शनिवार, 6 मार्च 2021

लेनदेन को लेकर अपहरण का प्रयास पीड़ित को फंसने पिछली सीट पर रिवाल्वर रख पुलिस को सूचना दी-25 आर्म्स एक्ट का मामला पंजीबद्ध

 लेनदेन को लेकर अपहरण का प्रयास पीड़ित को फंसने पिछली सीट पर रिवाल्वर रख पुलिस को सूचना दी-25 आर्म्स एक्ट का मामला पंजीबद्ध

अल्ताफ हुसैन 

रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़) राखी थाना नवा रायपुर अटल नगर  के अंतर्गत एक  व्यक्ति को सरकारी पीपीई किट सप्लाई करने तथा अधिकारी से मिलवाने की बात कह कर एक अन्य व्यक्ति द्वारा साजिश कर देसी कट्टा पिछली सीट में रख पुलिस को सूचना दी गई  तथा अपहरण का प्रयास कर उसे उठा कर जबरन ले जाने लगे  पीड़ित द्वारा मदद की गुहार लगाने पर अपहरण कर्ता फरार हो गए मौके पर उपस्थित राहगीरों द्वारा  112 को डायल कर सूचना दी गई वही पीड़ित को राखी थाना लाया गया जहां उसकी गाडी चेक करने पर पिछली सीट पर अपहरणकर्ताओं द्वारा छोड़ी गई रिवाल्वर जप्त किया गया और पीड़ित को ही कट्टा रखने के जुर्म में 25 आर्म्स एक्ट की धारा लगा दिया गया  इस संदर्भ में  पीड़ित हैदर अली द्वारा राखी पुलिस को बारबार अपने अपहरण की सूचना देने के बावजूद किसी प्रकार की कोई लिखित रिपोर्ट साजिश कर्ता के विरुद्ध पुलिस द्वारा नही लिखी गई इससे पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठ रही है तथा पीड़ित हैदर अली पर ही आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही की जो कट्टा जब्त किया गया वह बिल्कुल खाली बताई गई   घटना कल शाम चार से पांच बजे के बीच  का बताया जाता है वही एक पक्षीय कार्यवाही में राखी पुलिस की असंवेदनशीलता भी सामने आई है पीड़ित को कल शाम से  अपने घर या वकील को मोबाइल से सूचना देने तक नही दिया गया जिसकी वजह से उसके घर वाले अनिष्ट होने की आशंका से जूझते रहे पुलिस की इस एक पक्षीय कार्यवाही से पीड़ित को मानसिक शारीरिक रूप से प्रताड़ित होना बताया गया  नवा रायपुर स्थित राखी पुलिस एवं  पीड़ित से मिली जानकारी के अनुसार संपूर्ण विवरण कल शाम 5 बजे के बाद कि बताई जा रही है जिसमे पीड़ित हैदर अली को निजाम खान उम्र 52  वर्ष मूल  गरियाबंद वर्तमान निवासी रायपुर  द्वारा अपने दो साथियों के साथ नवा रायपुर मंत्रालय में किसी अधिकारी  से पीपीई किट दिलाने के नाम पर पैसे देने की बात कह कर बुलाया तथा अधिकारी से  मिलाने की बात कहकर लगभग तीन से चार घण्टे तक हैदर के साथ उसकी ही गाड़ी में घूमता रहा यहां तक नया रायपुर के अंधेरे सड़कों में घूमाने के बाद वह अपनी गाड़ी में बैठ कर चला गया  इस दरमियान वह लगातार मोबाइल पर गरियाबंद पुलिस को लोकेशन देता रहा कुछ देर पश्चात दो तीन युवक पहुंच कर उसे जबरन उठाकर ले जाने लगे अपहरण की आशंका पर पीड़ित ने शोर मचाना शुरू किया तब कुछ राहगीरों ने 112 को फोन कर सूचना दी गई  तब मौका स्थल पररायपुर  पुलिस टीम पहुंची  बगैर ड्रेस के युवकों द्वारा पीड़ित के गाड़ी को थाने ले जाया गया तथा स्वयं को गरियाबंद पुलिस होना बताया सवाल उठता है कि क्या गरियाबंद पुलिस बगैर उपस्थिति पत्र एवं   सूचना दिए  दूसरे जिले में कार्यवाही कर सकती है? निजाम खान रायपुर पुलिस को सूचना देने के बजाए गरियाबंद पुलिस को गाड़ी में बैठ कर लोकेशन क्यों दे रहा था ? जबकि हैदर अली रायपुर निवासी को लेनदेन का हवाला देकर बुलाने वाले निजाम खान जो उद्योग विभाग में कार्यरत था तथा आर्थिक गड़बड़ घोटाले में उसे विभाग से बर्खास्त कर दिया गया उसके नाम को पुलिस को बताने के बावजूद  रिपोर्ट में उसका नाम दर्ज क्यो नही किया गया ?