसेवा कर रहे हैं ।

लगातार 20 वर्षों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े नानू ठाकुर जी समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं । पार्षद चुनाव के समय उन्होनें अपनी दावेदारी पेश की थीं किंतु वार्ड महिला वर्ग के लिए सुरक्षित होने के कारण अपनी श्रीमती संध्या ठाकुर जी का नाम निर्दलीय के रूप में सामने लाए ।

निर्दलीय पार्षद के रूप में चुनाव लड़ने का माद्दा आसान नहीं होता है क्योंकि पार्टी विशेष का चुनाव चिन्ह अलग पहचान रखता है । इस संदर्भ में श्री नानू ठाकुर कहते हैं पार्षद चुनाव में व्यक्ति विशेष का विशेष महत्व होता है । उनका व्यवहार कार्यकर्ता के रूप में सक्रियता मायने रखती है । यही वजह है कि उन्होंने निर्दलीय के रूप में भी चुनाव लड़ने का मन बनाया ।


हालांकि जब उनसे पूछा गया कि आपका वार्ड बीजेपी का वार्ड माना जाता है यहां से लगातार बीजेपी के पार्षद जीतते रहे हैं फिर भी आपने यही से चुनाव लड़ने का मन बनाया ? इस पर उन्होंने कहा

कोई भी चुनौतीपूर्ण कार्य करने में जो मज़ा है वो आसान काम करने में कहां है । मैंने लम्बा समय इस वार्ड में दिया है और यथासंभव लोगो से जुड़ा रहा हूँ उनके सुख दुख में शामिल रहा हूँ । यही कारण है कि जनता ने अपना आशीर्वाद दिया है ।
जनता की सेवा करना हमारा मुख्य उद्देश्य है प्रदेश में चल रही तमाम राज्य सरकार की योजनाओं का फायदा जनता जनार्दन को मिले । ज्यादा से ज्यादा वर्ग इन जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभवन्तित होए शुरू से मैंने इस बात का ख्याल रखा है । वार्ड के चौतरफा विकास करना चाहता हूं ।श्री सत्यनारायण शर्मा जी मेरे राजनैतिक गुरु है आइडियल है उन्हीं की छत्रछाया में मैं कार्य करता हूँ । कांग्रेस पार्टी के वे सीनियर नेता है । दरअसल वे जब चुनाव लड़ते हैं तो सिर्फ वे ही चुनाव  लड़ते है कांग्रेस पार्टी द्वितीय हो जाती है । ऐसा विराट व्यक्तित्व है उनका । सत्यनारायण जी के सहयोग से ही अपने वार्ड का विकास कर पा रहा हूँ उन्हीं का मार्गदर्शन मिलता है ।

मेरा सपना था जब भी हो अपने वार्ड वासियों के स्वास्थ्यगत दृष्टिकोण  को ध्यान में रखते हुए हॉस्पिटल बनाने में पूरी ताकत लगाऊ ।वार्ड में स्कूल और सामुदायिक भवन भी प्राथमिकता के रूप में शामिल है । परमात्मा की दया से इंग्लिश मीडियम स्कूल बहुत जल्द अगले सेमेस्टर से स्टार्ट हो जाएगा ।

माननीय मुख्यमंत्री जी के गोठान कार्यक्रम योजना के अंतर्गत वार्ड की 15 महिला को रोजगार मिला है । हम महिलाओं के लिए और योजनाबध्द तरीके से रोजगार मुहैया कराने की कोशिश करेंगे ।बहुत जल्द वार्ड में लाइब्रेरी की योजना भी लाएंगे । बच्चों की पढ़ाई को बढ़ावा मिलेगा ।

नेकी की दीवार अपना गार्डन मेन रोड अमलीडीह के पास है,
और मोहल्ला क्लिनिक जोन आफिस के सामने ,पूर्व में मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय, वर्तमान में पार्षद कार्यालय जिसे मोहल्ला क्लिनिक बनाया गया हैं। यह वार्ड की विशेषता रही है ।

कांग्रेस के पिछड़ने में सक्रिय कार्यकर्ताओ की कमी है यहां हर कार्यकर्ता स्वयं को नेता समझता है । बस यही चूक हो जाती है लेकिन मेरा विश्वास है कांग्रेस पार्टी अपना पुराना मुकाम हासिल कर लेगी ।
* अरुणा आदिले
*निशा चंचलानी

शुक्रवार, 19 मार्च 2021

छग वन विकास निगम के तूता नर्सरी से 47 बोरी खाद चोरी तो राजनांदगांव में 5 वर्षों में खाद ही नही खरीदी- तो मुख्यालय द्वारा स्वीकृत करोड़ों की राशि का क्या किया

 छग वन विकास निगम के तूता नर्सरी से 47 बोरी खाद चोरी तो राजनांदगांव में 5 वर्षों में खाद ही नही खरीदी- तो मुख्यालय द्वारा स्वीकृत करोड़ों की राशि का क्या किया 




अलताफ हुसैन की रिपोर्ट

रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़) छग राज्य वन विकास निगम के तूता नर्सरी में एक बहुत ही चौकाने वाला मामला सामने आया है इसमें लगभग 47 बोरी रसायनिक डी पी सी खाद चोरी चला गया मजेदार बात यह है कि चोरी सुरक्षा श्रमिकों के रहते हुए हुआ है इसके लिए नया रायपुर के परियोजना अधिकारी रेंजर ऋषि शर्मा एवं दो अन्य के द्वारा जांच की गई थी वह भी बगैर वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लिए जांच की गई और नतीजा सिफर रहा अर्थात कोई भी दोषी कर्मचारियों के ऊपर कोई भी वैधानिक कार्यवाही नही की गई और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया इस संदर्भ में कुछ सुरक्षा श्रमिकों के इसमें संलिप्तता होने की आशंका बाहर आ रही है  जिसमे कुल मिलाकर मामले की लीपा पोती की बात कही जा रही है 

