शुक्रवार, 3 जून 2022

कैम्पा मद से आरंग,अभनपुर, काष्ठागर, में आवासीय निर्माण से बदली तस्वीर

 कैम्पा मद से आरंग,अभनपुर, काष्ठागर, में आवासीय निर्माण से बदली तस्वीर

रायपुर (छग वनोदय) छग शासन के वन मंत्री मोहम्मद अकबर के दिशा निर्देश अनुरूप वर्ष 2018-19एवं 2020-21 के लिए कैम्पा मद से दो हजार दो सौ उनतीस करोड़ के 27 हजार 69 कार्यों की स्वीकृति दी गई थी जिसके अंतर्गत उन्होंने समस्त  निर्माण जिनमे विभागीय आवासीय भवनों,कार्यालयों के तत्परता के साथ कार्यों के पूर्ण करने गत वर्ष एक समीक्षा बैठक में  दिशा निर्देश दिए थे जिसमे उन्होंने यह भी कहा था कि संबन्धित वन मण्डलाधिकारी निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग एवं समीक्षा कर ऐसे निर्माण कार्यों को यथाशीघ्र पूर्ण कराएं जिसका परिणाम ही कहा जा सकता है कि प्रदेश के बहुत से वन मंडल स्थलों में जर्जर कार्यालयों एवं आवासीय परिसरों का जीर्णोध्दार,एवं उन्नयन निर्माण कार्य को गुणवत्ता पूर्ण तरीके से संपादित किया गया जिनमे रायपुर वन मंडल अंतर्गत आरंग परिवृत्त एवं अभनपुर परिवृत्त के काष्ठागर भी शामिल है जहां के कार्यालय एवं आवासीय परिसर का आधुनिक रूपरेखा के साथ आवासीय भवन के उन्नयन  निर्माण कर दोनों क्षेत्रों की कायाकल्प कर दी गई है अब लोगों को अपनी आंखों पर यकीन नही होता है कि यह वही जर्जर स्थिति में परिलक्षित होने वाले काष्ठागर कार्यालय  परिसर है जिसकी तरफ देखना भी कोई पसंद नही करता था 

निर्माण कार्यों की महती जिम्मेदारी उठाने और कार्यों के प्रति समर्पित,ऊर्जावान,गुणवत्ता में किसी प्रकार का कोई समझौता न करने वाले कर्तव्यनिष्ठ, रायपुर  परिक्षेत्राधिकारी श्री सतीश मिश्रा का कथन है कि भले ही कोरोना काल के विकट परिस्थिति काल मे निर्माण कार्य संपादन का अवसर मिला परन्तु हमारे द्वारा उसके निर्माण,मजबूती और गुणवत्ता से किसी प्रकार का कोई समझौता नही किया इस संदर्भ में रायपुर डीएफओ विश्वेश कुमार झा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि कोरोना काल मे बढ़ते संक्रमण दर की भांति निर्माण सामग्रियों का महंगाई दर भी बढ़ गया जिससे निर्माण में काफी दिक्कत आयी ठेकेदारों को जारी पूर्व निविदा दर से अधिक दर पर सामग्री सप्लाई करने विवश होना पड़ा  उनके द्वारा लगातार रेत सरिया सीमेंट एवं अन्य निर्माण सामग्री दोगुने दर से निर्माण सामग्री क्रय किए गए जिससे विभाग के साथ साथ उन्हें भी नुकसान उठाना पड़ा अब निर्माण सामग्री सप्लायर ठेकेदारों द्वार  अपेक्षाकृत अधिक बजट बढ़ जाने से आगे अन्य कार्यो के निर्माण हेतु विभागीय द्वारा निर्धारित पूर्व दर से नही बल्कि नवीन दरों पर कार्य कराए जाने की मांग पर अड़े है फिर भी विपरीत परिस्थिति  वश  पूर्व शासकीय दर पर ली गई निविदा एवं निर्माण सामग्री सप्लाय कर नव निर्मित आवासीय भवन  पूर्ण करना एक बहुत बड़ी चुनौती बन गई थी रायपुर डीएफओ विश्ववेश झा साहेब इस संदर्भ में आगे कहते है कि फिर भी  अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मियों ने उक्त चुनौतियों का बड़ी सहजता से सामना किया


