ईद उल अज़हा के अवसर पर सीरत मैदान बैजनाथ पारा में बकरों का बाजार सजा
रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़) मुस्लिम समुदाय का अगले सप्ताह मनाए जाने वाला त्योहार ईद उल अज़हा में बकरों की कुर्बानी देने की धार्मिक परंपरा है तथा प्रत्येक मुस्लिम को कुर्बानी करना अनिवार्य होता है गिरती आर्थिक स्थिति एवं कोरोना काल के चलते अनेक त्योहार केवल मात्र औपचारिक बन कर रह गए है फिर भी परंपरा का निर्वहन प्रत्येक वर्ग समुदाय करता अवश्य है इसी कड़ी में मुस्लिम समुदाय द्वारा प्रत्येक वर्ष मनाए जाने वाला त्योहार ईद उल अज़हा यानी बकरीद इसी माह की 21 जुलाई को है जिसमे प्रत्येक वह मुसलमान जो सम्पन्न है वो नबियों की परंपरा का निर्वहन करता है और रब की राह में जानवर (बकरे) की कुर्बानी दे कर अपना अकीदत तक़वा प्रस्तुत करता है इस वर्ष भी राजधानी रायपुर के बैजनाथ पारा स्थित सीरत मैदान में छग सहित मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से व्यपारी पहुंच रहे है तथा कुर्बानी हेतु बकरे का बाजार सज रहा है दो दिन पूर्व ही पधारे चिरमिरी मनेन्द्रगढ़ से आए व्यापारी मोहम्मद सरवर ने बताया कि उनके पास इस समय पन्द्रह हजार से साठ हजार रुपये तक बकरे है वही छिंदवाड़ा से आए अन्य व्यापारियों के पास भी इसी दर पर बकरे उपलब्ध बताया
वही कुछ व्यापारियों का कथन की छग प्रदेश के राजनांदगांव, कवर्धा सहित अन्य क्षेत्र के व्यापारी भी पहुंच रहे है तथा सप्ताह भर चलने वाले उक्त बाजार में पूरे बकरे खपने की उम्मीद जताई है वही कुछ व्यापारी नागपुर और महाराष्ट्र के अन्य जिलों में भी स्थानीय छग प्रदेश के बकरे विक्रय हेतु भेजे जाते है जहां पर इनकी अच्छी कीमत मिलती है फिलहाल रायपुर में आसन्न ईद उल अज़हा को देखते हुए बकरों का बाजार सीरत मैदान में सज चुका है तथा कम एवं माकूल दाम में बकरों की खरीद फरोख्त तेजी से जारी देखी जा रही है वही बकरा बाजार में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और फेस कव्हर किए लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा है तथा लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन हेतु निर्देश दिए जा रहे है


 
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