 संपूर्ण विवरण के अनुसार दिनांक 06/01/2021/ को नया रायपुर स्थित तूता नर्सरी में स्थित चेंबर में लाखों रुपये  डीएपी,यूरिया,रसायनिक खाद क्रय कर रखी गई थी जिसमे विगत माह तक लगभग 47 बोरी खाद चेंबर के पीछे की खिड़की तोड़कर चोर द्वारा चोरी कर लिया गया  मामले का खुलासा होने पर इसकी जांच नया रायपुर एवं तूता नर्सरी प्रभारी राधेश्याम साहू फील्ड ऑफिसर रूपेश कुमार टण्डन एवं नवा रायपुर के रेंजर ऋषि शर्मा द्वारा  छानबीन की गई ज्ञात हुआ है कि यह समस्त जांच उच्च अधिकारियों के बगैर संज्ञान में लिए किया गया  तथा सुरक्षा श्रमिक राजेन्द्र बैस हेमन्त बैस,मेहतरु बैस, संजय बैस,नितेश पटेल द्वारा 47 बोरी डी ए पी खाद चोरी करना पाया गया जिसे आरोपियों द्वारा बिसेन पटेल नामक व्यक्ति के पास एक हजार रुपये प्रति बोरी के हिसाब से बेचा जाना भी स्वीकार किया गया फिर भी तीनों जांच कर्ता वन विकास निगम कर्मचारी उपरोक्त आरोपियों के विरुद्ध कोई वैधानिक कार्यवाही न करके मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जिसकी वजह से विभाग में तीनों कर्मचारियों के कार्यवाही को लेकर शक की उंगली उठाई जा रही है यही नही तूता नर्सरी से बहुत से पुराने पोल, फेंसिंग तार एवं पंप इत्यादि भी चोरी गए है जिसकी अब तक वरिष्ठ अधिकारियों को तनिक भी आभास नही है इस संदर्भ में ज्ञात हुआ है कि सेक्टर 24 में छग राज्य वन विकास निगम द्वारा एक बड़े भूभाग में प्लांटेशन करवाया गया है जहां पर सामने में नए सीमेंट पोल लगा दिया गया वही भीतर एवं पीछे में पुराने सीमेंट पोल और फेंसिंग तार लगे है अब सन्देह व्यक्त किया जा रहा है कि कहीं ये तुता नर्सरी से गायब सीमेंट पोल एवं गायब हुए फेंसिंग तार तो नही ? क्योंकि यह भी ज्ञात हुआ है कि सेक्टर 24 के संपादित किए वृक्षारोपण  प्लांटेशन में डाले जाने हेतु रसायनिक डीएपी खाद का क्रय छग वन विकास निगम द्वारा उपरोक्त बड़े भूभाग में संपादित प्लांटेशन हेतु किया गया था परन्तु देखा यह जाता है कि केवल प्लान्टेश के समय ही पॉलीथिन ट्री बैग में ही दस से पंद्रह ग्राम की मात्रा में यूरिया डीएपी रसायनिक खाद डाला जाता है पश्चात प्रति वर्ष किए जाने वाले उपचार में निंदाई,गुड़ाई, गाला, इत्यादि बनाकर रिप्लेसमेंट कार्य यानी पुनः वृक्षारोपण कार्य किया जाता है जिसमे प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय वर्ष में पौधे सहित खाद का उपयोग होता है परंतु अमूमन देखा यह जाता रहा है कि प्लांटेशन कार्य होने के पश्चात संबंधित परियोजना अधिकारी कर्मचारी बड़ी मात्रा में यूरिया,डीएपी रसायनिक खाद की अफरा तफरी कर देते है यानी एक प्रकार से स्थानीय कृषकों एवं खाद क्रेताओं को औने पौने दाम पर क्रय कर दिया जाता है इससे छग वन विकास निगम को बड़े राजस्व की हानि होती है जबकि  निगम द्वारा लाखों करोड़ों रुपये व्यय कर यूरिया, डीएपी रसायनिक  खाद क्रय किए जाते है इसका एक जीवंत उदाहरण ही है कि  विगत माह तूता नर्सरी से सुरक्षा श्रमिकों की उपस्थिति में खाद की बोरियां  चोरी हो गए  वही  सवाल उठाया जा रहा है कि जो स्वयं नर्सरी के सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मी थे उन्होंने किसके कहने पर चोरी की है और यदि स्वयं तीनो जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों द्वारा  इसकी पड़ताल की गई तो वरिष्ठ अधिकारियों के बगैर संज्ञान में लाए इन पर वैधानिक कार्यवाही क्यो नही की गई औऱ मामले को क्यो ठंडे बस्ते में डालकर दबा दिया गया ?  