तथा वरिष्ठ अधिकारी सीसीएफ जे आर नायक साहब के दिशा निर्देश का पालन अक्षरशः करते हुए निर्माण कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण कर लिया गया जो अपने आप मे एक मिसाल है इसका श्रेय उन्होंने परिक्षेत्राधिकारी एवं मैदानी अमले को दिया वही रायपुर सहायक उप वन मण्डलाधिकारी श्री विश्वनाथ मुखर्जी साहब  इस संदर्भ में कहते है कि कोरोना काल के पश्चात संपूर्ण निर्माण कार्यों का बजट गड़बड़ा गया था क्योंकि वर्षों से शासन द्वारा पूर्व निर्धारित दर की राशि के ही दर पर भवन निर्माण सामग्री सप्लाय का टेंडर जारी किया गया था लेकिन तय दर से अधिक लोहे के सरिया से लेकर सीमेंट और रेत,गिट्टी  के आसमान छूते भाव ने निर्धारित जारी बजट के विपरीत लाखों रुपये की बढ़ोतरी हुई जिसे हमारे अधिकारियों एवं वन कर्मियों द्वारा अन्य कार्यों के बजट से मैनेज किया गया इसके लिए पुनः नया प्रस्ताव बना कर अतिरिक्त शेष राशि की मांग कर लंबित राशि वितरित कर अन्य कार्यों को पूर्ण किया जाएगा रायपुर एसडीओ श्री विश्वनाथ मुखर्जी साहब ने आगे बताया कि गड़बड़ाए बजट की वजह से हो चुके क्षतिपूर्ति राशि के लिए बहुत से ठेकेदार प्रदेश के वन मंत्री सहित मुख्यमंत्री से इसके निराकरण एवं बढ़ी हुई नवीन शासकीय दर हेतु  सामग्री सप्लायर ठेकेदार प्रतिनिधि मंडल मिल चुका है अब इसके आगे क्या परिणाम निकलते है देखना होगा उसके ही आधार पर कार्य किए जाएंगे उन्होंने आरंग,अभनपुर काष्ठागार के नव निर्मित आवासीय भवनों के लोकार्पण हेतु  लिखित में पत्र शासन को दी है समय मिलते ही दोनों क्षेत्र आरंग,अभनपुर, परिवृत्त के भवनों का लोकार्पण मुख्यमंत्री या वन मंत्री के करकमलों के द्वारा किए जाने की बात कही है नवा रायपुर परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा बताते है कि अभनपुर परिवृत्त में वन पाल आवास का निर्माण लगभग 790 स्क्वायर फीट भूभाग में आधुनिक सुसज्जित भवन निर्माण किया गया जिसकी निर्माण लागत ही 8.05 लाख रुपये आई है जिसमे दो कमरे हॉल, किचन लेटबॉथ अटैच किया गया है
 कमरों में स्वच्छ हवा हेतु झरोखे निर्माण किए गए है खिड़कियों को मजबूत लोहे की जाली निर्माण किया गया तथा बीजा और सरई काष्ठ से उसके खिड़की के पल्ले, दरवाजे  बनवाए गए है सभी कमरों में विद्युत की माकूल व्यवस्था की गई है फर्श अथवा सीमेंट फ्लोरिंग की बजाए बेहतरीन आकर्षक टाइल्स लगाए गए है जो भावी निवासरत वन कर्मियों को अपनी ओर आकर्षित करते है रूम और हॉल में पंखे इत्यादि लगाए गए है लेटबाथ में  टाइल्स एवं पानी की पूर्ण व्यवस्था की गई है बाहरी हिस्से में वाश बेसिन लगे है नवा रायपुर परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा आगे बताते है अभनपुर काष्ठागर में सहायक वनपाल एवं  वन रक्षक के 490 वर्ग फीट 5लाख 47 हजार रुपये लागत से आवासीय परिसर का निर्माण किया गया है जिसके निर्माण में भी किसी प्रकार का समझौता नही किया गया है क्योंकि काष्ठागार परिसर में नव निर्मित दोनोँ मकान में वे समस्त बुनियादी  सुविधाएं के तहत ढांचा तैयार किया गया है वनरक्षक  भवन में भी वही टाइल्स,,सरई बीजा के दरवाजों खिड़की निर्माण किए गए है जो सहायक वन पाल के मकान में लगाया गया है दो रूम, हॉल, लेटबाथ किचन,वाश बेसिन,पेयजल सुविधा सहित डिस्टेम्पर रंगाई के साथ इसे आधुनिक दृष्टिकोण से निर्माण किया गया नवा रायपुर परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा आगे बताते है कि आरंग में भी इसी प्रकार के क्रमशः 790 वर्गफीट,एवं 490 वर्गफीट में सहायक वन पाल एवं वन रक्षक के रहवास हेतु भवन निर्माण किया गया जैसा कि पूर्व में ही उल्लेख किया जा चुका है 
कि दोनों ही क्षेत्रों में नव निर्मित आवासीय परिसर की बजट लगभग 8.05 लाख एवं 05 लाख 47 हजार रुपये लागत बताई गई है परन्तु बढ़ते दामों से निर्माण सामग्री सप्लायर ठेकेदार और परिक्षेत्र अधिकारियों के बीच बढ़ी हुई लागत को लेकर ठनी हुई है  जिसका समाधान उच्च अधिकारियों के हाथ मे है क्योंकि ठेकेदार बढ़ी हुई दरों पर भुगतान को लेकर अड़े हए है तो वही अधिकारी पूर्व निर्धारित दर पर ही भुगतान की बात कह रहे है फिलहाल मामला लंबित है फिर भी किसी प्रकार तो भवन निर्माण करवा लिया गया है इस संदर्भ में आरंग के सहायक परिक्षेत्राधिकारी श्री लोकनाथ ध्रुव जो एक कर्तव्यनिष्ठ एवं जुझारु प्रवृति के अधिकारी है उन  का कथन है कि आरंग काष्ठागार जो असमतलीय भूभाग में था यहां का कार्यालय एक झोपड़ी नुमा स्थान में वर्षों से संचालित होता था जहां पर ठीक से बैठना भी दुरूह था ऊपर से सर्दी,गर्मी,वर्षा जैसी मौसमी मार अलग झेलनी पड़ती थी इसके लिए अनेकों बार कार्य योजना बना कर दिया गया परन्तु हमेशा परिणाम सिफर रहा फिर भी हार न मानते हुए गत वित्त वर्ष 2020-21 में इसके निर्माण उन्नयन हेतु कार्य योजना भेजी गई परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा साहब ने हमारी व्यथा को बड़ी संवेदनशीलता से महसूस किया तथा वरिष्ठ अधिकारियों को उक्त होने वाली असुविधा एवं परेशानी से अवगत  कराते हुए कैम्पा मद से आवासीय भवनों के निर्माण की अनुमति लेकर आदेश जारी किया
 जिसके त्वरित अमल में लाते हुए आवासीय भवनों के निर्माण,उन्नयन एवं विस्तार कार्य प्रारंभ कर दिया गया परन्तु कुछ ही समय पश्चात लगातार सीमेंट रेत,सरिया के दामों में अप्रत्याशित रूप से उछाल मारी जिससे निर्माण सामग्री सप्लायरों ने बढ़ी दर पर निर्माण सामग्री सप्लाय की बात पर अड़ गए फिर भी विपरीत परिस्थितियों में भी हमारे द्वारा अन्य बजट की राशि को इसमें समाहित कर किसी तरह आवासीय भवनों के निर्माण को पूर्ण करवाया सहायक परिक्षेत्राधिकारी लोकनाथ ध्रुव ने आगे बताया कि आरंग काष्ठागार जो असमतलीय भूभाग में था उसमें कई ट्रेक्टर मलबा लाकर पूरे परिसर को समतलीय करण करवाया गया इसके लिए ट्रेक्टर भाड़ा सहित मलबा लाने वाले श्रमिक ,मलबा जैसी अन्य राशि का भुगतान अपनी जेब से करना पड़ा है जिसका भुगतान भी अब तक लंबित है सहायक परिक्षेत्राधिकारी श्री लोकनाथ ध्रुव आगे बताते है कि आवासीय परिसर को पूरी गुणवत्ता एवं आकर्षक स्वरुप में नव निर्माण किया गया वही भवनों के भीतर के पिछले हिस्से में कुछ स्थल में बर्तन सफाई सहित अन्य कार्य हेतु पृथक निर्माण किया गया है वही वन रक्षक आवास में सामने के हिस्से को लोहे की जाली इत्यादि लगाकर उसे बैठक अथवा किसी मेहमान के आने पर उसके सोने के कार्य आने की बात उन्होंने कही है यह सब अतिरिक्त कार्य किए गए है
श्री ध्रुव ने आगे बताया कि वर्षा पश्चात जब परिसर में डाले गए मलबे की मिट्टी बैठेगी तब  सामने के कुछ हिस्से में फ्लोरिंग कराने की योजना है जबकि अभनपुर काष्ठागार में परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा ने आवासीय भवन के सामने अतिरिक्त लंबे भूभाग को ऊंचा करवाकर बरामदा निर्माण करवा दिया जिससे काष्ठागार की अलग तस्वीर ही परिलक्षित हो रही है अभनपुर काष्ठागार के आवासीय निर्माण में वन कर्मियों की विशेष योगदान बताया जिनमे मुख्यतः गिरीश रजक वनपाल, सत्य प्रकाश कुर्रे,वन रक्षक, खम्हन लाल रात्रे ने  योगदान देकर कार्यों को सफल किया

