राखी पुलिस की एक पक्षीय कार्यवाही से क्षुब्ध पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जांच की मांग की
रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़) कोरोना की दूसरी लहर के पूर्व पांच मार्च को अटल नगर नवा रायपुर स्थित राखी पुलिस थाना द्वारा ,अधेड़ को रिवाल्वर के साथ पकड़ा, शीर्षक से एक प्रेस नोट जारी किया गया था जिसमें राजातालाब रायपुर निवासी हैदर अली 51 वर्ष को डस्टर गाड़ी में रिवाल्वर के साथ पकड़ने की जानकारी दी गई थी चूंकि प्रेस नोट राखी थाना से रिलीज किया गया था सो किसी प्रकार की शंका करने का औचित्य ही नही उठता और इसका प्रकाशन,प्रसारण, समाचार पत्रों सहित सोशल मीडिया में तैरने लगा परन्तु यही समाचार मिथ्या तथ्यहीन और भ्रामक समतुल्य लगे तो पुलिस विभाग की विश्वसनीयता,सत्यता और प्रमाणिकता पर सवाल उठना लाजिमी है हाल ही ऐसे ही एक मिथ्या प्रकरण के समाचार, में फंसे हैदर अली एवं उसके भाई द्वारा लिखित में राखी पुलिस द्वारा स्वयं पर हुए एक पक्षीय कार्यवाही से व्यथित पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को आवेदन देकर षड्यंत्र कर्ता एवं पुलिस के पक्षपात एव संदेहपूर्ण कार्य को लेकर इनके विरुद्ध जांच कर कानूनी कार्यवाही की मांग की है
पीड़ित हैदर अली द्वारा दिए गए आवेदन में यह मांग की गई है कि मुख्य साजिश कर्ता नजमुद्दीन खान 50 वर्ष नामक युवक जो पूर्व में आवेदक हैदर अली का किराएदार था एवं स्वयं को उधोग विभाग में कार्यरत कर्मचारी बताता था उसके द्वारा पीपीई कीट सप्लाई का प्रलोभन देकर उससे लाखों की मोटी रकम ऐंठ लिया जिसे वापस मांगने पर उसने अधिकारियों को पीपीई कीट सप्लाई के एवज में तथा चेक से रकम दिलवाने एवं नया सप्लाई आर्डर दिए जाने का प्रलोभन देकर हैदर अली को नवा रायपुर अटल नगर बुलवाया अपने वाकपटुता से विश्वास में लेकर आवेदक हैदर अली से पूर्व में ही नजमुद्दीन खान ने लाखों रुपये ले लिया था तथा हैदर अली रुपाए मिलने की आस में 5 मार्च 2021 को तीन बजे नवा रायपुर स्थित अटल नगर पहुंच गया जहां चार छह घण्टे घूमाने के बाद न ही उसने किसी अधिकारी से मिलवाया और न ही आवेदक हैदर अली से ली गई रकम लौटाई इस तरह रात्रि नौ दस बजे तक उसे इसी तरह घुमाता रहा और दस बजे के लगभग तीन अज्ञात व्यक्तियों को बुलाकर नजमुद्दीन द्वारा -अब इनसे निपट कह कर- अपनी ऑल्टो गाड़ी से रवाना हो गया आवेदक हैदर अली द्वारा पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि तीनों अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उसे अपशब्दों का प्रयोग करते हुए बलात उठाकर ले जाने का प्रयास करने लगे तथा उसका गला भी दबाया तब उसके द्वारा बचाव ,,,के लिए चीख पुकार किया गया तब राहगीरों में से किसी ने 112 में डायल किया गया तत्काल राखी पुलिस के पहुंचने पर तीनों अज्ञात व्यक्ति एवं आवेदक हैदर अली को राखी पुलिस थाना ले जाया गया जहां पर हैदर अली को लॉकअप में बन्द कर तीनों अज्ञात व्यक्ति लगभग एक घण्टे तक टी.आई. से कक्ष में चर्चा करते रहे पश्चात लगभग ग्यारह बारह बजे आए तीनो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा जिनके द्वारा आवेदक की गाड़ी घटना स्थल से थाना तक लाया गया था उनके द्वारा डस्टर गाड़ी की आगली सीट से एक कारतूस विहीन रिवाल्वर निकाला गया तथा हैदर अली के विरुद्ध 25 आर्म्स एक्ट की धारा लगाकर कार्यवाही किया जाना बताया गया जबकि लॉकअप में बंद हैदर अली को इस संदर्भ में कोई जानकारी नही थी तथा बारबार नजमुद्दीन खान एवं अज्ञात व्यक्तियों द्वारा बलात किए गए दुर्व्यवहार एवं नजमुद्दीन की संदिग्ध भूमिका की जानकारी देने के बावजूद राखी थाना पुलिस द्वारा उनके नाम का कहीं भी उल्लेख नही किया इसके विपरीत आवेदक हैदर अली को ही अपराधी घोषित कर दिया गया आवेदक हैदर अली ने विभाग के वरिष्ठ उच्च अधिकारियों को प्रस्तुत आवेदन में निम्न बिंदुओं पर जांच कर न्याय की मांग की है * अज्ञात तीन व्यक्ति जो आवेदक को घटना स्थल से गला दबा कर उठा कर ले जा रहे थे वो व्यक्ति कौन थे तथा उनकी हैदर अली के उठाकर या अपहरण करने के पीछे क्या मंशा थी ?