इसमें एक बहुत बड़ी मिली भगत कर गड़बड़ी करने का षड्यंत्र की बू आ रही है ताकि मामला और उजागर न हो जाए ? गौर तलब है कि वन विकास निगम में खाद क्रय से लेकर हेराफेरी कर गड़बड़ी करने का यह कोई पहला मामला नही है इसके पहले भी अनेक परियोजना मण्डलों में खाद  क्रय में कमीशन खोरी से लेकर फील्ड अफसरों द्वारा आसपास के किसानों को सैकड़ों बोरी  रसायनिक खाद की अफरा तफरी कर दी जाती रही है यही वजह है कि प्लान्टेशनों में पौधे लगाने के पश्चात समय समय पर की जाने वाली उपचार व्यवस्था के अंतर्गत  पौधों में गाला बनाने से लेकर दवा,खाद देने के दोबारा उपचार नही किया जाता परिणामतः पानी दवा के अभाव में कई पौधे मर जाते है और द्वितीय,तृतीय वर्ष में उपचार हेतु मिलने वाली राशि को परस्पर बंदरबांट कर लिया जाता है वही दूसरा उदाहरण छग वन विकास निगम के पानाबरस परियोजना मंडल में भी देखने को आया है यहां पर गत माह दिनांक 05/02/2021/ को पत्र क्रमांक291-92 -सु.का.अ.के माध्यम से 1 जनवरी  2016 से 30 दिसंबर वर्ष 2020 तक खाद मिट्टी, रेती,गिट्टी,पौधे क्रय, का  भुगतान के स्वीकृत दर की कॉपी सहित बिल बाउचर की सत्यापित छाया प्रति की जानकारी मांगी गई थी जिसके प्रत्युत्तर में छग वन विकास निगम पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय के पत्र  क्रमांक/वविनि /नि.स. /2021/4450/ के दिनांक 09/03/2021/के माध्यम से यह जानकारी दी गई कि 01 जनवरी वर्ष  2016 से 30 दिसंबर 2020 तक निर्धारित 5000 या इससे अधिक का भुगतान  नही किया गया जिसमे खाद  पौधे क्रय, रेती,गिट्टी इत्यादि भी सम्मिलित बताया गया  है जबकि निगम मुख्यालय नया रायपुर  से यह ज्ञात हुआ है कि विगत वर्ष ही लगभग बीस लाख रुपयों की केवल खाद  क्रय पानाबरस परियोजना मंडल में किया गया जबकि ज्ञात तो यह भी हुआ है कि वर्ष 2019 के फरवरी माह में ही करोड़ों के ऐतिहासिक बिल भुगतान किया गया था उक्त क्रय किए गए खाद  जिसका भुगतान ग्रामीण  सहकारी दर से किया गया अब यह ग्रामीण सहकारी दर का भुगतान वास्तव में कोई निर्धारित दर है या इसमें भी कमीशन खोरी की गई है यह जानकारी तभी सामने आती जब इसके बिल बाउचर,या कैशबुक की छाया प्रति उपलब्ध कराई जाती वही वर्ष 2017-18 में नवीन पानाबरस कार्यालय का नव निर्माण लगभग 64 लख रुपये में  किया गया था जिसमे बड़ी मात्रा में रेती गिट्टी, का भुगतान,ठेकेदार, पेटी ठेकेदारों को किया गया  क्या उक्त भुगतान भी बगैर बिल बाउचर लिए दिए, कर दिया गया ? विगत वर्ष पूर्व बीस लाख  खाद क्रय किया गया क्या उसका भुगतान भी क्रेता या उपयोग कर्ता  ठेकेदार द्वारा मांगे गए सामानों की संख्या,ट्रक में लाए गए खाद बोरी की संख्या बताए  बगैर, तथा उसका बिल,बाउचर प्रस्तुत किए बगैर भुगतान कर दिया गया ? उल्लेखनीय है कि राजनांदगांव के पानाबरस परियोजना मंडल के अंतर्गत कुछ नर्सरी भी है जहां पॉलीथिन बैग में रूट सूट सहित बीज के माध्यम से पौधे प्रसंस्करण कार्य किए जाते है जहां पर अनिवार्यतः खाद का उपयोग अवश्य किया जाता है फिर किस आधार पर  उपरोक्त मांगी गई जानकारी में निर्धारित दर की राशि के ऊपर हुए भुगतान के बिल बाउचर,कैशबुक की प्रति आवेदक को उपलब्ध नही कराई गई ? इससे ज्ञात होता है कि खाद क्रय से लेकर रेती,गिट्टी,इत्यादि में बहुत बड़ा खेल और भ्रष्टाचार किया गया है जिसके बिल,बाउचर,कैशबुक  देने पर कार्यों में अनियमितता, गड़बड़ घोटाला,और भ्र्ष्टाचार का भंडाफोड़ होने का भय है यही वजह है कि आवेदक को जानकारी देने के बजाए भुगतान न होना बताकर निरंक पत्र जारी कर दिया गया और खाद खरीदी से लेकर अन्य सामाग्रियों में कमीशन खोरी गड़बड़ घोटाला में पर्दा डालने का कुत्सित प्रयास किया गया है सवाल यह भी उठता है कि जब  छग राज्य वन विकास निगम निगम द्वारा प्रति वर्ष केवल खाद खरीदी के नाम पर समस्त परियोजना मण्डलों के नाम करोड़ों का बजट पारित करता है तो राजनांदगांव पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय द्वारा विगत पांच वर्षों में खाद क्रय के नाम पर कोई भुगतान नही किया जाने पर स्वीकृत बजट राशि जाती कहां है ? इसका आशय स्पष्ट है कि प्राप्त स्वीकृत समस्त राशि से नाममात्र का खाद क्रय कर शेष राशि कमीशनखोरी, और गड़बड़ घोटाला कर  भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है






सिंचाई की कोई व्यवस्था नही प्लांटेशन के पेड़ पौधे अभी से सूखने लगे


 छग वन विकास निगम को चारागाह समझने वालों को यह भी सुध नही की वर्तमान में ग्रीष्म ऋतु का आगाज हो रहा है परंतु अभी तक पानी सिंचाई व्यवस्था के नाम पर भी कोई व्यवस्था दिखाई नही दे रही है या फिर सिंचाई हेतु टेंडर निकाल कर लगाए गए पौधों,प्लान्टेशनों को जीवित रखने विभाग की कोई खास रुचि नही दिख रही है सब प्लान्टेशनों को केवल भगवान भरोसे छोड़ दिया गया उदाहरण के लिए आक्सिजोन  को ही देख लिया जाए तो वहां की स्थिति बाद से बदतर हो चुकी है  वहां पेड़ पौधों के मध्य उग आए बड़े बड़े खरपतवार इसकी शोभा को समाप्त कर रहे है हालांकि बताया यह जा रहा था कि स्मार्ट सिटी अंर्तगत बनाए गए आक्सिजोन को स्मार्ट सिटी को सौंप दिया जाएगा परन्तु अब तक ऐसा कुछ दिखता नही है ज्योंकि अब भी  कुछ  कर्मचारी निगम के ही कार्यरत है कर्मचारियों के अभाव में यहां की स्थिति बहुत ज्यादा जर्जर हो चुकी है बीस एकड़ भुभाग के वृहद स्तर पर फैले  लगभग बीस करोड़ की राशि से निर्मित आक्सिजोन की स्थिति एक वर्ष में ही दयनीय हो चुकी है प्रदेश की संस्कृति को उकेरने के उद्देश्य से लाखों रुपयों से निर्मित बांस के हट अपनी दशा पर आंसू बहा रहे है तालाब में निर्मित फौव्वारे के बिजली उपकरण औंधे हो चुके है पानी की व्यवस्था ऎसी कि पाइप  से टपक पद्धति का समुचित लाभ भी पौधों को नही मिल पा रहा है जगह जगह से पाइप उखड़ चुके है एक वर्ष में ही इसकी वैभवता क्षीण होती जा रही है श्रमिको का अलग से टोटा बना हुआ है एक प्रकार से छग वन विकास निगम में कार्य के नाम पर कुछ नही हो रहा है बल्कि सेवानिवृत्त  पूर्व एम डी राजेश गोवर्धन और निगम की पूर्व आरजीएम मैडम सोमादास ने छग वन विकास निगम को करोड़ों रुपयों का चूना लगाकर   आकूत संपतियां अर्जित कर अपने अपने राह निकल चुके है  अब नए प्रबन्ध संचालक केवल बचे खुचे कार्यों को ही पूरा कर रहे है बाकी नया कुछ करने को वन विकास निगम में अभी टाइम लगेगा फिर भी यह चिंता का विषय है कि  प्रति वर्ष राज्य सरकार को लाभांश राशि के रूप में एक बहुत बड़ी राशि छग वन विकास निगम देता आ रहा है वह अब चालू वित्तीय वर्ष में कितनी राशि देता है देखना होगा ? या कोरोना के प्रकोप से निगम भी अब तक उभर नही पाया है ?

शनिवार, 6 मार्च 2021

लेनदेन को लेकर अपहरण का प्रयास पीड़ित को फंसने पिछली सीट पर रिवाल्वर रख पुलिस को सूचना दी-25 आर्म्स एक्ट का मामला पंजीबद्ध

 लेनदेन को लेकर अपहरण का प्रयास पीड़ित को फंसने पिछली सीट पर रिवाल्वर रख पुलिस को सूचना दी-25 आर्म्स एक्ट का मामला पंजीबद्ध

अल्ताफ हुसैन 

रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़) राखी थाना नवा रायपुर अटल नगर  के अंतर्गत एक  व्यक्ति को सरकारी पीपीई किट सप्लाई करने तथा अधिकारी से मिलवाने की बात कह कर एक अन्य व्यक्ति द्वारा साजिश कर देसी कट्टा पिछली सीट में रख पुलिस को सूचना दी गई  तथा अपहरण का प्रयास कर उसे उठा कर जबरन ले जाने लगे  पीड़ित द्वारा मदद की गुहार लगाने पर अपहरण कर्ता फरार हो गए मौके पर उपस्थित राहगीरों द्वारा  112 को डायल कर सूचना दी गई वही पीड़ित को राखी थाना लाया गया जहां उसकी गाडी चेक करने पर पिछली सीट पर अपहरणकर्ताओं द्वारा छोड़ी गई रिवाल्वर जप्त किया गया और पीड़ित को ही कट्टा रखने के जुर्म में 25 आर्म्स एक्ट की धारा लगा दिया गया  इस संदर्भ में  पीड़ित हैदर अली द्वारा राखी पुलिस को बारबार अपने अपहरण की सूचना देने के बावजूद किसी प्रकार की कोई लिखित रिपोर्ट साजिश कर्ता के विरुद्ध पुलिस द्वारा नही लिखी गई इससे पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठ रही है तथा पीड़ित हैदर अली पर ही आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही की जो कट्टा जब्त किया गया वह बिल्कुल खाली बताई गई   घटना कल शाम चार से पांच बजे के बीच  का बताया जाता है वही एक पक्षीय कार्यवाही में राखी पुलिस की असंवेदनशीलता भी सामने आई है पीड़ित को कल शाम से  अपने घर या वकील को मोबाइल से सूचना देने तक नही दिया गया जिसकी वजह से उसके घर वाले अनिष्ट होने की आशंका से जूझते रहे पुलिस की इस एक पक्षीय कार्यवाही से पीड़ित को मानसिक शारीरिक रूप से प्रताड़ित होना बताया गया  नवा रायपुर स्थित राखी पुलिस एवं  पीड़ित से मिली जानकारी के अनुसार संपूर्ण विवरण कल शाम 5 बजे के बाद कि बताई जा रही है जिसमे पीड़ित हैदर अली को निजाम खान उम्र 52  वर्ष मूल  गरियाबंद वर्तमान निवासी रायपुर  द्वारा अपने दो साथियों के साथ नवा रायपुर मंत्रालय में किसी अधिकारी  से पीपीई किट दिलाने के नाम पर पैसे देने की बात कह कर बुलाया तथा अधिकारी से  मिलाने की बात कहकर लगभग तीन से चार घण्टे तक हैदर के साथ उसकी ही गाड़ी में घूमता रहा यहां तक नया रायपुर के अंधेरे सड़कों में घूमाने के बाद वह अपनी गाड़ी में बैठ कर चला गया  इस दरमियान वह लगातार मोबाइल पर गरियाबंद पुलिस को लोकेशन देता रहा कुछ देर पश्चात दो तीन युवक पहुंच कर उसे जबरन उठाकर ले जाने लगे अपहरण की आशंका पर पीड़ित ने शोर मचाना शुरू किया तब कुछ राहगीरों ने 112 को फोन कर सूचना दी गई  तब मौका स्थल पररायपुर  पुलिस टीम पहुंची  बगैर ड्रेस के युवकों द्वारा पीड़ित के गाड़ी को थाने ले जाया गया तथा स्वयं को गरियाबंद पुलिस होना बताया सवाल उठता है कि क्या गरियाबंद पुलिस बगैर उपस्थिति पत्र एवं   सूचना दिए  दूसरे जिले में कार्यवाही कर सकती है? निजाम खान रायपुर पुलिस को सूचना देने के बजाए गरियाबंद पुलिस को गाड़ी में बैठ कर लोकेशन क्यों दे रहा था ? जबकि हैदर अली रायपुर निवासी को लेनदेन का हवाला देकर बुलाने वाले निजाम खान जो उद्योग विभाग में कार्यरत था तथा आर्थिक गड़बड़ घोटाले में उसे विभाग से बर्खास्त कर दिया गया उसके नाम को पुलिस को बताने के बावजूद  रिपोर्ट में उसका नाम दर्ज क्यो नही किया गया ?तथा हैदर अली के द्वारा थाने में निजाम के नाम बताने पर भी उसका कहीं उल्लेख  न करते हुए केवल हैदर अली पर ही कार्यवाही की गई ? इससे ज्ञात होता है कि निजाम खान जो स्वयं गरियाबंद निवासी है उसके द्वारा ही पुलिस को अपने  साजिश में शामिल कर उसे फंसाने के कुत्सित षड्यंत्र रचा गया जबकि पीड़ित हैदर अली के द्वारा यह भी आशंका  व्यक्त की जा रही है कि पिछली सीट में बैठे निजाम खान  के द्वारा ही पुराने लेन देन के मामले को लेकर ही साजिश के तहत उसे फंसाया गया उसने सवाल खड़ा किया कि जब चार घण्टे तक निजाम खान द्वारा कथित अज्ञात अधिकारी से मिलाने की बात कह कर उसे नवा रायपुर घुमाया जा रहा था तब राखी थाने की पुलिस को गाड़ी में रखे कट्टा की मुखबिर से सूचना क्यों नही मिली ? निजाम खान के जाते ही पीछे से जो सिविल ड्रेस में पुलिस कर्मी जो स्वयं को गरियाबंद पुलिस बता रहे थे जिनके शरीर पर न कोई ड्रेस था और न ही उनके पास कोई बैज या नाम पट्टिका थी फिर भी वे स्वयं को गरीयाबंद  पुलिस बता रहे थे उन्हें फिर रायपुर अर्थात दूसरे जिले में कट्टा होने की जानकारी कैसे हुई ? इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश होना पीड़ित हैदर अली ने बताया उसने यह भी कहा  कि उसे अपहरण कर जान से मारने की साजिश निजाम खान द्वारा रचा गया था यही कारण है कि बार बार पुलिस को उसके बारे में बताने  के बावजूद उसके नाम तक को रिपोर्ट मे अंकित नही किया उसने यह भी बताया कि निजाम खान और उसका दोनों का मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर भी वस्तुस्थिति ज्ञात किया जा सकता है परंतु पुलिस द्वारा केवल मुझे ही आरोपी बना दिया जबकि अंधेरे में उसे बार बार ले जाने का प्रयास कथित निजाम खान द्वारा किया जाता रहा परन्तु अनिष्ट आशंका के मैने उधर जाना उचित नही समझा  उसने यह भी बताया केवल उसे ही टारगेट कर आरोपी बनाने का प्रयास किया गया उनके द्वारा अपहरण की नाकाम कोशिश करने वाले निजाम खान द्वारा पिछली सीट के नीचे कट्टा रखकर षड्यंत्र के तहत उसे  फंसाया गया है फिलहाल राखी थाना पुलिस ने  25 आर्म्स एक्ट के तहत हैदर अली पर कार्यवाही की है  वही मुख्य  साजिश कर्ता निजाम खान एवं दो अन्य साथी मोबाइल बन्द कर फरार है   हैदर अली संपूर्ण घटना की लिखित जानकारी गृह मंत्री सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों को देने की बात  कही है बताते चलें कि मुख्य आरोपी निजाम खान उद्योग विभाग में शासकीय कर्मचारी था तथा आर्थिक अनियमितता और गड़बड़ घोटाला, भ्रष्टाचार में संलिप्तता के कारण उसे विभाग से हटा दिया गया है पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है

