शासन द्वारा पुनः कतिपय ठेकेदारों के नाम लायसेंस जारी करने से प्रदेश भर में विरोध के स्वर मुखर
रायपुर( फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़) संपूर्ण छग प्रदेश में रेत,मुरुम,फर्शी,जैसे गौण खनिज के लगातार हो रहे दोहन से अब ग्राम क्षेत्र के आम लोगों में शासन के विरुद्ध रोष बढ़ता हुआ नजर आ रहा है क्योंकि खनिज विभाग एवं संबंधित ठेकेदार जो स्वयं को शासन द्वारा नियुक्त ठेकेदार बताते है तथा राज्य शासन द्वारा ही खनिज उत्खनन कार्य हेतु उनकी नियुक्ति किया जाना भी बताते है क्योंकि एक निर्धारित मापदण्ड घन मीटर अनुसार उन्हें खनिज उत्खनन हेतु शासकीय आदेश जारी किया जाता है परन्तु सारे नियम कानून को बलाए ताक ऱखकर उनके द्वारा सीजन (वर्षा ऋतु छोड़कर) सहित आम दिनों में भी लगातार खनिज संपदा के दोहन से राज्य शासन को करोड़ों के राजस्व का नुकसान तो उठाना की पढ़ रहा है साथ ही संबंधित ग्राम पंचायतों को भी दिए जाने वाले निर्धारित रॉयल्टी राशि में बड़े पैमाने पर कांटा मारा जा रहा है कहा तो यह भी जा रहा है कि राज्य शासन द्वारा संचालित समस्त रेत घाट, खदान,एवं राजस्व भूमि पर मुरुम उत्खनन से जहां राज्य सरकार को मात्र पच्चीस प्रतिशत राजस्व पहुंच रहा है तो वही तथाकथित शासन द्वारा नियुक्त ठेकेदारों द्वारा पचहत्तर प्रतिशत से ऊपर राशि में गड़बड़ घोटाला कर अपनी पौ बारह कर रहे है जो एक प्रकार से राज्य शासन की आर्थिक रीढ़ को क्षतिग्रस्त किया जाना बताया गया है वही अनेक ग्राम पंचायत सरपंच भी अब यह बात खुलकर कहने लगे है विगत तीन वर्षों से ग्राम पंचायतों को भी दिए जाने वाला रॉयल्टी राशि उन्हें आज तक प्रदान नही किया गया है इस संदर्भ में बताया जाता है कि नियम तो यह है कि जिस ग्राम क्षेत्र में खनिज संपदा का दोहन किया जाता है वहां राज्य शासन द्वारा प्रदत्त गौण खनिज मद के अतिरिक्त रॉयल्टी राशि प्रदाय किए जाने का प्रावधन है जो प्रदेश भर के समस्त ग्राम क्षेत्रों में किए जाने वाले दोहन से प्रतिवर्ष ग्राम पंचायतों को रॉयल्टी के रूप में उपरोक्त एक बड़ी रॉयल्टी लाभांश राशि दी जाती है जिससे ग्राम पंचायतों में सड़क बिजली,सामुदायिक भवन सहित अन्य विकास परक कार्य किए जाते है परन्तु देखा यह जा रहा है कि विगत तीन वर्षों से उन्ही व्यक्तियों द्वारा ग्राम पंचायतों के खनिज संपदा का दोहन किया जा रहा है जो स्वयं को शासन द्वारा नियुक्त ठेकेदार बता रहे थे वही हैरान करने वाली बात यह भी है कि उन्हें पुनः खनिज दोहन का लाइसेंस उन्ही व्यक्तियों को बगैर निविदा कॉल करे प्रदाय कर दिया गया इससे प्रदेश भर के ग्राम पंचायतों के सरपंच में यह चर्चा जम कर हो रही है कि शासन एक सोची समझी षड्यंत्र रचा कर शासन द्वारा स्वयं खनिज दोहन के नाम पर कतिपय पार्टी कार्यकर्ताओं को नियम विरुद्ध जाकर ठेका देकर उन्हें भरपूर आर्थिक लाभ पहुंचा रही है तथा वे भी सारे नियम के विरुद्ध मनमाने रूप से प्रदेश भर में दोहन कार्य खुलकर कर रहे है उनके द्वारा नियम अनुसार न ही ग्राम पंचायतों को सामाजिक उत्तदायित्व के तहत किसी प्रकार की वार्षिक लाभांश रॉयल्टी राशि दी जा रही है और न ही राज्य शासन के क्षेत्रीय विधायको के माध्यम से अनेक ग्राम पंचायतों को गौण खनिज मद जारी किया जा रहा है जिसकी वजह से चुने गए प्रतिनिधियों के विरुद्ध ग्रामीणों में खासा रोष व्याप्त हो रहा है साथ ही शासन के द्वारा अनदेखा किए जाने से भी ग्रामीण बेहद नाराज चल रहे है कुछ ग्रामीण प्रतिनिधियों से यह बात भी सामने आ रही है कि क्षेत्रीय विधायक केवल उन्हीं ग्राम पंचायतों को अधिक तरजीह देते है जो सत्तारूढ़ पार्टी से कहीं न कहीं संलग्न हो जबकि उनका कथन यह भी है कि प्रदेश भर के ग्राम पंचायतों के सरपंच का चयन भी लोक तांत्रिक ढंग से किया जाता है परन्तु पार्टी गत कार्य निष्पादन से अन्य ग्राम पंचायते विकास से काफी पिछड़ जाती है इससे ग्राम वासियों में रोष उत्पन्न होना स्वभाविक है यही कारण है कि अनेक ग्राम पंचायतों में विकास थम सा गया है तथा ग्रामीण क्षेत्रों के जन प्रतिनिधि सरपंच,पंच एवं ग्राम वासी शासन के दोयम दर्जे वाली नीति से काफी क्षुब्ध चल रहे है तथा शासन की रीति नीति के खिलाफ लामबंद हो रहे है वही लगातार उपेक्षा एवं ठेकेदारों की मनमानी के कारण भावी चुनाव में इसके प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है नाम न छापने की शर्त पर कुछ जनप्रतिनिधियों सरपंचों ने बताया कि हाल ही में पुनः उन्ही व्यक्तियों के नाम खनिज संपदा दोहन कार्य हेतु लायसेंस जारी कर दिया गया जो विगत तीन वर्षों से राज्य शासन के अधीनस्थ रहकर दोहन कार्य करना बता रहे थे तथा ग्रामीण क्षेत्रों में दिए जाने वाली एक बड़ी रॉयल्टी राशि सहित राजस्व को क्षति पहुंचा रहे थे उन्हें बगैर समाचार पत्र में निविदा प्रकाशन के उन्ही कतिपय व्यक्तियों के नाम से लायसेंस जारी कर दिया गया जिससे भावी चुनाव में स्थिति विस्फोटक होने की बात खुलकर सामने आ रही है
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