तथा हैदर अली के द्वारा थाने में निजाम के नाम बताने पर भी उसका कहीं उल्लेख  न करते हुए केवल हैदर अली पर ही कार्यवाही की गई ? इससे ज्ञात होता है कि निजाम खान जो स्वयं गरियाबंद निवासी है उसके द्वारा ही पुलिस को अपने  साजिश में शामिल कर उसे फंसाने के कुत्सित षड्यंत्र रचा गया जबकि पीड़ित हैदर अली के द्वारा यह भी आशंका  व्यक्त की जा रही है कि पिछली सीट में बैठे निजाम खान  के द्वारा ही पुराने लेन देन के मामले को लेकर ही साजिश के तहत उसे फंसाया गया उसने सवाल खड़ा किया कि जब चार घण्टे तक निजाम खान द्वारा कथित अज्ञात अधिकारी से मिलाने की बात कह कर उसे नवा रायपुर घुमाया जा रहा था तब राखी थाने की पुलिस को गाड़ी में रखे कट्टा की मुखबिर से सूचना क्यों नही मिली ? निजाम खान के जाते ही पीछे से जो सिविल ड्रेस में पुलिस कर्मी जो स्वयं को गरियाबंद पुलिस बता रहे थे जिनके शरीर पर न कोई ड्रेस था और न ही उनके पास कोई बैज या नाम पट्टिका थी फिर भी वे स्वयं को गरीयाबंद  पुलिस बता रहे थे उन्हें फिर रायपुर अर्थात दूसरे जिले में कट्टा होने की जानकारी कैसे हुई ? इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश होना पीड़ित हैदर अली ने बताया उसने यह भी कहा  कि उसे अपहरण कर जान से मारने की साजिश निजाम खान द्वारा रचा गया था यही कारण है कि बार बार पुलिस को उसके बारे में बताने  के बावजूद उसके नाम तक को रिपोर्ट मे अंकित नही किया उसने यह भी बताया कि निजाम खान और उसका दोनों का मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर भी वस्तुस्थिति ज्ञात किया जा सकता है परंतु पुलिस द्वारा केवल मुझे ही आरोपी बना दिया जबकि अंधेरे में उसे बार बार ले जाने का प्रयास कथित निजाम खान द्वारा किया जाता रहा परन्तु अनिष्ट आशंका के मैने उधर जाना उचित नही समझा  उसने यह भी बताया केवल उसे ही टारगेट कर आरोपी बनाने का प्रयास किया गया उनके द्वारा अपहरण की नाकाम कोशिश करने वाले निजाम खान द्वारा पिछली सीट के नीचे कट्टा रखकर षड्यंत्र के तहत उसे  फंसाया गया है फिलहाल राखी थाना पुलिस ने  25 आर्म्स एक्ट के तहत हैदर अली पर कार्यवाही की है  वही मुख्य  साजिश कर्ता निजाम खान एवं दो अन्य साथी मोबाइल बन्द कर फरार है   हैदर अली संपूर्ण घटना की लिखित जानकारी गृह मंत्री सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों को देने की बात  कही है बताते चलें कि मुख्य आरोपी निजाम खान उद्योग विभाग में शासकीय कर्मचारी था तथा आर्थिक अनियमितता और गड़बड़ घोटाला, भ्रष्टाचार में संलिप्तता के कारण उसे विभाग से हटा दिया गया है पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है

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