बुधवार, 3 मार्च 2021

वरिष्ठ पत्रकार ईश्वर लाल खरे का हृदयघात से निधन पत्रकार जगत में शोक की लहर... दी श्रद्धांजलि

 


वरिष्ठ पत्रकार ईश्वर लाल खरे का हृदयघात से निधन पत्रकार जगत में शोक की लहर... दी श्रद्धांजलि 



रायपुर नेशनल मीडिया फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष एवं क्राइम राजधानी के संपादक वरिष्ठ पत्रकार ईश्वर लाल खरे का आज 11 बजे दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया वे 52वर्ष के थे दिवंगत श्री आई एल खरे अपने पीछे भरापूरा  परिवार छोड़ गए जिसमे दो पुत्र एक पुत्री है श्री खरे के आकस्मिक निधन से पत्रकार जगत  में शोक  की लहर है  दिवंगत श्री खरे को वरिष्ठ पत्रकार नवाब कादिर,अब्दुल हमीद, अनिल सिंह, अलताफ हुसैन, अमरधारी मिश्रा जी,  मोहम्मद आरिफ,मज़हर इकबाल,प्रदीप दत्ता, सीमा दुबे,शनि देव,ललित यादव,शशांक खरे, प्रदीप साहू, कुलदीप शुक्ला,अख्तर हुसैन बल्लू यादव, यासीन खान, रज़्ज़ाक़ खान,मनप्रीत सिंह रवि के गुरबक्षणी, संजय श्रीवास्तव,सहित अनेक पत्रकारों  ने दो मिनट मौन धारण कर मृतात्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की है तथा उनके परिवार को इस दुख सहने की शक्ति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की  गई  उनकी अंतिम यात्रा और अंत्येष्टि कल प्रातःकाल उनके निवास लक्ष्मी नगर पचपेड़ी नाका से निकलेगी   

मंगलवार, 2 मार्च 2021

ग्राम भलेरा डायवर्षन का जीर्णोद्वार एवं नहर लाईनिग कार्य हेतु एक करोड़ 28 लाख स्वीकृत

 

ग्राम भलेरा डायवर्षन का जीर्णोद्वार एवं नहर लाईनिग कार्य हेतु एक करोड़ 28 लाख स्वीकृत 



हमारे संवाददाता द्वारा

  रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़)छग शासन जल संसाधन संभाग रायपुर द्वारा भलेरा डायवर्षन का जीर्णोद्वार एवं नहर लाईनिग कार्य लागत राशि रु १करोड़ २८लाख का भूमिपूजन माननीय श्री धनेंद्र साहू (पूर्व मंत्री एवं विधायक अभनपुर) के मुख्यआथित्य एवं श्रीमति मीना चंद्रकुमार साहू (सरपंच ग्राम पंचायत भलेरा) के अध्यक्षता मे संपन्न हुए। 

  उक्त कार्य क्रम मे आशुतोष तिवारी (सयुक्त महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी रायपुर ग्रामीण ) डामन साहू (उपाध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी रायपुर ग्रामीण) दीपिका हेमलाल जांगडे (सरपंच तामा सिवनी) हुलास साहू (उपसरपंच) बिसेलाल साहू (सरपंच भुरका) पवन पटेल (उपसरपंच) सतीश ध्रुव (सरपंच उगेतरा) एम के बर्मन(कार्यपालन अभियंता) दीपक देव (अनुभागीय अधिकारी जल संसाधन रायपुर संभाग) एस एन सोनवानी  ए के निकोसे (उप अभियंता) अजय खरे (एस डी ओ) महेश्वर ध्रुव (इंजीनियर) आदि उपस्थित थे।