* राखी पुलिस थाना में टी.आई.कक्ष में बैठकर एक घण्टे तक क्या वार्तालाप हुई पश्चात अपने साथ हुए घटना में नजमुद्दीन खान की संदिग्ध भूमिका की जानकारी देने के पश्चात एवं उसके बुलाए गए बाहर से आए तीन अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट क्यो नही लिखी गई ?
* रात्रि को आवेदक हैदर अली को राखी पुलिस द्वारा मोबाइल से अपने परिजनों को क्यूं सूचना नही देने दिया गया जबकि नियम के अनुसार यह कृत्य मानव अधिकार के हनन के तहत आता है
* आवेदक हैदर अली के मोबाइल के संपूर्ण डाटा को विभागीय कर्मचारियों द्वारा क्यो डिलीट कर दिया गया ?
* जैसा कि पुलिस द्वारा यह कथन कि सड़क में जांच के दौरान रिवाल्वर बरामद किया गया जबकि आवेदक हैदर अली का कथन है कि जब उसके साथ अज्ञात तीन व्यक्ति बलात उसे उठाकर ले जाने का प्रयास कर रहे थे तब आवेदक के चीख पुकार करने से आवागमन करते राहगीरों द्वारा 112 को डायल कर बुलवाया गया उसका भी कॉल डिटेल निकलने की मांग की गई ?
* रात्रि को 10-11 बजे राखी थाना में ही जब आवेदक लॉकआप में था तभी बाहर जाकर उसकी डस्टर गाड़ी से रिवल्वर (कट्टा)कैसे बरामद किया गया ? सार्वजनिक रूप से रिवाल्वर (कट्टा) क्यों बरामद नही किया गया ?
* वही आवेदक हैदर अली का कथन अनुसार जब भीड़ एकत्रित हो गई तब उन तीनों अज्ञात व्यक्ति द्वारा स्वयं को गरियाबंद पुलिस बताया गया जबकिं आवेदक हैदर अली का कथन कि यदि वे गरियाबंद पुलिस थे तो उसे गला दबा उठाकर कहां ले जाना चाहते थे ?
* उसने सवाल खड़ा किया है कि क्या मैं हैदर अली कोई निगरानी शुदा या हिस्ट्री शीटर बदमाश था जो मुझे रात्रि को केवल तीन अज्ञात व्यक्ति तथाकथित (पुलिस)ही पहले गिरफ्तार करने पहुंची थी मेरे बचाव के चिखने पर मैच देखकर वापस लौट रहे कुछ राहगीरों द्वारा 112 को बुलाया गया यदि 112 पेट्रोलिंग नही आती तो संभवतः उसके साथ कोई भयंकर अप्रिय घटना घट सकती थी ?
* यदि वे गरियाबंद पुलिस वाले थे तो क्या उनके द्वारा संबन्धित थाना या स्थानीय उच्च अधिकारियों को अपने आगमन की मंशा, आमद एवं उपस्थिति दर्ज करवाई थी ?
* जबकिं रिवाल्वर थाना में ला कर रात्रि में ही तीन तथाकथित अज्ञात (पुलिस) व्यक्तियों द्वारा गाड़ी से निकलवाया गया जिन के द्वारा घटना स्थल से ही थाना तक आवेदक की सफेद डस्टर गाड़ी चला कर लाया गया था कहीं उनके द्वारा ही तो रिवाल्वर (कट्टा) रख आवेदक को फंसाने नजमुद्दीन के साथ मिलकर साजिश नही किया गया यह भी जांच का विषय है ?
* पश्चात गवाह के रूप में ग्राम राखी के स्थानीय सरपंच एव एक अन्य ग्रामीण को गवाह के रूप में अंकित कर गवाह बनाया गया ? गवाह बने ग्राम राखी के सरपंच एवं अन्य एक ग्रामीण को राखी पुलिस ने और कितने प्रकरण में गवाह बनाकर प्रस्तुत किया गया है ? इसकी भी जांच होनी चाहिए
* आवेदक हैदर अली का कथन है कि जब छ से आठ घण्टे तक पीपीई कीट की राशि दिलाने और अधिकारी से मिलवाने के उद्देश्य से नजमुद्दीन खान द्वारा उसे नवा रायपुर क्षेत्र में घुमाया गया तथा उसके द्वारा बारबार नजमुद्दीन का नाम लेने पर उसके नाम को रिपोर्ट में दर्ज क्यो नही किया गया ?