आरंग काष्ठागार में परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा के कुशल नेतृत्व एवं मार्ग दर्शन में सहायक परिक्षेत्राधिकारी लोकनाथ ध्रुव,चंदूलाल कसेर, वन रक्षक,रमाकांत बंजारे वन रक्षक,दिलीप परमार,वन रक्षक, तथा नीलकंठ दिवान वन रक्षक के विशेष योगदान से  आरंग काष्ठागार में वन कर्मियों के आवासीय भवन का निर्माण समयावधि में पूर्ण किया गया इस  निर्माण अवसर पर  वन मण्डलाधिकारी श्री विश्वेश झा साहब एवं सहायक उप वन मंडला धिकारी विश्वनाथ मुखर्जी साहब समय समय पर मॉनिटरिंग भी करते रहे अभी हाल ही में अभनपुर स्थित काष्ठागार में नव निर्मित आवासीय परिसर का निरिक्षण सीसीएफ जे.आर.नायक,वन मण्डलाधिकारी विश्वेश झा,सहायक वन मण्डलाधिकारी विश्वनाथ मुखर्जी ,परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा , सहायक परिक्षेत्राधिकारी लोकनाथ ध्रुव सहित समस्त मैदानी वन कर्मियों की गरिमामयी उपस्थिति में किया तथा  आधुनिक स्तर पर निर्मित आवासीय परिसर की गुणवत्ता एवं मजबूती देखकर अधिकारी द्वय ने नव निर्मित भवनों की मुक्त कंठ से प्रशंसा व्यक्त की

 इस मौके पर सीसीएफ नायक साहब,वन मण्डलाधिकारी विश्वेश झा साहब को बढ़ी हुई दर एवं अतिरिक्त राशि लगने की जानकारी परिक्षेत्राधिकारी सतीश मिश्रा द्वारा दी गई जिसे सुनकर उसके शीध्र निराकरण की बात अधिकारियों के द्वारा कही गई तथा विभागीय आवश्यक दिशा निर्देश देकर उन्होंने स्वयं यह महसूस किया कि जो आरंग,अभनपुर काष्ठागार में स्थित कार्यालय किसी समय एक खंडहर जैसे बदहाली झोपड़ीनुमा स्थान के रूप में संचालित हो रहा था वहां मैदानी अमले ने पूर्ण ईमानदारी,कर्तव्यनिष्ठा, एवं तन्मयता से उपरोक्त क्षेत्र में  आवासीय भवन निर्माण कर दोनों क्षेत्रों की तस्वीर और तकदीर दोनों ही बदल कर रख दी इसके लिए केवल इतना कहा जा सकता है नवा रायपुर परिक्षेत्राधिकारी श्री सतीश मिश्रा सहित सहायक परिक्षेत्राधिकारी श्री लोकनाथ ध्रुव एवं उनकी समस्त टीम ने वर्षों से लंबित एवं खंडहर रूपी स्थल की कायाकल्प कर एक आधुनिक आवासीय एवं कार्यालय के रूप में परिवर्तित कर दिया जिसके लिए  भावी पीढ़ी वर्षो वर्ष तक उन्हें स्मरण करती रहेगी जो इन अधिकारियों के लिए सेवाकाल का सर्वोत्तम उपहार है तथा उनके बेहतर कार्यों के लिस्ट में एक मील का पत्थर भी साबित हुआ है जिसके लिए समस्त वन कर्मी बधाई के पात्र है 

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