रविवार, 29 अगस्त 2021

सात साल बाद आखिर क्यों युवती ने बीईओ पर लगाए दैहिक शोषण का आरोप

 सात साल बाद आखिर क्यों  युवती ने बीईओ पर लगाए दैहिक शोषण का आरोप 



    बिलासपुर।

 छत्तीसगढ़ राज्य में किस हद तक महिला कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है ,इनका कई उदाहरण देखने को मिल ही जाती है पर कानून के रखवाले मजबूर होकर महिला कानून की प्रकरण में एक तरफा एफआईआर दर्ज कर युवकों, पुरुषों का जीना मुश्किल कर दे रही है। इसी तरह का मामला बिलासपुर जिले के एक बीईओ पर उनके ही गांव की 25 वर्षीय युवती ने आरोप लगाए है। 

 बिलासपुर मुख्यालय से लगे मुंगेली जिले के जरहागांव थाना अंर्तगत एक गांव की रहने वाली युवती ने अपने ही गांव के रहवासी बिलासपुर जिले के एक खंड शिक्षा अधिकारी पर जिनकी उम्र 54 साल है,  इस पर बीते सात साल से दैहिक शोषण करने का आरोप लगाते हुए थाना पहुंच कर शिकायत की है। जिस पर खंड शिक्षा अधिकारी ने 2 सितंबर तक विवाह करने की की कथन देकर मामले को शांत किया है । लेकिन हमे जो कथन की प्रति मिली है उसमें बीईओ की हस्ताक्षर नजर नहीं आ रही है क्योंकि बीईओ द्वारा अपने कार्यालयीन पत्रों में अलग हस्ताक्षर है जबकि थाने में दी गई कथन में हस्ताक्षर अलग है । ऐसे में यह जांच का विषय है कि बीईओ सच में दैहिक शोषण कर इस युवती को 6 माह का गर्भवती बना दिए है।

 वहीं बिलासपुर जिले के एक बीईओ पर इस तरह के आरोप लगने से शिक्षा जगत पूरी तरह से शर्मसार हुआ है लेकिन यह भी सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर सात साल तक 25 वर्षीय युवती इस मामले पर पूरी तरह मौन क्यों थी और आज एकाएक बीईओ पर दैहिक शोषण का आरोप लगाना समझ से परे है। जबकि बीईओ खुद 54 साल का शादीशुदा अधिकारी है । वहीं इस मामले की पुष्टि जरहागांव थाना प्रभारी ने की है।  इस मामले की विस्तृत खबर हम जल्द ही अपने पाठकों तक पहुंचाएंगे...

1 टिप्पणी: