जंगल सफारी से दो लोमड़ी फरार-अधिकारी मामले को दबाए बैठे है
अलताफ हुसैन
रायपुर (फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़) नवा रायपुर स्थित जंगल सफारी जैसे अतिसंवेदन शील क्षेत्र से दो लोमड़ी फरार हो गए जिसकी वजह से विभाग में हड़कंप मच गया गायब दोनों लोमड़ीयो को ढूंढने में पूरा अमला आसपास के ग्राम क्षेत्र की सघन तलाशी में जुट गया है परन्तु अभी तक दोनों लोमड़ीयो का कोई आता पता नही मिल पाया है
विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि जंगल सफारी के खुले बाड़े में बहुत से वन्य प्राणियों को रखा जाता है जिनमे ही कुछ लोमडी भी रखे गए थे घटना सोमवार की बताई जाती है जब दोपहर पश्चात फॉरेस्ट गार्ड सहित अन्य कर्मचारी भोजनावकाश पर चले गए थे जब वापस आकर देखा गया तब दो लोमड़ी कंटीले तारों के सुरक्षा घेरा को फांद कर फरार हो चुके थे जब इसकी सूचना जंगल सफारी रेंजर नदीम कृष्ण बारिहा तथा डिप्टी रेंजर सुनील कुमार खोपरागड़े को मिली तो उनके होश उड़ गए तत्काल गायब लोमड़ियों की तलाश शुरू की गई परन्तु दोनों लोमड़ी का कोई अब तक पता नही चल सका गौर तलब है कि वन्य प्राणियों के फरारी वाली उक्त घटना से यह ज्ञात होता है कि जंगल सफारी सहित वन क्षेत्र में निवासरत वन्य प्राणीयों के सुरक्षा के लिए विभाग द्वारा क्या उपाय किया गया है जबकि बड़ी संख्या में कर्मचारी जंगल सफारी में कार्यरत है फिर भी उनकी नज़रों के समक्ष से दो वन प्राणी फरार हो गए जिससे उनकी कार्यशैली और सुरक्षा पर सवाल खड़ा होना लाजिमी है वन्य प्राणियों के फरार होने वाली घटना के संबध में जब रेंजर बरिहा सहित डिप्टी रेंजर सुनील कुमार से संपर्क साधकर वास्तविकता की जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उनके द्वारा मोबाइल नही उठाया गया वही जंगल सफारी के कर्मचारी अपनी ड्यूटी के प्रति कितने संवेदनशील एवं सजग है यह उक्त घटना से साफ हो गया है जबकि अधिकांश सफारी कर्मचारीयों का छुट्टी एवं रविवार के दिन देर रात तक महिला सहकर्मी के।साथ उपस्थित रहना भी अनेक सन्देहास्पद गतिविधियों को जन्म देता है फिर भी देर रात तक इनकी उपस्थिति एवं चाक चौबंद सुरक्षा के बावजूद जंगल सफारी में रखें गए वन्य प्राणी किस तरह फरार हो रहे है यह उसका एक साक्षात उदाहरण है यह तो गनीमत है कि इसमें कई खूंखार हिंसक प्राणी भी मौजूद है यदि सुरक्षा और देखरेख के आभाव मे बाडा और सुरक्षा घेरा तोड़कर फरार होने की यही स्थिति रही तो वह दिन दूर नही जब जंगल सफारी में रखे गए ऐसे खतरनाक वन्य प्राणी भी सुरक्षा घेरा तोड़ कर जान माल को बड़ी हानि पहुंचा सकते है जबकि यह भी ज्ञात हुआ है कि जंगल सफारी का दौरा डी.एफ.ओ. मर्सिबेला मैडम एवं एस.डी.ओ.अभय पांडे साहब का अनवरत जारी है बावजूद इसके वन्य प्राणियों का फरारी घटना होना सुरक्षा को लेकर प्रश्न चिन्ह ल्गा रहा है जबकि ज्ञात यह भी हुआ है कि उच्च अधिकारी वास्तविक घटना से वाकिफ है परन्तु अधिकारी वस्तविकता बताने एवं विभागीय गाज गिरने के भय से से बच रहे है तथा लंबी खामोशी की चादर ओढ़ लिए है फिर भी समाचार बाहर आ गया फिलहाल इन पर क्या विभागीय कार्यवाही होती है यह बाद का विषय है फिलहाल फरार लोमड़ियों की सघन तलाशी की जा रही है नवा रायपुर के आसपास ग्राम क्षेत्र में इसकी तत्काल मुनादी की जानी चाहिए क्योंकि भूख प्यास से व्यथित वन्य प्राणी लोमड़ी हिंसक भी हो सकती है या इन पर कुते इत्यादि हमला कर इन्हें घायल कर नुकसान पहुंचा सकते है
 
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