* उक्त सन्देह की पुष्टि हेतु आवेदक द्वारा जांच अधिकारी से 5 मार्च के समस्त कॉल डिटेल एवं भ्रमण के दौरान लगे नवा रायपुर स्थित विभिन्न चौक,थाना में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की बात भी लिखी है आवेदक के कथनानुसार ऐसा ज्ञात होता है कि उद्योग विभाग के प्रबन्धक त्रिवेदी के संरक्षण में कार्य करने वाले नजमुद्दीन द्वारा फर्जी बिल बाउचर के माध्यम से आवेदक हैदर अली से पीपीई कीट सप्लाई के नाम पर लाखों करोड़ों का गड़बड़,घोटाला और भ्रष्टाचार, को अंजाम दिया गया तथा हैदर अली द्वारा बारबार राशि तकाजा करने पर नजमुद्दीन जो स्वयं मूल गरियाबंद निवासी है के द्वारा गरियाबंद से अज्ञात तथाकथित तीन अज्ञात (पुलिस) व्यक्तियों एवं राखी थाना पुलिस की मिलीभगत कर के किसी बड़े वारदात को अंजाम देने के फिराक में था जबकि घटना दिनांक पांच मार्च 2021के पश्चात नजमुद्दीन का कोई अतापता नही है इसके बावजूद पुलिस उसे पूरा संरक्षण दे रही है तथा प्रकरण में उसके एवं तीन अन्य अज्ञात व्यक्तियों की भूमिका अब भी संदिग्ध बनी हुई है यहां तक जांच आवेदन प्रस्तुत पश्चात आवेदक को अप्रत्यक्ष रूप से धमकाने जैसा कि यदि किसी प्रकार का आवेदन जांच हेतु दिया जाता है तो किसी भी दो तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनसे जबरन आवेदक हैदर अली का नाम लेकर उसे पुनः अन्य अपराध में फंसाने की बात टी. आई. राखी थाना के द्वारा कही जा चुकी है यही नही दिनांक 21 जून को जब बयान लिया जा रहा था तब भी टी. आई.अंसारी द्वारा फटकार लगाते हुए आवेदकों को फालतू कार्य के लिए समय नही है कह कर भयादोहन कर जांच को प्रभावित करने का प्रयास किया गया तथा बयान देने वालों को वहां से बगैर बयान दिए जाने को कहा - जब उनसे यह बात लिखित में देने कहा गया तब कहीं बयान दर्ज करने दिया गया इससे ज्ञात होता है कि साजिश कर्ता नजमुद्दीन खान, गरियाबंद से तथा कथित आए तीनअज्ञात (पुलिस) व्यक्तियों, एवं रखी पुलिस द्वारा मिलकर आवेदक हैदर के विरुद्ध साजिश के तहत कार्यवाही की गई उक्त सन्दर्भ मे आवेदक हैदर अली का कहना है यदि नजमुद्दीन का नाम प्राथमिक रिपोर्ट सहित मीडिया में आने से उधोग विभाग में पीपीई किट क्रय मामले में एक बड़े फर्जी प्रकरण का भंडाफोड़ हो सकता है इसलिए भी ऊपरी प्रशासनिक एवं राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस द्वारा नजमुद्दीन खान का नाम प्रकरण में नही आने दिया जा रहा है तथा उसके द्वारा सप्लाई की गई पीपीई किट की समस्त राशि हड़पने तथा उसे मानसिक आर्थिक,सामाजिक, और शारीरिक प्रताड़ना के उद्देश्य से साजिश कर्ताओं से मिलकर कूट रचित प्रकरण बनाया गया है जिसकी जांच आवश्यक है आवेदक हैदर अली ने आशंका जताई है कि मेरे द्वारा पीपीई किट सप्लाई किया गया तथा मुझे अब तक राशि प्राप्त नही हुई है जिसे लेकर ही उद्योग विभाग के अधिकारीयों और नजमुद्दीन खान द्वारा सुनियोजित षड्यंत्र रचकर मुझे विद्वेष पूर्ण फंसाने जाल बिछाया गया है तथा पीपीई किट क्रय में गड़बड़ घोटाला कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिए जाने की आशंका व्यक्त की है आवेदक हैदर अली द्वारा यह भी कहा गया है कि उक्त प्रकरण के सामने आने पर मेरे जानमाल का बड़ा खतरा हो सकता है यदि भविष्य में किसी प्रकार की कोई भी घटना या दुर्घटना मेरे साथ घटित होती है तो उसकी समस्त जिम्मेदारी नजमुद्दीन खान को माने जाने की बात भी कही है यही नही फर्जी प्रकरण में फंसाए जाने से क्षुब्ध हैदर अली द्वारा इसकी जांच हेतु देश के उच्च स्तरीय विभाग में आवेदन देकर निष्पक्ष जांच की मांग भी करने का निर्णय लिया है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके


 
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